चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार से ठोस निर्णय लेकर 22 जून तक अदालत में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का हाईकोर्ट आदेश attacknews.in

नैनीताल, 16 मई । उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा को लेकर सरकार से ठोस निर्णय लेकर 22 जून तक अदालत में रिपोर्ट प्रस्तुत करे।

मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान की अगुवाई वाली पीठ में कोरोना महामारी को लेकर दायर जनहित याचिकाओं के परिपेक्ष्य में आज चारधाम यात्रा के संदर्भ में सुनवाई के दौरान यह बात कही। राज्य के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर वर्चुअली अदालल में पेश हुए। उन्होंने अदालत को बताया कि चारधाम यात्रा अभी विचाराधीन है और 22 जून तक लॉकडाउन के कारण यात्रा के संचालन को लेकर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इसके बाद निर्णय नहीं लिया जायेगा।

राजस्थान के रणभूमि की खोज “बाटी” अब तो हरेक का व्यंजन है;दाल-बाटी उज्जैन-मालवा के इलाक़े की खास पसन्द है तो;पूर्वांचल का अतिविशिष्ट व्यंजन बाटी-चोखा है attacknews.in

उज्जैन/मऊ 25 मई । दाल-बाटी जितना राजस्थान में पसन्द किया जाता है, उतना ही उज्जैन-मालवा के इलाक़े में भी पसन्द किया जाता है।

मालवा के दाल-बाटी चूरमा लड्डू और हरी चटनी के साथ खाये जाते हैं। यदि मालवा में जाकर कोई व्यक्ति लड्डू और चूरमा नहीं खाया, तो उसकी मालवा-यात्रा अधूरी ही रह गयी

बाटी चोखा एक ऐसा व्यंजन जिसका नाम सुनते पूर्वांचल के लोगों में खाने की ललक जाग उठती है। इसकी लोकप्रियता व पहुंच का आलम यह है कि यदि इसे दिहाड़ी मजदूर पसंद करता है तो वहीं अमीर व सुविधा सम्पन्न व तथाकथित रईस धनाढ्य भी शौक से बनाना व खाना पसंद करते हैं।

देखा जाए तो बाटी चोखा ही एक ऐसा व्यंजन है जिसके भोज में इसे बनाते समय आयोजक से लेकर आगंतुक तक की सहभागिता शामिल रहती है।

बाटी चोखा के महत्ता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पूर्वांचल के लगभग सभी जिलों में गांव गिराव से लेकर शहरों तक बड़े भोज आयोजन के बाद बाटी चोखा का भोज देकर ही आयोजन की पूर्णता मानी जाती है। ऐसे में बाटी-चोखा व्यंजन की उत्पत्ति के सम्बंध में बात करते हैं।

जानकारी के अनुसार बाटी मूलत राजस्थान का पारम्परिक व्यंजन है। इसका इतिहास करीब 1300 वर्ष पुराना है। 8वीं सदी में राजस्थान में बप्पा रावल ने मेवाड़ के सिसोदिया राजवंश की स्थापना की।

उस समय राजपूत सरदार अपने साम्राज्यों का विस्तार कर रहे थे। इसके लिए युद्ध भी होते थे। उस दौरान ही बाटी बनने की शुरुआत हुई।

वस्तुतः युद्ध के समय सहस्रों सैनिकों के लिए भोजन का प्रबन्ध करना चुनौतीपूर्ण कार्य होता था। कई बार सैनिक भूखे-प्यासे ही रह जाते थे। ऐसे ही एक बार एक सैनिक ने सुबह रोटी के लिए आटा गूँथा, लेकिन रोटी बनने से पहले युद्ध की घड़ी आ गयी और सैनिक आटे की लोइयाँ तप्त मरुस्थल में छोड़कर रणभूमि में चले गये। शाम को जब वे लौटे तो लोइयाँ तप्त रेत में दब चुकी थीं। जब उन्हें रेत से बाहर से निकाला तो दिनभर सूर्य और रेत की तपन से वे पूरी तरह सिंक चुकी थी। थककर चूर हो चुके सैनिकों ने उसे खाकर देखा तो वह बहुत स्वादिष्ट लगी। उसे पूरी सेना ने आपस में बाँटकर खाया। बस यहीं इसका अविष्कार हुआ और नाम मिला बाटी।

उसके बाद बाटी युद्ध के दौरान खाया जानेवाला पसन्दीदा भोजन बन गया। अब रोज़ सुबह सैनिक आटे की गोलियाँ बनाकर रेत में दबाकर चले जाते और शाम को लौटकर उन्हें चटनी, अचार और रणभूमि में उपलब्ध ऊँटनी एवं बकरी के दूध से बनी दही के साथ खाते। इस भोजन से उन्हें ऊर्जा भी मिलती और समय भी बचता।

इसके बाद शनैः शनैः यह पकवान पूरे राज्य में प्रसिद्ध हो गया और यह कण्डों पर बनने लगा।

मुग़ल बादशाह अकबर के राजस्थान में आने की वजह से बाटी मुग़ल साम्राज्य तक भी पहुँच गयी।

मुग़ल ख़ानसामे बाटी को बाफकर (उबालकर) बनाने लगे और इसे नाम दिया बाफला। इसके बाद यह पकवान देशभर में प्रसिद्ध हुआ और आज भी है और कई तरीकों से बनाया जाता है।

अब बात करते हैं दाल की। दक्षिण के कुछ व्यापारी मेवाड़ में रहने आये, तो उन्होंने बाटी को दाल के साथ चूरकर खाना शुरू किया। यह जायका प्रसिद्ध हो गया और आज भी दाल-बाटी का गठजोड़ बना हुआ है।

उस दौरान पंचमेर दाल खायी जाती थी। यह पाँच तरह की दाल चना, मूँग, उड़द, तुअर और मसूर से मिलकर बनायी जाती थी। इसमें सरसो के तेल या घी में तेज मसालों का तड़का होता था।

अब चूरमा की बारी आती है। यह मीठा पकवान अनजाने में ही बन गया। दरअसल एक बार मेवाड़ के गुहिलोत कबीले के रसोइये के हाथ से छूटकर बाटियाँ गन्ने के रस में गिर गयीं। इससे बाटी नरम हो गयी और स्वादिष्ट भी। इसके बाद से इसे गन्ने के रस में डुबोकर बनाया जाना लगा। मिश्री, इलायची और ढेर सारा घी भी इसमें डलने लगा।

बाटी को चूरकर बनाने के कारण इसका नाम चूरमा पड़ा। दाल-बाटी जितना राजस्थान में पसन्द किया जाता है, उतना ही उज्जैन-मालवा के इलाक़े में भी पसन्द किया जाता है।

मालवा के दाल-बाटी चूरमा लड्डू और हरी चटनी के साथ खाये जाते हैं। यदि मालवा में जाकर कोई व्यक्ति लड्डू और चूरमा नहीं खाया, तो उसकी मालवा-यात्रा अधूरी ही रह गयी।

मालवा के दाल-बाटी और दाल-बाफले इतने प्रसिद्ध हैं की इन्हें खाने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं। दाल-बाफले के खाने के बाद व्यक्ति आनन्दमयी हो जाता है और पानी पी पीकर नींद के आगोश में चला जाता है।

बाटी चोखा का जन सुर्खियों के अनुसार इतिहास देखने पर भले इसकी उपज राजस्थान का रणक्षेत्र बना। लेकिन आज बाटी चोखा व पूर्वांचल दोनों एक दूसरे के पहचान बन चुके हैं।

स्थिति यह है की बाटी चोखा पूर्वी भारत खासकर पूर्वांचल व बिहार में एक शाही व्यंजन बन चुका है। इसकी उपलब्धता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह पूर्वांचल के प्राय सभी रेलवे स्टेशन, प्रमुख बाजार, कोर्ट कचहरी, सरकारी दफ्तर, विद्यालय महाविद्यालय इत्यादि के पास ठेला खोमचा व फुटपाथ की दुकानों पर भी नजर आने लगा है।

वही बड़े-बड़े रेस्टोरेंट्स भी बाटी चोखा के नाम से खुलने लगे हैं। खासकर लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज व गोरखपुर जैसे पूर्वांचल के बड़े महानगरों में बाटी चोखा की एक रेस्टोरेंट श्रृंखला चल पड़ी है। इसके बिना पूर्वांचल के जनसामान्य से गणमान्य तक कहीं कोई पार्टी दावत महाभोज पूर्ण नहीं हो पाती है।

खासकर पूर्वांचल में गाजीपुर, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, आज़मगढ़, मऊ, जौनपुर, वाराणसी, मिर्ज़ापुर, सोनभद्र से होते हुए बिहार तक दाल-बाटी और चोखा की परम्परा विद्यमान है। पूर्वांचल की बाटी में मसालेदार सत्तू भरा होता है, जिसे लिट्टी कहते हैं। लिट्टी को उबलते पानी में पकाकर घी में छानने की भी परम्परा है, जिसे घाठी कहते हैं। घाठी की परम्परा गोरखपुर अंचल में है।

आलम यह है कि पूर्वांचल में दाल चावल, बाटी चोखा, चटनी, अचार, देसी घी, दही, खीर एक महा व्यंजन का स्वरूप अख्तियार कर चुका है।

मध्यप्रदेश का सामाजिक न्याय विभाग किसी भी अस्पताल द्वारा डेली जानकारी एन्ट्री नहीं की जाती है तो लाइसेंस रद्द करवा सकता है,शासन ने लगाई विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी attacknews.in

भोपाल, 12 अप्रैल मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिये स्वास्थ्य विभाग के सार्थक एप पर सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार राज्य शासन द्वारा कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिये स्वास्थ्य विभाग के सार्थक एप पर सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इन कर्मचारियों ने दिन में 2 बार सुबह 6 से 11 और शाम 6 से 9 बजे के बीच चिकित्सालयों द्वारा पोर्टल पर चिकित्सालयों द्वारा की जाने वाली डाटा एंट्री की समीक्षा कल से शुरू कर दी है। यदि अस्पतालों द्वारा कोविड मरीजों के लिये बेड और पैकेज दर आदि की डेटा एंट्री नहीं की जाती है, तो सामाजिक न्याय विभाग का अमला स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ को संबंधित अस्पताल का लायसेंस रद्द करवाने और अन्य दंडात्मक कार्रवाई के लिये प्रस्ताव प्रेषित करेगा।

18 वीं सदी में व्यंजन की “गजक” की मिठास देने वाला मध्यप्रदेश का मुरैना अब बना रहा हैं “शुगर फ्री गजक” attacknews.in

भोपाल 2 मार्च ।कुछ वर्ष पूर्व तक सर्दियों की शुरुआत होते ही मुरैना की गजक की याद सताने लगती थी, लेकिन धीरे-धीरे इसके लजीज स्वाद ने इसको बारहमासी बना दिया। आज मुरैना की गजक की मांग पूरे वर्ष भर रहती है। यह सच है कि सर्दियों में इसकी डिमांड कई गुना बढ़ जाती है, लेकिन गर्मियों में भी इसको खाने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है।

यूं मुरैना में गजक की शुरुआत 18वीं शताब्दी के मध्य पूर्व हुई। संयोग से बनी इस गजक रूपी मिठाई को प्रारंभ में छपरा और डलिया में रखकर गाँव-गाँव बेचा जाता था। धीरे-धीरे इसकी प्रसिद्धि बड़ी और यह हाट बाजार में ठेलों पर बिकने लगी। वर्तमान में पोरसा से लेकर सबलगढ़ तक मुरैना जिले की सभी तहसीलों में गजक प्रमुखता से बनती और बिकती है। जिलेभर में छोटे-बड़े गजक निर्माताओं की संख्या एक सैकड़ा से अधिक हैं, वहीं विक्रय करने वालों की संख्या दुकानदारों और हाथ ठेले वालों को मिलाकर गिनी जाए, तो सैकड़ों में बैठेगी।

गजक के प्रति लोगों का रुझान बढ़ने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण इसका मिलावट रहित होना है। गुड़ और तिल से बनने वाली गजक के अनेक फायदे भी हैं। तिल के प्रयोग के कारण यह गर्म तासीर रखती है और सर्दियों में इसके सेवन से स्वास्थ्य को लाभ होता है। इसमें कई तरह के विटामिन होते हैं। सौंदर्यीकरण में भी यह सहायक है और चेहरे से झुर्रियाँ मिटाने का काम करती है। गजक में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जैसे आंतों को पुष्ट करना, शुष्क त्वचा को तेल के गुण प्रदान कर, रूखेपन से दूर ले जाना। शरीर को पुष्ट करना, रक्त संचार को ठीक करना। मुरैना जिले में घरेलू उद्योग के रूप में लगातार विकसित हो रहे गजक उत्पादन में लगभग 3000 से अधिक लोग रोजगार पा रहे हैं।

मुरैना गजक का स्वाद जिला और प्रदेश सहित देश की सरहद को पार कर विदेश तक पहुँच चुका है, इसलिए देश के हर बड़े शहर में मुरैना गजक के नाम से गजक की दुकानें मिल जाती हैं।

अब शुगर फ्री गजक भी

वर्ष 2019 में मुरैना में तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास और आचार्य आनंद क्लब के सहयोग से आयोजित गजक मीठोत्सव से गजक की आधा सैकड़ा से अधिक वैरायटी डिजाइन बाजार में दिखाई देने लगी है। इसके साथ ही अब शुगर-फ्री गजक भी बाजार में बिकने लगी है। मुरैना गजक को जीआई टैग दिलाने के लिये भी जिला प्रशासन और क्लब द्वारा गंभीर प्रयास किए गए, इससे गजक व्यापारियों में उत्साह का संचार हुआ है।

भारत केवल 26 दिनों में कोविड-19 के 70 लाख टीके लगाने वाला दुनिया का पहला देश बना,प्रति दस लाख आबादी पर भारत में सक्रिय मामलों की संख्या दुनिया में सबसे कम attacknews.in

नईदिल्ली 11 फरवरी । भारत ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। भारत कोविड-19 के खिलाफ 70 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाने वाला दुनिया का सबसे तेज देश बन गया है।

भारत ने यह उपलब्धि केवल 26 दिनों में अर्जित की है, जबकि अमेरिका ने इस आंकड़े तक पहुंचने में 27 दिन और इंग्लैंड ने 48 दिन का समय लिया है। भारत कुछ दिन पहले 60 लाख के आंकड़े पर पहुंचने वाला भी दुनिया पहला देश बना था।

11 फरवरी, 2021 को प्रातः आठ बजे तक देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत 70 लाख (70,17,114) से अधिक लाभार्थियों को टीके लग गए हैं।

देश में 100 से नीचे पहुंची कोरोना से होने वाली रोजाना मौतों की संख्या,भारत में बुधवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.06 करोड़ के पार,मृतकों की संख्या 1.52 लाख के पार attacknews.in

नयी दिल्ली 20 जनवरी । भारत में कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण होने वाली दैनिक मौतों की संख्या 100 नीचे पहुंच गयी है और पिछले 24 घंटों के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में इससे 73 लोगों ने जान गंवाई है।

विभिन्न राज्यों से बुधवार की देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 10, 836 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ छह लाख 07 हजार 285 हो गयी। इसी दौरान 12,748 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या ,02,57,840 हो गयी। मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 96.70 फीसदी हो गयी है।

देश में सक्रिय मामले 1,912 और घटकर 1,92,217 पर आ गयी। देश में इस समय सक्रिय मामलों की दर 1.86 प्रतिशत है। इसी अवधि में 73 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,52,827 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.44 फीसदी है।

देश में कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों में बुधवार को 1,637 की और गिरावट होने के बाद घट कर 46,769 रह गये।
राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,015 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,97,992 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी अवधि में 4,589 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,99,428 हो गयी है तथा 59 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 50,582 तक पहुंच गया।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़ कर 95.07 फीसदी पर पहुंच गया जबकि मृत्यु दर 2.53 प्रतिशत है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले मामलों में वृद्धि होने के कारण सक्रिय मामलों की संख्या बुधवार को घट कर 69,600 के पार पहुंच गयी।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान दर्ज नये मामले, स्वस्थ मामले और सक्रिय मामलों की कुल संख्या पूरे देश में सर्वाधिक है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में इस दौरान संक्रमण के 6,815 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 8,64,196 पहुंच गयी और 7,364 लोगों के स्वस्थ हाेने से इस वायरस से निजात पाने वालों की कुल संख्या 7,90,757 हो गयी। इसी अवधि में 18 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,525 हो गयी है।

राज्य में इस अवधि में सक्रिय मामलों की संख्या 567 और घट कर 69,695 रह गयी। सभी सक्रिय मरीजों का विभिन्न अस्पतालों और कोविड-19 केन्द्रों पर इलाज किया जा रहा है।

राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या में वृद्धि होने के कारण सक्रिय मामले अब 2,100 के करीब रह गए हैं। राहत की एक और बात यह है कि राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़ कर 97.95 फीसदी पहुंच गयी है।दिल्ली में बुधवार को सक्रिय मामले 187 और घटकर अब 2,147 रह गये। राजधानी में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में यह कमी दर्ज की गयी है।

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 228 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,33,049 तक पहुंच गयी है जबकि 405 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,20,128 हो गयी। राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़ कर 97.95 फीसदी पहुंच गयी है।इस दौरान 10 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,774 पर पहुंच गया है। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.70 फीसदी रह गयी है। मृतकों के मामले में पूरे देश में दिल्ली चौथे स्थान पर है।

कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में फिर से गिरावट दर्ज की गयी है।

राज्य में बुधवार को 501 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9.33 लाख से अधिक हो गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालाें की संख्या में कमी होने से सक्रिय मामले घट कर 7,600 के करीब रह गये।

कोरोना संक्रमण के मामले में कर्नाटक, महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है जबकि आंध्र प्रदेश तीसरे स्थान पर है। कोरोना वायरस के कारण हुई मौताें के मामले में भी कर्नाटक अब तमिलनाडु के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है जबकि महाराष्ट्र पहले स्थान पर है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की संख्या 9,33,578 हो गयी है। इस दौरान 665 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 9,13,677 हो गयी है। इसी अवधि में चार और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 12,185 हो गया है।

नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या में वृद्धि होने के कारण सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गयी है। राज्य में सक्रिय मामले 168 और घट कर अब 7,697 रह गये।

तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ हाेने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में 173 की और कमी दर्ज की गयी जिससे इनकी संख्या घटकर बुधवार को 5,314 रह गयी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में उक्त अवधि के दाैरान 549 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,32,415 तक पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी। इस दौरान राज्य में 713 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर 8,14,811 हो गयी। यानी मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.88 फीसदी हो गयी है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।

पिछले 24 घंटों में कोरोना के संक्रमण से नौ और मरीजों की मौत हो गयी जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12,290 हो गया।

देश में कोरोना के नए मामलों की संख्या 10 हजार नीचे पहुंची,भारत में सोमवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,06 करोड़ के करीब पहुंचा,मृतकों की संख्या 1.53 लाख के करीब attacknews.in

नयी दिल्ली 18 जनवरी ।देश में सोमवार को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या दस हजार से कम हो गई है। इस साथ ही राहत की बात यह भी रही कि इस दौरान देश सक्रिय मामलों की संख्या भी दो लाख के नीचे पहुंच गई है।

विभिन्न राज्यों से सोमवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 9,783 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ पांच लाख 82 हजार 458 हो गयी है। इसी दौरान 16,700 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 102,27,436 हो गयी। मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 96.64 फीसदी हो गयी है। देश में सक्रिय मामले 7,703 और घटकर 1,98,050 पर आ गयी। इसी अवधि में 132 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,52,588 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.44 फीसदी है।

देश में कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों में सोमवार को सक्रिय मामले बढ़कर 50,680 रह गये। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 1924 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,92,683 हो गयी है।

इसी अवधि में 3,854 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,90,323 हो गयी है तथा 35 मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 50,473 तक पहुंच गया।

केरल में कोरोना वायरस (कोविड-19) सक्रिय मामलों की संख्या सोमवार को 68,398 पहुंच गयी। केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,346 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 8,51,195 पहुंच गयी और 3,921 लोगों के स्वस्थ हाेने से इस वायरस से निजात पाने वालों की कुल संख्या 7,79,097 हो गयी। इसी अवधि में 17 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,481 हो गयी है।

राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामले अब 2,300 के करीब रह गए हैं। राहत की एक और बात यह है कि राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.93 फीसदी पहुंच गयी है। सोमवार को यहां सक्रिय मामले 209 और घटकर अब 2,335 रह गये। राजधानी में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी है।

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 161 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,32,590 तक पहुंच गयी है जबकि 362 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,19,501 हो गयी। स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.93 फीसदी पहुंच गयी है। इस दौरान आठ और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,754 पर पहुंच गया है। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.70 फीसदी रह गयी है।

कर्नाटक सोमवार 547 मामले घटने से सक्रिय मामले 8033 हो गए है। राज्य में उक्त अवधि के दाैरान 435 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,32432 तक पहुंच गयी । इस दौरान राज्य में 973 मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर 9,12,205 हो गयी। इस अवधि में कोरोना के संक्रमण से नौ मरीजों की मौत हो गयी जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12,175 हो गया।

तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ हाेने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में 215 की और कमी दर्ज की गयी जिससे इनकी संख्या घटकर साेमवार को 5,725 रह गयी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में उक्त अवधि के दाैरान 551 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,31,323 तक पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी। इस दौरान राज्य में 758 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर 8,13,326 हो गयी। यानी मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.83 फीसदी हो गयी है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। इस दौरान संक्रमण से आठ और मरीजों की मौत हो गयी जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12,272 हो गया।

नरेन्द्र मोदी ने देश में 16 जनवरी से कोविड-19 टीकारकरण अभियान शुरु करने की हरी झंडी दी, शुरू होगा विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान attacknews.in

नयी दिल्ली, नौ जनवरी । भारत में 16 जनवरी से कोविड-19 टीकारकरण अभियान शुरु होगा। इसका फैसला शनिवार को देश में कोरोना महामारी की वर्तमान स्थिति और टीकाकरण के मद्देनजर राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की तैयारियों का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक उच्च स्तरीय बैठक में किया गया।

प्रधानमंत्री ने इस टीकाकरण अभियान को विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान बताया और कहा कि इसमें करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की इस बैठक में मोदी ने कोविड-19 प्रबंधन से जुड़े विभिन्न पहलुओं की भी विस्तृत समीक्षा की।

मंत्रालय के एक बयान में कहा गया, ‘‘आगामी लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और माघ बिहू जैसे त्योहारों के मद्देनजर विस्तृत समीक्षा के बाद फैसला लिया गया कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 से आरंभ किया जाएगा।’’

बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य सचिव सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

बयान में कहा गया कि करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों के बाद 50 वर्ष से अधिक आयु के करीब 27 करोड़ व्यक्तियों और अन्य बीमारियों से ग्रसित 50 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देश के मुताबिक 50 वर्ष की आयु की पहचान के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों की मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।

बाद में मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में भारत 16 जनवरी को महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इसी दिन भारत में टीकाकरण अभियान आरंभ हो जाएगा। हमारे बहादुर चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों सहित सफाईकर्मियों को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी।’’

प्रधानमंत्री सोमवार को टीकाकरण अभियान के सिलसिले में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद भी करने वाले हैं।

एक डिजिटल टीका आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली टीके के भंडार, भंडारण तापमान, लाभार्थियों के संबंध में जानकारी देगा तथा डिजिटल प्लेटफार्म स्वत: सत्र आवंटित करने, सत्यापन और टीकाकरण के बाद व्यक्तियों को प्रमाणपत्र प्रदान करने में मदद करेगा।

भारत के औषधि नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को पिछले रविवार को मंजूरी दे दी थी।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि ये टीके कोरोना वायरस से बचाव और प्रतिरोधक क्षमता को मजूबती देंगे।

इस बीच, देश में कोविड-19 के 18,222 नए मामले सामने आने के बाद शनिवार को कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,04,31,639 हो गई। वहीं, अब तक 1,00,56,651 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद देश में रोगियों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 96.41 फीसदी तक पहुंच गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 2,24,190 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है, जो कि कुल संक्रमितों का 2.16 फीसदी हैं।

हाल के दिनों में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बहुत कमी आई है। पूरे विश्व में कोरोना संक्रमण के मामलों में भारत अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। अमेरिका में अब तक दो करोड़ से अधिक मामले आ चुके हैं जो कि भारत से लगभग दो गुना अधिक है। अमेरिका में अब तक कोरोना से 3.7 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत इस मामले में ब्राजील के बाद तीसरे नम्बर पर है।

हालांकि, संक्रमण से ठीक होने की दर के मामले में भारत पहले नंबर पर है।

भारत में कोरोना का पहला मामला पिछले साल जनवरी में केरल में दर्ज किया गया था।

पिछले ही साल दिसंबर में ब्रिटेन ने सबसे पहले कोरोना के टीकाकरण की शुरुआत की थी। इसके बाद अमेरिका, बेलारूस, अर्जेंटीना सहित कई अन्य देशों में भी टीकाकरण की शुरुआत हुई।

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को देशभर में टीकाकरण अभियान को लेकर तीन चरणों में किए गए पूर्वाभ्यास के बारे में भी अवगत कराया गया।

प्रधानमंत्री को को-विन, वैक्‍सीन वितरण प्रबंधन प्रणाली के बारे में भी बताया गया। इस पर अभी तक 79 लाख से ज्‍यादा लाभार्थी पंजीकृत हो चुके हैं और टीकाकरण कर्मियों की प्रशिक्षण प्रक्रिया का भी निर्धारण हो चुका है।

बयान के मुताबिक, टीकाकरण अभियान के लिए 2360 लोगों को राष्ट्रीय स्‍तर के प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण दिया गया है। इनमें राज्‍य टीकाकरण अधिकारी, प्रशीतन श्रृंखला अधिकारी, आईईसी अधिकारी तथा अन्‍य भागीदार शामिल हैं।

बयान में कहा गया कि इसके अलावा 61 हजार से ज्‍यादा कार्यक्रम प्रबंधन, दो लाख टीकाकरण कर्मी तथा तीन लाख 70 हजार अन्‍य कर्मियों को राज्‍य, जिला और खण्‍ड स्‍तर पर प्रशिक्षित किया जा चुका है।

इससे पहले, 16वें प्रवासी दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक नहीं, बल्कि दो ‘मेड इन इंडिया’ कोरोना वायरस टीकों के साथ मानवता की सुरक्षा के लिए तैयार है और दुनिया न केवल कोविड-19 से बचाव के लिए भारत के टीकों का इंतजार कर रही है बल्कि इस पर भी निगाह लगाए है कि कैसे वह विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाता है।

कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘महामारी के इस दौर में भारत ने फिर दिखा दिया कि हमारा सामर्थ्य क्या है और हमारी क्षमता क्या है।’’

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आज भारत दुनिया के सबसे कम मृत्यु दर और सबसे अधिक लोगों के स्वस्थ होने वाले देशों में शामिल है।

मोदी ने कहा, ‘‘आज भारत एक नहीं, बल्कि दो ‘मेड इन इंडिया’ कोरोना वायरस टीकों के साथ मानवता की सुरक्षा के लिए तैयार है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जैसा इतना बड़ा लोकतांत्रिक देश जिस एकजुटता के साथ खड़ा हुआ है, उसकी मिसाल दुनिया में नहीं है।

उन्होंने कहा कि भारत ने जो नई व्यवस्थाएं विकसित की हैं उनकी कोरोना वायरस के इस संकट में वैश्विक संस्थाओं ने प्रशंसा की है।

भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए कोरोना वैक्सीन की ढुलाई,देश के 41 भण्डार क्षेत्रों में भेजने की प्रक्रिया शुरू,सरकार का हाथ बंटवाने के लिए ” फिक्की” ने जताई इच्छा attacknews.in

नयी दिल्ली, 07 जनवरी। कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए आज या कल से वैक्सीन की ढुलाई का काम शुरू कर दिया जायेगा।

सरकारी सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुणे में वैक्सीन का मुख्य भंडारण केंद्र होगा और यहीं से वैक्सीन पूरे देश में 41 जगहों के लिए भेजी जायेगी।

कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए 25,800 वॉलंटियर की चयन प्रक्रिया पूरी

देश की पहली पूर्ण स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ विकसित करने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने गुरुवार को घोषणा की कि वैक्सीन के तीसरे चरण के मानव परीक्षण के लिए 25,800 वॉलंटियर की चयन प्रक्रिया अब पूरी हो गयी है।

गत तीन जनवरी को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी प्रदान की थी। ‘भारत बायोटेक’ने भारतीय चिकित्सा अनुधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से कोवैक्सीन विकसित की है। देश में इसके तीसरे चरण का मानव परीक्षण जारी है।

गत तीन जनवरी को डीसीजीआई की अनुमति मिलने तक कंपनी ने तीसरे चरण के परीक्षण के दौरान 22,500 वॉलंटियर को वैक्सीन की डोज दी हुई थी।
कंपनी की योजना तीसरे चरण का परीक्षण 25,800 वॉलंटियर पर करने की थी और उसने सफलतापूर्वक इस लक्ष्य को पूरा कर लिया है।

निजी क्षेत्र ने कोविड टीकाकरण में सहयोग की जताई इच्छा

निजी कंपनियों ने कोविड-19 महामारी के टीकाकरण में ‘सहयोग की इच्छा’ जताई है।

भारतीय उद्योग संगठनों के महासंघ फिक्की ने गुरुवार को कहा है कि वह टीकाकरण में सरकार का हाथ बंटाने और टीकाकरण की देश की क्षमता बढ़ाने में सहयोग की इच्छा जताई है। फिक्की की स्वास्थ्य सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. आलोक रॉय ने कहा “हम अब तक के सबसे बड़े और जटिल टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने वाले हैं। इसकी सफलता के लिए प्रभावी साझेदारी और निर्बाध गठबंधन महत्वपूर्ण होगा। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार निजी क्षेत्र की मंशा और प्रतिबद्धता पर ध्यान देगी।”

भारत में गुरुवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 4 लाख 14 हजार के पार हुई और मृतकों की संख्या 1,50,553 हुई,सवा दो लाख से कम रह गए कोरोना के सक्रिय मामले attacknews.in

नयी दिल्ली 07 जनवरी । देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के सक्रिय मामलों में गिरावट जारी है और अब ये सवा दो लाख से कम रह गए है।

विभिन्न राज्यों से गुरुवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 18,439 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ चार लाख 14 हजार से अधिक हो गयी है।

इसी दौरान 15,826 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 100,32,016 तथा रिकवरी दर बढ़कर 96.36 प्रतिशत हो गयी। सक्रिय मामले और घटकर 2,23,530 पर आ गये और इनकी दर 2.19 प्रतिशत रह गयी। इसी अवधि में 180 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,50,553 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.45 फीसदी है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 5,051 नये मामले सामने आने और 5,638 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद सक्रिय मामलों की संख्या घट कर 64,400 के करीब पहुंच गयी।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान दर्ज नये मामले, स्वस्थ मामले और सक्रिय मामलों की संख्या पूरे देश में सर्वाधिक है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में 5,051 नए मामले सामने आने से गुरुवार को संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,95,934 पहुंच गयी और 5,638 लोगों के स्वस्थ हाेने से इस वायरस से निजात पाने वालों की कुल संख्या 7,28,059 हो गयी। इसी अवधि में 25 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,235 हो गयी है।

राज्य में इस अवधि में सक्रिय मामलों में 612 की और कमी होने से इनकी संख्या घट कर 64,447 पहुंच गयी। सभी सक्रिय मरीजों का विभिन्न अस्पतालों और कोविड-19 केन्द्रों पर इलाज किया जा रहा है।

देश में कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों में गुरुवार को 858 की और वृद्धि होने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 51,111 पहुंच गये।

राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,729 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,58,282 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी अवधि में 3,350 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,56,109 हो गयी है तथा 72 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 49,897 तक पहुंच गया।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आंशिक गिरावट के साथ 94.78 फीसदी रह गयी जबकि मृत्यु दर 2.55 प्रतिशत है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ मामले अधिक होने से सक्रिय मामले अब 4,100 के करीब पहुंच गए हैं। राहत की एक और बात यह है कि राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.64 फीसदी पहुंच गयी है।

दिल्ली में गुरुवार को सक्रिय मामले 313 और घटकर अब 4,168 रह गये। राजधानी में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी है।

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 486 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,28,838 तक पहुंच गयी है जबकि 780 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,14,026 हो गयी। राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.64 फीसदी पहुंच गयी है।

इस दौरान 19 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,644 पर पहुंच गया है। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.69 फीसदी रह गयी है। मृतकों के मामले में पूरे देश में दिल्ली चौथे स्थान पर है।

तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ हाेने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में 118 की और कमी दर्ज की गयी जिससे इनकी संख्या घटकर गुरुवार को 7,547 रह गयी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में उक्त अवधि के दाैरान 805 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,23,986 तक पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी। इस दौरान राज्य में 911 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर 8,04,239 हो गयी। यानी मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.60 फीसदी हो गयी है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।

पिछले 24 घंटों में कोरोना के संक्रमण से 12 और मरीजों की जान चली गयी जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12,200 हो गया।

कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में फिर से गिरावट दर्ज की गयी है।

राज्य में गुरुवार को 761 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9.24 लाख से अधिक हो गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालाें की संख्या में गिरावट होने से सक्रिय मामले घट कर 9,100 के करीब पहुंच गये।

कोरोना संक्रमण के मामले में कर्नाटक, महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है जबकि आंध्र प्रदेश तीसरे स्थान पर है। कोरोना वायरस के कारण हुई मौताें के मामले में भी कर्नाटक अब तमिलनाडु के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है जबकि महाराष्ट्र पहले स्थान पर है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की संख्या 9,24,898 हो गयी है। इस दौरान 812 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 9,03,629 हो गयी है। इसी अवधि में सात और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 12,131 हो गया है।

नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या कम होने के कारण सक्रिय मामलों में वृद्धि दर्ज की गयी है। राज्य में सक्रिय मामले 58 और घट कर अब 9,119 रह गये।

भारत में कोरोना से स्वस्थ होने वालों की संख्या एक करोड़ के पार;बुधवार देर रात संक्रमितों की संख्या 1.4 करोड़ के करीब पहुंची,मृतकों की संख्या 1.50 लाख के पार attacknews.in

नयी दिल्ली 06 जनवरी । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से स्वस्थ होने वालों की संख्या एक करोड़ के पार पहुंच गई है। इस दौरान संक्रमितों की संख्या 1,03,88,061 पहुंच गई। जबकि सक्रिय मामले घटकर दो लाख 24 हजार 027 पहुंच गये हैं।

विभिन्न राज्यों से बुधवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 12,583 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ तीन लाख 88 हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 12,882 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 100,09,483 तथा रिकवरी दर बढ़कर 96.35 प्रतिशत हो गयी। सक्रिय मामले और घटकर 2,24,027 पर आ गये और इनकी दर 2.46 प्रतिशत रह गयी। इसी अवधि में 121 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,50,272 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.45 फीसदी है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 6,394 नये मामले सामने आने के बाद सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ कर 65,000 के पार पहुंच गयी। राज्य में स्वस्थ मामले और सक्रिय मामलों की संख्या पूरे देश में सर्वाधिक है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में 6,394 नए मामले सामने आने से बुधवार को संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,90,883 पहुंच गयी और 5,145 लोगों के स्वस्थ हाेने से इस वायरस से निजात पाने वालों की कुल संख्या 7,22,421 हो गयी। इसी अवधि में 25 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,210 हो गयी है।

राज्य में इस अवधि में सक्रिय मामलों में 1,066 की और वृद्धि होने से इनकी संख्या बढ़ कर 65,059 पहुंच गयी।

देश में कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामले बढ़कर 49,067 हो गये। राज्य में इस दौरान 2828 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,50,189 हो गयी है तथा 64 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 49,759 तक पहुंच गया।

राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ मामले अधिक होने से सक्रिय मामले अब 4,400 के करीब पहुंच गए हैं। राहत की बात यह है कि राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.59 फीसदी पहुंच गयी है। बुधवार को यहां सक्रिय मामले 81 और घटकर अब 4,481 रह गये। राजधानी में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी है। इस अवधि में 654 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,28,352 तक पहुंच गयी है जबकि 719 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,13,246 हो गयी। इस दौरान 16 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,625 पर पहुंच गया है। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.69 फीसदी रह गयी है।

पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 868 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बुधवार को 5.57 लाख के पार हो चुकी है लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 96.63 फीसदी पहुंच गयी है। राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 5,57,252 हो गयी है। इस दौरान 1,271 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 5,38,521 हो गयी है। इसी अवधि में 22 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 9,863 पहुंच गया है। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8,868 रह गयी है।

आंध्र प्रदेश में इस दौरान सक्रिय मामले घटकर 2,896 रह गये। राज्य में अब तक कोरोना से 7,125 लोगों की मौत हुई है और 8,73,855 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 7,655 रह गयी है तथा अभी तक 12,188 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में अब तक 8,03,823 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

पूरे विश्व में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में अब तक 2,10,74,724 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3,58,107 मरीजों की मौत हो चुकी है।

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से जान गवांने वालों की संख्या बढ़कर डेढ़ लाख के पार ,भारत में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,03,73,178 हुई attacknews.in

नयी दिल्ली 05 जनवरी । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से जान गवांने वालों की संख्या बढ़कर डेढ़ लाख के पार तथा संक्रमितों की संख्या 1,03,73,178 पहुंच गई। लेकिन राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या एक करोड़ के करीब पहुंच गई है जबकि सक्रिय मामले घटकर दो लाख 26 हजार 774 पहुंच गये हैं।

विभिन्न राज्यों से मंगलवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 15,609 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ तीन लाख 73 हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 16,689 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 99,92,029 तथा रिकवरी दर बढ़कर 96.32 प्रतिशत हो गयी। सक्रिय मामले और घटकर 2,26,774 पर आ गये और इनकी दर 2.46 प्रतिशत रह गयी। इसी अवधि में 219 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,50,105 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.45 फीसदी है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 5,615 नये मामले सामने आये तथा इस महामारी से पीड़ित 4,922 और लोग स्वस्थ हुए जिससे सक्रिय मामलों की संख्या बढकर 63,800 के करीब पहुंच गयी।

इसी अवधि में 24 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,185 हो गयी है। सक्रिय मामलों में केरल अभी पहले स्थान पर है।

देश में कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामले बढ़कर 49,067 हो गये। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,160 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,50,171 हो गयी है। इस दौरान 2828 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,50,189 हो गयी है तथा 64 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 49,759 तक पहुंच गया।

राजधानी दिल्ली में मंगलवार को सक्रिय मामले घटकर अब 4,562 रह गये। राजधानी में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 442 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,27,698 तक पहुंच गयी है जबकि 557 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,12,527 हो गयी। राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.58 फीसदी पहुंच गयी है। इस दौरान 12 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,609 पर पहुंच गया है। आंध्र प्रदेश में इस दौरान सक्रिय मामले बढ़कर 3,038 रह गये। राज्य में अब तक कोरोना से 7,122 लोगों की मौत हुई है और 8,73,427 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 7,808 रह गयी है तथा अभी तक 12,177 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में अब तक 8,02,385 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

पूरे विश्व में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में अब तक 2,08,31,913 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3,53,926 मरीजों की मौत हो चुकी है।

भारत में रविवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.03 करोड़ के पार और मृतकों की संख्या 1.50 लाख के करीब पहुंची,सक्रिय मामले घटकर 2.44 लाख हुए attacknews.in

नयी दिल्ली 03 जनवरी । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से अब तक 1.03 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 99.40 लाख से ज्यादा हो गयी है जबकि सक्रिय मामले घटकर दो लाख 44 हजार 572 पहुंच गये हैं।

विभिन्न राज्यों से रविवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 15,176 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ तीन लाख 39 हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 14,237 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 99,40,710 तथा रिकवरी दर बढ़कर 96.16 प्रतिशत हो गयी। सक्रिय मामले और घटकर 2,44,572 पर आ गये और इनकी दर 2.46 प्रतिशत रह गयी। इसी अवधि में 146 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,49,617 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.45 फीसदी है।

केरल में इस दौरान सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 65,277 रह गयी है। वहीं मृतकों की संख्या 3142 तथा कोरोनामुक्त होने वालों का आंकड़ा 7,07,244 हो गया है। सक्रिय मामलों में केरल अभी पहले स्थान पर है।

महाराष्ट्र में भी सक्रिय मामलाें में और कमी होने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 54,317 रह गये। अब तक 18,36,99 लोग इस संक्रमण से निजात पा चुके हैं जबकि 35 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 49,666 हो गया है।

कर्नाटक में कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में कमी होने से सक्रिय मामलों में फिर से वृद्धि दर्ज की गयी है। राज्य में रविवार को 810 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9.21 लाख से अधिक हो गयी लेकिन चिंता की बात यह है कि स्वस्थ होने वालाें की संख्या में गिरावट होने से सक्रिय मामले बढ़कर 10,800 के करीब पहुंच गये।

कर्नाटक में संक्रमितों की संख्या 9,21,938 हो गयी है। इस दौरान 743 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 8,98,919 हो गयी है। इसी अवधि में आठ और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 12,107 हो गया है। नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या कम होने के कारण सक्रिय मामलों में वृद्धि दर्ज की गयी है। राज्य में सक्रिय मामले 59 और बढ़कर अब 10,893 हो गई है।

राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 424 नये मामले सामने आये है। आज सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 5,044 रह गये।

दिल्ली में इस अवधि में 424 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,26,872 तक पहुंच गयी है जबकि 708 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,11,243 हो गयी। इस दौरान 14 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,585 पर पहुंच गया है। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.69 फीसदी रह गयी है।

आंध्र प्रदेश में इस दौरान सक्रिय मामले घटकर 3,070 रह गये। राज्य में अब तक कोरोना से 7,115 लोगों की मौत हुई है और 8,72,897 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8,127 रह गयी है तथा अभी तक 12,156 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में अब तक 8,00,429 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

पूरे विश्व में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में अब तक 2,04,39,674 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3,50,267 मरीजों की मौत हो चुकी है।

अर्जेंटीना गर्भपात को कानूनी मान्यता देने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश बना:इसे वैधता देने वाला कानून मतविभाजन से आखिरकार पास हुआ attacknews.in

ब्यूनस एयर्स 31 दिसंबर । अर्जेंटीना में गर्भपात को वैध बनाने के लिए लंबे समय से चल रहे संघर्ष को ध्यान में रखते हुए अर्जेंटीना की संसद ने गर्भपात को वैध बनाने वाले कानून को बुधवार को पास कर दिया। ऐसा करने वाले अर्जेंटीना पहला लैटिन अमेरिकी देश है।

अर्जेंटीना में यह कानून इसलिए भी इतिहासिक है क्योंकि देश की महिलाएं लम्बे समय से इस कानून को पास करने की मांग कर रही थी जो अब आखिरकार पूरी हो गई हैं। देश में गर्भपात को वैधता देने के लिए इससे पहले वर्ष 2018 में भी चर्चा हुई थी और उस समय अधिकत्तर सांसदों ने इस बिल के खिलाफ मतदान किया था।

अर्जेंटीना सदन में मंगलवार को करीब 12 घंटे चली चर्चा के बाद हुए मतविभाजन में इस विधेयक के पक्ष में 38 जबकि विपक्ष में 29 वोट पड़े तथा एक मत गैरहाजिर रहा। संसद का निचला सदन ‘चैंबर ऑफ डेप्युटीज’ ने इस विधेयक को हालांकि दिसंबर की शुरुआत में ही मंजूरी दे दी थी और राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने भी इसका समर्थन किया है।

अर्जेंटीना में इस कानून से पहले महिलाएं केवल बलात्कार या स्वास्थ्य संबंधी स्थिति में ही गर्भपात करा सकती थी। अत्यधिक प्रभावशाली कैथोलिक चर्च और देश में बढ़ते इंजील समुदाय ने हालांकि इस कानून का विरोध किया हैं और सांसदों से राष्ट्रपति द्वारा समर्थन प्राप्त विधेयक का विरोध करने की अपील भी थी।

उल्लेखनीय है कि अर्जेंटीना में इस कानून से पहले सिर्फ बलात्कार या मां की जान को ख़तरा होने की स्थिति में ही गर्भपात की अनुमति थी लेकिन इस कानून से पारित होने से महिलाएं अब गर्भावस्था के 14 वें सप्ताह तक अपनी इच्छा से गर्भपात करा सकेंगी। गर्भपात को वैधता देने के समर्थक लंबे समय से इस संबंध में बिल को पास कराने की कोशिश कर रहे थे जो अब सफल हो गयी है।

नरेन्द्र मोदी ने राजकोट में एम्स की आधारशिला रखते हुए भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को चलाने के लिए तैयारियां अंतिम चरण में होने की जानकारी देते हुए कहा कि,भारत, दुनिया को स्मार्ट और कम कीमत वाले समाधान प्रदान करेगा attacknews.in

नईदिल्ली 31 दिसम्बर ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एम्स राजकोट की आधारशिला रखी। इस दौरान गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने लाखों डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, सफाई कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के अन्य कोरोना योद्धाओं के प्रयासों को याद किया, जिन्होंने लगातार मानवता की रक्षा के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया। उन्होंने वैज्ञानिकों तथा उन सभी लोगों के प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने इस कठिन परिस्थिति में गरीबों को पूर्ण समर्पण के साथ भोजन उपलब्ध कराया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, इस वर्ष ने हमें यह एहसास दिलाया है कि, जब भारत एकजुट हो जाता है तो यह प्रभावी रूप से कठिन से कठिन संकट का सामना कर सकता है।

उन्होंने कहा कि प्रभावी कदमों के परिणामस्वरूप भारत बहुत ही बेहतर स्थिति में है और कोरोना के पीड़ितों को बचाने का भारत का रिकॉर्ड अन्य देशों की तुलना में काफी अच्छा है।

श्री मोदी ने कहा कि, टीकाकरण के बारे में सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि, भारत में बनने वाले टीके को तेजी से देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए जारी प्रयास अंतिम चरण में है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को चलाने के लिए भारत की तैयारी जोरों पर है।

उन्होंने टीकाकरण को सफल बनाने के लिए एक साथ आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि, जिस तरह से हमने संक्रमण को रोकने की पुरजोर कोशिश की थी, वैसे ही संगठित प्रयास इसके लिए भी करने होंगे।

श्री मोदी ने कहा कि, एम्स राजकोट स्वास्थ्य ढांचे तथा चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देगा और गुजरात में रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि, इससे लगभग 5 हजार प्रत्यक्ष रोजगार और कई अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे।

कोविड महामारी से लड़ने में गुजरात के प्रयासों की तारीफ करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि, गुजरात ने कोविड से लड़ने में मार्ग प्रशस्त किया है। कोरोना चुनौती को कारगर तरीके से नियंत्रित करने के लिए उन्होंने गुजरात में मजबूत चिकित्सा बुनियादी ढांचे को इसका श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि, चिकित्सा क्षेत्र में गुजरात की इस सफलता के पीछे दो दशक का अथक प्रयास, समर्पण और संकल्प है।

श्री मोदी ने कहा कि, आजादी के इतने दशकों के बाद भी देश में केवल 6 एम्स ही बनाये गए। उन्होंने कहा कि, वर्ष 2003 में अटल जी की सरकार के दौरान 6 और नये एम्स की स्थापना के लिए कदम उठाए गए थे। श्री मोदी ने कहा कि, बीते 6 वर्षों में 10 नए एम्स बनाने का काम शुरू हो चुका है और कई का उद्घाटन किया गया है। उन्होंने कहा कि, एम्स के साथ-साथ 20 सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का भी निर्माण किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि, 2014 से पहले हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न पहलू अनेक दिशाओं और दृष्टिकोणों की ओर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से स्वास्थ्य क्षेत्र ने समग्र रूप से काम किया है और रोग निवारक देखभाल पर जोर दिया गया है, इसके अलावा आधुनिक उपचार सुविधाओं को भी प्राथमिकता दी गई है। श्री मोदी ने कहा कि, सरकार ने गरीबों के लिए सस्ते से सस्ते इलाज की व्यवस्था की है और साथ ही डॉक्टरों की संख्या में तेजी से वृद्धि करने पर भी जोर दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, आयुष्मान भारत योजना के तहत सुदूर क्षेत्रों में लगभग 15 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है और उनमें से लगभग 50000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों ने पहले ही काम करना शुरू कर दिया है। जिनमें से लगभग 5 हजार अकेले गुजरात में ही हैं। उन्होंने कहा कि, 7000 जन औषधि केंद्रों के द्वारा लगभग 3.5 लाख गरीब रोगियों को कम कीमत पर दवाइयां प्रदान की गई हैं। उन्होंने लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए सरकार की पहलों को सूचीबद्ध किया।

श्री मोदी ने कहा कि, यदि 2020 स्वास्थ्य चुनौतियों का वर्ष था, तो 2021 स्वास्थ्य समाधान का वर्ष बनने जा रहा है। दुनिया बेहतर जागरूकता के साथ स्वास्थ्य समाधान की ओर बढ़ेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि, भारत स्वास्थ्य समाधानों में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा, जिस प्रकार से इसने 2020 की चुनौतियों का सामना करने में अपनी ज़िम्मेदारी निभाई थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि, 2021 की स्वास्थ्य समस्याओं के हल के लिए भारत का योगदान समाधानों की स्केलिंग के लिए महत्वपूर्ण होगा। भारतीय चिकित्सा पेशेवरों और सेवा प्रेरणा की क्षमता को देखते हुए, बड़े पैमाने पर टीकाकरण अनुभव जैसी विशेषज्ञता के साथ भारत, दुनिया को स्मार्ट और कम कीमत वाले समाधान प्रदान करेगा। हेल्थ स्टार्टअप स्वास्थ्य समाधान तथा प्रौद्योगिकी को एकीकृत कर रहे हैं और स्वास्थ्य देखभाल को सुलभ बना रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि, भारत भविष्य के स्वास्थ्य और स्वास्थ्य के क्षेत्र दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, जिस तरह से बीमारियां वैश्विक हो रही हैं, तो यह वैश्विक स्वास्थ्य समाधानों के लिए समन्वित वैश्विक प्रयासों को अंजाम देने का समय है। भारत ने यह भूमिका एक वैश्विक ज़िम्मेदार के रूप में अदा की है। उन्होंने कहा कि, भारत ने मांग के अनुसार अनुकूलन, विकास और विस्तार करके अपनी क्षमताओं को हमेशा साबित किया है। भारत दुनिया के साथ चला है और सामूहिक प्रयासों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेता रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, भारत वैश्विक स्वास्थ्य के तंत्रिका केंद्र के रूप में उभर रहा है तथा 2021 में हमें भारत की इस भूमिका को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है।