जम्मू-कश्मीर के 14 जिलों में NIA ने आतंकवादियों को धन उपलब्ध कराने के मामले में जमात-ए-इस्लामी के धर्मार्थ ट्रस्टों के कार्यालयों,सदस्यों के आवासों पर छापे मारे attacknews.in

श्रीनगर, 08 अगस्त । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवाद के वित्तपोषण के मामले में रविवार को जम्मू-कश्मीर के 14 जिलों में 40 से अधिक स्थानों पर छापे मारे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सहायता से एनआईए अधिकारियों ने जमात-ए-इस्लामी के कुछ धर्मार्थ ट्रस्टों के कार्यालयों और इसके सदस्यों के आवासों पर छापे मारे। केंद्र ने आतंकवादियों के साथ संबंध रखने के मामले में जमात-ए-इस्लामी संगठन को 2019 में प्रतिबंधित कर दिया था। एनआईए ने छापे की कार्रवाई आज तड़के करीब पांच बजे शुरू की।

सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर, बड़गाम, गंदेरबल, बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपुर, अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा और कुलगाम में छापे मारे गये।

उन्होंने कहा, “जम्मू डिवीजन में रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और राजौरी जिलों में छापे मारे गये।”
सूत्रों ने बताया कि ये छापे जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी की गतिविधियों की जांच करने के लिए मारे गये।

सूत्रों ने कहा कि इस साल की शुरुआत में, एनआईए ने जमात कार्यकर्ताओं ,अधिकारियों के खिलाफ पाकिस्तान के इशारे पर आतंकवादी गतिविधियों को कथित रूप से सहायता और बढ़ावा देने के लिए मामला दर्ज किया था।

सूत्रों ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है इस साल की शुरुआत में एनआईए ने जमात कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।पाकिस्तान के इशारे पर आतंकी गतिविधियों में मदद करने का आरोप।

डोडा, किश्तवाड़, रामबन, अनंतनाग, बडगाम, राजौरी, डोडा और शोपियां सहित जम्मू-कश्मीर में अभियान चलाया जा रहा है।

जमात-ए-इस्लामी (JI) के कार्यकर्ताओं के घरों और कार्यालयों में सुबह-सुबह कश्मीर के लगभग सभी जिलों और जम्मू क्षेत्र के कई जिलों में छापे मारे गए, जिनमें रामबन, किस्तवार, डोडा और राजौरी शामिल हैं।

10 जुलाई से पहले, जांचकर्ताओं ने कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों से छह लोगों को गिरफ्तार किया आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्थानीय युवाओं को भर्ती करने की इस्लामिक स्टेट की साजिश में शामिल।

इन अभियानों का पालन किया गया और जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा 11 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया था जिनमे हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन पर अपने दो बेटों के साथ आतंकवादी संपर्क रखने का आरोप है।
फरवरी 2019 में, केंद्र ने 2019 में आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत JI पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था जब पुलवामा में एक आतंकवादी हमले में CR0 CRPF के जवान मारे गए थे।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद, गृह मंत्रालय द्वारा अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत समूह पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना जारी की गई थी।

जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के बाद और अगस्त 2019 में दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित होने से कुछ महीने पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी कार्रवाई में सैकड़ों JII कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारियों ने कहा कि समूह की आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े एक मामले की चल रही जांच के मद्देनजर एनआईए की गुंडों द्वारा नवीनतम अभियान पुलिस और सीआरपीएफ की मदद से चलाया गया।
उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर तलाशी अभी भी जारी है और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।

भारत में धर्मांतरण मामले में होती थी पाकिस्तान से फंडिंग में एटीएस ने गिरफ्तार किए तीन और इरफान शेख, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान तथा राहुल भोला attacknews.in

लखनऊ, 28 जून ।उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने धर्मांतरण मामले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई तथा विदेशी संस्थाओं के इशारे पर लोगों का धर्म परिवर्तन कर उनमें कट्टरता की भावना भरकर सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में सोमवार को तीन और लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मूक बधिरों की भाषा समझने और उन्हें अपनी भाषा में समझाने वाला इरफान मूक बधिरों को ऐसा ज्ञान देने लगा था, जिससे कुछ मूक बधिरों को अपने ही धर्म से नफरत होने लगी थी। उन्होंने बताया कि इरफान मूक बधिरों को इस्लाम का ज्ञान देता था और दूसरे धर्मों की बुराइयां करता था।

एटीएस ने यहां एक बयान में कहा कि गत 20 जून को काजी जहांगीर और उमर गौतम नामक व्यक्तियों को आईएसआई तथा विदेशी संस्थाओं के निर्देश और उनसे प्राप्त होने वाले धन के जरिए लोगों का धर्म परिवर्तन कराकर देश में सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

इन लोगों से पूछताछ में इरफान शेख, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान तथा राहुल भोला नामक व्यक्तियों के नाम सामने आए थे।

बयान के मुताबिक इन लोगों से विस्तृत पूछताछ की गई, जिसके बाद सोमवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगों के कब्जे से धर्मांतरण से संबंधित दस्तावेज, विभिन्न बैंकों की चेक बुक और पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, लैपटॉप तथा मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

एटीएस के मुताबिक इरफान एक दुभाषिया है जो दिल्ली में बाल कल्याण मंत्रालय में काम करता है। इस वजह से मूक-बधिर लोगों के बीच उसकी अच्छी पैठ है। एटीएस का दावा है कि इरफान मूक बधिरों को इस्लाम का ज्ञान देता था और दूसरे धर्मों की बुराइयां करता था।

आतंकवाद रोधी दस्ते के अनुसार, इरफान तरह-तरह के प्रलोभन देकर लोगों को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कहता था। वह उसके बाद उमर गौतम के साथ मिलकर जहांगीर आलम से इस्लामिक दावा सेंटर में धर्मांतरण प्रमाण पत्र बनवाता था।

बयान के अनुसार राहुल भोला भी मूक-बधिर है और वह इरफान के साथ मिलकर मूक-बधिरों को धर्मांतरण की तरफ प्रेरित करता था और उसी ने मन्नू यादव का धर्म परिवर्तन कराया था। मन्नू यादव भी मूक बधिर है और उसने आदित्य गुप्ता का धर्मांतरण कराया था।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के इशारे पर रियासी जिले में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की साजिश के लिए दो आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किये attacknews.in

जम्मू, 27 जून । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के इशारे पर रियासी जिले में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की साजिश के लिए दो आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी देवल के मोहम्मद यूसुफ और लार के मोहम्मद अशरफ के खिलाफ शनिवार को तीसरे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जम्मू की अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया।

उन्होंने बताया कि इस साल एक जनवरी को महोरे थाने को रियासी जिले में उसके अधिकार क्षेत्र में आतंकवाद के फिर से सिर उठाने के बारे में खुफिया सूचना मिली थी।

अधिकारी ने बताया कि तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने यूसुफ और अशरफ को पकड़ा, जिसने लगातार पूछताछ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी तालिब हुसैन के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया, जो दो दशक पहले महोर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चला गया था।

उन्होंने बताया कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से हुसैन के लगातार संपर्क में थे और जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने और एक बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।

अधिकारी ने बताया कि उसके ठिकाने से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया जिसमें मैगजीन के साथ चीनी पिस्तौल, कारतूस और ग्रेनेड भी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

जम्मू में आतंकी हमले के लिए साज़िश में गिरफ्तार लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी को हमलों को अंजाम देने के लिए विस्फोटकों की दी गई थी खेप attacknews.in

जम्मू, 27 जून । जम्मू -कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह (डीजीपी) ने रविवार को पांच किलो त्वरित शक्तिशाली विस्फोटक (आईईडी) की बरामदगी के बाद कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी को आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए विस्फोटकों की खेप दी गई थी।

डीजीपी सिंह ने कहा, “जम्मू पुलिस ने पांच से छह किलाे आईईडी बरामद किया। यह लश्कर के आतंकवादियों से मिला और इसे भीड़भाड वाले स्थान पर लगाया जाना था” उन्होंने कहा आईईडी की बरामदगी से एक बड़ा आतंकवादी हमला होने से टल गया।

पुलिस प्रमुख ने कहा, “पूछताछ के दौरान संदिग्ध को पकड़ लिया गया और इस मामले में और भी संदिग्धों के पकड़े जाने की संभावना जतायी जा रही है।”

पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ जम्मू हवाई अड्डा क्षेत्र में हुए विस्फोटों की जांच पर भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू हवाई क्षेत्र में दोनों धमाकों में ड्रोन के जरिए विस्फोटक सामग्री गिराने की आशंका जताई गयी है।

डीजीपी ने कहा कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जम्मू के सतवारी पुलिस थाना में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

जम्मू पुलिस ने शहर के बाहरी इलाके नरवाल में एक आतंकवादी को विस्फोटक के साथ गिरफ्तार कर एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की घटना को नाकाम कर दिया है। विशेष अभियान समूह की टीम ने शनिवार शाम को विस्फोटक के साथ एक आतंकी को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि आतंकवादी को प्रमुख शॉपिंग मॉल के पास से हथियार, गोला-बारूद और पांच किलो आईईडी के साथ गिरफ्तार किया गया।

पाकिस्तानी ड्रोन ने हमला कर जम्मू हवाईअड्डे के वायुसेना के अधिकार क्षेत्र वाले हिस्से में कर दिए दो विस्फोट, हो रही हैं जांच,2 संदिग्ध गिरफ्तार attacknews.in

नयी दिल्ली/जम्मू 27 जून । जम्मू वायु सेना हवाई अड्डे पर हुए विस्फोट के करीब पांच घंटे के भीतर मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने यहां शहर के बाहरी इलाके बेलीचेराना से दो संदिग्धों काे गिरफ्तार किया है।

जम्मू में उच्च सुरक्षा वाले हवाईअड्डे के वायुसेना के अधिकार क्षेत्र वाले हिस्से में रविवार तड़के लगातार दो विस्फोट हुए और भारतीय वायुसेना इस बारे में जांच कर रही है कि क्या यह कोई आतंकी हमला था।

उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में विस्फोटक गिराने में ड्रोन के संभावित इस्तेमाल की भी पड़ताल कर रहे हैं। इस हवाई प्रतिष्ठान में वायुसेना की विभिन्न संपत्तियां हैं।

अधिकारियों ने बताया कि पहला विस्फोट तड़के एक बजकर 40 मिनट के आसपास हुआ जिससे हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत ढह गई। इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना उठाती है और दूसरा विस्फोट पांच मिनट बाद जमीन पर हुआ।

सूत्रों के मुताबिक विस्फोट में वायुसेना के दो कर्मी मामूली रूप से घायल हो गए।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने बताया कि उन्होंने वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से विस्फोटों के संबंध में बात की।

भारतीय वायुसेना ने ट्वीट किया कि जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के “कम तीव्रता वाले दो विस्फोट” होने की सूचना मिली। इनमें से एक विस्फोट में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा, जबकि दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ।

वायुसेना ने कहा, “किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। असैन्य एजेंसियों के साथ मिलकर जांच की जा रही है।’’

रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू में वायुसेना स्टेशन में आज हुई घटना के बारे में वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने जम्मू पहुंच रहे हैं।’’

अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटों में आतंकवादी नेटवर्क की संभावित संलिप्तता समेत विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया को विस्फोटों के बारे में अवगत कराया गया है। वायुसेना प्रमुख शनिवार से बांग्लादेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।

इससे पहले, रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जम्मू में वायुसेना स्टेशन में धमाके की खबर मिली है। इसमें कोई जवान हताहत नहीं हुआ है और न ही कोई साजो-सामान क्षतिग्रस्त हुआ है। जांच चल रही है और विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।’’

घटना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को कुछ ही मिनटों में सील कर दिया। सूत्रों ने बताया कि हवाई प्रतिष्ठान में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई।

वायुसेना, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) सहित विभिन्न एजेंसियों की जांच टीम भी हवाई प्रतिष्ठान पहुंच गयी हैं।

जम्मू हवाई अड्डा एक असैन्य हवाई अड्डा है।

जम्मू हवाईअड्डे के निदेशक प्रवत रंजन बेउरिया ने बताया कि विस्फोट के कारण उड़ानों के परिचालन में दिक्कत नहीं हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू से आने-जाने वाली उड़ानों का तय कार्यक्रम के मुताबिक परिचालन हो रहा है।’

जम्मू वायुसेना स्टेशन पर विस्फोट में एनआईए ने किया दो संदिग्धों को गिरफ्तार

देश में अपनी तरह के पहले हमले में, जम्मू में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) बेस पर विस्फोटकों को एयरड्रॉप करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण रविवार को तड़के दो कम तीव्रता वाले विस्फोट हुए, जिनमें दो सैनिक घायल हो गये।

एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू वायुसेना स्टेशन के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में अपराह्न करीब सवा दो बजे कम तीव्रता वाले दो विस्फोट हुए।

विश्वसनीय सूत्रों ने कहा, “एनआईए की टीम ने वायुसेना स्टेशन विस्फोट की घटना में बेलीचेराना इलाके से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है।”

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया था कि पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ जम्मू हवाई क्षेत्र में हुए विस्फोटों पर भी काम कर रही है।

उन्होंने कहा, “जम्मू हवाई क्षेत्र में दोनों विस्फोटों में ड्रोन के इस्तेमाल से विस्फोटक सामग्री गिराये जाने का संदेह है।”

वायु सेना के अधिकारियों ने अपने ट्वीट में कहा कि एक विस्फोट से एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा जबकि दूसरा विस्फोट एक खुले क्षेत्र में हुआ।

अधिकारी ने कहा, “विस्फोट के कारण छत और खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

वायु सेना के दो जवान डब्ल्यूओ अरविंद सिंह और एलएसी एस के सिंह को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है।

आईएएफ ने स्पष्ट किया कि इस हमले में किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। नागरिक एजेंसियों के साथ जांच जारी है।

यह घटना रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचने से कुछ घंटे पहले हुई थी जो केंद्र शासित प्रदेश में और सीमाओं पर समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए लद्दाख पहुंचे हैं।

जम्मू वायु सेना स्टेशन पर हमले के बीच कश्मीर में चेतावनी जारी

जम्मू वायु सेना स्टेशन पर रविवार को एक ड्रोन हमले के मद्देनजर ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में ताजा चेतावनी जारी की गयी है। वायु सेना स्टेशन हमले में दो लोग घायल हुए हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी में सुरक्षा बल और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हवाई क्षेत्रों सहित संवेदनशील स्थानों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस सप्ताह अभी तक चार आतंकवादी हमले हुए हैं जिनमें एक सीआईडी अधिकारी सहित दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए है और श्रीनगर में कई नागरिक मारे गए हैं।

जम्मू वायु सेना स्टेशन में ड्रोन से हमला, आईएएफ ने दो विस्फोट की पुष्टि की

रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह ने जम्मू वायु सेना स्टेशन पर आज ड्रोन हमले के संबंध में वाइस एयर चीफ, एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने खुद जम्मू पहुंच रहे हैं।”

रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया, “रक्षा मंत्री श्री राज नाथ सिंह ने जम्मू वायु सेना स्टेशन पर आज की घटना के संबंध में वाइस एयर चीफ, एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने खुद जम्मू पहुंच रहे हैं।”

गौरतलब है कि जम्मू स्थित भारतीय वायु सेना अड्डे पर रविवार को हुए दो विस्फोटों में दो कर्मचारी घायल हो गए और इमारत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। देश में यह अपनी तरह का पहला हमला है जब जम्मू वायु सेना स्टेशन पर विस्फोटकों को ड्रोन के जरिए गिराया गया। विस्फोट में दो कर्मचारी घायल हो गए और इमारत का एक तरफ का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।

एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू वायु सेना स्टेशन के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में आज लगभग एक बजकर 40 मिनट पर कम तीव्रता वाले दो विस्फोट हुए। वायु सेना ने ट्वीट में कहा, “विस्फोटकों में से एक ने इमारत की छत को मामूली क्षति पहुंचाई जबकि दूसरा खुले क्षेत्र में विस्फोट हुआ।

अधिकारी ने कहा कि विस्फोट के कारण छत के पंखे और खिड़कियों के शीशे टूट गए। विस्फोट में वायु सेना के दो कर्मचारी डब्ल्यूओ अरविंद सिंह और एलएसी एस के सिंह को मामूली चोटें आयी। उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गयी। आईएएफ ने स्पष्ट किया कि विस्फोट से किसी उपकरण को क्षति नहीं पहुंची। सिविल एजेंसियों के साथ जांच जारी है।

इस बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा जम्मू में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए त्वरित शक्तिशाली विस्फोटक (आईईडी) का इस्तेमाल कर रहा है।

जम्मू -कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह (डीजीपी) ने कहा पुलिस ने पांच से छह किलाे आईईडी बरामद किया। यह लश्कर के आतंकवादियों से मिला और इसे भीड़भाड वाले स्थान पर लगाया जाना था”

उन्होंने कहा आईईडी बरामदगी की यह घटना रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचने से कुछ घंटे पहले हुई थी जो केंद्र शासित प्रदेश में और सीमाओं पर समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए लद्दाख पहुंचे हैं।

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने सोपोर के मुख्य चौक पर पुलिस की नाका पार्टी पर दिनदिहाड़े किया हमला,2 जवान शहीद,3 नागरिकों की मौत attacknews.in

बारामूला, 12 जून। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में शनिवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस पर आतंकवादी हमले में दो कांस्टेबल और तीन नागरिक मारे गए और एक अधिकारी सहित दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने सोपोर के मुख्य चौक पर एक नाका पार्टी पर दिनदिहाड़े किया।

आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हमले में शामिल लश्कर के आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें मार गिराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि श्री मुकेश कुमार के नेतृत्व में सोपोर पुलिस थाने की एक टीम ने आज बारामूला जिले के सोपाेर में कोविड-19 प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए एक नाका स्थापित किया था।

उन्होंने कहा कि हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के चार कर्मी और तीन नागरिक घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की लेकिन आतंकवादी फरार हो गए।

घायलों को तुरंत सोपोर उप जिला अस्पताल (एसडीएच) ले जाया गया, जहां दो पुलिसकर्मियों और दो नागरिकों को मृत घोषित कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि मृत पुलिसकर्मियों की पहचान श्रीनगर के नरबल निवासी कांस्टेबल शौकत अहमद और बड़गाम के चदूरा निवासी वसीम अहमद के रूप में हुई है। घायलों में उपनिरीक्षक मुकेश कुमार और विशेष पुलिस अधिकारी हैं।

उन्होंने कहा कि हमले के जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है।

इस बीच, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अपनी पार्टी के अध्यक्ष सईद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रमुख सज्जाद गनी लोन ने हमले की कड़ी निंदा की है। ।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों ने सोपोर के मुख्य चौराहे पर पुलिस के गश्ती दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की। रोड ओपनिंग पार्टी और गश्ती दल के जवानों की जवाबी कार्रवाई से पहले ही हमलावर वहां से भाग निकले। हमले में पुलिस के चार जवान और तीन नागरिक घायल हो गये। सभी घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया , जहां डॉक्टरों ने दो जवान और दो नागरिकों को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायल जवान तथा नागरिकों की हालत गंभीर बनी हुई है।

जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर को उड़ाने की साजिश नाकाम:सुरक्षा बलों ने शक्तिशाली आईईडी का पता लगा और निष्क्रिय कर एक बड़ा विस्फोट होने से रोका attacknews.in

 

श्रीनगर 05 जून । जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सुरक्षा बलों ने शनिवार को एक शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) का पता लगा और उसे निष्क्रिय कर एक बड़ा विस्फोट होने से रोक दिया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के चनापोरा पुलिस चौकी से कुछ ही दूर सरकारी क्वार्टर के पास आज एक आईईडी का पता चला। उन्होंने बताया कि बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) को तुरंत बुलाया गया। आईईडी एक बक्से के अंदर रखा हुआ था। उसे बाद में बिना किसी नुकसान के निष्क्रिय कर दिया गया।

समय रहते आईडी का पता चलने के बाद जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शनिवार को चनापोरा पुलिस पोस्ट के पास बड़ा हादसा होने बच गया. मौके पर पहुंचे बम-निरोधक दस्ते ने आईडी को निष्क्रिय कर दिया. दरअसल, पुलिस और सुरक्षाबलों को चनापोरा पुलिस पोस्ट के नजदीक संदिग्ध वस्तु मिली थी।

बाद में जांच करने पर पता चला कि वह आईडी है, फिर बम-निरोधक दस्ते को बुलाया गया, जिन्होंने सावधानी बरतते हुए आईईडी को निष्क्रिय किया. किसी तरह की कोआ अनहोनी ना हो, इसलिए वहां आसपास के लोगों को भी दूर हटा दिया था।

इससे एक दिन पहले शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के मनयाल इलाके में  सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ करके वहां से एक एके-47 राइफल समेत पांच आग्नेयास्त्र और कुछ अन्य आपत्तिजनक चीजें बरामद की थीं।

उन्होंने बताया कि भारतीय सेना और पुलिस ने थानामंडी के आजमताबाद क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों में संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलने के बाद मनयाल, डाना और कोपरा में तलाशी अभियान शुरू किया गया था।

अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान संयुक्त दल ने मनयाल में एक ठिकाने का भंडाफोड़ किया और चार पिस्तौल के साथ आठ मैगजीन और 105 गोलियां बरामद की. इसके अलावा एक एके राइफल, दो मैगजीन और 54 गोलियां तथा रस्सी बरामद हुई. इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में पाकिस्तान और अफगानिस्तान अल-कायदा के कट्टर आतंकवादियो की पनाहगाह;संगठन का सरगना आयमन मोहम्मद रबी अल-जवाहिरी भी यही कहीं छिपा है attacknews.in

 

संयुक्त राष्ट्र, पांच जून । संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक आतंकवादी संगठन अलकायदा के अधिकतर कट्टर आतंकवादी अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमाई क्षेत्र में रह रहे हैं, इनमें संगठन का पूर्व सरगना आयमन अल जवाहिरी भी शामिल है। माना जाता है कि जवाहिरी जिंदा है और बेहद कमजोर है।

यह रिपोर्ट शुक्रवार को जारी की गयी। इसमें कहा गया है कि तालिबान से जुड़े अलकायदा के आतंकवादी और अन्य विदेशी चरमपंथी अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में रह रहे है।

अलकायदा आतंकवादी आयमन मोहम्मद रबी अल-जवाहिरी के बारे में माना जा रहा कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमाई क्षेत्र में कहीं छिपा है। पूर्व में खराब स्वास्थ्य के कारण उसकी मौत की खबरें आयी थीं लेकिन उसकी पुष्टि नहीं हो पायी।

रिपोर्ट के मुताबिक जवाहिरी जिंदा है लेकिन इतना कमजोर हो गया है कि उसके बारे में नहीं बताया जाता है। रिपोर्ट में देश का नाम नहीं बताया गया है।

अलकायदा के नेतृत्व में मूल रूप से गैर अफगान लोग हैं और इसमें उत्तरी अफ्रीका और पश्चिम एशियाई देशों के नागरिक हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘सदस्य देशों का आकलन है कि अलकायदा और तालिबान के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच वर्तमान में औपचारिक वार्ता नहीं हो रही। वहीं, एक सदस्य देश ने कहा है कि शांति प्रक्रिया को लेकर तालिबान और अलकायदा के बीच लगातार संवाद हो रहा है।’’

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा तालिबान की सरपरस्ती में अफगानिस्तान के कंधार, हेलमंद और निमरूज प्रांतों में सक्रिय है।

इस समूह में अफगान और पाकिस्तानी नागरिकों के अलावा बांग्लादेश, भारत और म्यांमा के भी आतंकी है। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा का वर्तमान नेता ओसामा महमूद है और उसने असीम उमर की जगह ली है।

पुलवामा जिले के त्राल में आतंकवादियों ने की भाजपा पार्षद की हत्या attacknews.in

 

श्रीनगर 02 जून । केन्द्र शासित जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में बुधवार देर शाम संदिग्ध उग्रवादियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नगर पार्षद की हत्या कर दी और एक महिला को घायल कर दिया।

इस बीच पुलिस प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि पार्षद श्रीनगर में दो पीएसओ और एक सुरक्षित होटल आवास की सुधाव दिए जाने के बावजूद, वह बिना किसी सुरक्षा के त्राल चले गए थे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज देर शाम त्राल में तीन संदिग्ध आतंकवादियों ने भाजपा नगर पार्षद राकेश पंडिता पर गोली चला दी।

उन्होंने कहा, “इस घटना में पंडिता और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां भाजपा नेता को मृत घोषित कर दिया गया।”

उन्होंने बताया कि संदिग्ध आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठा कर भागने में सफल रहे। सुरक्षा बलों को इलाके में भेजा गया है तथा हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। “श्री पंडिता त्राल में अपने दोस्त से मिलने जा रहे थे।”

उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी घटनाओं की साजिश रचने में हिजबुल मुजाहिदीन की सहायता करने वाले सहयोगियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 मई ।राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी घटनाओं के लिए साजिश रचने में हिजबुल मुजाहिदीन की सहायता करने वाले जम्मू-कश्मीर के दो निवासियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है।

एनआईए ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (राेकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत लखनऊ की एक विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किये गये हैं।

आरोपी निसार अहमद शेख जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के बोनास्तान गांव का निवासी है और दूसरा आरोपी निवासी निशाद अहमद बट हुंजाला गांव का रहने वाला है।

अधिकारियों ने आरोप पत्र में बताया कि एनआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपियों शेख और बट ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी ओसामा बिन जावेद को आश्रय दिया था और उसकी सहायता की थी। बाद में ओसामा बिन जावेद मुठभेड़ में मारा गया था।

एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “ओसामा बिन जावेद और हिजबुल मुजाहिदीन के अन्य आतंकवादियों के लिए शेख सुरक्षित यातायात का प्रबंध करता था और बट उनके ठहरने की व्यवस्था करता था। बट हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय देने के लिए अपने घर में गुप्त स्थान मुहैया कराता था।”

सुरक्षा बलों ने मध्य कश्मीर में गंदेरबल के नारानाग जंगल इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया attacknews.in

श्रीनगर 26 मई ।सुरक्षा बलों ने बुधवार को मध्य कश्मीर में गंदेरबल के नारानाग जंगल इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया। इस दौरान ग्रेनेड , मेगजीन और एके 47 राइफल की 30 राउंड गोलियां तथा काफी संख्या में विस्फोटक बरामद किया गया।

जम्मू कश्मीर में आतंकियों के उत्पात को देखते हुए सुरक्षाबलों द्वारा उनके सफाए का काम भी जारी है। बीते दिनों ही जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके के वेलू में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में लश्कर के तीन आतंकवादी फंसे हुए थे। बाद में इन तीनों को मार गिराया गया।

वहीं उससे पहले एलओसी से सटे पूंछ में पुलिस और सेना ने मिलकर आतंकवादियों पर बड़ी कार्रवाई की थी। यहां बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किया गया। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने बड़े आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया। पुंछ में एक आतंकवादी ठिकाने से सुरक्षा बलों ने 19 हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे।

जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों ने आईईडी विस्फोट किया,किसी के हताहत होने की काेई रिपोर्ट नहीं है और इसकी आवाज पूरे क्षेत्र में सुनाई पड़ी attacknews.in

श्रीनगर, 16 मई । जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार को आतंकवादियों ने आईईडी विस्फोट किया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज सुबह शोपियां के तुरकावंगाम में सुरक्षा बलों के एक वाहन के समीप कम तीव्रता वाला आईईडी विस्फोट किया जिसके बाद क्षेत्र में भय का माहौल है।

सूत्रों ने बताया कि विस्फोट में किसी के हताहत होने की काेई रिपोर्ट नहीं है और इसकी आवाज पूरे क्षेत्र में सुनाई पड़ी।

उन्होंने बताया कि विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए क्षेत्र में अभियान शुरू किया गया है।

इससे एक दिन पहले शनिवार को पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के पास से एक शक्तिशाली आईईडी बरामद किया।

ये आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में यह आईडी विस्फोट करने की योजना बना रहे थे।

पुलवामा में 10 किलोग्राम वजनी IED बरामद;जम्मू-कश्मीर को एकबार फिर से दहलाने का पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा अंजाम देने के षड्यंत्र को पुलिस ने किया विफल attacknews.in

श्रीनगर, 15 मई । जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में शनिवार को 10 किलोग्राम वजन का एक आईईडी बरामद किया गया। वहीं पुलिस ने दावा किया कि उसने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक हमले को अंजाम देने का षड्यंत्र विफल कर दिया।

एक अधिकारी ने कहा कि आईईडी को इस गुप्त सूचना पर बरामद किया गया कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद हमले को अंजाम देने का षड्यंत्र रच रहा है।

अधिकारी ने कहा कि कुछ संदिग्धों से पूछताछ की गई और पुलवामा में 10 किलोग्राम वजन का एक आईईडी बरामद किया गया।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को कहा कि वह उन तत्वों पर करीब से नजर रख रही है जो फलस्तीन के हालात का लाभ उठाकर घाटी (Valley) की शांति और कानून व्यवस्था को भंग करने का प्रयास कर सकते हैं।

पुलिस ने कहा कि इस मुद्दे पर हिंसा और अराजकता फैलाने के लिए लोगों की नाराजगी को भड़का कर उसका फायदा उठाने की अनुमति नहीं दी जाएगी

पुलिस ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर उन ‘गैर जिम्मेदाराना’ टिप्पणियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिनकी वजह से वास्तव में हिंसा भड़केगी और कोविड-19 नियमों सहित कानून टूटेगा।

यहां जारी बयान में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस उन तत्वों पर करीब से नजर रखे हुए है जो फलस्तीन में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का लाभ कश्मीर घाटी में शांति और कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश में लगे हुए हैं।

बयान में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस पेशेवर है और जन आक्रोश के प्रति संवेदनशील है लेकिन कानून व्यवस्था को कायम रखना भी उसकी जिम्मेदारी है।

बयान में कहा गया कि कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने लोगों से सहयोग की अपील की है।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा:ISIS केवल एक क्षेत्रीय आतंकवादी संगठन नहीं, बल्कि एक वैश्विक गिरोह है,जिससे संबद्ध संगठन दुनिया भर में सक्रिय attacknews.in

संयुक्त राष्ट्र, 12 मई ।भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि इस्लामिक स्टेट केवल एक क्षेत्रीय आतंकवादी संगठन नहीं है बल्कि एक वैश्विक गिरोह है, जिससे संबद्ध संगठन दुनिया भर में सक्रिय हैं।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि-राजनीतिक समन्वयक आर रविंदर ने सोमवार को कहा कि आतंकवादी कृत्यों की जवाबदेही तय करने और आंतकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से ही इस संकट के खिलाफ वैश्विक लड़ाई की विश्वसनीयता को मजबूत किया जा सकता है।

डा’एश/आईएसआईएल (यूएनआईटीएडी) के अपराधों की जवाबदेही तय करने के लिए बने जांच दल पर आयोजित सुरक्षा परिषद की बैठक में उन्होंने कहा, ‘‘ इराक और लेवंत में इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल) ने लोगों पर अमानवीय अत्याचार किए हैं। आईएसआईएल के भयावह अपराधों का 39 भारतीय नागरिक भी शिकार हुए हैं।’’

आईएसआईएल को आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) भी कहा जाता है, यह हिंसक विचारधारा वाला एक जिहादी समूह है जो खुद को खलीफा कहता है और सभी मुसलमानों पर धार्मिक अधिकार का दावा करता है।

रविंदर ने कहा कि आईएसआईएल ने इराक और सीरिया में अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में नरसंहार, अत्याचार, बलात्कार, गुलामी कराने और अपहरण जैसे कृत्यों को अंजाम दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए, इस्लामिक स्टेट को सिर्फ एक क्षेत्रीय आतंकवादी संगठन के रूप में नहीं देखा जा सकता है। यह एक वैश्विक गिरोह है, जिसके हमारे पड़ोस सहित दुनिया भर में संबद्ध आतंकवादी संगठन हैं।’’

रविंदर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का यह मानना है कि ‘‘आतंकवाद के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई की विश्वसनीयता केवल आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिए भयावह एवं अमानवीय कृत्यों की जवाबदेही तय करके और उन देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके ही मजबूत हो सकती है, जो इन्हें बढ़ावा दे रहे हैं।’’

वहीं, इराक और लेवंत में इस्लामिक स्टेट द्वारा अंजाम दिए जाने वाले अपराधों की जवाबदेही तय करने वाले संयुक्त राष्ट्र के जांच दल के प्रमुख एवं विशेष सलाहकार करीम असद अहमद खान ने परिषद से कहा कि अपनी स्वतंत्र आपराधिक जांच के आधार पर, यूएनआईटीएडी के पास आईएसअईएल द्वारा यज़ीदी के खिलाफ एक धार्मिक समूह के रूप में नरसंहार करने के ‘‘स्पष्ट एवं पुख्ता सबूत’’ हैं।

रविंदर ने कहा कि आईएसआईएल से संबद्ध आतंकवादियों तथा आतंकवादी संगठनों ने मानवता के खिलाफ भयावह अपराधों को अंजाम दिया है।

उन्होंने कहा कि आईएसआईएल द्वारा जिन अपराधों को अंजाम दिया गया है, उसकी जवाबदेही तय करना इराक में दीर्घकालीक शांति हासिल करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन अल-बद्र आतंकवादी ढेर , एक ने किया समर्पण attacknews.in

श्रीनगर 06 मई । दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन अल-बद्र आतंकवादियों की मौत हो गयी जबकि एक अन्य ने समर्पण कर दिया।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सभी आतंकवादी अल-बद्र समूह में नये भर्ती हुए थे। मृतक आतंकवादियों की पहचान दानिस मीर , मोहम्मद उमेर भट और जैद बशीर के रूप में की गयी है।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स , केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और पुलिस के विशेष अभियान समूह ने बुधवार की शाम शोपियां से करीब 10 किलोमीटर दूर कनिगाम में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया था।

इस बीच शोपियां में भारत संचार निगम लिमिटेड निगम समेत सभी सेल्यूलर कंपनियों की मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गयी।

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान गांव से लगी सभी सड़कों को सील कर दिया गया। आज सुबह सुरक्षा बल के जवान गांव में लक्षित इलाके की ओर बढ़ रहे थे , तभी वहां छुपे आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और हथगोले भी फेंके।

उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों की अपील पर आतंकवादी तौसीफ अहमद ने मुठभेड़ के दौरान समर्पण कर दिया। आतंकवादियों के परिजनों और स्थानीय लोगों ने भी अन्य को समर्पण के लिए कहा , लेकिन वे इसे अनसुना कर लगातार गोलीबारी करते रहे। सुरक्षा बलों ने इसका माकूल जवाब दिया और मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये। मृत आतंकवादियों के शवों को बरामद कर लिया गया है। मुठभेड़ स्थल से हथियार , विस्फोटक और आपराधिक दस्तावेज भी बरामद किया गया है।