भोपाल/ अहमदाबाद , 09 अगस्त । मध्यप्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में इन दिनों लगातार बारिश और बाढ़ की स्थिति के बीच सभी प्रमुख नदियों समेत बरसाती नदियां उफान पर हैं। लगभग सभी जिलों में बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
लगातार बारिश के कारण नर्मदा, ताप्ती, बेतवा, क्षिप्रा समेत सभी नदियां लबालब हाे चुकी हैं। कई स्थानों पर बांधों के गेट खोले गए हैं।
वहीं उज्जैन और झाबुआ जिले में पिछले दो दिनों से बहुत तेज बारिश के कारण सभी नदी नाले उफान पर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली और टेलीफोन कनेक्शन भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने सभी को अलर्ट पर रहने के दिशानिर्देश दिये हैं।
बीती रात हुई भारी बारिश से झाबुआ जिला मुख्यालय भी पूरी तरह पानी-पानी हो गया है। यहां बस स्टैंड के पीछे नाले में एक ट्रक बह गया, जिसे जेसीबी की मदद से निकाला गया। अनास नदी उफान पर है, जिसके चलते नदी किनारे रहने वाले किसानों के खेतों में पानी घुस गया।
इसी प्रकार उज्जैन में भारी बारिश के कारण क्षिप्रा नदी अपने पूरे उफान पर है और गंभीर डेम पूरी तरह से लबालब भर गया है ।
अहमदाबाद से खबर है कि , नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध पर गेट लगाये जाने के दो साल से भी अधिक समय बाद ऊपर से काफी पानी आने पर शुक्रवार की सुबह को उसके 30 गेटों में 26 खोल दिये गये। गुजरात सरकार ने यह जानकारी दी।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनने के लिए शुक्रवार को तड़के नर्मदा जिले में केवड़िया के समीप बांध पर पहुंचे।
इन गेटों को लगाये जाने से पहले बांध की ऊचाई 121.92 मीटर थी । वर्ष 2017 में इन गेटों को लगाये जाने के बाद उसकी ऊंचाई बढ़कर 138.72 मीटर हो गयी।
मार्च, 2017 में राज्य सरकार ने विधानसभा को बताया कि सरदार सरोवर बांध पर 30 गेट लगाने का काम पूरा हो चुका है। उस साल जून में राज्य सरकार को इस बांध पर गेट लगाने की मंजूरी मिली थी।
पटेल ने कहा कि वैसे नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण ने बांध में 131 मीटर तक ही पानी भरने की अनुमति दी है। राज्य सरकार को उसे पूरी तरह भरने के संबंध में अलग से अनुमति लेनी होगी।
गुजरात सरकार ने एक बयान में कहा कि मध्यप्रदेश से प्रचुर पानी आने के कारण बांध में जलभंडार आधी रात को 131.5 मीटर तक पहुंच गया जिसके बाद रूपाणी एवं पटेल की उपस्थिति में सुबह को 26 गेट खोल दिये गये।
रूपाणी ने कहा, ‘‘ पहली बार जल भंडार 131.5 मीटर तक पहुंच गया। यही वजह है कि हमने गेट खोल दिये। गुजरात ने बांध इस स्तर तक भरकर अपना अभियांत्रिकी कोशल साबित किया है। नदी में पानी छोड़ने के अलावा हम मुख्य नहर में भी पानी छोड़ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के निचले हिस्से में पानी छोड़ने को लेकर प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है और एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है।
राज्य के कई हिस्सों में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। सरकार ने कहा है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल के क्रमश: 18 और 11 दल लोगों की मदद के लिए विभिन्न स्थानों पर तैनात किये गये हैं।