नयी दिल्ली ,29 दिसंबर ।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक समिति का गठन किया है, जो यह तय करेगी कि किन बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को पहले कोरोना वैक्सीन दी जायेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की मंगलवार को हुई नियमित साप्ताहिक प्रेस वार्ता में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को पहले से कोई बड़ी और गंभीर बीमारी है, जिससे उनके कोरोना संक्रमित होने पर मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। कोरोना वैक्सीन का डोज देने में इस तथ्य को प्राथमिकता दी गयी है।
कोरोना वैक्सीन कोरोना के नये वैरिएंट पर भी कारगर: प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार
केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर विजय राघवन ने मंगलवार को आश्वासन देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में पाये गये कोरोना के नये स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर साबित होगी और इस विषय में अभी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
देश में कोरोना के सक्रिय मामले 2.7 लाख से कम
देश में पिछले छह माह के बाद कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले अब 2.7 लाख से कम रह गए हैं और इनमें लगातार गिरावट जारी है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है और इस समय कोरोना की समग्र पाॅजिटविटी दर 6.02 प्रतिशत है और पिछले हफ्ते यह दर 2.25 प्रतिशत थी।
कोराेना वायरस के नये वैरिएंट को देखते हुए अधिक सावधानी बरतें लोग: डॉ पॉल
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने आज कहा कि आजकल सर्दी का मौसम है और इसके अलावा कोरोना वायरस का नया वैरिएंट भी आ गया है, जिसे देखते हुए लोगों को अभी अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की नियमित प्रेस वार्ता में डॉ पॉल ने कहा कि सर्दी का मौसम है और आंकड़ों के अनुसार, अब भी बहुत बड़ी आबादी पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। इसके अलावा ब्रिटेन से कोरोना वायरस का नया वैरिएंट भी आ गया है, जो मौजूदा वायरस से अधिक संक्रामक हैं। वायरस में इस तरह के बदलाव अपेक्षित थे और ये पूरी दुनिया में कोरोना के खिलाफ तैयारियों को अस्थिर करता है।
कोरोना संक्रमितों में 63 प्रतिशत पुरुष
देश में कोरोना वायरस कोविड-19 से अब तक संक्रमित हुए एक करोड़ से अधिक व्यक्तियों में से 63 प्रतिशत पुरूष हैं और मात्र 37 प्रतिशत महिलाएं हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की नियमित साप्ताहिक प्रेस वार्ता में मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जानकारी दी कि देश में कोरोना संक्रमण के शिकार हुए 1,02,24,303 व्यक्तियों में से 63 प्रतिशत पुरूष हैं और 37 प्रतिशत महिलाएं हैं।
श्री भूषण ने कहा कि अगर कोरोना संक्रमण के मामलों को आयुवर्ग के आधार पर देखा जाये तो 17 वर्ष से कम आयु के लोगों में संक्रमण के मामले आठ प्रतिशत, 18 से 25 वर्ष के आयुवर्ग में 13 प्रतिशत, 26 से 44 वर्ष के आयुवर्ग में 39 प्रतिशत , 45 से 60 वर्ष के आयुवर्ग में 26 प्रतिशत तथा 60 साल से अधिक के आयुवर्ग में 14 प्रतिशत हुए हैं।
उन्होंने कहा कि 18 से 25 और 25 से 44 आयुवर्ग के व्यक्ति काम के कारण बाहर निकलते हैं और इसी वजह से 52 प्रतिशत संक्रमण के मामले 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग के हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण होने वाली मृत्यु की स्थिति संक्रमण के मामलों से भिन्न हैं। लिंग के आधार पर कोरोना संक्रमण के कारण जान गंवाने वालों में 70 प्रतिशत पुरुष और 30 प्रतिशत महिलाएं थीं।
उन्होंने बताया कि आयुवर्ग के आधार पर अगर मृत्यु के आंकड़ों को देखा जाये तो 17 साल से कम के आयुवर्ग में कोरोना संक्रमण के कारण मौत के मामले एक प्रतिशत, 18 से 25 साल के आयुवर्ग में एक प्रतिशत, 26 से 44 वर्ष के आयुवर्ग में 10 प्रतिशत, 45 से 60 वर्ष के आयुवर्ग में 33 प्रतिशत तथा 60 से अधिक वर्ष के आयुवर्ग में 55 प्रतिशत रहे।
श्री भूषण ने कहा कि 18 से 44 साल के आयुवर्ग में भले ही संक्रमण के मामले अधिक पाये गये लेकिन इस आयुवर्ग में संक्रमण के कारण मौत के मामले अपेक्षाकृत काफी कम हैं।