कमलनाध पर FIR के बाद कांग्रेस नेताओं ने जिला मुख्यालयों में कोरोना आंकड़े छिपाने के दोषी शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ FIR के लिए पुलिस को आवेदन दिये attacknews.in

भोपाल, 24 मई । मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के दूसरे दिन आज विपक्षी दल के नेताओं ने राजधानी समेत विभिन्न जिला मुख्यालयों पर पुलिस के समक्ष आवेदन लगाकर कोरोना संबंधी वास्तविक आकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

भोपाल में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल यहां पुलिस के समक्ष पहुंचा और आवेदन पत्र प्रस्तुत किया। इसमें आरोप लगाया गया है कि राज्य में कोरोना संबंधी मृत्यु के वास्तविक आकड़े छिपाए जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने इसके लिए मुख्यमंत्री और अन्य संबंधितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

कमलनाथ ने कहा:हम पुलिस FIR से डरने वाले नहीं हैं;रोनी सूरत बनाकर ड्रामेबाज़ी व मुद्दों से ध्यान भटकाने की बजाय शिवराज सिंह चौहान प्रदेश हित में मेरे सवालों का जवाब दे attacknews.in

भोपाल, 23 मई। मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने आज कहा कि वे राज्य की जनता के प्रति भी जवाबदेह हैं और जनता के हितों के लिए लड़ते रहेंगे।

श्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उन पर हमले के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्होंने तो संकट के दौर में सरकार का सहयोग किया है, लेकिन उनकी जवाबदेही जनता के प्रति भी है। वे झूठे आरोपों की परवाह नहीं करते हैं और किसी भी एफआईआर से डरने वाले नहीं हैं।

प्रदेश कांग्रेस की ओर से जारी विज्ञप्ति में श्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संकटकाल के दौरान मौत के आकड़े दबाएं और छिपाएं जाएं, यह सहन नहीं किया जाएगा।

उन्होंने दोहराया कि सरकार को तीन माह के दौरान हुयी मौतों के मामले में जानकारी सार्वजनिक करना चाहिए।

श्री कमलनाथ ने कहा कि श्री चौहान ने उन पर ‘भारतीय कोविड’ शब्द का असत्य आरोप लगाया है। उन्होंने जो कहा है वह अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों और विभिन्न देशों के प्रमुखों के बयान के आधार पर कहा है। जिस कोरोना को पहले चीन का वायरस कहा जाता था, अब केंद्र सरकार की नाकामी के कारण अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों में और कई देशों में इसे भारतीय कोरोना वेरिएंट कहा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यदि वे देशवासियों को वास्तविकता बता रहे हैं, तो इसमें गलत क्या हैं।इसके पहले आज यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस के समक्ष पहुंचा और इसी मामले में श्री कमलनाथ के खिलाफ शिकायत की। दल ने एक शिकायत पत्र देकर आरोप लगाया है कि श्री कमलनाथ ने जो बातें कहीं हैं, वे देशहित में नहीं हैं, इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई होना चाहिए।

रोनी सूरत बनाकर ड्रामेबाज़ी व मुद्दों से ध्यान भटकाने की बजाय मुख्यमंत्री शिवराज जी प्रदेश हित में मेरे सवालों का जवाब दे –

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आरोपो पर पलटवार करते हुए कहा कि रोनी सूरत बनाकर ड्रामेबाज़ी व मुद्दों से ध्यान भटकाने की बजाय शिवराज जी प्रदेश हित में मेरे सवालों का जवाब दे।

-देश,प्रदेश की जनता मोदी जी , शिवराज जी और भाजपा की सच्चाई जानती है कि जब भी देश और प्रदेश के सामने कोई संकट आये, समस्याएं आये उनसे जनता का ध्यान मोड़ने की राजनीति करें , झूठे मुद्दों को हवा दो।

-जब देश और प्रदेश में हजारों लोग बेमौत मारे जा रहे हैं ,तब देश का प्रधानमंत्री आंसू बहाने का नाटक कर रहा है और मुख्यमंत्री “रोनी सूरत” बना कर ड्रामेबाज़ी कर मुझसे जवाब मांग रहे हैं ?

-बेहतर हो शिवराज जी आप मध्य प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता के मुखिया हैं , कोरोना के इस संकटकाल में आप उनकी चिंता करें ,उनके स्वास्थ्य की रक्षा सुनिश्चित करें ,ब्लेक फ़ंगस के इलाज व इंजेक्शन की कमी दूर करे ,जिसमें आप अभी तक असफल साबित हुए हैं , कांग्रेस और विपक्ष से तो आप बाद में निपट लेना।आपने पिछले 16 वर्ष किया ही क्या है सिर्फ़ राजनीति- भाषण व झूठी घोषणाएँ ?

-हेड-लाइन मैनेजमेंट का काम बाद में कर लेना शिवराज सिंह जी।

-पूरा प्रदेश जानता है कि कोरोना के संकट काल में आप कितनी चैन की नींद सोए रहे , आप तो मेरी सरकार के समय कोरोना को डरोना बताकर मेरा मज़ाक़ उड़ाते थे ?जनता-इलाज-ऑक्सीजन-जीवन रक्षक दवाइयों व इंजेक्शन के लिए दर-दर भटकती रही और आप और आपकी सरकार संकट के इस दौर में सिर्फ चैन की नींद सोए रहे ?

-सत्याग्रह आग्रह ,मेरा मास्क-मेरा अभियान ,शारीरिक दूरी के गोले बनाना ,प्रचार रथ पर बैठकर बीच बाजारों में निकल जाना ,संकट के दौर में आपकी इन नौटंकीयों को प्रदेश के हर नागरिक ने देखा है।

-प्रदेश के कई जिलों में कई लोगों ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ा है और आपने आज तक उन पीड़ितों से मिलने की हिम्मत नहीं दिखायी है , इन घटनाओं पर आज तक किसी जांच की घोषणा नहीं की है ? आप जवाब दे कि प्रदेश में बेड-इलाज-ऑक्सीजन-इंजेक्शन के अभाव में कितने लोगों ने दम तोड़ा है ?

-संकट के समय आप और आपकी सरकार मैदान से पूरी तरह से गायब रहे , बैठकों की नौटंकी करते रहे ,आज तीन माह आप प्रदेश की जनता की सुध लेने निकले है , जब हज़ारों लोग प्रदेश में दम तोड़ चुके है ? इस सच्चाई को तो आपकी पार्टी के ही कई नेताओं ने भी समय-समय पर जनता के बीच में उजागर किया है।

-हमने तो संकट के दौर में आपकी सरकार का सहयोग किया है लेकिन हमारी जवाबदारी प्रदेश की जनता के प्रति भी है।हम उनको मरता नहीं छोड़ सकते हैं ,हम आपके झूठ पर मुहर नहीं लगा सकते हैं।हम जनता के हित के लिये लड़ते रहेंगे , हमें आपके झूठे आरोपो की परवाह नहीं है।आपकी किसी भी FIR से हम डरने वाले नहीं है।

-आप प्रदेश में मौत के आंकड़े दबाए व छुपाए ,हम यह सहन नहीं करेंगे।बेहतर होता कि आप मुझ पर झूठे आरोप लगाने के बजाय , मेरी चुनौती स्वीकार कर प्रदेश के मुक्तिधामो व कब्रिस्तानो में इन तीन माह में हुई मौत के आंकड़े को ,रजिस्टर को सार्वजनिक करते ,उस पर तो आपने एक शब्द भी नहीं बोला ?

-आपकी योजनाओं की सच्चाई मै जनता को ना बताऊँ ?

-आप मुझ पर जो भारतीय कोविड शब्द का झूठा आरोप लगा रहे हैं ,उसकी सच्चाई आपको बता दूँ कि मैंने जो कहा है वह अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों व विभिन्न देशों के प्रमुखों के बयान के आधार पर कहा है कि जिस कोरोना को पहले चीन का वायरस कहा जाता था ,अब केंद्र सरकार की नाकामी व निकम्मेपन के कारण और हमारे देश की वर्तमान हालत को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों में और कई देशों में इसे भारतीय कोरोना वैरीअंट कहा जा रहा है ,हमारे देश के कई छात्रों को ,नौकरी करने वालों का कई देशों में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है ,उड़ानों पर प्रतिबंध लग गया है।यदि मैं देशवासियों को वास्तविकता बता रहा हूं तो इसमें गलत क्या है ? भारत को महान बनाने की बात करने वालों ने आज भारत को विश्व भर में बदनाम कर दिया है।
-पूरा प्रदेश देख रहा है कि प्रदेश में कोविड की इस महामारी में किस प्रकार आपकी पार्टी से जुड़े हुए लोग बेड-इंजेक्शन-जीवन रक्षक दवाइयां व उपकरणों की कालाबाजारी में पकड़े जा रहे हैं , आपदा में अवसर तलाश रहे है ?

-आप तो जवाब दें कि प्रदेश में ऑक्सीजन,इलाज,बेड ,जीवन रक्षक दवाइयों व उपकरणों के अभाव में जितनी भी मौतें हुई है ,उसका दोषी कौन है ? उसके लिए कौन जिम्मेदार है ? आप पर तो समाज द्रोह , राज्य द्रोह की कार्यवाही होना चाहिये ?

-जब डब्ल्यूएचओ सहित तमाम मीडिया रिपोर्टों ने कोरोना की दूसरी लहर की चेतावनी अक्टुबर माह में ही दे दी थी तो आपने प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता ,उत्पादन ,इलाज ,बेड व जीवन रक्षक दवाइयों का पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं किया ? आपकी प्रदेश में एक वर्ष से सरकार है ,आप प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ राजनीति में लगे रहे ,पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार में व दमोह उपचुनाव में लगे रहे हैं और प्रदेश की जनता से आज माफी मांगने की बजाय ,मुझसे सवाल कर रहे हैं ?

-आज प्रदेश में हर वर्ग परेशान है ,किसान परेशान है ,आप बताएं कि संकटकाल में आपने उनके लिए क्या किया ?

-लेकिन आप यह सब नहीं करेंगे ,आप तो देशद्रोह-राष्ट्रद्रोह की बात कर मुद्दों से भटकाने का काम करेंगे जिसमें आप माहिर है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की 22 मई को उज्जैन में मीडिया से चर्चा –

-आज मै महाकाल दर्शन करने आया हूँ , प्रदेशवासियो को कोरोना महामारी से मुक्ति मिले , उनके स्वास्थ्य, समृद्धि व ख़ुशहाली समृद्धि की कामना के लिए आया हूँ।

-आज प्रदेशवासी सरकार के भरोसे नहीं , भगवान भरोसे है।

  • किस तरह हमारा भारत आज भाजपा सरकार के कारण विश्व भर में बदनाम हो रहा है।पहले चीन का कोरोना कहा जाता था ,आज पूरे विश्व में सारी मीडिया रिपोर्ट ने इसका नाम भारतीय वैरीअंट कोरोना लिख दिया है।कई देशों के प्रमुख इसे भारतीय वैरीअंट के नाम से पुकार रहे हैं।हमारे देश के कई छात्र व जो नौकरी कर रहे है वो वापस नहीं जा पा रहे है।कुछ भारतीय जो विदेशों में टैक्सी चलाते हैं ,उनकी टैक्सी में लोग बैठने को तैयार नहीं है ? यह जो भारत महान बनाने की बात बाद करते थे , उनकी असलियत सामने आ रही है ?

-आज सरकार कोरोना से नहीं लड़ रही है , आलोचना से लड़ रही हैं , मीडिया के लोगों को भी दबाया जा रहा है ,उन पर भी प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं।
-यह आज इमेज मैनेजमेंट में लगे हैं।

-मोदी जी खुद को विश्वगुरु बताते थे ,कहते थे कोरोना की लड़ाई हम जीत गयें ? 6.60 लाख वैक्सीन का निर्यात कर दिया ? आज देशवासी वैक्सीन के लिये भटक रहे है ?

-हमारा छोटा-मध्यमवर्गीय व्यापारी ,किसान युवा ,बेरोजगार नौजवान परेशान है ,अर्थव्यवस्था चौपट है। कई लोगों ने अपनो को खोया है और आगे आने वाला आर्थिक प्रभाव प्रदेश और देश को कहां ले जाएगा , हमें उसकी भी चिंता है ?

-मैंने कल ही प्रश्न पूछा था कि कोरोना के मौत के आंकड़े क्यों दबाए-छुपाए जा रहे हैं ?मैंने कल ही कहा था कि कितने शव मुक्तिधाम-कब्रिस्तान में आये है ,इसका रिकॉर्ड दे दीजिए ,जनता खुद फैसला कर लेगी?

-आज जनता के पास इलाज के पैसे नहीं ,लोग बर्बाद हो गए , शव के अंतिम संस्कार तक के पैसे नहीं , अब वह क्या मृत्यु के प्रमाण पत्र के लिए दर-दर भटकेगी ?

-मेने प्रदेश के सभी 52 जिलों से जानकारी बुलायी है , जिसमें एक लाख 27 हज़ार शव मार्च और अप्रैल में मुक्तिधाम और कब्रिस्तान में पहुंचे है।मेरे हिसाब से उसमें से 80% की मृत्यु कोविड से हुई।

-शिवराज जी ने कहा कि जिनकी कोरोना से मृत्यु हुई , उन्हें एक लाख की अनुग्रह राशि देंगे।मैंने कहा एक लाख नहीं 5 लाख दीजिए और किस सर्टिफिकेट पर आप देंगे , किस आधार पर देंगे , यह भी बताइये ?
आप जो भी शपथ पत्र दे कि मेरे परिवार के सदस्य की मृत्यु कोरोना से हुई है , उसे 5 लाख दीजिये।यह सिर्फ घोषणा कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं ,इस सच्चाई को प्रदेश की जनता को समझना है।

-आज किसान के साथ कितना अन्याय हो रहा है ,गेहूं खरीदी में उसके साथ क्या हो रहा है ,छोटे व्यापारियों का क्या हो रहा है ,इन सब की मुझे चिंता है ,मैंने महाकाल मंदिर में दर्शन कर सभी की ख़ुशहाली की प्रार्थना की है।

-आज हमारे सामने दो चुनौती है ,पहली टेस्टिंग के अभाव में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है ,रिपोर्ट 5 -6 दिन में आ रही है , दूसरी वैक्सीन की कमी की ? 18 से 44 वर्ष की घोषणा जब हुई ,जब पश्चिम बंगाल मैं आखिरी चरण का चुनाव था ,युवा मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए झूठ बोला गया , तब तक तो वैक्सीन का आर्डर तक नहीं दिया था और आज मोदी जी के फोटो लगे प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं और जनता से पैसे वसूले जा रहे हैं ?

-नरोत्तम मिश्रा मुझसे प्रमाण मांग रहे है ,आपके पास तो रिकॉर्ड है ,आप शमशान ,मुक्तिधाम ,कब्रस्तान के रिकॉर्ड और रजिस्टर को सार्वजनिक करिए ,मुझे गलत साबित करिये ,मैं माफी मांग लूंगा।

-मैं प्रदेश की जनता के साथ खड़ा हूं मुझे किसी f.i.r. व मुकदमे से डर नहीं लगता है।

-आज हमारी सरकार होती तो हम इंजेक्शन का बफ़र स्टॉक बनाते ,केयर सेंटर बनाते ,ऑक्सीजन की भरपूर व्यवस्था करते ,आइसोलेशन सेंटर बनाते ,इलाज-बेड की पर्याप्त व्यवस्था करते ,हम तमाम चेतावनियो को नजरअंदाज नहीं करते ,लोगों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने का पर्याप्त इंतजाम करते।

-मध्य प्रदेश की 70% अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधारित है ।ये किसान सम्मान निधि के नाम पर एक तरफ़ दो हज़ार रुपये की राशि दे रहे है और दूसरी तरफ डीजल-बीज और खाद का दाम बढ़ा रहे है ? यह किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
-ये प्रदेश में कोरोना के आँकड़े छुपाने और दबाने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट ज्यादा कर रहे हैं।
-मैं पुलिस के अधिकारियों से भी कहना चाहता हूं कि याद रखें कल के बाद परसों आएगा ,पक्षपातपूर्ण कार्य बंद करें।

-मोदी सरकार पिछले 1 सप्ताह से अपनी गलती को छुपाने और दूसरों पर ढ़ोलने की तैयारी में लग गई है।अब यह स्वास्थ्य को राज्य सरकार का विषय और राज्य सरकारों को हम चेतावनी दे चुके थे , इसमें
लग गये है।जबकि सच्चाई यह है कि यह 2020 में आपदा प्रबंधन कानून लाए थे ,उन्होंने राज्यों से पूरे अधिकार ले लिए थे। ये रेमदेसीविर का एक्सपोर्ट कर रहे थे ,ऑक्सीजन का निर्यात कर रहे थे।

-मै प्रदेश का मुख्यमंत्री था ,मेरे पास सभी तरह की जानकारी थी ,मैं सरकार का प्रमुख था।हनी ट्रैप की सीडी तो प्रदेश में कई लोगों के पास है , ऐसा कई लोग दावा भी करते है।

-मै मध्य प्रदेश का नाम इस स्तर की राजनीति से कलंकित नहीं करना चाहता था। मै चाहता था प्रदेश का नाम रोशन हो ,लोगों में मध्यप्रदेश के प्रति विश्वास बड़े ,उससे प्रदेश में निवेश आता है।

-मोदी जी की असलियत पूरे देश की जनता समझ रही है ,जनता समझ रही कि हर वर्ग के साथ धोखा हुआ है।2014 से हम देख रहे हैं स्कील इंडिया ,मेक इन इंडिया ,डिजिटल इंडिया ,नोटबंदी ,जीएसटी इसकी असलीयत देश की जनता ने देख ली है ,नारों से देश चलने वाला नहीं है ,कलाकारी और गुमराह की राजनीति का अब अंतिम समय आ गया है।
-प्रदेश में एक नया माफिया सामने आया है वो है कोविड माफिया।मेने माफ़ियाओ के ख़िलाफ़ , मिलावट के खिलाफ युद्ध चलाया।

-आज भाजपा से जुड़े हुए लोग जीवन रक्षक दवाइयो-बेड-इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं।

-हनी ट्रैप का मुद्दा व आग लगाने के वीडियो कोरोना से ध्यान हटाने के लिए उछाले जा रहे हैं।

-आज ब्लैक फंगस का इंजेक्शन प्रदेश से गायब है।

-आज जो इनकी आलोचना करें वो देश द्रोही – राज द्रोही।

बच्चों वाली ‘कहानी’ सुनाकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने नरेन्द्र मोदी पर कसा तंज; श्री मोदी राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना के कारण हुयी मौतों पर संवेदना व्यक्त करते समय बेहद भावुक हो गये थे attacknews.in

लखनऊ 23 मई । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिये बगैर फेसबुक वाल पर एक कहानी के जरिये तंज कसा है।

उन्होने लिखा “ किसी ने मुझे एक कहानी लिख कर भेजी – सोचा आप सब के साथ शेयर कर लूँ। एक जहाज तूफान में फंसा हुआ था। कई लोग सबकी आंखों के सामने तूफान में डूब गए। कई लोगों के डूब जाने का खतरा था। जहाज में बैठे लोग, जहाज के छोटे-बड़े कर्मी सब जहाज को डूबने से बचाने में लगे थे। बहुत ही भयावह स्थिति थी फिर भी लोग साथ देकर एक दूसरे की हिम्मत बढ़ाते रहे। सबको ये भरोसा था कि जहाज का कैप्टन भी जहाज को बचाने का भरसक प्रयास कर रहा होगा। जब स्थिति ज्यादा बिगड़ने लगी तो लोगों ने जहाज के कैप्टन से अपील की। लेकिन लोग हतप्रभ रह गए जब उन्हें पता चला कि जहाज का कैप्टन तो गायब है। तमाम चीख-पुकारों, अपीलों को वो अनसुना करते हुए जिम्मेदारी की कुर्सी से उठकर कहीं चला गया था।”
“ मगर लोग, छोटे-बड़े कर्मियों ने आशा नहीं छोड़ी। वे बचाव कार्य में लगे रहे। कई लोगों ने अपने साथी खो दिए, कई लोगों के सामने उनके अपने डूब गए।

बहुत ही मार्मिक दृश्य था। मालूम करने पर पता चला कि जहाज के कैप्टन को पहले से जानकारी थी कि मौसम विपरीत होगा, जहाज डूब भी सकता है। लेकिन जहाज के कैप्टन ने न तो लोगों को समय पर आगाह किया, न ही लोगों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम और न ही जहाज का सुरक्षा कवच बढ़ाया और तो और जहाज के कैप्टन ने लोगों की सुरक्षा से जुड़ी कई आवश्यक चीजें दूसरे जहाजों को दे दीं।”

“लंबे समय तक ये मार्मिक दृश्य चलता रहा। लोगों एवं कर्मियों की मेहनत के बाद स्थिति कुछ नियंत्रण में आई। स्थिति नियंत्रण में आने के थोड़ी ही देर बाद अचानक कैप्टन की आवाज जहाज भर में गूंज उठी, एक के बाद एक लाऊडस्पीकर पर उसकी घोषणाएं आने लगीं, एक दिन तो उसकी आवाज़ अटकी और वह रोने भी लगा। जहाज पर फँसे हुए लोग अभी भी त्रस्त थे, कैप्टन की आवाज उन्हें सुनाई तो दे रही थी मगर कुछ दूर, कुछ अलग सी लगने लगी थी। एक दूसरे की मदद में सब व्यस्त थे, जाने अभी भी बचानी थीं। सबका ध्यान इन्हीं कार्यों में लगा हुआ था, किसी को पता तक नहीं लगा कि कैप्टन चुपचाप से बाहर आकर फिर से अपनी सीट पर बैठ गया था।”

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की प्रभारी श्रीमती वाड्रा कोराेना प्रबंधन को लेकर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर बराबर हमले करती रही हैं।

हालांकि उत्तर प्रदेश समेत समूचे देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जा रही है। श्री मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना के कारण हुयी मौतों को दुखद बताते हुये पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री बेहद भावुक हो गये थे।

टूल किट मामले में छत्तीसगढ़ NSUI नेता की FIR पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को पुलिस ने पूछताछ के लिए जारी किया नोटिस attacknews.in

रायपुर 23 मई। टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दर्ज करवाए मामले में पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है।

रायपुर के सिविल लाईन थाने के प्रभारी ने कल देर शाम ईमेल के जरिए श्री संबित पात्रा को भेजे गए नोटिस में उनके खिलाफ धारा 504,505(1) (बी) (सी),469 एवं 188 के तहत दर्ज अपराध में आज शाम चार बजे थाने में व्यक्तिगत रूप से अथवा वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए उपस्थित होने को कहा है। नोटिस का पालन नही करने पर वैधानिक कार्यवाई की भी चेतावनी दी गई है।

ज्ञातव्य है कि टूलकिट विवाद में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कांग्रेस के कूटरचित लेटरहेड की झूठी और मनगढ़त कहानी सोशल मीडिया में प्रचारित करने के आरोप में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सम्बित पात्रा के खिलाफ 19 मई को प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।डा.सिंह को भी पुलिस ने इसी तरह का नोटिस जारी किया है।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पुलिस ने पूछताछ के लिए मांगा समय

टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दर्ज करवाए मामले में पुलिस द्वारा जारी नोटिस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा आज पेश नही हुए और नोटिस पर जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है।

रायपुर के सिविल लाईन थाने के प्रभारी ने कल देर शाम ईमेल के जरिए श्री संबित पात्रा को भेजे गए नोटिस में उनके खिलाफ धारा 504,505(1) (बी) (सी),469 एवं 188 के तहत दर्ज अपराध में आज शाम चार बजे थाने में व्यक्तिगत रूप से अथवा वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए उपस्थित होने को कहा गया था।नोटिस का पालन नही करने पर वैधानिक कार्यवाई की भी चेतावनी दी गई थी।

शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ द्वारा कोरोना को “इंडियन वेरिएंट”बताने पर लताड़ते हुए कहा:घटिया राजनीति करके अवसर तलाश रहे हैं,क्या यह देशद्रोह जैसा नहीं है,मौत पर ‘आग लगा दो’ जैसे बयान दे रहे हैं, जैसे उन्हें मौका मिल गया attacknews.in

भोपाल, 23 मई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के कोरोना को लेकर दिए गए ‘इंडियन वेरिएंट’ संबंधी बयान पर आज तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि क्या यह देशद्रोह जैसा नहीं है। श्री चौहान ने कहा कि वे इसकी कड़ी निंदा करते हैं।

श्री चौहान ने वीडियो संदेश के जरिए कहा कि इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को श्री कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एक तरफ हम जहां दिन.रात कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के काम में लगे हैं। कई दिनों से चैन की सांस नहीं ली। ऐसे में उम्मीद थी कि राष्ट्रीय संकट में देश एक होगा, राजनीतिक दल कम से कम इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाएंगे।

श्री चौहान ने कहा कि लेकिन उन्हें यह कहते हुए बेहद तकलीफ है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ देश का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं।

श्री चौहान के अनुसार ‘मेरा भारत कोविड’ इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना, ‘इंडियन कोरोना’ वाला बयान देना, क्या कांग्रेस को शोभा देता है। क्या श्री कमलनाथ को शोभा देता है। क्या श्रीमती सोनिया गांधी को शोभा देता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि जब जब इस देश पर संकट आया, सारे राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर देश का साथ दिया है। एक नहीं ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जब पूरा देश एक साथ खड़ा हुआ है। महासंकट की इस घड़ी में श्री कमलनाथ घटिया राजनीति कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में सहयोग करना तो दूर, आपदा में जब लोग संकट में हैं, तो वे अवसर तलाश रहे हैं।

श्री चौहान ने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा कि क्या श्री कमलनाथ के इस बयान से दूसरे देशों में रहने वाले भारतीयों का मनोबल कम नहीं होगा। क्या देश के सम्मान पर चोट नहीं पहुंचेगी। क्या यह बयान राष्ट्रीद्रोह जैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ मुख्यमंत्री रहे, केंद्रीय मंत्री रहे। उसके बाद भी यह घटिया व्यवहार।

उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश में दिन और रात मेहनत करके जनता को संकट से निकालने के प्रयास में लगे हुए हैं,लेकिन वे मौत में राजनीति का अवसर खोज रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए एक भी मृत्यु दुखद होती है, लेकिन मौत कहां नहीं हुयी। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नहीं हुई। क्या महाराष्ट्र में नहीं हुयी। क्या दुनिया के बाकी देशों में नहीं हुई। एक.एक मौत हमारे दिल पर बोझ है। हम पीड़ित परिवारों की सेवा करने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैंं, लेकिन वे ‘आग लगा दो’ जैसे बयान दे रहे हैं, जैसे उन्हें मौका मिल गया।

श्री चौहान ने कहा कि क्या कांग्रेस नेता को मौत व्यथित नहीं करती। ज्यादा मौत दिखीं, तो आनंद आ गया कि मौका मिल गया। क्या यह विकृत मानसिकता नहीं है। घटिया सोच नहीं है।

उन्होंने कहा कि वे श्रीमती सोनिया गांधी से पूछना चाहते हैं कि ऐसे बयान देने वाले नेता पर क्या वे कोई कार्रवाई करेंगी। क्या देश को संकट से बचाने के इस समय हम घटिया राजनीति की पराकाष्ठा करेंगे। श्री चौहान ने कहा कि क्या श्री कमलनाथ को यह सब कहते हुए लज्जा भी नहीं आयी। इस तरह की सोच की हम कड़ी निंदा करते हैं।

श्री कमलनाथ ने दो दिन में भोपाल और उज्जैन में मीडिया के समक्ष कोरोना के संबंध में अनेक टिप्पणियां की हैं।

नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने संसद को भंग किया, 12 एवं 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा attacknews.in

काठमांडू ,22 मई । नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने शनिवार तड़के संसद को भंग कर दिया तथा 12 एवं 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा भी कर दी।

इससे पूर्व राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी वक्तव्य के मुताबिक राष्ट्रपति की ओर से तय डेडलाइन की अवधि समाप्त होने तक शुक्रवार तक ना तो कार्यवाहक प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और ना ही विपक्ष के नेता शेर बहादुर देउबा नयी सरकार के गठन का दावा ही पेश कर सके।

दावे के खारिज होने के बाद श्री ओली ने शुक्रवार मध्यरात्रि को अपने मंत्रिमंडल की आपात बैठक बुलायी तथा संसद भंग करने की सिफारिश कर दी।

वक्तव्य के मुताबिक इसके बाद संविधान के अनुच्छेद 76 (7) के मुताबिक संसद को भंग कर दिया गया तथा फिर से चुनाव कराने की तिथियां घोषित की गयीं।

गौरतलब है कि यह दूसरी बार है जब श्री ओली की सिफारिश पर राष्ट्रपति श्रीमती भंडारी ने संसद भंग की है।

इससे पहले फरवरी 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने संसद को भंग करने के कदम को रद्द कर दिया था।

कमलनाध ने कहा:मैं मध्यप्रदेश में ही रहूंगा दावा किया कि , मप्र में दो माह में कोरोना से एक लाख से अधिक लोगों की हुई मौत;हनीट्रैप को लेकर कमलनाथ के बयान के बाद मामला फिर गर्माया attacknews.in

भोपाल, 21 मई।मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने आज कहा कि वे आने वाले समय में इसी राज्य में सक्रिय रहेंगे और इसे छोड़ने वाले नहीं हैं।

श्री कमलनाथ ने यहां वर्चुअल पत्रकार वार्ता में सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वे इसी राज्य में सक्रिय रहेंगे और कहीं जाने वाले नहीं हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि और वे वही करेंगे, जो उन्होंने अपने 45 वर्ष के संसदीय जीवन में जनहित और जनसेवा के लिए किया। चाहे वे किसी पद पर रहे या नहीं रहे। इसी तरह अब वे मध्यप्रदेश के लिए कार्य करेंगे।

एक अन्य सवाल के जवाब में श्री कमलनाथ ने कहा कि कोरोना संकटकाल के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों ने उनसे चर्चा की और कुछ मुद्दों पर मदद मांगी। श्री कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने भी तत्काल जो संभव था, मदद की।

उद्योगपतियों से बेहतर संबंधों के लिए पहचाने जाने वाले श्री कमलनाथ ने कहा कि अधिकारियों के आग्रह पर उन्होंने बड़े उद्योगपतियों से सीधे बात की और राज्य में ऑक्सीजन गैस टैंकर, रेमडेसिविर इंजेक्शन के अलावा अन्य सामग्री तत्काल मुहैया करवायी।

कमलनाथ का दावा, मप्र में दो माह में कोरोना से एक लाख से अधिक लोगों की मौत

वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार पर कोरोना की दूसरी लहर से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए आज दावा किया कि सिर्फ इस राज्य में ही दो माह के दौरान कोरोना के कारण एक लाख से अधिक लोगों को मृत्यु हुयी है।

श्री कमलनाथ ने कहा कि केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार दोनों ही कोरोना संबंधी आकड़े छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। जो भी आकड़े पेश किए जा रहे हैं, वे वास्तविकता से काफी दूर हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों से श्मशानघाटों और कब्रस्तानों के जरिए जो आकड़े जुटाए हैं, उनके अनुसार मार्च और अप्रैल माह में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 01 लाख 27 हजार से अधिक शव श्मशानघाटों और कब्रस्तानों पर पहुंचे। यदि इनमें से 80 प्रतिशत की मृत्यु कोरोना के कारण होना मान ली जाए, तो 01 लाख 02 हजार से अधिक लोग इस वजह से मौत का शिकार बने।

हनीट्रैप को लेकर कमलनाथ के बयान के बाद मामला फिर गर्माया

मध्यप्रदेश के बहुचर्चित लगभग दो वर्ष पुराने हनीट्रैप मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस मुद्दे को लेकर दिए गए ताजा बयानों से यह प्रकरण फिर से मीडिया की सुर्खियां बनने के साथ गर्माता हुआ नजर आ रहा है।

श्री कमलनाथ ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान इससे जुड़े सवालों के जवाब में कहा कि हनीट्रैप मामले की सीडी उनके पास ही नहीं, काफी लोगों के पास है और उनमें मीडिया के लोग भी शामिल हैं। हालाकि उन्होंने यह भी कहा कि वे इस तरह की राजनीति करना पसंद नहीं करते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या इस प्रकरण में कोई वर्तमान मंत्री शामिल है या कौन कौन लोग शामिल हैं, श्री कमलनाथ ने कहा कि वे इसमें जाना नहीं चाहते हैं।

राजस्थान में नाराज़ है सचिन पायलट गुट : गुड़ामालानी से कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया attacknews.in

बाड़मेर 18 मई ।राजस्थान में वरिष्ठ कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने आज विधानसभा सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया।

सीमांत बाड़़मेर जिले के गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक श्री चौधरी ने विधायक पद से अपना इस्तीफा ई-मेल और डाक से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को भेज दिया। उन्होंने आज ही इस्तीफ़ा स्वीकार करने का अनुरोध किया।

इस्तीफ़ा भेजने के बाद श्री चौधरी ने कहा कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने पहले भी इस्तीफा दिया था, लेकिन उस समय उनका इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया गया था।

श्री चौधरी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने श्री चौधरी से फोन पर बात की। इसके बाद श्री डोटासरा ने सोशल मीडिया के जरिए इसे पारिवारिक मामला बताते हुए शीघ्र सुलझाने की बात कही।

उन्होंने बताया कि श्री हेमाराम चौधरी हमारी पार्टी के वरिष्ठ और सम्मानीय नेता हैं। उनके विधायक पद से इस्तीफ़े की जानकारी के बाद मेरी उनसे बात हुई है। यह पारिवारिक मामला है, जल्द ही मिल बैठकर सुलझा लिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि श्री चौधरी ने 14 फरवरी 2019 को भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया था, लेकिन तब पार्टी ने उन्हें मना लिया था।

श्री चौधरी सचिन पायलट खेमे के विधायक माने जा रहे हैं। पिछले साल पायलट खेमे के विधायकों की बाड़ेबंदी के समय भी वह 19 विधायकों के साथ थे। विधानसभा के बजट सत्र के दाैरान भी श्री चौधरी ने उनकी आवाज दबाने और उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास के कामों में भेदभाव का आरोप लगाया था।

नरेन्द्र मोदी ने देश के जिला कलेक्टरों से संवाद में कहा:जब आपका जिला जीतता है, तो देश जीतता है,जब आपका जिला कोरोना को हराता है, तो देश कोरोना को हराता है attacknews.in

राज्यों को अगले 15 दिनों का कार्यक्रम पहले से देने का प्रयास किया जा रहा है

पीएम केयर्स फंड के जरिए देश के हर जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है, कई अस्पतालों में इन संयंत्रों ने काम करना शुरू भी कर दिया

प्रधानमंत्री ने कोविड-19 की स्थिति के बारे में राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों के साथ बातचीत की

उन्होंने अधिकारियों से सर्वोत्तम उपायों को साझा करने का आग्रह किया ताकि उनका उपयोग देश के अन्य हिस्सों में किया जा सके

नईदिल्ली 18 मई ।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न राज्यों और जिलों के फील्ड स्तर के अधिकारियों के साथ कोविड -19 महामारी से निपटने में उनके अनुभवों के बारे में बातचीत की।

बातचीत के दौरान, अधिकारियों ने कोविड की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए और प्रधानमंत्री को हाल के संक्रमण के मामलों में आए उछाल से निपटने के क्रम में उठाये गये अभिनव कदमों से अवगत कराया।

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा से संबंधित बुनियादी ढांचे और क्षमता निर्माण को उन्नत करने की दिशा में किए जा रहे विभिन्न प्रयासों के बारे में भी बताया।

प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से सर्वोत्तम उपायों और अभिनव कदमों को संकलित करने को कहा ताकि उनका उपयोग देश के अन्य जिलों में किया जा सके।

बातचीत के बाद अधिकारियों को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने इस कठिन समय में देश के स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्तिके कामगारों और प्रशासकों द्वारा दिखाए गए समर्पण एवं दृढ़ता की सराहना की और उनसे आगे भी इसी जोश के साथ काम करते रहने का आग्रह किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का हर जिला एक दूसरे से अलग है और उनकी अपनी अनूठी चुनौतियां हैं।

उन्होंने जिले के अधिकारियों से कहा कि ”आप अपने जिले की चुनौतियों को ज्यादा बेहतर तरीके से समझते हैं। इसलिए जब आपका जिला जीतता है, तो देश जीतता है। जब आपका जिला कोरोना को हराता है, तो देश कोरोना को हराता है।”

उन्होंने उन अधिकारियों की सराहना की जो कोविड-19 से संक्रमित होने के बावजूद बिना छुट्टी लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये अधिकारी कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं और उनके द्वारा किए गए त्याग को वो समझते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में सभी अधिकारियों की इस लड़ाई के फील्ड कमांडर की तरह बेहद अहम भूमिका है।

उन्होंने टिप्पणी की कि स्थानीय कन्टेनमेंट जोन, सक्रिय जांच और लोगों को सही एवं पूरी जानकारी इस वायरस के खिलाफ हथियार हैं। इस समय कुछ राज्यों में जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या घट रही है, वहीँ कई अन्य राज्यों में यह संख्या बढ़ रही है। इसलिए उन्होंने घटते संक्रमण की पृष्ठभूमि में और अधिक सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने जोर देकर कहा कि लड़ाई हर एक जीवन को बचाने की है और हमारा ध्यान ग्रामीण और दुर्गम इलाकों की ओर होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से ग्रामीण आबादी के लिए राहत सामग्री को आसानी से उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।

प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को सलाह दी कि वे अपने जिले के प्रत्येक नागरिक के जीवन को आसान बनाने पर ध्यान दें। उन्होंने संक्रमण को रोकने और साथ ही आवश्यक सामग्रियों की निर्बाध आपूर्ति को सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने बताया कि पीएम केयर्स फंड के जरिए देश के हर जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है और कई अस्पतालों में इन संयंत्रों ने काम करना शुरू भी कर दिया है।

प्रधानमंत्री ने बीमारी की गंभीरता को कम करने और अस्पताल में भर्ती एवं मृत्यु दर में कमी लाने में टीकाकरण के महत्व के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि लगातार बड़े पैमाने पर कोरोना के टीकों की आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय टीकाकरण की प्रणाली और प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर रहा है। राज्यों को अगले 15 दिनों का कार्यक्रम पहले से देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने टीकों की बर्बादी रोकने की जरूरत पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि बिस्तरों और टीकों की उपलब्धता की जानकारी आसानी से उपलब्ध होने पर लोगों को अधिक सुविधा हो जाती है। इसी तरह कालाबाजारी पर रोक लगनी चाहिए और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। अग्रिम पंक्ति के कामगारों का मनोबल ऊंचा रखते हुए उन्हें संगठित करना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने गांव के लोगों द्वारा अपने खेतों में सामाजिक दूरी बनाए रखने की सराहना की। उन्होंने कहा कि गांव के लोग जानकारी को समझकर उन्हें अपनी जरूरतों के अनुसार ढाल लेते हैं। यही गांव के लोगों की ताकत है।

उन्होंने कहा कि हमें कोरोनावायरस के खिलाफ सर्वोत्तम उपायों को अपनाना चाहिए। उन्होंने लोगों से कहा कि आप इस दिशा में कुछ नया करने के लिए स्वतंत्र हैं, आप इसके लिए नीति में बदलाव के बारे में सुझाव दे सकते हैं। उन्होंने लोगों से कोविड के मामलों में कमी आने के बावजूद सतर्क रहने की अपील की।

इस बैठक में गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, नीति आयोगके सदस्य (स्वास्थ्य), स्वास्थ्य सचिव, फार्मास्युटिकल सचिव और प्रधानमंत्री कार्यालय, केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों के अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।

भाजपा ने कांग्रेस पर कोरोना महामारी में भ्रम फैलाने,भारत को बदनाम करने और नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया,संकटकाल में विपक्ष की ‘‘गिद्धों की राजनीति’’हुई उजागर attacknews.in

नयी दिल्ली, 18 मई । भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस पर कोरोना महामारी के दौरान देशवासियों में भ्रम फैलाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया और कहा कि इस संकट काल में विपक्षी दल की ‘‘गिद्धों की राजनीति’’ उजागर हुई है।

एक ‘‘टूलकिट’’ का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कोरोना के समय जब पूरा देश महामारी से लड़ रहा है तो कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए भारत को पूरे विश्व में ‘‘अपमानित और बदनाम’’ करने की कोशश की है।

कांग्रेस ने पलटवार करते हुए भाजपा पर ‘‘फर्जी टूलकिट’’ को प्रचारित करने का आरोप लगाया और कहा कि वह इस मामले में सत्ताधारी दल के नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएगी।

‘‘टूलकिट’’ एक प्रकार का दस्तावेज होता है जिसमें अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए बिंदुवार मुद्दे होते हैं। अपने अभियान को धार देने के लिए इन्हीं मुद्दों पर विरोधियों को घेरने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाता है। हाल ही में किसान आंदोलन के दौरान भी एक टूलकिट सामने आया था जिसकी काफी चर्चा भी हुई थी।

पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस ने महामारी के समय ऐसे ही ‘‘टूलकिट’’ के जरिए सरकार के घेरने के लिए विभिन्न माध्यमों से देश में भ्रम की स्थिति पैदा कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी (पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष) ने महामारी को प्रधानमंत्री मोदी की छवि धूमिल करने के मौके के रूप में इस्तेमाल किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कोरोना के नये स्ट्रेन को मोदी स्ट्रेन का नाम देने का निर्देश दिया। विदेश पत्रकारों की मदद से भारत को बदनाम करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी गई।’’

पात्रा ने कहा कि कोरोना का जो नया स्ट्रेन आया है और उसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारतीय स्ट्रेन कहने से मना कर दिया है लेकिन कांग्रेस इसे ‘‘इंडियन स्ट्रेन’’ और उससे भी आगे बढ़कर ‘‘मोदी स्ट्रेन’’ के नाम से प्रसारित करने में लगी है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह बहुत ही दुखद है। कहीं न कहीं देश को पूरे विश्व में अपमानित और बदनाम करने के लिए एक वायरस को भारत के नाम, प्रधानमंत्री के नाम पर प्रतिपादित करने की चेष्टा है। मुझे लगता है यह कांग्रेस पार्टी के असली चेहरे को दर्शाता है।’’

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज वह दस्तावेज उनके हाथ आया है जिसके सहारे राहुल गांधी रोज सुबह उठकर रोज ट्वीट करते थे।

उन्होंने दावा किया, ‘‘इस टूलकिट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी को बार बार पत्र लिखें। आपने देखा होगा, कभी सोनिया जी चिट्ठी लिख रही हैं कभी कोई और लिख रहा है। ये सब ऐसे ही नहीं हो रहा है। सब कुछ एक डिजायन के तहत हो रहा है, जिसका ब्योरा इस टूलकिट में है।’’

पात्रा ने दावा किया कि इस टूलकिट के जरिए पीएम केयर्स के वेटिलेटर्स पर सवाल उठाने और सेंट्रल विस्टा परियोजना को ‘‘मोदी के निजी घर और महल’’ के रूप में प्रचारित करने का जिक्र किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि कुंभ को सुप्रर स्प्रेडर के रूप में प्रचारित करने की बात की गई है। ईद और कुंभ की तुलना कर धर्म को बदनाम करने की कोशिश कांग्रेस ने की है। आप कुंभ को बदनाम करिए और ईद के विषय में कुछ मत कहिए। इस प्रकार की सोच भी हो सकती है क्या किसी की।’’

उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी जो ट्वीट करते हैं, आज उसका स्रोत सामने आया है।

उन्होंने कहा, ‘‘वेंटिलेटर्स, टीकों कोविड प्रबंधन को लेकर जो नकारात्मक राजनीति आप फैलाते हैं, आज उसका स्रोत हमारे पास है। बहुत दुख के साथ हमें यह कहना पड़ रहा है कि यह जो कांग्रेस की गिद्धों की राजनीति है आज वह संपूर्ण रूप से उजागर हो गई है। हमें सोनिया जी से और राहुल जी से जवाब चाहिए।’’

कांग्रेस के शोध विभाग के प्रमुख और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव गौड़ा ने भाजपा के दावे को लेकर पलटवार करते हुए केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी पर ‘फर्जी टूलकिट’ को प्रचारित करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ ‘जालसाजी’ की प्राथमिकी दर्ज करवाई जाएगी।

गौड़ा ने ट्वीट किया, ‘‘ भाजपा ‘कोविड कुप्रबंधन’ पर फर्जी टूलकिट का दुष्प्रचार कर रही है और इसे कांग्रेस के शोध विभाग से जोड़ रही है। हम जालसाजी को लेकर जेपी नड्डा और संबित पात्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा रहे हैं।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘हमारा देश कोविड की तबाही का सामना कर रहा है, ऐसे समय लोगों को राहत प्रदान करने की बजाय भाजपा बेशर्मी के साथ फर्जीवाड़ा कर रही है।’

शिवराज सिंह चौहान ने बताया:ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में ‘किल कोरोना अभियान’ को मिल रहे जन-सहयोग से संक्रमण की चेन तोड़ने में।मिली सफलता,पॉजिटिविटी रेट घटकर आज 10.68 प्रतिशत हुआ attacknews.in

भोपाल, 16 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में ‘किल कोरोना अभियान’ को मिल रहे जन-सहयोग से कोरोना की संक्रमण की चेन तोड़ने में सफलता मिल रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर (पॉजिटिविटी रेट) घटकर आज 10.68 प्रतिशत रह गई है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने एक वीडियो संदेश में बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों में तो पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम रह गई है। आज 7 हजार 106 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। लगभग 12 हजार 345 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। रिकवरी दर आज 86.10 प्रतिशत रही।

श्री चौहान ने कहा कि किल कोरोना अभियान के अंतर्गत घर-घर सर्वे टीम पहुँच रही है। सर्दी-जुखाम और बुखार से पीड़ित मरीज अपने इन लक्षणों को छुपाये नहीं बल्कि बतायें, ताकि उनका समुचित इलाज किया जा सके, जिससे दवाइयों की किट उन्हें उपलब्ध कराई जा सके। इस समय रिकवरी दर अधिक है। प्रदेश के 52 जिलों में कुल 354 कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किए जा चुके हैं, जिसमें थोड़े लक्षण वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 21 हजार 988 बेड्स हैं। इनमें से 3 हजार 240 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किए जा चुके हैं। बेड्स की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 22 हजार 404 संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाए जा चुके हैं, जिसमें 2 लाख 69 हजार 309 से अधिक बेड्स स्थापित किए गए हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित सभी कोविड केयर सेंटर्स और संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर्स प्रदान किए जा रहे हैं।
प्रदेश के 313 विकासखंडों में और 50 हजार 546 ग्रामों में संकट प्रबंधन समूहों का गठन किया जा चुका है। शहरी क्षेत्र में 407 स्थानीय निकायों और 7 हजार 568 वार्ड में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समिति का गठन किया जा चुका है। पोर्टल पर अपडेशन का कार्य किया जा रहा है। जिलों में भाप केन्द्रों की व्यवस्था भी की गई है। 46 जिलों में 2 हजार 158 भाप केन्द्र क्रियाशील है।
कोरोना वायरस से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ राज्य एवं मध्यप्रदेश राज्य के बीच अंतर्राज्यीय बस परिवहन सेवा को 23 मई तक स्थगित रखने के आदेश जारी किए गए हैं। ब्लैक फंगस के उपचार के लिये कम से कम 24 हजार एम्फोटेरिसिन बी-50 एमजी दवा प्रदेश को आवंटित करने के लिए केन्द्रीय राज्य मंत्री, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से अनुरोध किया गया है।

अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पीएम केयर फंड से पिछले साल राज्यों को मिले 59 हजार वेंटिलेटर्स का ऑडिट करवाने के निर्णय को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया attacknews.in

जयपुर 16 मई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पीएम केयर फंड से पिछले साल मिले वेंटिलेटर्स की ऑडिट करवाने के निर्णय को सही दिशा में उठाया गया कदम बताते हुए कहा है कि राज्यों को खराब वेंटिलेटर आपूर्ति की पूरी जाचं एवं संबंधित कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

श्री गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि इस बात की पूरी जांच होनी चाहिए कि किस प्रकार राज्यों को डिफेक्टिव वेंटिलेटर सप्लाई किए गए।

उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट से पता लगा है कि पिछले साल केन्द्र सरकार की कम्पनी एचएलएल लाईफ केयर लिमिटेड के माध्यम से लगभग 10 कम्पनियों से 59 हजार वेंटिलेटर खरीदे गये, उसमें कई ऐसी कम्पनियां भी हैं जिन्हें वेंटिलेटर बनाने का किसी प्रकार का अनुभव ही नहीं था।

उन्होंने कहा कि इसलिए कई राज्यों को डिफेक्टिव वेंटिलेटर वितरित हो गये। इस कारण डॉक्टर्स द्वारा मरीजों के जीवन के रिस्क की कीमत पर अधिकांश जगह इन वेंटिलेटर्स का उपयोग नहीं किया गया।

उन्होंने कहा “मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार निष्पक्ष जांच करवाकर इस प्रकार के डिफेक्टिव वेंटिलेटर सप्लाई करने वाली कम्पनियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।”

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने नरपिशाचों’ के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की attacknews.in

भोपाल, 16 मई । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में आरोपी बनाए गए भोपाल के एक निजी अस्पताल के प्रबंधक आकाश दुबे समेत चार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने ट्वीट के जरिए इस संबंध में मीडिया में आयी खबरों को पोस्ट करते हुए कहा कि इन ‘नरपिशाचों’ के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए।

भोपाल की कोलार थाना पुलिस ने यहां के जे के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक मैनेजर आकाश दुबे समेत चार लोगों को आरोपी बनाया है। एक सेवानिवृत पुलिस अधिकारी का पुत्र आकाश फरार है और तीन अन्य आरोपी अंकित सलूजा, दिलप्रीत सलूजा और आकर्ष सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया गया है।

जे के अस्पताल से मुख्य आरोपी अन्य कर्मचारियों की मदद से इंजेक्शन में हेराफेरी कर जरुरतमंदों को रेमडेसिविर का इंजेक्शन 25 – 25 हजार रुपयों में बेचते थे। वास्तव में इस इंजेक्शन की अधिकतम कीमत तीन हजार रुपयों से कुछ अधिक है।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन आरोपियों के खिलाफ भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

कर्नाटक में कांग्रेस के सांसद, विधायक टीके खरीदने के लिए स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से 100 करोड़ रुपये देंगे;राज्य कांग्रेस ईकाई की घोषणा attacknews.in

बेंगलुरु, 14 मई । कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसके सांसद, विधायक और पार्षद कोविड-19 रोधी टीके खरीदने के लिए अपने ‘स्थानीय क्षेत्र विकास निधि’ से 100 करोड़ रुपये देंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ सरकार लोगों की रक्षा करने और उन्हें टीके लगवाने में बुरी तरह असफल रही है। इसलिए, राज्य के कांग्रेस के सांसद, विधायक और पार्षद, जो कुल 95 हैं, उन्होंने टीके खरीदने के लिए एक-एक करोड़ रुपये दान देने का फैसला किया है।’’

कांग्रेस विधायक दल के नेता के अनुसार, कर्नाटक में कांग्रेस के नेता इसके लिए कुल 100 करोड़ रुपये देंगे।

कर्नाटक में प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय में उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ कर्नाटक के इतिहास में यह एक अभूतपूर्व निर्णय है।’’

नेपाल का संकट नहीं सुलझा:ओली फिर से प्रधानमंत्री नियुक्त: सरकार गठन की समयसीमा खत्म होने के बाद भी, अगर-मगर में उलझे राजनीतिक दल attacknews.in

काठमांडू 13 मई । नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, जो 10 मई को संसद में पेश विश्वास मत हार चुके थे, को फिर से देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है क्योंकि विपक्षी पार्टियां सरकार के गठन के लिए आवश्यक बहुमत वोट जुटाने में विफल रहीं।

श्री ओली को गुरुवार को फिर से प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया गया क्योंकि वह सदन में सबसे बड़ी पार्टी के नेता हैं।

स्थानीय मीडिया के मुताबिक नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने बहुमत की सरकार के गठन के लिए संसदीय पार्टियों को तीन दिनों का समय दिया था। सुश्री भंडारी ने एक बयान में कहा कि सरकार के गठन के लिए अभीतक कोई भी पार्टी या गठबंधन आगे नहीं आया है।

अब श्री ओली को 30 दिनों के भीतर फिर से संसद में विश्वास मत हासिल करना होगा।

इससे पहले श्री ओली सोमवार को संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में पेश विश्वास प्रस्ताव हार गये। संसद में बहुमत परीक्षण के दौरान श्री ओली के पक्ष में सिर्फ 93 वोट पड़े। वहीं 124 सदस्यों ने उनके विरोध में मत किया। श्री ओली को विश्वास प्रस्ताव जीतने के लिए 136 मत चाहिए थे।

नेपाल में 271 सदस्यीय संसद में 232 सदस्य हैं। जो लोग मतदान नहीं कर सके या उपस्थित नहीं थे, उनमें कम्युनिस्ट पार्टी के 28 बागी सदस्य भी शामिल हैं। नेपाल में 2015 में संवैधानिक तरीके से चुनी गई पहली सरकार का यह पहला विश्वास प्रस्ताव था। इसमें ओली असफल रहे।

श्री ओली की पार्टी के माधव नेपाल-झाला नाथ खनाल गुट के सांसद को सीपीएन-यूएम ने रोक दिया।

नेपाली कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी केंद्र) के क्रमशः 61 और 49 वोट हैं। दोनों ने विश्वास प्रस्ताव के दौरान श्री ओली के खिलाफ मतदान किया।

नेपाल में सरकार गठन की समयसीमा खत्म होने के बाद भी अगर-मगर में उलझे राजनीतिक दल

नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के सोमवार को विश्वास मत खोने के बाद राष्ट्रपति ने बृहस्पतिवार रात तक सरकार गठन की समयसीमा तय की थी, लेकिन नेपाल के राजनीतिक दल अपने धड़ों के बीच गुटबाजी के चलते अभी तक इस मामले पर कोई सहमति कायम नहीं कर पाए ।

शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री पद के लिये दावा पेश करने का निर्णय लिया था, लेकिन गठबंधन सरकार बनाने की उसकी कोशिशों को तब झटका लगा जब महंत ठाकुर की अगुवाई वाली जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल (जेएसपी-एन) के एक वर्ग ने साफ कर दिया कि वह सरकार गठन की प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेगा।

ठाकुर के नेतृत्व वाले धड़े के प्रतिनिधि सभा में करीब 16 मत हैं।

नेपाली कांग्रेस के पास 61 मत हैं। उसे नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी मध्य) का समर्थन हासिल है, जिसके पास 49 मत हैं।

कांग्रेस-माओवादी मध्य के गठबंधन को उपेन्द्र यादव नीत जनता समाजवादी पार्टी के करीब 15 सांसदों का भी समर्थन हासिल है। लेकिन इन तीनों दलों के पास कुल 125 मत हैं जो 271 सदस्यीय सदन में बहुमत के आंकड़े 136 से 11 मत कम हैं।

सरकार गठन के लिये दी गई समयसीमा बृहस्पितवार रात को खत्म हो गई, ऐसे में राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने विपक्षी दलों से बहुमत की ओर बढ़ रहे गठबंधन का समर्थन करने की अपील की ।

सीपीएन-यूएमएल के माधव कुमार नेपाल-झालानाथ खनल धड़े से संबंध रखने वाले सांसद भीम बहादुर रावल ने गतिरोध खत्म करने के लिये मंगलवार को दोनों नेताओं के करीबी सांसदों से नयी सरकार का गठन करने के लिये संसद सदस्यता से इस्तीफा देने का आग्रह किया।

रावल ने बुधवार को ट्वीट किया कि ओली नीत सरकार को गिराने के लिये उन्हें संसद सदस्यता से इस्तीफा देना चाहिये।

उन्होंने लिखा, ‘असाधारण समस्याओं के समाधान के लिये असाधारण कदम उठाए जाने की जरूरत होती है। प्रधानमंत्री ओली को राष्ट्रीय हितों के खिलाफ अतिरिक्त कदम उठाने से रोकने के लिये उनकी सरकार गिराना जरूरी है। इसके लिये हमें संसद की सदस्यता से इस्तीफा देना चाहिये। राजनीतिक नैतिकता और कानूनी सिद्धांतों के लिहाज से ऐसा करना उचित है। ‘

यदि नेपाल-खनल धड़े के यूएमएल के 28 सांसद एक साथ संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे देते हैं तो नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-माओवाद मध्य के लिये जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल (जेएसपी-एन) के एक धड़े के सांसदों का समर्थन लिये बिना भी नयी सरकार के गठन की राह आसान हो जाएगी।

यदि यूएमएल के 28 सांसद सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देते हैं तो 271 सदस्यों वाली प्रतिनिधि सभा में सांसदों की संख्या घटकर 243 रह जाएगी, जिसके बाद बहुमत का आंकड़ा भी कम हो जाएगा और नेपाली कांग्रेस तथा सीपीएन-माओवाद मध्य गठबंधन आसानी से सरकार गठन कर सकता है।