भारत में कोरोना काल में महिलाओं ने शेयर बाजार में जमकर पैसा लगाया, अप्रैल से जून के बीच 75 प्रतिशत महिलाओं ने पहली बार शेयर बाजारों में निवेश किया attacknews.in

नयी दिल्ली, छह सितंबर । कोविड-19 महामारी के दौरान शेयर बाजारों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। विशेषज्ञों का मानना है कि महामारी के दौरान घर के खर्च में योगदान देने तथा वेतन में कटौती और छंटनियों की वजह से महिलाएं अब शेयर बाजारों में रुचि ले रही हैं।

इसके अलावा बैंकों की मियादी जमा (एफडी) पर ब्याज दरें कम हो रही हैं, जिसके मद्देनजर महिलाओं बचत के अन्य विकल्पों पर विचार कर रही हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि इनमें से ज्यादातर महिलाएं पहली बार शेयर बाजारों में निवेश कर रही हैं। इनमें बड़ी संख्या गृहणियों की है।

शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के निदेशक शंकर वैलाया ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के दौरान शेयर बाजारों में खुदरा भागीदारी बढ़ी है। यह बात महिलाओं पर भी लागू होती है। महिलाएं अब एफडी पर ब्याज में कटौती के मद्देनजर निवेश के अन्य विकल्पों पर विचार रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान एक लाभ यह हुआ कि महिलाओं ने डिजिटल समाधानों के जरिये पूंजी बाजार को लेकर अपनी जानकारी को गहरा किया है।

ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनी अपस्टॉक्स ने कहा कि अप्रैल से जून, 2020 के दौरान महिलाओं द्वारा खोले गए खातों में इससे पिछली तिमाही की तुलना में 32 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इनमें से 70 प्रतिशत महिलाएं पहली बार शेयर बाजारों में निवेश कर रही हैं। ब्रोकरेज कंपनी की महिला ग्राहकों में से 35 प्रतिशत गृहणियां हैं।

अपस्टॉक्स के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार ने कहा, ‘‘वेतन में कटौती, नौकरियों में छंटनी जैसे कारणों से अब महिलाएं भी परिवार के खर्च में कुछ योगदान करना चाहती हैं। इस वजह से उनका शेयर बाजारों के प्रति आकर्षण बढ़ा है।’’

अपस्टॉक्स के अनुसार 74 प्रतिशत महिला ग्राहक विशाखापद्यत्तनम, जयपुर, सूरत, रंगा रेड्डी, नागपुर, नासिक, गंटूर जैसे दूसरी और तीसरे श्रेणी के शहरों से हैं।

5पैसा.कॉम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश गगदानी ने कहा कि महिला निवेशक अब अपने पैसे का बेहतर तरीके से प्रबंधन कर रही हैं। पूर्व में ज्यादातर महिलाएं शेयरों में निवेश करने से कतराती थीं, लेकिन अब सुगम प्रौद्योगिकी तथा बाजार के बारे में आसानी से जानकारी उपलब्ध होने की वजह से उनका शेयर बाजारों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है।

देश में पेट्रोल और डीजल वाहनों के दिन लदे :भारत के 69 हजार पेट्रोल पंपों पर केंद्र सरकार स्थापित करने जा रही है इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग कियोस्क attacknews.in

नयी दिल्ली, छह सितंबर । सरकार देश के करीब 69,000 पेट्रोल पंपों पर कम से कम एक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग कियोस्क लगाने पर विचार कर रही है। इस कदम से देश में बिजलीचालित वाहनों की मांग को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।

इसके अलावा सरकार कंपनियों के स्वामित्व, कंपनियों के परिचालन वाले (सीओसीओ) तथा सरकारी रिफाइनरी कंपनियों के सभी पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग कियोस्क को अनिवार्य करने पर भी विचार कर रही है।

इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग ढांचे पर समीक्षा बैठक के दौरान बिजली मंत्री आर के सिंह ने पेट्रोलियम मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों को सुझाव दिया कि वे अपने प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आने वाली पेट्रोलियम विपणन कंपनियों को सभी सीओसीओ पेट्रोल पंपों पर चार्जिंग कियोस्क लगाने का आदेश जारी कर सकते हैं।

एक सूत्र ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अन्य फ्रेंचाइजी पेट्रोल पंप परिचालकों को अपने ईंधन स्टेशनों पर कम से कम एक चार्जिंग कियोस्क लगाने की सलाह दी जा सकती है। सूत्र ने कहा कि इससे देश के सभी पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग सुविधा लगाई जा सकेगी।

पेट्रोलियम मंत्रालय के नए दिशानिर्देशों के अनुसार सभी नए पेट्रोल पंपों पर कम से कम एक वैकल्पिक ईंधन का विकल्प अनिवार्य है।

सूत्र ने कहा, ‘‘वैकल्पिक ईंधन के तहत ज्यादातर नए पेट्रोल पंप इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सुविधा के विकल्प को चुन रहे हैं। यदि मौजूदा पेट्रोल पंपों पर भी ईवी चार्जिंग कियोस्क लग जाता है, तो इससे देश में बिजलीचालित वाहनों को प्रोत्साहन दिया जा सकेगा।’’

उद्योग के अनुमान के अनुसार देश में करीब 69,000 पेट्रोल पंप हैं। सभी पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग सुविधा से इलेक्ट्रिक वाहनों को जबर्दस्त प्रोत्साहन मिलेगा। अभी चार्जिंग सुविधा के अभाव में लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से कतराते हैं।

बिजली मंत्रालय ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, वडोदरा ओर भोपाल में ईवी चार्जिंग ढांचा लगाने की योजना बनाई है। इसके अलावा मंत्रालय का इरादा राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी ईवी चार्जिंग ढांचा लगाने का है। इससे लोग बिजलीचालित वाहन खरीदने को प्रोत्साहित होंगे।

सूत्र ने कहा, ‘‘मंत्री का मानना है कि किसी शहर में दो या तीन चार्जिंग स्टेशन लगाना पैसे की बर्बादी होगा। केंद्र सरकार दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को पूरी तरह बिजलीचालित करने की तैयारी कर रही है। इसे बाद में अन्य शहरों द्वारा भी अपनाया जा सकता है।’’

सितम्बर  की शुरुआत में विदेशी निवेशकों ने भारत के शेयर मार्केट से 900 करोड़ रूपये निकाले, GDP के कारण पूंजी निकासी का दौर जारी attacknews.in

नयी दिल्ली, छह सितंबर । कमजोर आर्थिक आंकड़ों तथा भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने के पहले चार सत्रों में भारतीय पूंजी बाजारों से शुद्ध रूप से 900 करोड़ रुपये की निकासी की है।

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एक से चार सितंबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों से शुद्ध रूप से 675 करोड़ रुपये निकाले। इसी तरह उन्होंने ऋण या बांड बाजार से शुद्ध रूप से 225 करोड़ रुपये की निकासी की।

इससे पहले लगातार तीन माह तक एफपीआई शुद्ध लिवाल बने हुए थे। अगस्त में उन्होंने भारतीय पूंजी बाजारों में 46,532 करोड़ रुपये डाले थे। जुलाई में एफपीआई का निवेश 3,301 करोड़ रुपये और जून में 24,053 करोड़ रुपये रहा था।

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी होने से पहले इस सप्ताह की शुरुआत में विदेशी निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। जून में समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है।’’

उन्होंने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख तथा भारत-चीन सीमा तनाव की वजह से भी एफपीआई ने भारतीय बाजारों में निवेश में रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि एफपीआई की निकासी की एक और वजह मुनाफावसूली भी रही। भारत-चीन सीमा तनाव बढ़ने तथा कमजोर घरेलू आर्थिक वातावरण के बीच उन्होंने मुनाफा काटा।

कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष और बुनियादी शोध प्रमुख रस्मिक ओझा ने कहा कि इस सप्ताह एफपीआई का प्रवाह काफी दबा हुआ था।

उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 40 लाख के पार निकल गए हैं और अमेरिकी बाजारों में भी बिकवाली का सिलसिला चल रहा है। ऐसे में आगामी सप्ताहों में भी एफपीआई की निकासी जारी रह सकती है।

भारत में शनिवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 41 लाख के पार,विश्व में संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंचा भारत,मृतकों की संख्या 70 हजार के पार attacknews.in

नयी दिल्ली 05 सितंबर । देश में शनिवार देर रात तक कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के रिकॉर्ड 87 हजार से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा 41 लाख से अधिक हो गया जबकि 993 कोरोना मरीजों की मौत से मृतकाें की संख्या 70 हजार के पार पहुंच गयी।

भारत 41 लाख से अधिक मामलों के साथ अब पूरे विश्व में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। संक्रमण के मामले में अमेरिका पहले और ब्राजील दूसरे स्थान पर था। देश में संक्रमितों की कुल संख्या अब 41,06,565 पहुंच गयी है।

वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 62 लाख को पार कर 62,10,699 पर पहुंच गयी है और अब तक 1,87,874 लोगों की इससे जान जा चुकी है।

विश्व में कोरोना वायरस से प्रभावित देशों में दूसरे नंबर पर रहे ब्राजील में अब तक 40,91,801 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 1,25,502 लोगों की मौत हो चुकी है।

अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना से विश्वभर में अब तक 26,521,304 लोग संक्रमित हुए हैं और 8,73,260 लोगों की मौत हुई है।

संक्रमण मामले में पहले स्थान पर स्थित वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 62 लाख को पार कर 62,10,699 पर पहुंच गयी है और अब तक 187,874 लोगों की जान जा चुकी है।

कोरोना मृत्युदर पर लगाम लगायें महाराष्ट्र, आंध्र और कर्नाटक: स्वास्थ्य मंत्रालय

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से कोरोना मृत्युदर को नियंत्रित कर उसे एक प्रतिशत से कम करने का निर्देश दिया है। पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के कारण हुई मौतों में से 35 प्रतिशत मामले अकेले महाराष्ट्र के हैं जबकि सम्मिलित रूप से इन तीन राज्यों में मौत का आंकड़ा 52 प्रतिशत है।

मंत्रालय ने आज कहा कि ये तीनों राज्य कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठायें और साथ ही यह सुनिश्चित करें कि राज्य में कोरोना मृत्यु दर एक प्रतिशत से कम रहे। इन राज्यों को मृत्यु दर कम करने के लिए जांच गति तेज करने और प्रभावी चिकित्सकीय प्रबंधन की सलाह दी गयी है। उन्हें साथ ही कई स्तरों पर प्रभावी निगरानी करने का परामर्श भी दिया गया है।

पिछले 24 घंटे के दौरान देशभर में सामने आये संक्रमण के कुल मामलों में से करीब 46 प्रतिशत मामले इन तीन राज्यों के हैं। बीते 24 घंटे के दौरान अकेले महाराष्ट्र में संक्रमण के 22 प्रतिशत मामलों की पुष्टि हुई है।

मंत्रालय ने बताया है कि महाराष्ट्र में पुणे, नागपुर, कोल्हापुर, सांगली, नासिक, अहमदनगर, रायगढ, जलगांव, सोलापुर, सतारा और पालघर जिलों में प्रभावी कंटेनमेंट रणनीति लागू करने और संक्रमितों के संपर्क में आये व्यक्तियों को चिह्नित करने की अधिक जरूरत है। इसी तरह आंध्रप्रदेश में प्रकाशम और चित्तूर जिलों के प्रत्येक कोविड फैसिलिटी में होने वाली मौत की निगरानी जरूरी है और साथ ही अस्पताल में सुविधाओं को बढाने , आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड की संख्या को बढाने तथा प्रभावी चिकित्सकीय प्रबंधन की आवश्यकता है।

कर्नाटक में कोप्पल, मैसूरु, देवनगिरि और बेल्लारी जिलों में आरटी-पीसीआर टेस्ट लैब का समुचित इस्तेमाल करने , सक्रिय मामलों को चिह्नित करने और स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षित रखने पर जोर देने के लिए कहा गया है।

देश में कोरोना के कारण अब तक हुई मौतों में 70 प्रतिशत मामले देश के पांच राज्यों महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और आंध्र प्रदेश के हैं। मौत के कुल मामलों में 37.33 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र के हैं।

महाराष्ट्र में कोरोना सक्रिय मामले 2.20 लाख के पार

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 20,800 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार रात बढ़कर 8.84 लाख के करीब पहुंच गयी लेकिन चिंता की बात यह है कि इसके साथ ही सक्रिय मामलों में भी नौ हजार छह सौ से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी है।

राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 10,801 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या 6.36 लाख से अधिक हो गयी है।

गुजरात में 1311 नए मामले, 16 मौतें, 1148 और को मिली अस्पताल से छुट्टी

गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोरोना विषाणु यानी कोविड-19 संक्रमण से और 16 लोगों की मृत्यु हो गयी जिससे अब तक की कुल मौतों का आंकड़ा 3094 हो गया है तथा इसके 1311 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 103006 पर पहुंच गयी है।

पिछले 24 घंटे में 1148 और लोगों के ठीक होने से अस्पतालों से अब तक छुट्टी पाने वालों का आंकड़ा बढ़ कर 83546 हो चुका है।

दिल्ली में कोरोना ने और डराया, 2973 नये मामले, 25 की मौत

राजधानी में कोरोना एक बार फिर भयावह रुप लेने लगा है और शनिवार को पिछले 24 घंटों में 2973 नये मामले के साथ ही 25 मरीजों की मौत हो गई।

दिल्ली में शुक्रवार को 68 दिन बाद सर्वाधिक 2914 नये मामले आए थे। राजधानी में दो जून को दो माह के अंतराल के बाद वायरस के मामले ढाई हजार से अधिक आए थे और पिछले चार दिनों से इनमें बड़ा उछाल जारी है।

राजधानी में आज नये मामले बढ़ने के साथ ही गत दिवस की तुलना में मृतकों की संख्या करीब दुगनी होने और निषिद्ध क्षेत्रों की गिनती में 27 का इजाफा होना भी डराने वाला है। शनिवार के आंकड़ो में निषिध्द क्षेत्रों की संख्या भी 949 से बढ़कर 976 पर पहुंच गई।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के आज के आंकड़ो में पिछले 24 घंटों में 2973 नये मामले सामने आए और राजधानी में कुल संक्रमितों की संख्या 1,88,193 पहुंच गई है जबकि मृतकों की संख्या 13 से बढ़कर 25 हो गई। इसे मिलाकर कुल मृतकों की संख्या 4538 हो गई है।

पिछले 24 घंटे में 1920 कोरोना मरीज ठीक हुए और अब तक कुल 1,63,785 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। इसी अवधि में 38 हजार से अधिक रिकार्ड 38,895 नमूनों की जांच हुई है। राजधानी में प्रति दस लाख पर 91,814 जांच हुई है। अब तक कुल 17,44,446 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

राजधानी में कोरोना के सक्रिय मामले 1053 की छलांग लगाकर 19 हज़ार के पार 19,870 पर पहुंच गए हैं। इसमें से होम आइशोलेशन में 10,514 हैं।

आज 1920 मरीज ही ठीक हुए। नये मामलों की तुलना में तंदरूस्त होने वालों की संख्या कम रहने से रिकवरी दर कल के 87.39 फीसदी से घटकर आज 87.03 रह गई।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज ही कहा था कि दिल्ली में कोरोना को लेकर स्थिति नियंत्रण में है और अधिक जांच से नये मामले बढ़े हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनकी सरकार का प्रयास है कि कोरोना के कारण मृत्यु नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कल मौत मृतकों की कम संख्या 13 का जिक्र विशेष रुप से किया था किंतु आज यह करीब दुगनी हो गयी।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 72 हजार के करीब पहुंची ,मृतकों की संख्या 1543 हुई,54 हजार से ज्यादा मरीज हुए स्वस्थ attacknews.in

भोपाल, 05 सितंबर । मध्यप्रदेश में आज कोरोना संक्रमित 1636 नये मरीज मिले और इन्हें मिलाकर अब तक प्रदेश में मरीजों की कुल संख्या 71880 पहुंच गयी। हालांकि इनमें से 54649 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार कुल 25389 सैंपल की जांच रिपोर्ट में से 1636 लोग कोरोना संक्रमित मिले। अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 71880 हो गयी है। इस महामारी बीमारी के कारण आज 30 लोगों की मौत हो गई। अब तक इस बीमारी से राज्य में 1543 लोगों की मौत हो चुकी है।

कटनी में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत

कटनी जिले में कोरोना वायरस से एक और मौत हो जाने के बाद अब तक इस बीमारी से यहां 11 लोगों की जान चली गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल शाम इस व्यक्ति को जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जिला अस्पताल के कोविड़ केयर सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां देर रात्रि इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। इस मृत्यु के साथ ही जिले में इस बीमारी से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।

भोपाल में कोरोना के 229 मामले सामने आए

राजधानी भोपाल में कोविड 19 के आज 229 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11666 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में 229 नए मरीज सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 11666 तक पहुंच गयी है। इनमें से 9559 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद अपने घर पहुंच गए, जबकि 303 मरीजों की अब तक यहां इस बीमारी से मौत हो चुकी है। वर्तमान में 1700 से अधिक एक्टिव (उपचाररत) मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

इंदौर जिले में कोरोना के 4004 एक्टिव केस

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 284 नये मामले आने के बाद यहाँ एक्टिव केस (उपचाररत) रोगियों की संख्या बढ़कर 4004 तक जा पहुंची है। उधर चार की मौत दर्ज किये जाने के बाद मृतकों की संख्या आधिकारिक रूप से 415 दर्ज की गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल 228791 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुयी हैं। इनमें कल जाँचे 3115 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जाँचे सैम्पलों में 284 संक्रमित पाये जाने के बाद संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 14315 तक जा पहुंची है तथा वायरस से चार की मौत दर्ज किये जाने के बाद आधिकारिक रूप से अब तक 415 की मौत दर्ज की गयी है।

रतलाम के भाजपा नेता विष्णु त्रिपाठी का कोरोना से निधन

रतलाम के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विष्णु त्रिपाठी का आज सुबह इंदौर की एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार 60 वर्षीय श्री त्रिपाठी को कुछ दिन पूर्व ही कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उपचार के लिए इंदौर ले जाया गया था। वहां उनका इलाज चल रहा था, लेकिन सुबह उनकी अचानक तबियत बिगडने लगी और कुछ देर बाद उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही भाजपा में शोक की लहर छा गयी है।

अक्टूबर तक मेडिकल कॉलेजेस में होगी 3 गुना बेड क्षमता-सारंग

मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ सहित पैरा-मेडिकल एवं अन्य स्टॉफ पूरी मेहनत एवं लगन से काम कर रहे हैं, वे सम्मान एवं बधाई के पात्र हैं। उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिये।

श्री सारंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों के डीन्स से चर्चा करते हुए कहा कि अक्टूबर तक मेडिकल कॉलेजों में बेड क्षमता 3 गुना करने के लिये सतत प्रयास किये जायें।

बैतूल में कोरोना के पॉच नये पॉजिटिव मामले, एक की मौत

बैतूल जिले में आज कोरोना के पांच नये मामलें सामने आए है। इसे मिलाकर अभी तक कुल 790 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके है। आज आठ मरीजों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि जिले के सूखाढाना घोड़ाडोंगरी निवासी एक 64 वर्षीय एक पुरूष की मौत हो गई। इसे मिलाकर जिले में कोरोना वायरस से अभी तक 17 लोग अपनी जान गवा चुके है। जिले में अभी तक 591 मरीज स्वस्थ हो चुके। शेष संक्रमित 182 (एक्टिव) मरीजों का उपचार जारी है।

सीहोर में 48 लोग कोरोना पॉजीटिव मिले

सीहोर में हर रोज बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच आज 48 लोग कोरोना संक्रमित मिले है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज 48 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। इन मरीजों की संख्या मिलाकर अब तक जिले में 794 लोग कोरोना संक्रमित मिले है। इनमें से 525 लोग स्वस्थ्‍ा हो चुके है। वर्तमान में 248 पॉजीटिव व्यक्तियों का उपचार चल रहा है। जिले में 21 लोगों की मौत हो चुकी है।

शिवपुरी में मिले कोरोना के 50 नए मरीज

शिवपुरी जिले में आज 50 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1380 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अनुसार आज 50 मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कुल मरीजों की संख्या 1380 हो गई है। आज तक 905 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वतर्मान में एक्टिव (उपचाररत) मरीज 467 हैं, जबकि इस बीमारी से अब तक यहां 8 मौतें हो चुकी हैं।

अभिनेत्री कंगना रनौत को लेकर मुंबई की राजनीति में आया भूचाल, इस मराठा नारी को लेकर सत्तारूढ़ मराठा सरकार का विवाद ऐसे हुआ शुरू की पड़ताल attacknews.in

मुंबई 05 सितंबर को बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने मुंबई वापस नहीं आने के लिए मिल रही धमकी के बीच कहा है कि वह नौ सितंबर को मुंबई आ रही है और यदि किसी में हिम्मत हो तो उन्हें रोक ले।इसी बीच महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने शुक्रवार को कहा कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत को मुंबई ही नहीं वरन पूरे महाराष्ट्र में रहने का अधिकार नहीं है। इसका पलटवार करते हुए कंगना ने कहा, “किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, 09 सितंबर को आऊंगी हिम्मत है तो कोई रोक कर दिखाए।”

कंगना रनौत इंडस्ट्री में फैले नेपोटिजम-गैंगिजम और ड्रग लिंक पर खुलकर बोल रही हैं। कुछ दिन पहले सुशांत सिंह राजपूत मामले में ड्रग एंगल सामने आने के बाद कंगना ने कई बड़े खुलासे किए थे। साथ ही कहा था कि वह इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की मदद करने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा चाहिए।

कंगना के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता राम कदम ने मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख और मुख्यमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए कहा था, “100 घंटे से ज्यादा हो गए हैं, जब चार दिन पहले अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा था कि वह बॉलीवुड-ड्रग माफिया को एक्सपोज करने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा चाहिए। दुर्भाग्य से महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें अभी तक सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई है।”

इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कंगना ने कहा था, “सर आपकी चिंता के लिए धन्यवाद, अब मुझे मूवी माफिया से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है, मुंबई में मुझे या तो हिमाचल प्रदेश सरकार या फिर सीधे केंद्र सरकार की ओर से सुरक्षा चाहिए, मुंबई पुलिस से नहीं।”

कंगना के इसी बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने उनसे कहा था कि वो मुंबई वापस न आएं। संजय राउत ने कहा था, ‘‘मुंबई में रहते हुए मुंबई पुलिस की आलोचना करना और कंगना का ऐसा कहना शर्मनाक है। हम उनसे आग्रह करते हैं कि वह मुंबई न आएं। यह मुंबई पुलिस की बेइज्जती है। गृह मंत्रालय को इस पर एक्शन लेना चाहिए।”

श्री राउत की बात पर कंगना रनौत ने ट्वीट किया, “शिवसेना नेता संजन राउत मुझे खुली धमकी दे रहे हैं और मुंबई वापस न लौटने की सलाह दे रहे हैं। मुंबई की गलियों में आजादी के बाद अब यह खुली धमकियां। मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर जैसा क्यों महसूस हो रहा है।”

कंगना ने एक अन्य ट्टीट में लिखा, “मैंने देखा कि बहुत सारे लोग मुझे मुंबई वापस न आने की धमकी दे रहे हैं। तो अब मैंने अगले हफ्ते 09 सितंबर को मुंबई सफर करने का सोच लिया है। मैं जब मुंबई एयरपोर्ट पर उतरूंगी तो टाइम पोस्ट कर दूंगी। किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले।”

कंगना रानौत को महाराष्ट्र में रहने का अधिकार नहीं: देशमुख

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने शुक्रवार को कहा कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत को मुंबई ही नहीं वरन पूरे महाराष्ट्र में रहने का अधिकार नहीं है।

श्री देशमुख ने मुंबई पुलिस के संबंध में कंगना के ट्वीट पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

गृहमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, “ मुंबई पुलिस की तुलना स्कॉटलैंड यार्ड से की जाती है। कुछ लोग मुंबई पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। एक आईपीएस अधिकारी इसके खिलाफ अदालत गए हैं। उनके (कंगना रनौत के) मुंबई पुलिस से तुलना करने के बाद उन्हें मुंबई या महाराष्ट्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है।”

कंगना ने कहा-किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, 09 सितंबर को आऊंगी मुंबई

बॉलीवुड के नवोदित सुपरस्टार सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से मुंबई पुलिस की कार्यशैली, मायानगरी में भाई-भतीजावाद और ड्रग्स लिंक को लेकर लगातार मुखर रही हिंदी सिनेमा जगत की ‘मणिकर्णिका’ कंगना रनौत ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना की धमकियों पर पलटवार करते हुए कहा, “किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, 09 सितंबर को आऊंगी हिम्मत है तो कोई रोक कर दिखाए।”

कंगना ने शुक्रवार को शिवसेना सांसद संजय राउत, महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख, विधायक प्रताप सरनाइक के उन्हें मुंबई में घुसने नहीं देने की धमकियों के जवाब में ट्वीट किया, “किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र। महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है और मैं डंके की चोट पे कहती हूं हां मैं मराठा हूं। इनकी औकात नहीं है, इंडस्ट्री के सौ सालों में एक भी फिल्म मराठा प्राइड पे बनाई हो। मैंने इस्लाम डॉमिनेट इंडस्ट्री में अपनी जान और करीयर को दाव पे लगाया, शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई पे फिल्म बनाई। आज महाराष्ट्र के इन ठेकेदारों से पूछो किया क्या है महाराष्ट्र के लिए।”

अभिनेत्री ने कहा, “एक महान पिता की संतान होना ही आपकी एक मात्र उपलब्धि नहीं हो सकती, आप कौन होते हैं मुझे महाराष्ट्र प्रेम या नफरत का सर्टिफिकेट देने वाले। आपने यह कैसे निर्धारित कर लिया कि आप महाराष्ट्र को मुझसे ज्यादा प्रेम करते हैं और अब मुझे वहां आने का कोई हक नहीं।”

कंगना रनौत के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज

महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के अलावा फिल्म उद्योग के साथ सोशल मीडिया पर प्रतिकूल टिप्पणियों के जरिए कथित रूप से अपमानित किये जाने का आरोप लगाते हुए एक सामाजिक कार्यकर्ता ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है।

सामाजिक कार्यकर्ता संतोष देशपांडे ने शनिवार को कंगना के खिलाफ अधिकतम शहर के खार पुलिस स्टेशन में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करायी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि कंगना ने महाराष्ट्र के गौरव और स्वाभिमान को क्षति पहुंचाई है। उन्होंने जोर दिया कि अभिनेत्री ने ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ का अनुचित लाभ उठाते हुए सोशल मीडिया पर ‘भड़काऊ’ टिप्पणियां पोस्ट की हैं।

CBI द्वारा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से रहस्य का पर्दा हटाने से पहले नारकोटिक्स ने कर ली ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां और अब बारी है रिया चक्रवर्ती के अंजाम की attacknews.in

मुम्बई 05 सितंबर । नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार देर रात बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कुक रहे दिपेश सावंत को दिनभर चली पूछताछ के बाद ड्रग्स मामले में गिरफ्तार कर लिया है।

एनसीबी ने शुक्रवार की रात मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक और सुशांत सिंह राजपूत के मैनेजर सैमुअल मिरांडा को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था

इस मामले में अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सुशांत सिंह की प्रेमिका रिया चक्रवर्ती को रविवार को पूछताछ के लिए बुलाने जाने के आसार है।

शौविक, सेमुअल नौ सितम्बर तक एनसीबी की हिरासत में

मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले से जुड़े मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर गिरफ्तार शौविक चक्रवर्ती और अभिनेता के पूर्व मैनेजर सैमुअल मिरांडा को शनिवार को नौ सितम्बर तक के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) की हिरासत में भेज दिया।

एनसीबी ने शौविक और सैमुअल को शुक्रवार की शाम को गिरफ्तार किया था। दोनों को आज भारी पुलिस बंदोबस्त के साथ अदालत में पेश किया गया।

परिहार से मादक पदार्थ खरीदता था शौविक: एनसीबी

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले से जुड़ी मादक पदार्थों की तस्करी की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने खुलासा किया है कि मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती का भाई शौविक चक्रवर्ती गिरफ्तार किये गये तस्कर अब्दुल बासित परिहार से गांजा और मारिजुआना खरीदता था और इसके लिए गूगल पे अकाउंट के जरिये भुगतान करता था।

मुंबई की एक अदालत में परिहार की पेशी के दौरान एनसीबी ने यह खुलासा किया। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में ड्रग एंगल की जांच शुरू करने के बाद एनसीबी को यह जानकारी मिली। सुशांत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित फ्लैट पर मृत पाये गये थे।

अदालत ने परिहार को नौ सितंबर तक एनसीबी की हिरासत में भेज दिया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बाद सुशांत की मौत की जांच में शामिल होने वाली एनसीबी तीसरी केंद्रीय एजेंसी है।

एनसीबी अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किये गये एक और तस्कर जैद विलात्रा ने ब्यूरो को दिए अपने बयान में खुलासा किया कि परिहार ‘रिसीवर’ का काम करता था और उसके पास से गांजा या मारिजुआना लिया करता था।

परिहार ने अपने बयान में बताया है कि वह शौविक के निर्देशों के अनुसार विलात्रा और फरार आरोपी कैजान इब्राहिम से मादक पदार्थ खरीदता था और सुशांत के घर के मैनेजर सैमुअल मिरांडा के पास भेजता था।

एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक और सेमुएल को किया था गिरफ्तार

नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो(एनसीबी) ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मामले में ड्रग्स के परिप्रेक्ष्य में रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक और सेमुएल मिरांडा को शुक्रवार की शाम गिरफ्तार कर लिया था ।

शोविक और सेमुएल से दिन भर की पूछताछ के बाद दोनों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था । इससे पहले सुबह दोनों के घरों में छापे मारे गये थे तथा उनके लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद कर लिये गये थे।

एनसीबी पहले ही दो ड्रग पैडलर जैद विलात्रा और अब्दुल बसित परिहार को गिरफ्तार कर चुकी है। ये दोनों शोविक के संपर्क में रहे हैं।

सुबह शौविक, मिरांडा के परिसरों पर एनसीबी ने मारे थे छापे, पूछताछ के लिए किया था तलब:

आज सुबह मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के प्रकरण से जुड़े मादक पदार्थ मामले की जांच के सिलसिले में प्रमुख आरोपी रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक चक्रवर्ती और सैमुअल मिरांडा के परिसरों पर शुक्रवार को छापेमारी की।

एनसीबी अधिकारियों के एक दल ने पुलिस अधिकारियों के साथ सांताक्रूज (पश्चिम) स्थित शौविक के घर और उपनगर अंधेरी (पश्चिम) इलाके में मिरांडा के घर पर सुबह तकरीबन साढ़े छह बजे छापे मारे।

शौविक अपनी बहन रिया के साथ ही रहते हैं।

दल में कुछ महिला अधिकारी भी शामिल थीं। सभी मास्क और दस्ताने पहने दिखें।

जांच दल का नेतृत्व कर रहे एनसीबी के उप निदेशक (संचालन) केपीएस मल्होत्रा ने मौके पर मौजूद पत्रकारों को बताया कि शौविक और मिरांडा के घरों की तलाशी ली गई है और यह एक ‘‘प्रक्रियात्मक’’ कार्रवाई है।

एजेंसी के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि एजेंसी इस कार्रवाई के जरिए सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है और तलाश दल ने छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं।

उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान शौविक और मिरांडा दोनों को पूछताछ में शामिल होने के लिए सम्मन भी सौंपा गया।

अधिकारी ने कहा, ‘‘ मीडिया की मौजूदगी की वजह से उन्होंने तलाश दल के साथ ही चलने की इच्छा जाहिर की।’’

अधिकारी ने बताया कि उन्हें एनसीबी के तलाशी दल द्वारा लाया गया और अब उनसे पूछताछ की गई ।

एनसीबी ने इस मामले में अभी तक महाराष्ट्र की राजधानी में सक्रिय दो कथित मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किया है। एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया गया है।

मामले में जैद विलात्रा (21) और अब्देल बासित परिहार को गिरफ्तार कर उनसे बृहस्पतिवार से पूछताछ जारी है।

ब्रांद्रा निवासी परिहार को विलात्रा से पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि परिहार के राजपूत की लिव-इन-पार्टनर रिया चक्रवर्ती (28) और अन्य के खिलाफ दर्ज मादक पदार्थों मामलों में लिप्त माना जा रहा है।

सुशांत सिंह राजपूत (34) के मामले रिया चक्रवर्ती प्रमुख आरोपी हैं और इस मामले की जांच एनसीबी, धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रहा है।

एजेंसी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा साझा की गई एक रिपोर्ट के बाद ‘नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस’ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया है। ईडी ने रिया के दो मोबाइल फोन की जांच के बाद यह रिपोर्ट साझा की थी।

गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में 14 जून को मृत मिले थे।

सूत्रों ने बताया कि एनसीबी मादक पदार्थ नियंत्रण कानून (एनडीपीएस) के प्रावधानों के तहत तलाशी अभियान में जुटा है।

गौरतलब है कि एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक और सैमुअल मिरांडा के मोबाइल फोन चैट और संदेशों में मादक पदार्थों के इस्तेमाल और उनकी खरीद-फरोख्त से जुड़े संकेत मिलने के बाद इस मामले में उनकी भूमिका को जांच के दायरे में लाया।

एनसीबी ने अभिनेता के पैसों के हेरफेर और घपले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय की रिपोर्ट के आधार पर एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज किया।

सुशांत मौत मामला , सीबीआई को सहयोग दे रही मुंबई पुलिस : देशमुख

इधर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शनिवार को कहा कि मुंबई पुलिस सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को पूरा सहयोग कर रही है।

श्री देशमुख ने कहा कि सीबीआई की टीम मामले की जांच के सिलसिले में गत 20 अगस्त से मुंबई में है। इससे पहले मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही थी।

भारत में तेरह दिन में 30 से 40 लाख पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या,देश में कोरोना का प्रकोप चरम पर पहुंचा attacknews.in

नयी दिल्ली 05 सितंबर । देश में कोरोना का प्रकोप चरम पर है और इसके रफ्तार की अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महज 13 दिनों में इसके संक्रमण के मामले 10 लाख बढ़कर 30 से 40 लाख पहुंच गये।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में इस जानलेवा विषाणु से अब तक 40,23,179 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 69,561 लोगों की मौत हुई है। देश में इस समय कोरोना के 8,46,395 सक्रिय मामले हैं जबकि वहीं 31,07,223 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं।

इससे पहले कोरोना ने 23 अगस्त को 30 लाख का आंकड़ा पार किया था। इस दिन देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30,44,940 थी और इसके बाद 13 दिनों में ही लगभग 10 लाख लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है।

इससे पहले संक्रमण के मामले 10 लाख के आंकड़े को पहुंचने में 16 दिन लगे थे। कोरोना संक्रमितों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख के पार पहुंची थी। सात अगस्त को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20,27,075 थी तथा 41885 मरीजों की मौत हो चुकी थी। इस तरह से 20 लाख से 30 लाख की संख्या तक पहुंचने में 16 दिन लगे थे।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 17 जुलाई को 10 लाख पहुंची थी। इस दिन के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना से 10,03,832 लोग संक्रमित हुए थे तथा 25,602 मरीजों की मौत हो चुकी थी। है।

इसी दिन भारत 10 लाख का आंकड़ा पार करने वाला करने वाला दुनिया का तीसरा देश बना था। इस दिन पहले स्थान पर काबिज अमेरिका में 35,74,371 मामले और दूसरे स्थान पर स्थित ब्राजील में 20,1,2515 मामले थे। इस तरह से देश 10 लाख से 20 लाख के आंकड़े तक पहुंचने में इस संक्रमण को 21 दिन लगे थे।
गत जनवरी की समाप्ति तक देश में कोरोना संक्रमण के एक हजार से कम मामले थे। शुरुआती महीनों में इसकी रफ्तार काफी धीमी थी और इसे एक हजार से 10 लाख तक की संख्या तक पहुंचने में 170 दिन लगे थे।

राहुल गांधी की बयानबाज़ी को चीन की सरकार ने भारत के विरुद्ध बनाया हथियार, इससे पहले पाकिस्तान ने राहुल के बयानों को अपने समर्थन में संयुक्त राष्ट्र में पेश किये थे attacknews.in

नयी दिल्ली 05 सितंबर । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के एक ट्वीट को लेकर कांग्रेस एवं गांधी परिवार पर आज करारा प्रहार किया और कहा कि इससे कांग्रेस एवं चीन के बीच जो ‘इश्क’ चल रहा है, उसकी ‘मुश्क’ चारों ओर फैल गयी है और सबको पता चल गया है कि दोनों के बीच क्या गुल खिल रहा है। यह भी साबित हो गया है कि कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी देश के दुश्मनों के हीरो बन गये हैं।

भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि चीन में एक पार्टी की सरकार है और मीडिया भी उसी का है। चीनी मीडिया के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने आज ट्वीट करके कहा है कि भारत में कांग्रेस पार्टी नरेन्द्र मोदी सरकार को झकझाेरने के लिए तैयार है। इससे पता चलता है कि हिंदुस्तान के अंदर कांग्रेस चीन के एजेंडे पर काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि यह ट्वीट एक कुंठित देश की भारत के शौर्य पर खीज का उदाहरण है। चीनी अखबार अपने लोगों को बताने की कोशिश कर रहा है कि हमारे जवान सीमा पर भारत से लोहा ले रहे हैं तो भारत के भीतर एक राजनीतिक दल चीन के हितों को साधने की कोशिश कर रहा है। सरकार को झकझोरने में लगा है।

डॉ. पात्रा ने कहा कि यह मामूली ट्वीट नहीं है। इसने चीन एवं कांग्रेस के बीच सांठगांठ को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा, “इश्क और मुश्क छिपाने से नहीं छिपते हैं। इश्क में आंखों से बात होती है और दुनिया को पता चल जाता है। मुश्क यानी खुश्बू भी छिपाये नहीं छिपती, उसकी लहर से पता चल जाता है कि कहां कौन सा गुल खिला है। उसी तरह से आज इस ट्वीट से सबको पता चल गया है कि कांग्रेस और चीन के बीच कौन सा गुल खिल गया है।”

भाजपा प्रवक्ता ने पूछा, “ऐसा क्यों है कि चाहे पाकिस्तान हो, चीन हो या कुछ आतंकवादी हों, ये सब लोग कांग्रेस को पसंद करते हैं। चीन बाहर से भारत में आक्रमण करने की कोशिश कर रहा है, जिसे हम नाकाम कर रहे हैं। लेकिन भारत के अंदर से देश की सरकार को हिलाने और गिराने की साजिश चीन की साथी कांग्रेस पार्टी कर रही है।”

डॉ. पात्रा ने कहा कि चाहे पाकिस्तान हो, चीन हो चाहे आतंकवादी भी हों, ये सारे लोग कांग्रेस को पसंद करते हैं। सबकी प्रीत कांग्रेस के प्रति है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाकिस्तान में हाहाकर मचा था। तब संसद से बाहर निकलकर श्री गांधी ने कहा था कि हजारों हजार लोगों का कत्लेआम हो गया है। तब झूठ का सहारा लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र में डोजियर दिया था और सबसे ऊपर लिखा था कि श्री राहुल गांधी ने कहा है कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र समाप्त हो गया।

उन्होंने कहा कि श्री इमरान खान श्री गांधी का सहारा लेते हैं। चीन भी सहारा ले रहा है। आतंकी सरगना हाफिज सईद भी कांग्रेस को पसंद करता है।

उन्होंने कहा कि वह श्री गांधी को बहुत बहुत मुबारकबाद देना चाहते हैं कि वह पहले पाकिस्तान के ही हीरो थे मगर आज चीन के भी हीरो बन गए। लेकिन जहां हीरो बनना चाहिए था, वहां जीरो बन गये हैं। वह देश की बजाय देश के दुश्मन के हीरो बन गये हैं। उन्होंने कहा कि चीन कांग्रेस के कंधे पर बंदूक रख कर भारत के खिलाफ चलाने की कोशिश कर रहा है। क्योंकि उसे सीमा पर पीछे हटना पड़ रहा है।

भारत सरकार ने आम जनता को दे दी नई सुविधा;अब बिना डॉक्टर की पर्ची के खुद भी करा सकेंगे किसी भी लैब में कोरोना टेस्ट attacknews.in

नयी दिल्ली 05 सितंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना वायरस कोविड-19 की जांच के लिए शनिवार को अद्यतन परामर्श जारी किया है, जिसके अनुसार अब कोई भी व्यक्ति बिना किसी डॉक्टर की पर्ची के लैब में जाकर अपना कोरोना टेस्ट करा सकता है।

कोविड-19 के लिए गठित नेशनल टास्क फाेर्स की सिफारिशों को लागू करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अब कोई भी व्यक्ति अगर चाहे तो अपना कोरोना टेस्ट खुद ही करा सकता है और इसके लिए उसे डॉक्टर की पर्ची दिखाने की जरूरत नहीं है। मंत्रालय ने साथ ही कहा है कि राज्य सरकार इसे लेकर अपने अनुसार निर्णय ले सकते हैं। इससे एक राज्य से दूसरे राज्य तथा विदेश का सफर करने वाले व्यक्तियों को आसानी होगी और उन लोगों को भी सुविधा होगी जो अपना कोरोना टेस्ट कराना चाहते हैं।

मंत्रालय ने साथ ही कहा है कि कोई भी अस्पताल अब कोरोना टेस्ट की सुविधा न होने के बहाने गर्भवती महिला को किसी दूसरी जगह रेफर नहीं करेंगे।

अस्पतालों को गर्भवती महिला का कोरोना टेस्ट कराने के लिए नमूने को जमा करके उसे कोरोना टेस्ट लैब में पहुंचाने की व्यवस्था करनी होगी।

पितृ पक्ष के बाद राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए 100 फिट नीचे 1200 स्थानों पर नींव भराई का काम हो जाएगा शुरू attacknews.in

अयोध्या 05 सितम्बर ।अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली पर बनने जा रहे भव्य मंदिर के आधार का निर्माण 17 सितम्बर को पितृ पक्ष खत्म होने के बाद शुरू होगा ।

राम जन्मभूमि में विराजमान राम लला के मंदिर निर्माण की नींव डालने के लिये नक्शे में दर्शाये गये 13 हजार वर्ग मीटर के सौ फिट नीचे तक बारह सौ जगहों पर कुयें की तरह पाइलिंग कर चट्टान की तरह आधारशिला तैयार की जायेगी । फिर उस पर नक्शे के अनुसार आधारशिला खड़ी होगी और मंदिर के धरातल का निर्माण किया जायेगा ।

राम मंदिर का सौंपा था नक्शा

इधर 03 सितम्बर को  अयोध्या में श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये अयोध्या विकास प्राधिकरण ने राम मंदिर परिसर का लेआउट एवं राम मंदिर का नक्शा/मानचित्र श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पास करके सौंप दिया है।

अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ल ने  यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अयोध्या में श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये राम मंदिर परिसर का लेआउट व राम मंदिर का नक्शा/मानचित्र श्रीरामजन्मभूमि के ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय और सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा,सदस्य विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र को सौंप दिया गया।

इस बीच अयोध्या विकास प्राधिकरण अयोध्या के सचिव आर.पी. सिंह ने बताया कि श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये जो मंदिर का नक्शा पास हुआ है, उसमें बड़ी बारीकी से सभी विभागों से नोड्यूज की प्रक्रिया भी ली गयी है।

उन्होंने कहा कि हम लोग बहुत भाग्यशाली हैं जो भगवान श्रीराम के मंदिर का नक्शा पास करके दिया है।

उन्होंने कहा कि इधर कई दिनों से पूरा विकास प्राधिकरण इस नक्शे को बारीकी से जांच परख करके ही पास किया है।

गौरतलब है कि अयोध्या विकास प्राधिकरण अयोध्या के अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त एम.पी. अग्रवाल की अध्यक्षता में कल देर करीब तीन घंटे चली बैठक में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का नक्शा पास किया गया था।

मिली जानकारी के अनुसार दो लाख चौहत्तर हजार एक सौ दस वर्ग मीटर ओपेन एरिया का लेआउट व 12879 वर्ग मीटर राम मंदिर का नक्शा पास हुआ है, जिसमें लगभग 13 हजार कवर्ड एरिया में राम मंदिर बनेगा।

भारत में गुरुवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 39 लाख के पार 39.31 लाख से अधिक हो गई, मृतकों की संख्या 68,546 हुई attacknews.in

नयी दिल्ली 03 सितंबर । देश में गुरुवार देर रात तक कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के रिकॉर्ड 82 हजार से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा 39 लाख के पार 39.31 लाख से अधिक हो गया जबकि 1,060 कोरोना मरीजों की मौत से मृतकाें की संख्या 68,500 से अधिक हो गयी।

वायरस के बढ़ते कहर के बीच राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की संख्या में भी वृद्धि जारी है और आज फिर से रिकवरी दर में आंशिक सुधार दर्ज किया गया।

महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक समेत विभिन्न राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार आज देर रात तक 82,423 नये मामले सामने आने से संक्रमितों का कुल आंकड़ा 39,31,391 तथा मृतकों की संख्या 68,546 हो गयी है।

चिंता की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये संक्रमितों में वृद्धि जारी है जिसके कारण सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। आज 10,392 मरीज बढ़ने से सक्रिय मामले बढ़कर सवा आठ लाख के पार 8,25,930 पहुंच गये।

इस दौरान 64,117 लोगों के स्वस्थ होने से संक्रमण मुक्त हाेने वालों का आंकड़ा 30,31,513 पर पहुंच गया।

देश में सक्रिय मामले 21.03 प्रतिशत और रोगमुक्त होने वालों की दर 77.21 प्रतिशत है जबकि मृतकों की दर 1.74 प्रतिशत है। स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर गत दिवस के 77.11 प्रतिशत से सुधरकर आज 77.21 फीसदी पर पहुंच गयी।

राज्यों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में सबसे अधिक 18105 नये मामले सामने आये। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 10,199, कर्नाटक में 8865, तमिलनाडु में 5892, उत्तर प्रदेश में 5662, ओडिशा में 3631, पश्चिम बंगाल में 2984, दिल्ली में 2737, बिहार में 1922, हरियाणा में 1881, मध्य प्रदेश में 1672, केरल एवं राजस्थान में 1553-1553, पंजाब में 1526, गुजरात में 1326 तथा जम्मू-कश्मीर में 1057 नये मामले सामने आये।

कोरोना वायरस महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 18,105 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या आज रात बढ़कर 8,43,844 पहुंच गयी। राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों में भी गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 13,988 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या 6,12,484 हो गयी है। राज्य में 391 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 25,586 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज 72.58 प्रतिशत पहुंच गयी जो बुधवार को 72.48 फीसदी थी जबकि मरीजों की मृत्यु दर 3.03 फीसदी रह गयी।

राज्य में आज 3,725 मरीजों की बढ़ोतरी दर्ज किये जाने के बाद चिंता बढ गयी है। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या आज 2,05,428 पहुंच गयी जो बुधवार को 2,01,703 रही थी।

आंध्र में कोरोना के सक्रिय मामले 1.03 लाख के पार

आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी दिनों-दिन विकराल रूप लेती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड 10,199 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या गुरुवार को 4.65 लाख के पार पहुंच गयी ,लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 77 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

पिछले 24 घंटों में राज्य में नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या कम रही और सक्रिय मामलों में भी फिर से वृद्धि दर्ज की गयी है जिसकी वजह से चिंंताएं बढ़ गई हैं। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 1,03,700 के ऊपर जा चुकी है।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस दौरान कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,65,730 हो गयी। इस दौरान 9,499 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 3,57,829 हो गयी। इस दौरान 73 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 4,200 पहुंच गया है। राहत की बात यह है कि राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 76.83 फीसदी पहुंच गयी जो बुधवार को 76.46 थी।

राज्य में जहां नये मामलों में वृद्धि हुई है, वहीं सक्रिय मामलों में भी वृद्धि दर्ज की गयी है। राज्य में सक्रिय मामलाें में 625 की वृद्धि हुई और इनकी संख्या 1,03,701 हो गयी जो बुधवार को 1,03,076 थी। सभी संक्रमित मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

गौरतलब है कि कोरोना से गंभीर रूप से प्रभावित आंध्र प्रदेश संक्रमण के मामले में पूरे देश में महाराष्ट्र के बाद अब दूसरे स्थान पर है।

गुजरात में कोरोना के कुल मामलों का आंकड़ा एक लाख के पार, सक्रिय केस 16131

गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोरोना विषाणु यानी कोविड-19 संक्रमण से और 16 लोगों की मृत्यु हो गयी जिससे अब तक की कुल मौतों का आंकड़ा 3064 हो गया है तथा इसके 1325 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 100375 पर पहुंच गयी है।

पिछले 24 घंटे में 1126 और लोगों के ठीक होने से अस्पतालों से अब तक छुट्टी पाने वालों का आंकड़ा बढ़ कर 81180 हो चुका है।

कर्नाटक में कोरोना के 8865 नये मामले, 7122 स्वस्थ

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान 8,865 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या गुरुवार रात बढ़कर 3.70 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान 7,122 और मरीज स्वस्थ हुए जिससे संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 2.68 लाख से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 3,70,206 हो गयी है। इस दौरान संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या बढ़कर 2,68,035 हो गयी है। इसी अवधि में 104 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 6,054 हो गयी है। राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीजाें की दर बढकर आज 72.40 फीसदी हो गयी जो बुधवार को 72.20 प्रतिशत थी।

सक्रिय मामलों में आज 1,603 की वृद्धि चिंता का कारण बनी हुई है। राज्य में सक्रिय मामले बढ़कर 96,098 हो गये जो बुधवार को 94,495 थे।
गौरतलब है कि कर्नाटक संक्रमण के मामले में पूरे देश में चौथे स्थान पर है।

महाराष्ट्र में कोरोना सक्रिय मामले 2.05 लाख के पार

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 18,105 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या गुरुवार रात बढ़कर सवा 8.44 लाख के करीब पहुंच गयी लेकिन चिंता की बात यह है कि इसके साथ ही सक्रिय मामलों में भी 3700 से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी है।

राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों में भी गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 13,988 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या 6.12 लाख से अधिक हो गयी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 68 हजार के पार 68,586 हुई,मृतकों की संख्या 1,483 हुई, इंदौर और भोपाल में ही 25 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज attacknews.in

भोपाल, 03 सितंबर । मध्यप्रदेश में आज कोरोना संक्रमित 1672 नये मरीज मिले है और इन्हें मिलाकर राज्य भर में अब तक 68586 लोग संक्रमित पाये जा चुके है। इनमें से 52215 लोग कोरोना संक्रमण से ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार कुल 23727 सैंपल की जांच रिपोर्ट में से 1672 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब बढ़कर 68586 हो गयी है। इस महामारी बीमारी के कारण आज 30 लोगों की जान गई। इस बीमारी से अब तक 1483 लोगों की मौत हो चुकी है।

इंदौर में कोविड 19 के 259 नये मामले

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 259 नये मामले आने के बाद यहां उपचाररत रोगियों की संख्या 3849 जा पहुंची है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल 222412 सैम्पल जाँचे गये हैं। इनमें कल जाँचे 2997 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जाँचे सैम्पलों में 259 नये मामले आने के बाद यहाँ कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 13752 तक जा पहुंची है। वहीं, कल चार की मौत आधिकारिक रूप से दर्ज किये जाने के बाद मृतकों की संख्या 406 जा पहुंची है।

उधर, राहत की खबर है कि अब तक 9497 मरीज स्वस्थ भी हो चुके हैं। जिसके बाद उपचाररत रोगियों की संख्या 3849 है। वहीं, संस्थागत क्वाॅरेंटाइन केंद्रों से भी अब तक 6181 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छोड़ा जा चुका है।

नीमच में कोरोना के मिले 22 नए मरीज

नीमच जिले में 22 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1264 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल रात प्राप्त जांच रिपोर्ट में जिन 22 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुयी है। इनमें से 15 नीमच, 2 मनासा और शेष 5 जिले के विभिन्न गांवों के हैं। जिले के दो व्यक्तियों की कल कोरोना से मृत्यु की भी खबर है। जिले में अभी तक कोरोना से 23 व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी है।

सागर में मिले 25 नए मरीज, कुल संख्या 1100 के पार

सागर जिले में 25 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद कुल संख्या बढ़कर 1125 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कुल मिले 1125 मरीजों में अब तक साढे आठ सौ मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में वर्तमान में 113 मरीज भर्ती हैं। सितंबर माह के दो दिनों में ही 43 मरीज मिले हैं। वहीं, बीएमसी में 71 मरीजों की अब तक मृत्यु हो चुकी है।

सिवनी में मिले 13 नए मरीज कुल संख्या 268 हुयी

सिवनी जिले में 13 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद अब तक कुल 268 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के सी मेश्राम ने बताया कि कल देर रात प्राप्त रिपोर्ट में 13 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 268 तक पहुंची गयी है। इनमें से अब तक 204 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं तथा वर्तमान में 58 मरीजों का इलाज जारी हैं।

भोपाल में कोरोना के 253 नए मरीज

भोपाल जिले में आज कोरोना संक्रमण के 253 नए मरीज मिलने के बाद इनकी कुल संख्या 11309 हो गयी है।

भोपाल जिले में पिछले साढ़े पांच माह के दौरान आज रिकार्ड संख्या में सबसे अधिक संक्रमित मिले हैं। इसके पहले एक ही दिन में इतने अधिक संक्रमित व्यक्ति नहीं मिले।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार सुबह 253 सैंपल पॉजीटिव पाए गए। इन्हें मिलाकर अब तक जिले मेें कुल 11309 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 296 लोगों की मौत हो चुकी है।

हालाकि 9200 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को मात देकर घर लौट चुके हैं। शेष लगभग 1800 एक्टिव मरीजों का अस्पतालों, होम आइसोलेशन और संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर में इलाज चल रहा है।

राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में भोपाल जिला, इंदौर के बाद दूसरे क्रम पर है।

सीहोर में आज कोरोना के 16 नए मामले

सीहोर जिले में कोरोना संक्रमण के आज फिर 16 नये मामले सामाने आये।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि आज 16 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। जिले में कोरोना एक्टिव व्यक्तियों की संख्या 217 है। आज 7 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है। जिले में अब तक स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज किए गए व्यक्तियों की संख्या 491 है। जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु संख्या 20 है। अभी तक जिले में 728 लोग पाजेटिव हो चुके हैं।

बैतूल में कोरोना के 23 नये मामले, 566 ठीक हुए

बैतूल जिले में आज कोरोना संक्रमण के 23 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 765 पहुंच गयी। उपचार के बाद आज 17 मरीजों को छुट्टी दे दी गई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि जिले में अभी तक 566 मरीज स्वस्थ हो चुके। शेष संक्रमित 185 (एक्टिव) मरीजों का उपचार जारी है। जिले में कोरोना वायरस से अभी तक 14 लोग अपनी जान गवा चुके है।

शिवपुरी जिले में आज मिले 29 कोरोना मरीज

शिवपुरी जिले में आज 29 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गये।आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज 29 लोग कोरोना से संक्रमित मिले है। अब कुल संक्रमितों की संख्या 1258 हो गई है। इनमें से आज तक 813 मरीज ठीक हो चुके हैं। 437 एक्टिव केस हैं तथा 8 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।

सागर जिले में मिले 21 कोरोना मरीज

सागर जिले में आज बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के कोविड केयर वार्ड में भर्ती छह मरीजों की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज 21 लोगों की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित आई है। जिनमें एक डॉक्टर भी शामिल है। अन्य में 53 वर्षीय महिला एवं 41 वर्षीय दो पुरुष बीना, 62 वर्षीय पुरुष बरियाघाट वार्ड, 28 वर्षीय पुरुष एवं 27 वर्षीय महिला सनराईज मेगा सिटी, 83 वर्षीय पुरूष चकराघाट, 27 वर्षीय पुरुष शाहगढ़, 36 एवं 40 वर्षीय पुरुष कैंट, 29 वर्षीय महिला लालकुर्ती सागर, 38 एवं 56 वर्षीय पुरुष तथा 40 वर्षीय महिला दीनदयाल नगर मकरोनिया, 49 वर्षीय पुरुष पटकुई, 63 वर्षीय पुरुष मण्डी सागर एवं मढ़िया अग्रसेन सागर निवासी शामिल है। सितंबर माह में पहले दिन 18 और दूसरे दिन 25 मरीज संक्रमित मिले थे। आज 21 मरीज मिले । तीन दिन में कुल 64 मरीज मिल चुके है। वहीं 12 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुँच गए हैं।

कोरोना संक्रमितों को लेने गए दल को ग्रामीणों के विरोध के चलते लौटना पड़ा

खरगोन जिले के महेश्वर तहसील क्षेत्र के ठनगांव में आज शाम कोरोना संक्रमितों को लेने गए शासकीय दल को ग्रामीणों के विरोध के चलते लौटना पड़ा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार शाम को पुलिस,
स्वास्थ्य विभाग तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों ने ठनगांव पहुंच एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और पुत्री के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के चलते उन्हें कोविड-19 सेंटर में चलने के लिए कहा, किंतु ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि वे तीनों स्वस्थ हैं और उन्हें अनावश्यक रूप से ले जाया जा रहा है।

मध्यप्रदेश में राशन दुकानों से घटिया चावल गरीबों में बांटने के मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी ,करोडों के घालमेल की जानकारी आ रही हैं सामने attacknews.in

भोपाल, 03 सितंबर ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के बालाघाट और मंडला जिले में निम्मस्तरीय चावल राशन दुकानों के जरिए गरीबों में बांटे जाने से संबंधित संपूर्ण मामले की जांच आज आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) से कराने के आदेश दिए।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। श्री चौहान ने कहा है कि घटिया चावल को राशन की दुकानों तक पहुंचाने वाले दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ईओडब्ल्यू मामले की जांच कर सच उजागर करेगा और दोषियाें के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

राज्य में पिछले दो तीन दिनों से यह मामला काफी गर्माया हुआ है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मामले को लेकर आरोप लगाए हैं, तो सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कहना है कि पूर्ववर्ती सरकार के समय का यह मामला मौजूदा सरकार के कार्यकाल में उजागर हुआ है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

श्री चौहान ने कहा है कि उपभोक्ताओं को गुणवत्ताविहीन चावल प्रदाय करने का मामला गंभीर है। उन्हाेंने कहा कि इस वर्ष फरवरी माह में बालाघाट में मिल संचालकों से प्राप्त गुणवत्ताविहीन चावल को सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बांटने के मामले में पूर्व सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह गंभीर मामला है। इसमें विभिन्न स्तर पर सांठ-गांठ की भी आशंका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच में जो तथ्य उजागर होंगे, दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बालाघाट और मंडला जिलों के निरीक्षण के बाद गोदामों से चावल का प्रदाय और परिवहन बंद किया गया है। मिलिंग नीति के अनुसार गुणवत्ताविहीन चावल के स्थान पर मानक गुणवत्ता का चावल प्राप्त किया जाएगा। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जाएगा।
चावल घोटाले की सीबीआई जांच होना चाहिए – अजय

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता अजय सिंह ने राज्य में निम्न गुणवत्ता वाला चावल गरीबों को बांटे जाने संबंधी मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है।

श्री सिंह ने एक बयान में कहा कि राज्य में ऐसा चावल गरीबों को वितरित किया गया, जो मनुष्य नहीं खा सकता है। यह आपराधिक कृत्य है और वे पहले की ही तरह आज भी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में कुछेक अधिकारियों के खिलाफ ही कार्रवाई की है, जो पर्याप्त नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में रेल पटरियों के किनारे बनीं 48 हजार झुग्गियों को तीन माह में हटाने का दिया आदेश, राजनीति हस्तक्षेप पर भी की टिप्पणी attacknews.in

नयी दिल्ली, तीन सितंबर ।उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली में 140 किलोमीटर तक रेल पटरियों के किनारे बनीं 48,000 झुग्गी बस्तियों को तीन माह के भीतर हटाने का निर्देश दिया है और कहा कि इस कदम के क्रियान्वयन में किसी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।

इसने कहा कि झुग्गी-झोपड़ियों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।

न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा, न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की तीन सदस्यीय पीठ ने इलाके में अतिक्रमण हटाने के संबंध में किसी भी अदालत को किसी तरह की रोक लगाने से भी रोका है और कहा है कि रेल पटरियों के पास अतिक्रमण के संबंध में अगर कोई अंतरिम आदेश पारित किया जाता है तो वह प्रभावी नहीं होगा।

पीठ ने कहा, “हम सभी हितधारकों को निर्देश देते हैं कि झुग्गियों को हटाने के लिए व्यापक योजना बनाई जाए और उसका क्रियान्वन चरणबद्ध तरीके से हो। सुरक्षित क्षेत्रों में अतिक्रमणों को तीन माह के भीतर हटाया जाए और किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप, राजनीतिक या कोई और, नहीं होना चाहिए और किसी अदालत को ऐसे इलाकों में अतिक्रमण हटाने के संबंध में किसी तरह की रोक नहीं लगानी चाहिए।”

पीठ ने कहा कि अगर अतिक्रमणों के संबंध में कोई अंतरिम आदेश दिया जाता है तो वह प्रभावी नहीं होगा।

ईपीसीए ने अपनी रिपोर्ट में रेलवे को उत्तरी क्षेत्र में, दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों से शुरू करते हुए, ठोस कूड़ा प्रबंधन के लिए समयबद्ध योजना प्रस्तुत करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था।

पीठ ने कहा, ‘‘ हम तीन माह के भीतर प्लास्टिक के थैले, कूड़े आदि को हटाने के संबंध में योजना के क्रियान्वयन का और सभी हितधारकों यानि रेलवे, दिल्ली सरकार और संबंधित नगर पालिकाओं के साथ ही दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूआईएसबी) की अगली हफ्ते बैठक बुलाने और उसके बाद काम शुरू किए जाने का निर्देश देते हैं।”

पीठ ने कहा कि जरूरी खर्च का 70 प्रतिशत हिस्सा रेलवे और तीन प्रतिशत राज्य सरकार उठाएगी और मानव श्रम दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, रेलवे और सरकारी एजेंसियों द्वारा नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा और वे एक-दूसरे से इसका शुल्क नहीं वसूलेंगे।

शीर्ष अदालत ने एसडीएमसी, रेलवे और अन्य एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उनके ठेकेदार रेल पटरियों के किनारे कूड़ा न डालें और रेलवे को एक दीर्घकालिक योजना भी बनानी होगा कि पटरियों के किनारे कूड़े के ढेर न लगाए जाएं।

पीठ ने कहा, ‘‘ईपीसीए की रिपोर्ट में सामने आई तस्वीर के साथ ही रेलवे द्वारा दायर जवाब दिखाता है कि अब तक कुछ नहीं किया गया है और कूड़े का ढेर लग गया है और उसी वक्त, उस इलाके में मानव आबादी अनधिकृत ढंग से बस गई जिसपर ध्यान देने की जरूरत है। इस संबंध में की गई कार्रवाई से इस अदालत को एक माह के भीतर अवगत कराया जाए।”

पीठ ने उत्तर रेलवे के डीआरएम कार्यालय में अतिरिक्त संभागीय रेलवे प्रबंधक, एके यादव द्वारा दायर हलफनामे का संज्ञान लिया और कहा कि यह बताया गया है कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के इलाके में 140 किलोमीटर तक रेल पटरियों के किनारे झुग्गियां बहुत अधिक संख्या में मौजूद हैं।