भारत रत्न लता मंगेशकर: जिनकी आवाज ही उनकी पहचान बन गई attacknews.in

मुंबई, छह फरवरी । देश के संगीत जगत की सबसे बड़ी हस्तियों में शुमार रहीं और स्वर कोकिला के नाम से जानी जाने वाली तथा ‘भारत रत्न’ से सम्मानित लता मंगेशकर का रविवार को निधन हो गया, लेकिन वह अपने सुरीले गीतों के जरिए संगीत प्रेमियों के दिलों में सदा अमर रहेंगी।


उनके गीतों ने कभी प्रेम, कभी खुशी, कभी दुख की भावनाओं को व्यक्त किया तो कभी संगीत की धुनों पर नाचने पर मजबूर कर दिया।

उन्होंने मनुष्य की हर भावना को अपनी आवाज के जरिए संगीत प्रेमियों के दिलों तक पहुंचाया। उनकी आवाज ने ग्रामोफोन की दुनिया से लेकर डिजिटल युग तक का सफर तय किया और कई गीतों को अविस्मरणीय बना दिया।

मंगेशकर का रविवार को यहां ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थीं। उन्होंने केवल हिंदी ही नहीं, बल्कि भारत की लगभग हर भाषा में गीत गाए।

मंगेशकर ने मधुबाला से लेकर प्रीति जिंटा तक कई पीढ़ियों के फिल्मी कलाकारों के लिए पार्श्व गायन किया। दक्षिण एशिया में लाखों लोग मंगेशकर की ‘स्वर्णिम आवाज’ से अपने दिन की शुरुआत करते हैं और सुकून देने वाली उनकी आवाज सुनकर ही अपना दिन समाप्त करते हैं।

उन्हें ‘सुर सम्राज्ञी’, ‘स्वर कोकिला’ और ‘सहस्राब्दी की आवाज’ समेत कई उपनाम दिए गए। उन्हें उनके प्रशंसक लता दीदी के नाम से संबोधित करते थे।

इंदौर में जन्मीं मंगेशकर ने मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए मात्र 13 वर्ष की आयु में 1942 में अपना पहला गीत रिकॉर्ड किया था। इसके 79 वर्ष बाद पिछले साल अक्टूबर में विशाल भारद्वाज ने मंगेशकर का गाया ‘ठीक नहीं लगता’ गीत जारी किया था। इस गीत के बोल गुलजार ने लिखे हैं और ऐसा माना जा रहा था कि यह गीत खो गया था।

मंगेशकर ने यह गीत जारी होने के कुछ दिन बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘यह लंबी यात्रा मेरे साथ है और वह छोटी बच्ची अब भी मेरे अंदर है। वह कहीं गई नहीं है। कुछ लोग मुझे ‘सरस्वती’ कहते हैं या वे कहते हैं कि मुझ पर उनकी कृपा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह उनका आशीर्वाद है कि मेरे गाए गीत लोगों को पसंद आते हैं, अन्यथा मैं कौन हूं? मैं कुछ नहीं हूं।’’

लता मंगेशकर की इस बात से उनके लाखों प्रशंसक सहमत नहीं होंगे। न केवल उनके प्रशंसकों के लिए, बल्कि उनके संगीत से अपरिचित दुनियाभर के कई लोगों के लिए भी मंगेशकर उन कुछेक भारतीयों में से एक हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी खास पहचान बनाई है। संगीत जगत को दिया उनका योगदान अतुलनीय है।

ऐसा कहा जाता है कि मंगेशकर ने 1963 में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत जवाहरलाल नेहरू की मौजूदगी में जब देश के जवानों के लिए ‘ऐ मेरे वतन के लोगो गीत’ गाया था, तो नेहरू अपने आंसू नहीं रोक पाए थे।

मंगेशकर ने ‘मोहे पनघट पे’ (मुगल-ए-आजम) जैसे शास्त्रीय गीतों, ‘अजीब दास्तां हैं ये’ (दिल अपना और प्रीत पराई) और ‘बांहों में चले आओ’ (अनामिका) जैसे रोमांटिक गीतों से सुरों का जादू बिखेरा।

उन्हें भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार और कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। मृदुभाषी मंगेशकर अपने निजी जीवन पर सार्वजनिक रूप से बात करना पसंद नहीं करती थीं। वह आजीवन अविवाहित रहीं।

ऐसा कहा जाता था कि क्रिकेटर राज सिंह डूंगरपुर और मंगेशकर एक-दूसरे से प्रेम करते थे। राज सिंह ने इसे लेकर बात की, लेकिन मंगेशकर ने इस विषय पर कभी कुछ नहीं कहा।

अपनी बहन आशा भोसले के साथ कथित प्रतिद्वंद्वता को लेकर भी मंगेशकर कई बार सुखिर्यों में रहीं, लेकिन उन्होंने इस बात की कभी परवाह नहीं की और कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। दोनों बहनों ने इस बारे में कोई बात नहीं की और संगीत जगत पर राज किया।

इसके अलावा रॉयल्टी को लेकर गायक मोहम्मद रफी के साथ उनका झगड़ा और अभिनेता राज कपूर के साथ उनका विवाद भी चर्चा में रहा।

मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को इंदौर में एक मराठी संगीतकार पंडित दीनानाथ मंगेशकर और गुजराती गृहिणी शेवंती के घर हुआ था। वह दीनानाथ और शेवंती के पांच बच्चों में सबसे बड़ी थीं। लता के अलावा मीना, आशा, उषा और हृदयनाथ उनके बच्चे थे।

मंगेशकर जब मात्र पांच साल की थीं, तभी उनके पिता ने उनके भीतर की महान गायिका को पहचान लिया था।

दीनानाथ मंगेशकर के अचानक निधन के कारण परिवार का आर्थिक बोझ 13 वर्षीय लता मंगेशकर के कंधों पर आ गया। ऐसे में उनके पारिवारिक मित्र मास्टर विनायक ने उनकी मदद की और लता मंगेशकर ने उनकी रंगमंच कंपनी में गाना और अभिनय करना शुरू कर दिया।

जब वह मुंबई गईं तो निर्माता एस मुखर्जी ने यह कहकर मंगेशकर को खारिज कर दिया था कि उनकी आवाज बहुत पतली है, लेकिन वह यह नहीं जानते थे कि यही आवाज कई भावी पीढ़ियों तक संगीत जगत पर राज करेगी।

लता मंगेशकर ने जब 1949 में फिल्म ‘महल’ के लिए ‘आएगा आने वाला’ गीत गाया, तो उस समय पार्श्व गायकों को अधिक तवज्जो नहीं दी जाती थी और यह सार्वजनिक नहीं किया गया था कि यह गीत किसने गाया है, लेकिन यह गीत इतना हिट हुआ कि लोग इसकी गायिका के बारे में जानने को उत्सुक थे, जिसके कारण रेडियो स्टेशन को यह जानने के लिए एचएमवी से संपर्क करना पड़ा कि इस गीत को आवाज किसने दी है।

मंगेशकर ने नसरीन मुन्नी कबीर के वृत्तचित्र ‘लता मंगेशकर: इन हर ओन वर्ड्स’ में इस बात का जिक्र किया था। रेडियो स्टेशन ने श्रोताओं को बताया कि यह गीत मंगेशकर ने गाया है और इसी के साथ देश को एक सितारा मिल गया।

मंगेशकर ने 1950 के दशक में शंकर जयकिशन, नौशाद अली, एस डी बर्मन, हेमंत कुमार और मदन मोहन जैसे महान संगीतकारों के साथ काम किया। उस समय गायकों को अधिक धन नहीं मिलता था, इसलिए मंगेशकर एक दिन में छह से आठ गीत गाती थीं और फिर घर जाकर कुछ घंटे सोने के बाद अगले दिन फिर ट्रेन से रिकॉर्डिंग स्टूडियो पहुंच जाया करती थीं।

उनकी आवाज सफलता का पर्याय बन गई थी और इसीलिए मुख्य अभिनेता इस बात पर जोर देते थे कि उनकी फिल्मों के गीत लता मंगेशकर ही गाएं और अपने अनुबंधों में यह शर्त भी रखते थे।

साठ के दशक में एक बार फिर मधुबाला मंगेशकर की आवाज का चेहरा बनीं। मंगेशकर ने ‘मुगल-ए-आजम’ के लिए ‘जब प्यार किया तो डरना क्या’ गीत गाकर संगीत जगत में तहलका मचा दिया।

इसी दशक में उन्होंने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के साथ मिलकर काम करना शुरू किया। मंगेशकर ने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के लिए 35 साल में 700 से अधिक गीत गाए, जिनमें से अधिकतर बहुत लोकप्रिय हुए।

मंगेशकर ने मुकेश, मन्ना डे, महेंद्र कपूर, मोहम्मद रफी और किशोर कुमार जैसे दिग्गज गायकों के साथ युगल गीत गाए। सत्तर के दशक में मंगेशकर ने अभिनेत्री मीना कुमारी की आखिरी फिल्म ‘पाकीजा’ और ‘अभिमान’ के लिए बेहतरीन गीत गाए। उन्होंने 80 के दशक में ‘‘सिलसिला’’, ‘‘चांदनी’’, ‘‘मैंने प्यार किया’’, ‘‘एक दूजे के लिए’’, ‘‘प्रेम रोग’’, ‘‘राम तेरी गंगा मैली’’ और ‘‘मासूम’’ फिल्मों के लिए गीत गाए।

वर्ष 1990 और 2000 के दशक में उन्होंने गुलजार निर्देशित फिल्म ‘लेकिन’ और यश चोपड़ा की फिल्मों ‘लम्हे’, ‘डर’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ और ‘दिल तो पागल’ के गीतों को अपनी सुरीली आवाज दी।

उन्होंने आखिरी बार 2004 में ‘वीर-जारा’ फिल्म की पूरी अलबम के गीत गाए।

लता मंगेशकर आज भले ही दुनिया में नहीं हैं, लेकिन अपनी आवाज के जरिए वह संगीत प्रेमियों के बीच सदा अमर रहेंगी।

मंगेशकर ने 1977 में ‘किनारा’ फिल्म के लिए ‘मेरी आवाज ही मेरी पहचान है’ गीत गाया था और वाकई आज उनकी आवाज किसी पहचान की मोहताज नहीं।

भारत रत्न लता मंगेशकर, “मेरी आवाज ही पहचान हैं ….”

लता मंगेशकर (28 सितंबर 1929 – 6 फ़रवरी 2022) भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं, जिनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। हालाँकि लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फ़िल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है।

लता की जादुई आवाज़ के भारतीय उपमहाद्वीप के साथ-साथ पूरी दुनिया में दीवाने हैं। टाईम पत्रिका ने उन्हें भारतीय पार्श्वगायन की अपरिहार्य और एकछत्र साम्राज्ञी स्वीकार किया है। लता दीदी को भारत सरकार ने ‘भारतरत्न’ से सम्मानित किया । इनकी मृत्यु कोविड से जुड़े कॉम्प्लिकेशन से 6 फरवरी 2022 में ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल मुंबई में हुई। वे एक अरसे से बीमार थीं। उनकी महान गायकी और सुरम्य आवाज के दीवाने पूरी दुनिया मे है।

लता का जन्म गोमंतक मराठा समाज परिवार में, मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में सबसे बड़ी बेटी के रूप में पंडित दीनानाथ मंगेशकर के मध्यवर्गीय परिवार में हुआ। उनके पिता रंगमंच एलजीके कलाकार और गायक थे। इनके परिवार से भाई हृदयनाथ मंगेशकर और बहनों उषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और आशा भोंसले सभी ने संगीत को ही अपनी आजीविका के लिये चुना। हालाँकि लता का जन्म इंदौर में हुआ था लेकिन उनकी परवरिश महाराष्ट्र मे हुई. वह बचपन से ही गायक बनना चाहती थीं।

बचपन में कुन्दन लाल सहगल की एक फ़िल्म चंडीदास देखकर उन्होने कहा था कि वो बड़ी होकर सहगल से शादी करेगी। पहली बार लता ने वसंग जोगलेकर द्वारा निर्देशित एक फ़िल्म कीर्ती हसाल के लिये गाया। उनके पिता नहीं चाहते थे कि लता फ़िल्मों के लिये गाये इसलिये इस गाने को फ़िल्म से निकाल दिया गया। लेकिन उसकी प्रतिभा से वसंत जोगलेकर काफी प्रभावित हुये।

पिता की मृत्यु के बाद (जब लता सिर्फ़ तेरह साल की थीं), लता को पैसों की बहुत किल्लत झेलनी पड़ी और काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्हें अभिनय बहुत पसंद नहीं था लेकिन पिता की असामयिक मृत्यु की वज़ह से पैसों के लिये उन्हें कुछ हिन्दी और मराठी फ़िल्मों में काम करना पड़ा।

अभिनेत्री के रूप में उनकी पहली फ़िल्म पाहिली मंगलागौर (1942) रही, जिसमें उन्होंने स्नेहप्रभा प्रधान की छोटी बहन की भूमिका निभाई। बाद में उन्होंने कई फ़िल्मों में अभिनय किया जिनमें, माझे बाल, चिमुकला संसार (1943), गजभाऊ (1944), बड़ी माँ (1945), जीवन यात्रा (1946), माँद (1948), छत्रपति शिवाजी (1952) शामिल थी। बड़ी माँ, में लता ने नूरजहाँ के साथ अभिनय किया और उसके छोटी बहन की भूमिका निभाई आशा भोंसलेने। उन्होंने खुद की भूमिका के लिये गाने भी गाये और आशा के लिये पार्श्वगायन किया।

वर्ष 1942 ई में लताजी के पिताजी का देहांत हो गया इस समय इनकी आयु मात्र तेरह वर्ष थी. भाई बहिनों में बड़ी होने के कारण परिवार की जिम्मेदारी का बोझ भी उनके कंधों पर आ गया था. दूसरी ओर उन्हें अपने करियर की तलाश भी थी. जिस समय लताजी ने (1948) में पार्श्वगायिकी में कदम रखा तब इस क्षेत्र में नूरजहां, अमीरबाई कर्नाटकी, शमशाद बेगम और राजकुमारी आदि की तूती बोलती थी. ऐसे में उनके लिए अपनी पहचान बनाना इतना आसान नही था.

लता का पहला गाना एक मराठी फिल्म कीति हसाल के लिए था, मगर वो रिलीज नहीं हो पाया. 1945 में उस्ताद ग़ुलाम हैदर (जिन्होंने पहले नूरजहाँ की खोज की थी) अपनी आनेवाली फ़िल्म के लिये लता को एक निर्माता के स्टूडियो ले गये जिसमे कामिनी कौशल मुख्य भूमिका निभा रही थी। वे चाहते थे कि लता उस फ़िल्म के लिये पार्श्वगायन करे। लेकिन गुलाम हैदर को निराशा हाथ लगी। 1947 में वसंत जोगलेकर ने अपनी फ़िल्म आपकी सेवा में में लता को गाने का मौका दिया। इस फ़िल्म के गानों से लता की खूब चर्चा हुई। इसके बाद लता ने मज़बूर फ़िल्म के गानों “अंग्रेजी छोरा चला गया” और “दिल मेरा तोड़ा हाय मुझे कहीं का न छोड़ा तेरे प्यार ने” जैसे गानों से अपनी स्थिती सुदृढ की। हालाँकि इसके बावज़ूद लता को उस खास हिट की अभी भी तलाश थी। 1949 में लता को ऐसा मौका फ़िल्म “महल” के “आयेगा आनेवाला” गीत से मिला। इस गीत को उस समय की सबसे खूबसूरत और चर्चित अभिनेत्री मधुबाला पर फ़िल्माया गया था। यह फ़िल्म अत्यंत सफल रही थी और लता तथा मधुबाला दोनों के लिये बहुत शुभ साबित हुई। इसके बाद लता ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

विविध

पिता दिनानाथ मंगेशकर शास्त्रीय गायक थे।

उन्होने अपना पहला गाना मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ (कितना हसोगे?) (1942) में गाया था।

लता मंगेशकर को सबसे बड़ा ब्रेक फिल्म महल से मिला। उनका गाया “आयेगा आने वाला” सुपर डुपर हिट था।

लता मंगेशकर अब तक 20 से अधिक भाषाओं में 30000 से अधिक गाने गा चुकी हैं।

लता मंगेशकर ने 1980 के बाद से फ़िल्मो में गाना कम कर दिया और स्टेज शो पर अधिक ध्यान देने लगी।

लता ही एकमात्र ऐसी जीवित व्यक्ति रही हैं जिनके नाम से पुरस्कार दिए जाते रहे हैं।

लता मंगेशकर ने आनंद घन बैनर तले फ़िल्मो का निर्माण भी किया है और संगीत भी दिया है।

वे हमेशा नंगे पाँव गाना गाती थी ।

दिलीप कुमार , राज कपूर के पैतृक आवासों को संग्रहालय में बदलेगा पाकिस्तान;संग्रहालय निदेशालय ने इनका अधिग्रहण किया attacknews.in

इस्लामाबाद, 02 जून । पाकिस्तान सरकार ने महान ख्यातिलब्ध भारतीय फिल्म अभिनेता दिलीप कुमार और राजकपूर के यहां स्थित पैतृक आवासों को संग्रहालय में बदलने के लिए इनका अधिग्रहण कर लिया है।

पाकिस्तान के समाचारपत्र डान की रिपोर्ट के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पेशावर के उपायुक्त द्वारा दोनों संपत्तियों के स्वामित्व के हस्तांतरण की अधिसूचना जारी करने के बाद पुरातत्व और संग्रहालय निदेशालय ने मंगलवार को इनका अधिग्रहण कर लिया।

प्रांतीय सरकार ने पिछले वर्ष सितम्बर में इन संपत्तियों को संग्रहालय में बदलने की अपनी योजना की घोषणा की थी।

निदेशक (पुरातत्व) डॉ अब्दुल समद ने कहा कि निदेशालय ने दोनों संपत्तियों के मौजूदा स्वामियों से मालिकाना हक लेने के बाद इसे प्रांतीय सरकार को हस्तांतरित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि मोहल्ला खुदाद स्थित दिलीप कुमार के पुश्तैनी आवास की कीमत 72 लाख रुपये तथा ढाकी दलगरण इलाके में राज कपूर की हवेली की कीमत 11.5 करोड़ रुपये है।

ब्लॉकबस्टर फिल्मों- ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’ और ‘हम साथ साथ हैं’ के दिग्गज संगीतकार विजय पाटिल (राम लक्ष्मण) का नागपुर में निधन attacknews.in

नागपुर ,22 मई । राम-लक्ष्मण से नाम से जाने जाने वाले दिग्गज सगीत निर्देशक विजय पाटिल का शनिवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से उनके आवास पर निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे और कुछ दिनों से बीमार थे।

संगीतकार पाटिल के पुत्र अमर ने यह जानकारी दी। श्री पाटिल ने छह दिन पहले काेविशील्ड कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज ली थी। उस समय उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन जब वह घर पहुंचे तो उन्हें कमजोरी महसूस हाेने लगी और तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने उन्हें घर आकर देखा। उनका आज तड़के दो बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

श्री पाटिल के परिवार में पत्नी शोभा पाटिल, पुत्र अमर, दो बेटी और परिवार के अन्य सदस्य और दोस्त हैं।

पाटिल को सिनेमा जगत में संगीतकार की जोड़ी में लोग राम-लक्ष्मण से जानते है जिसमें वह ‘लक्ष्मण’ और उनके जोड़ीदार सुरेन्द्र हेन्द्रे राम के रूप में जाने जाते हैं।

राम-लक्ष्मण ने राजश्री फिल्म्स ‘एजेंट विनोद’ के साथ हिंदी फिल्म जगत में शुरुआत की। दोनों ने दादा कोंडके की लगभग सभी फिल्मों के लिए संगीत दिया, दादा कोंडके ने उन्हें राम-लक्ष्मण नाम दिया था।
वर्ष 1976 में सुरेंद्र का निधन हो गया, लेकिन पाटिल ने उसी नाम से संगीत रचना का काम जारी रखा, इसे थोड़ा बदलकर राम-लक्ष्मण कर दिया। राम-लक्ष्मण एक संगीतकार, पियानोवादक, संगीतकार और गीतकार थे।

राजश्री प्रोडक्शंस की ब्लॉकबस्टर फिल्मों- ‘मैंने प्यार किया’ (1989), ‘हम आपके हैं कौन’ (1994) और ‘हम साथ साथ हैं’ (1999) के साथ ही राम-लक्ष्मण को उनके काम के बूते राम-लक्ष्मण के रूप में जाने जाना लगा। राम-लक्ष्मण ने हिन्दी, मराठी और भोजपुरी की लगभग 75 फिल्मों में काम किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कादर ऑर्केस्ट्रा से की थी और बाद में वह मुंबई आ गए थे।

पोर्न स्टार सनी लियोन दस हजार प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाएंगी;इधर कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त खाना खिला रही हैं जैकलीन फर्नांडीस attacknews.in

मुंबई, 08 मई ।पोर्न स्टार और बॉलीवुड अभिनेत्री सनी लियोनी कोरोना महामारी संकट के समय लोगों की मदद के लिये आगे आयी हैं और वह दिल्ली में दस हजार प्रवासी मजदूरों को खाना खिलायेंगी।

कोरोना महामारी संकट के समय में लोगों को कई तरह की आर्थिक दिक्कतों का भी सामना करना पढ़ रहा है। बॉलीवुड के कई स्टार्स लोगों की मदद करने में आगे आ रहे हैं। सनी लियोनी ने भी लोगों की मदद के लिये हाथ बढ़ाया है। सनी लियोनी ने दिल्ली में दस प्रवासी श्रमिकों को खाना खिलाने के लिए पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) के साथ हाथ मिलाया है।

सनी लियोनी ने कहा, “हम इस वक्त एक मुश्किल घड़ी से गुजर रहे हैं लेकिन करुणा और एकजुटता के साथ हम इससे भी आगे निकल जाएंगे। मुझे पेटा इंडिया के साथ एक बार फिर काम करने में खुशी हो रही है। इस बार हम हजारों जरूरतमंद लोगों को प्रोटीन युक्त शाकाहारी भोजन प्राप्त कराएंगे। महामारी के दौर में लोगों को पोष्टिक खाने की जरूरत है इसलिए हमने इस बात का भी खास ख्याल रखा है। मजदूरों तक जो खाना पहुंचाया जाएगा उसमें दाल चावल या ‘खिचड़ी’ और अक्सर फल शामिल होंगे।”

कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त खाना खिला रही हैं जैकलीन फर्नांडीस

इधर  बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीस कोरोना महामारी संकट के समय गरीबों को मुफ्त में खाना खिला रही हैं।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरा देश परेशान है। जैकलीन कोरोना महामारी के बीच लोगों की मदद के लिए सामने आई है। जैकलीन एक एनजीओ के साथ मिलकर लगभग एक लाख जरूरतमंद लोगों तक खाना पहुंचा रही हैं। हाल ही में जैकलीन की कई फोटो सामने आई है जिसमें वह मुंबई के एक फाउंडेशन के साथ मिलकर लगभग एक लाख जरूरतमंद लोगों तक खाना पहुंचा रही हैं। जैकलीन अपने योलो फाउंडेशन और कई एनजीओ के साथ मिलकर आम लोगों की मदद कर रही है। साथ ही लोगों तक खाना पहुंचा रही हैं।

हाल ही में जैकलीन ने ‘रोटी बैंक फाउंडेशन’ की रसोई का दौरा किया जिससे वह जायजा ले सकें कि लोगों की मदद ठीक से हो रही है कि नहीं। रोटी बैंक टीम और येलो टीम के साथ मिलकर जैकलीन ने खाना बनाने का काम किया और साथ ही लोगों के बीच खाना भी बांटा।

बॉलीवुड की चर्चित राष्ट्रवादी अभिनेत्री कंगना रनौत के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि attacknews.in

मुंबई 08 मई ।बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के शनिवार को कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।

कंगना ने इंस्टाग्राम पर अपने पेज में यह खुलासा किया है।

कंगना ने लिखा , “ मैं पिछले कुछ दिनों से काफी थकान और कमजोर महसूस कर रही थी। मेरी आंखों में हल्की जलन भी हो रही थी। हिमाचल जाने से पहले मैंने कल कोरोना जांच करवायी। आज मिली रिपोर्ट में मेरे पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। मैंने स्वयं क्वारंटीन कर लिया है। मुझे इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि वायरस मेरे शरीर में पार्टी कर रहा है।”

उन्होंने आगे लिखा , “ अब मुझे पता चल गया है और मैं इसे खत्म कर दूंगी। आप लोग इसे अपने ऊपर हावी होने मत दें। अगर आप इससे डरेंगे तो ये आपको और डराएगा। चलो इस कोरोना वायरस को हराते हैं। ये कुछ और नहीं है बस एक छोटे समय का फ्लू है जिसे खूब ताकत मिलने लोगों को डरा रहा है। हर हर महादेव ।”

सलमान खान बने “चिंगारी”,घरेलू शॉर्ट वीडियो ऐप चिंगारी में निवेश करने के साथ ही “चिंगारी” ब्रांड एंबेसडर भी होंगे attacknews.in

नयी दिल्ली, दो अप्रैल । बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान ने घरेलू शॉर्ट वीडियो ऐप चिंगारी में निवेश किया है। सलमान चिंगारी के ब्रांड एंबेसडर भी होंगे। कंपनी के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

हालांकि कंपनी ने यह नहीं बताया कि सलमान ने कितना निवेश किया है।

चिंगारी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुमित घोष ने कहा, ‘‘यह चिंगारी के लिये बेहद महत्वपूर्ण साझेदारी है। हमारा प्रयास भारत के हर राज्य तक पहुंचने का है। हम सलमान खान के वैश्विक ब्रांड एंबेसडर और निवेशक के रूप में हमारे साथ जुड़ने से खुश हैं।’’

घोष ने कहा कि उन्हें इस साझेदारी से चिंगारी को नयी ऊंचाइयां प्राप्त करने का भरोसा है।

सलमान खान ने इस बारे में कहा कि चिंगारी ने अपने उपभोक्ताओं और सामग्री निर्माताओं के लिये मूल्य जोड़ने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पसंद है कि चिंगारी ने इतने कम समय में कैसे आकार लिया। यह ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों तक लाखों लोगों को अपनी अनूठी प्रतिभा दिखाने का अवसर देने वाला एक मंच है।’’

3 मई को दिग्गज अभिनेता रजनीकांत को 51वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित, अभिनेता ने यह पुरस्कार उनकी यात्रा में भागीदार बने लोगों को समर्पित किया attacknews.in

नईदिल्ली 1 अप्रैल ।केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज 51वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के नाम का ऐलान किया।

वर्ष 2019 का पुरस्कार दिग्गज अभिनेता श्री रजनीकांत को दिया जाएगा।इसे 3 मई को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के साथ प्रस्तुत किया जाएगा।

प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा, यह बताते हुए खुशी हो रही है कि साल 2019 का दादा साहेब फाल्के
अवॉर्ड भारतीय सिनेमा के इतिहास के महान एक्टर्स में से एक रजनीकांत जी को दिया जा रहा है।

बतौर एक्टर, प्रोड्यूसर और स्क्रीनराइटर उनका योगदान आइकॉनिक रहा है।

उन्होंने जूरी आशा भोसले, सुभाष घई, मोहनलाल, शंकर महादेवन और बिस्वजीत चटर्जी को भी धन्यवाद दिया।

नई दिल्ली में पुरस्कार की घोषणा करते हुए, मंत्री ने कहा कि चुनाव सर्वसम्मति से जूरी के सदस्यों द्वारा किय गया था, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया। जूरी में पांच सदस्य शामिल थे।

सुश्री आशा भोसले

श्री मोहनलाल

श्री बिस्वजीत चटर्जी

श्री शंकर महादेवन

श्री सुभाष घई

श्री रजनीकांत की उपलब्धियों पर बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि वह एक प्रतिष्ठित अभिनेता हैं जिन्होंने पचास वर्षों से भारतीयों के दिलों पर राज किया है।

मंत्री ने इस उपलब्धि पर दिग्गज अभिनेता को बधाई दी।

अभिनेता रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने की यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब छह अप्रैल को तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं। रजनीकांत (70) तमिलनाडु में रहते हैं और वहां बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रजनीकांत को बधाई देते हुए सिनेमा में योगदान के लिए उनकी सराहना की।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘कई पीढ़ियों के बीच लोकप्रिय, ऐसा शानदार काम करने वाले जो बहुत कम लोग ही कर पाते हैं, विविध भूमिकाएं करने वाले और एक बेहतरीन व्यक्तित्व के धनी… ऐसे हैं रजनीकांत जी। यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि थलाइवा को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें बधाई।’’

रजनीकांत ने मोदी के ट्वीट का उत्तर देते हुए कहा, ‘‘माननीय एवं प्रिय नरेंद्र मोदी जी, मैं आपकी शुभकामनाओं और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए बहुत आभारी हूं और बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं आपका और भारत सरकार का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।’’

अभिनेता ने यह पुरस्कार उनकी यात्रा में भागीदार बने लोगों को समर्पित किया।

रजनीकांत ने ट्वीट किया, ‘‘ मुझे दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिहाज से चुने जाने के लिए मैं भारत सरकार, माननीय एवं प्रिय नरेंद्र मोदी दी, प्रकाश जावड़ेकर जी और ज्यूरी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं मेरी यात्रा का हिस्सा रहे लोगों को यह पुरस्कार समर्पित करता हूं। ईश्वर का धन्यवाद।’’

तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह घोषणा किए जाने के बारे में पूछे गये सवाल पर जावड़ेकर ने कहा, ‘‘यह फिल्म जगत से जुड़ा पुरस्कार है और रजनीकांत 50 साल से काम कर रहे हैं… उचित सवाल पूछा जाना चाहिए।’’

जावड़ेकर ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मुझे भारतीय सिनेमा के इतिहास के सबसे महान अभिनेताओं में शामिल रजनीकांत जी को 2019 के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुने जाने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। अभिनेता, निर्माता एवं पटकथा लेखक के तौर पर उनका योगदान अतुलनीय है।’’

जावड़ेकर ने कहा कि उनकी सबसे पसंदीदा रजनीकांत अभिनीत फिल्म 1992 में आई तमिल फिल्म ‘अन्नामलाई’ है।

रजनीकांत ने अपने ट्विटर पेज पर अपने कॅरियर में योगदान देने वाले लोगों को याद किया।

उन्होंने अपने दोस्त राज बहादुर, बड़े भाई सत्यनारायण राव और उन्हें मशहूर अभिनेता रजनी बनाने वाले अन्य लोगों को यह पुरस्कार समर्पित किया।

रजनीकांत ने लिखा, ‘‘मैं यह पुरस्कार अपने दोस्त और बस चालक राज बहादुर को समर्पित करता हूं जिन्होंने मेरी अभिनय प्रतिभा को देखा और मुझे प्रोत्साहित किया, मेरे बड़े भाई सत्यनारायण राव गायकवाड़ को समर्पित करता हूं जिन्होंने गरीबी से संघर्ष करते हुए मुझे अभिनेता बनाने के लिए बहुत बलिदान दिये और मेरे गुरु के. बालाचंद्र को समर्पित करता हूं जिन्होंने इस रजनीकांत को बनाया।’’

रजनीकांत को यह पुरस्कार दिये जाने की घोषणा के बाद उनके समकालीन अभिनेता और मित्र कमल हासन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी, उप मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन और अनेक राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें बधाई दी।

पलानीस्वामी ने फोन पर रजनीकांत को बधाई देते हुए कहा कि दादा साहेब फाल्के पुरस्कार फिल्म जगत में उनके कड़े परिश्रम को रेखांकित करता है।

कलम हासन ने कहा कि यह सर्वोच्च पुरस्कार रजनीकांत को मिलना एकदम सही है वहीं स्टालिन ने कहा कि उन्हें देरी से सम्मानित किया जा रहा है लेकिन यह स्वागत योग्य कदम है।

रजनीकांत ने पिछले साल दिसंबर में चुनावी राजनीति में उतरने की योजनाओं को रद्द कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वह स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे।

रजनीकांत ने 1975 में तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। उन्होंने ‘बिल्लू’, ‘मुथु’, ‘बाशहा’, ‘शिवाजी‘ और ‘एंथीरन’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया।

उन्होंने ‘हम’, ‘अंधा कानून’, ‘भगवान दादा’, ‘आतंक ही आतंक’ और ‘चालबाज’ जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में भी अभिनय किया।

गौरतलब है कि भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के नाम पर भारत सरकार ने 1969 में यह पुरस्कार शुरू किया था और इसे भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार कहा जाता है। वर्ष 2018 का फाल्के पुरस्कर अभिनेता अमिताभ बच्चन को दिया गया था।

67 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा:सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत‘छिछोरे’वर्ष 2019 के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म,कंगना रनौत को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 मार्च । दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म ‘छिछोरे’ को वर्ष 2019 के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता घोषित किया गया है।

अभिनेत्री कंगना रनौत ने मणिकर्णिका और पंगा फिल्म में उत्कृष्ट अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता है।

वर्ष 2019 के लिए आज यहां 67 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत कार्यरत फिल्म फेस्टिवल निदेशालय ने यह कार्यक्रम आयोजित किया था।

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का चयन प्रतिवर्ष फिल्म उद्योग की प्रख्यात हस्तियों द्वारा किया जाता है। इन पुरस्कारों को राष्ट्रपति प्रदान करते हैं ।

कंगना रनौत को मणिकर्णिका और पंगा के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री चुना गया है। मनोज बाजपेयी को हिन्दी फिल्म भोंसले और धनुष को तमिल फिल्म असुरन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है। बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का पुरस्कार पल्लवी जोशी को दिया गया है। एन इंजीनियर्ड ड्रीम को नॉन फीचर कैटगरी में बेस्ट फिल्म का अवार्ड मिला है।

बेस्ट फीचर फिल्म का अवार्ड मलयालम मूवी मरक्कर अराबिक्काडालिंटे सिम्हन को मिला है। बेस्ट नॉन फीचर फिल्म वाइल्ड कर्नाटक (डेविड एटेनबरो) है। वहीं हिंदी की बेस्ट फिल्म छिछोरे चुनी गई है। मेल कैटगरी में बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवार्ड केसरी के गाने तेरी मिट्टी के लिए बी. प्राक को मिला है। सोहिनी चट्टोपाध्याय को बेस्ट फिल्म समीक्षक का अवॉर्ड दिया गया है। वहीं मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट सिक्किम को चुना गया है।

बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड बहत्तर हूरें के लिए संजय पूरण सिंह चौहान को दिया गया है। बेस्ट स्क्रीन प्ले (डॉयलॉग राइटर) विवेक रंजन अग्निहोत्री को ताशकंद फाइल फिल्म के लिए मिला है। बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म का अवार्ड हिन्दी फिल्म कस्तूरी को मिला है।

स्पेशल मेंशन पुरस्कार ‘बिरियानी’, ‘जोना की पोरबा’ (आसमिया), ‘लता भगवान करे’ (मराठी), ‘पिकासो’ (मराठी) को मिला है। सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार ‘ए गांधीयन अफेयर: इंडियाज क्यूरिस पोर्ट्रेयल ऑफ लव इन सिनेमा’ को मिला है।

67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा 3 मई 2020 को होनी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण बीते साल ये संभव ना हो सका, जिसके बाद अब इनकी घोषणा की गई है। बता दें कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के मातहत काम करने वाली संस्था डायरेक्टोरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल की तरफ से ये पुरस्कार दिए जाते हैं।

बाॅलीवुड शहंशाह अमिताभ बच्चन हुए बीमार,बड़े ऑपरेशन की तैयारी attacknews.in

मुंबई, 28 फरवरी । बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने संकेत दिया है कि स्वास्थ्य संबंधी किसी परेशानी के कारण उन्हें ऑपरेशन कराने की आवश्यकता है।

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि चिकित्सा प्रक्रिया पूरी हो गई है या नहीं।

78 वर्षीय अभिनेता ने अपने निजी ब्लॉग पर लिखा, ‘‘स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत… ऑपरेशन… लिख नहीं सकता।’’

अभिनेता ने हाल में बताया था कि उनके परिवार के सदस्य–उनकी पत्नी जया बच्चन, बेटा अभिषेक बच्चन और बहू ऐश्वर्या राय बच्चन– इस समय किन फिल्मों में काम कर रहे हैं।

अमिताभ ने बताया था कि वह जल्द ही फिल्मकार विकास बहल की आगामी फिल्म की शूटिंग शुरू करेंगे। अमिताभ को पिछली बार शूजित सरकार की फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ में देखा गया था। अब वह ‘झुंड’ फिल्म में दिखाई देंगे, जो 18 जून को रिलीज होगी। इसके अलावा उनकी एक और फिल्म ‘चेहरे’ 30 अप्रैल को रिलीज होगी।

टीवी अभिनेत्री रुबिना दिलैक ने गायक राहुल वैद्य को पछाड़कर रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ का ’14वां’ सीजन जीतकर बनी विजेता attacknews.in

मुंबई, 21 फरवरी । टीवी अभिनेत्री रुबिना दिलैक ने गायक राहुल वैद्य को पछाड़कर रियलिटी शो ” बिग बॉस” का 14वां सीजन जीत लिया है।

दिलैक ने “छोटी बहू” और “शक्ति- अस्तित्व के एहसास की” में काम किया है।

कार्यक्रम के मेज़बान अभिनेता सलमान खान ने मुंबई के फिल्मसिटी में कार्यक्रम के सेट पर विजेता का ऐलान किया।

दिलैक (33) अपने अभिनेता-पति अभिनव शुक्ला के साथ कार्यक्रम में दिखाए जाने वाले घर में गई थी। वह अक्टूबर में इस कार्यक्रम की शुरुआत से ही दर्शकों की पसंद रहीं।

दिलैक और वैद्य के अलावा अंतिम दौर में पहुंचने वालों में अभिनेत्री निक्की तम्बोली, अली गोनी और राखी सावंत थीं।

तम्बोली तीसरे स्थान पर रहीं जबकि गोनी चौथे स्थान पर रहे।

मध्यप्रदेश में अभिनेत्री कंगना रनौत ने बलात्कारियों को सार्वजनिक तौर पर फांसी पर लटकाने की वकालत की और शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की attacknews.in

भोपाल, 09 जनवरी ।बॉलीवुड मेें क्वीन के नाम से मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत ने आज कहा कि दुष्कर्मियों को सार्वजनिक तौर पर फांसी पर लटकाया जाना चाहिए।

कंगना महिला सशक्तीकरण पर केंद्रित फिल्म धाकड़ की शूटिंग के सिलसिले में यहां आयी हुयी हैं। उन्होंने यहां इकबाल मैदान पर फिल्म की शूटिंग के लिए मुहुर्त शॉट राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर की मौजूदगी में दिया।

शिवराज से मुलाकात की कंगना रनौत ने

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज शाम यहां फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने मुलाकात की।

कंगना रनौत महिला सशक्तिकरण पर आधारित फिल्म धाकड़ की शूटिंग के सिलसिले में कल यहां पहुंची । मुख्यमंत्री निवास पर श्री चौहान से आज शाम सौजन्य भेंट के दौरान फिल्म की इकाई से जुड़े महत्वपूर्ण व्यक्ति भी मौजूद थे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने महिला और बालिका सशक्तिकरण की थीम पर आधारित फिल्म के निर्माण के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत और उनके साथी कलाकारों को बधाई दी।

श्री चौहान ने इस अवसर पर बताया कि राज्य में बेटी बचाओ अभियान चल रहा है। इसके तहत बालिकाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही उनकी सुरक्षा और सम्मान के लिए कार्य किया जा रहा है। विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत महिलाओं को लाभांवित किया जा रहा है।

अभिनेत्री ने राज्य सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं को बहला और फुसला कर विवाह करने और बाद में उन्हें प्रताड़ित करने के मामलों पर रोक लगाने के लिए कानूनी प्रावधान किया गया है, जो महत्वपूर्ण है।

कंगना रनौत फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में पहले भी भोपाल और राज्य के अन्य शहरों में आ चुकी हैं।

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के ट्विटर पर प्रशंसकों की संख्या 45 मिलियन हुई attacknews.in

मुंबई, 09 जनवरी ।सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर अपने प्रशंसकों की 45 मिलियन होने पर खुशी व्यक्त की है।

उनके एक प्रशंसक ने युवा बच्चन की, कवि पिता हरिवंश राय बच्चन का पैर छूते हुए एक श्याम-श्वेत तस्वीर ट्विटर पर साझा किया जिस पर उन्होंने उसे ‘धन्यवाद दिया। यह वह तस्वीर है जब फिल्म कुली के सेट पर चोट लगने के बाद में अस्पताल से घर वापस लौटे थे।

श्री बच्चन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि वर्ष 1982 में बेंगलुरु में कुली के सेट पर घायल होने के बाद वह अस्पताल में भर्ती थे और काल के मुंह से वापस लौटने के बाद पिता का आशिर्वाद ले रहे थे। उन्होंने लिखा है कि उस समय उन्होंने अपने पिता को सबसे अधिक दुखी देखा था। उस तस्वीर में अभिषेक बच्चन बहुत छोटे नजर आ रहे हैं।

बॉलीवुड इंडस्ट्री को सदमा दे गया 2020:सैकड़ों टाकीज बंद,ढेरों फिल्में फ्लाप;लाखो लोग बेरोजगार, कई फिल्मी हस्तियां दुनिया से अलविदा,कई ने आत्महत्या कर ली और सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद नेपोटिज्म और ड्रग्स कनेक्शन सामने आए attacknews.in

मुंबई, 31 दिसंबर । लॉकडाउन में करोड़ों का नुकसान उठा चुके बॉलीवुड में इस साल लाखो लोग बेरोजगार हो गए, कई फिल्मी हस्तियां दुनिया को अलविदा कह गए, कई ने आत्महत्या कर ली तथा सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद नेपोटिज्म और ड्रग्स कनेक्शन को लेकर शुरू हुई उठापटक इंडस्ट्री के लिए सदमा साबित हुआ।

बॉलीवुड के लिये वर्ष 2020 बुरे सपने की तरह रहा। कोरोना महामारी के चलते फिल्मों की शूटिंग और सिनेमाघर पूरी तरह से बंद रहे तो वहीं दूसरी ओर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद नेपोटिज्म और सामने आये ड्रग्स कनेक्शन ने इंडस्ट्री से जुडे सितारे को बदनाम भी किया। पूरे साल के शुरुआती ढाई महीने में ही फिल्में सिनेमाघर का मुंह देख पायी। कोरोना संक्रमण का प्रसार बढ़ने से सिनेमाघरों में ताले लटक गए।

लगभग सात-आठ महीने बाद सिनेमा हॉल को खोलने की इजाजत मिली लेकिन अभी भी ज्यादातर सिनेमाघर बंद हैं।

जनवरी से मार्च के बीच तान्हाजी : द अनसंग वॉरियर, छपाक, लव आज कल, स्ट्रीट डांसर 3डी, बागी 3, शुभ मंगल ज्यादा सावधान, पंगा, भूत, थप्पड़, मलंग और जवानी जानेमान जैसी कुछ फिल्में ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुयीं।

इन फिल्मों में अजय देवगन की 10 जनवरी को प्रदर्शित ओम राउत निर्देशित तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर वर्ष 2020 की सबसे कामयाब फिल्मों में शुमार की गयी।

मराठा योद्धा तानाजी मालुसरे के जीवन पर यह फिल्म बनायी गयी थी। तानाजी मालुसरे एक मराठा योद्धा थे और वह छत्रपति शिवाजी के बेहद करीबी थे। इसमें तानाजी का अभिनय अजय देवगन ने किया था। फिल्म ने 280 करोड़ रुपये की कमाई की। तान्हाजी द अनसंग वॉरियर एकमात्र ऐसी फिल्म है, जो इस साल सुपरहिट रही।

इस वर्ष 10 जनवरी को ही दीपिका पादुकोण और विक्रांत मेसी की जोड़ी वाली फिल्म ‘छपाक’ रिलीज हुयी। मेघना गुलजार निर्देशित यह फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल पर आधारित है। दीपिका फिल्म की रिलीज के समय जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में आंदोलनरत छात्रों के बीच नजर आई थीं। इसी वजह से उनकी फिल्म को बायकॉट का सामना करना पड़ा। यह फिल्म महज 35 करोड़ रुपये की ही कमाई कर पाई। 24 जनवरी को फिल्मकार अश्विनी अय्यर तिवारी की फिल्म ‘पंगा’ रिलीज हुयी, जिसमें कंगना रनौत कबड्डी खिलाड़ी के किरदार में नजर आयीं। फिल्म में कंगना रनौत के अलावा जस्सी गिल, ऋचा चड्ढा और नीता गुप्ता की अहम भूमिकायें हैं। फिल्म को दर्शकों ने नकार दिया और बॉक्स ऑफिस पर 29 करोड़ रुपये की कमाई ही कर सकी।

वरुण धवन, श्रद्धा कपूर, नोरा फतेही अभिनीत फिल्म ‘स्ट्रीट डांसर 3डी’ 24 जनवरी को ही रिलीज हुयी। हालांकि फिल्म दर्शकों का दिल जीतने में सफल नहीं रही। फिल्म ने महज 75 करोड़ रुपये का ही कारोबार किया।

सैफ अली खान और तब्बू की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘जवानी जानेमन’ 31 जनवरी को रिलीज हुयी। नितिन कक्कड़ के निर्देशन में बनी इस फिल्म से पूजा बेदी की पुत्री आलिया फर्नीचर वाला ने डेब्यू किया। यह फिल्म दर्शकों की कसौटी पर खरी नहीं उतरी। फिल्म ने 29 करोड़ की कमाई की। 07 फरवरी को प्रदर्शित आदित्य रॉय कपूर, दिशा पाटनी और अनिल कपूर स्टारर ‘मलंग’ ने करीब 60 करोड़ की कमाई की। वेलेंनटाइन डे के अवसर पर 14 फरवरी को इम्तियाज अली की फिल्म लव आज कल की सीक्वल लव आज कल प्रदर्शित हुयी। इस फिल्म में कार्तिक आर्यन ,सारा अली खान और रणदीप हुड्डा एक साथ पर्दे पर नजर आये।फिल्म को दर्शकों ने बुरी तरह से नकार दिया और टिकट खिड़की पर फिल्म करीब 38 करोड़ की कमाई ही कर सकी।

इसके बाद आयुष्मान खुराना और जितू भैया के गे रोमांस पर आई फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान में प्यार का अलग एंगल दिखाया गया, जिसे दर्शकों ने पसंद किया। फिल्म ने करीब 62 करोड़ की औसत कमाई की। इसी दिन प्रदर्शित विक्की कौशल की पहली हॉरर फिल्म ‘भूत पार्ट 1 : द हॉन्टेड शिप’ भी बॉक्स ऑफिस पर ढेर हो गयी। फिल्म ने महज 32 करोड़ का कारोबार किया। अनुभव सिन्हा निर्देशित तापसी पन्नू की मुख्य भूमिका वाली फिल्म थप्पड़ 28 फरवरी को प्रदर्शित हुयी। महिलाओं के पक्ष में फिल्म ने आवाज उठाई। यह फिल्म दर्शकों के बीच बेहद सराही गयी। कम बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 32 करोड़ रुपये का कारोबार किया।

टाइगर श्रॉफ, श्रद्धा कपूर और रितेश देखमुख अभिनीत 06 मार्च को रिलीज फिल्म बागी 3 ने बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार ओपनिंग ली लेकिन इसी बीच लागू लॉकडाउन के कारण सिनेमाघर बंद हो गये। फिल्म ने करीब 100 करोड़ रुपये की कमाई की। 13 मार्च को प्रदर्शित इरफान खान और करीना कपूर की मुख्य भूमिका वाली फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ को कोरोना की वजह से सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा। फिल्म महज 11 करोड़ की कमाई ही कर सकी। अंग्रेजी मीडियम के बाद सिनेमाघरों में ताले लग गये और कोई बड़ी फिल्म अबतक प्रदर्शित नहीं हुयी है।

वहीं, सिनेमाघरों के बंद होने के बाद ऑनलाइन माध्यम से प्रसारित नई फिल्मों ने लोगों का खूब मनोरंजन किया। बड़े सितारों से सजी फिल्मों को सीधे ओटीटी (ओवर द टॉप) प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया, जिनमें नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की ‘घूमकेतु’, अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की ‘गुलाबो सिताबो’, सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद उनकी अंतिम फिल्म ‘दिल बेचारा’, विद्या बालन स्टारर ‘शकुंतला देवी’, जहान्वी कपूर की ‘गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल’, विद्युत जामवाल की खुदा हाफिज, आलिया भट्ट, संजय दत्त और आदित्य रॉय कपूर की सड़क 2, अनन्या पांडेय और ईशान खट्टर की खाली पीली 2, अक्षय कुमार की ‘लक्ष्मी’ अभिषेक बच्चन, राजकुमार राव की ‘लूडो, भूमि पेडनेकर की ‘दुर्गावती द मिथ’ और वरुण धवन एवं सारा अली की ‘कुली नंबर 1’ शामिल हैं।

इस साल वेबसीरीज फिल्मों में बॉलीवुड के कई सितारों ने डेब्यू किया। बॉलीवुड के जूनियर बी अभिषेक बच्चन ने ब्रीथ वेब सीरीज के दूसरे सीजन से अपना ओटीटी डेब्यू किया। इस सीरीज में अभिषेक बच्चन के अभिनय की काफी प्रशंसा की गयी। पूर्व मिस यूनिवर्स और अभिनेत्री सुष्मिता सेन ने वर्ष 2020 में वेब सीरीज आर्या से अपना डेब्यू किया। आर्या में सुष्मिता सेन की अदाकारी की बेहद तारीफ की गई। लंबे समय से इंडस्ट्री से दूर करिश्मा कपूर ने भी मेंटलहुड और बॉबी देओल ने प्रकाश झा की आश्रम से वेबसीरीज में डेब्यू किया।

इसके साथ ही वेबसीरीज पर अनुष्का शर्मा प्रोडेक्शन के बैनर तले बनी वेब सीरीज पाताल लोक, फिल्मकार हंसल मेहता की स्कैम 1992, पंचायत, ‘स्पेशल ऑप्स’, ‘बंदिश बैंडिट्स’, ‘मिर्जापुर’ सीजन 2, असुर- वेलकम टू योर डार्क साइड, ‘हाई’, ‘अभय’ सीजन-2 समेत कई वेबसीरीज फिल्मों को पसंद किया गया।

इस बीच 14 जून को सुशांत की मौत से पूरी इंडस्ट्री सकते में आ गई। उन्होंने कथित तौर पर मुंबई में अपने फ्लैट में कथित तौर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनकी मौत इस साल के सबसे बड़े विवाद में रही। सुशांत के मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराये जाने की मांग शुरू हो गई। उनके फैंस के साथ कई बॉलीवुड सेलेब्स ने भी उनके लिए न्याय की मांग की। उनकी कथित आत्महत्या के बाद बॉलीवुड में ‘नेपॉटिज्म’ फिर से सुर्खियों में आ गया। सोशल मीडिया पर देश के युवाओं ‘नेपोटिज्म’ नाम की मुहिम छेड़ दी। कंगना रनौत, कोएना मित्रा, अभिनव कश्यप, गीता फोगाट, पायल रोहतगी, रवीना टंडन, शेखर कपूर, और साहिल खान समेत कई हस्तियां इंडस्ट्री में भाई-भतीजवाद को लेकर बहस छेड़ दी।

सुशांत की मौत के बाद निर्माता-निर्देशक करण जौहर, आदित्य चोपड़ा, साजिद नाडियादवाला, संजय लीला भंसाली, दिनेश विजयन, टी सीरीज के भूषण कुमार, एकता कपूर और सलमान खान पर सुपरस्टार सुशांत को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया। कहा गया कि बड़े बैनर ने सुशांत को अपनी फिल्मों में लेने से मना कर दिया और देखते-देखते सात फिल्मों से उन्हें निकाल दिया गया। छिछोरे जैसी सुपरहिट फिल्म के बाद भी उनके पास कोई फिल्म नहीं थी जिस सच को सुशांत स्वीकार नहीं कर पाए। उनके लिए न्याय की मांग ने एक बड़े आंदोलन का रूप ले लिया है। मामले में सबसे अधिक करण जौहर और सलमान खान लोगों के निशाने पर रहे।

सुशांत की मौत के बाद से ही बॉलीवुड में ड्रग्स कनेक्शन मामला शुरू हुआ। सीबीआई ने जब छान-बीन शुरू की तो बताया कि रिया और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती के तार ड्रग्स से जुड़े। फिर इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने भी जांच शुरू कर दी। इसके बाद ड्रग केस में कई बड़े सितारों के नाम सामने आए, जिनका कथित तौर पर ड्रग्स कनेक्शन रहा। दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, रिया चक्रवर्ती, श्रद्धा कपूर, रकुल प्रीत सिंह, भारती सिंह, अर्जुन रामपाल जैसे सितारों को एनसीबी ने समन भेजा। ड्रग्स लेने या किसी भी तरह से ड्रग्स रैकेट से जुड़े होने के लिए सितारों से पूछताछ शुरू हुई।

कोरोना महामारी ने इस साल कई फिल्मी सितारों को अपनी चपेट में लिया है। बॉलीवुड की जानी-मानी गायिका कनिका कपूर इस वायरस की चपेट में आने वाली पहली सेलिब्रिटी थीं। लंदन से आईं कनिका मुंबई होते हुए अपने गृहनगर लखनऊ गयी थीं, जहां उनके कोविड-19 पॉज़िटिव होने की पुष्टि हुई थी। कनिका पर लापरवाही करने के आरोप लगे थे और उनके ख़िलाफ़ प्राथमिकी भी दर्ज हुई। साथ ही इस दौरान यह भी पता चला कि कनिका ने कोरोना पीड़ित होने के बावजूद लखनऊ में एक पार्टी भी दी थी, जिसमें कई नामचीन हस्तियों ने शिरकत की थी। कनिका संक्रमण को मात देने के बाद अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन जुलाई में कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उनके अलावा उनके पुत्र अभिषेक बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय बच्चन और पोती आराध्या भी कोरोना की चपेट में आ गई थी। फिलहाल पूरा बच्चन परिवार इस वायरस को मात दे चुका है और सभी स्वस्थ हैं। इनके अलावा संक्रमित होने वालों में सनी देओल, वरुण धवन, नीतू कपूर, मलाइका अरोड़ा, अर्जुन कपूर, रकुल प्रीत सिंह, जेनेलिया डिसूजा, कृति सेनन, करीम मोरानी, जोया मोरानी, शजा मोरानी, तमन्ना भाटिया, पूरब कोहली, आफताब शिवदसानी, किरण कुमार, राजू खेर, कुमार सानू समेत कई सितारे शामिल हैं।

वर्ष 2020 में बॉलीवुड के कई नायाब सितारों ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इससे पहले शायद ही कभी इतनी अधिक संख्‍या में बॉलीवुड में फिल्‍मी सितारों की मौत हुई होगी। निम्मी, इरफान खान, ऋषि कपूर, बासु चटर्जी, भानु अथैय्या, सरोज खान, जगदीप, सुशांत सिंह राजपूत, वाजिद खान, कुमकुम, राहत इंदौरी, योगेश, एस. पी. बालासुब्रमण्यम, निशिकांत कामत, हरीश साह, अनिल सूरी, परवेश सी मेहरा, फराज खान समेत कई अन्य शामिल हैं।

हाई ब्लड प्रेशर पीड़ित अभिनेता रजनीकांत की सेहत में आ रहा हैं सुधार,उनका रक्तचाप हालांकि अब भी बढ़ा हुआ है लेकिन शुक्रवार के मुकाबले अधिक नियंत्रण में है attacknews.in

हैदराबाद/चेन्नई, 26 दिसंबर । रक्तचाप संबंधी समस्याओं के कारण अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाए गए अभिनेता रजनीकांत की सेहत में सुधार आ रहा है। अस्पताल की ओर से शनिवार को यह जानकारी दी गई।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने रजनीकांत से फोन पर बात की और उनका हालचाल लिया। उन्होंने अभिनेता के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

अस्पताल की ओर से बुलेटिन में कहा गया है कि उनका रक्तचाप हालांकि अब भी बढ़ा हुआ है लेकिन शुक्रवार के मुकाबले अधिक नियंत्रण में है।

इसमें बताया कि 70 वर्षीय रजनीकांत की जांच की गई है जिसमें कुछ भी चिंताजनक नहीं मिला है। शनिवार को उनकी कुछ और जांच होनी हैं जिनकी रिपोर्ट शाम तक प्राप्त होंगी।

अस्पताल की ओर से बताया गया, ‘‘रजनीकांत को कल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और उनकी सेहत में सुधार आ रहा है। उनका रक्तचाप अब भी अधिक बना हुआ है हालांकि कल के मुकाबले अधिक नियंत्रण में है।’’

इसमें बताया गया कि रक्तचाप की दवाओं में बदलाव किया जा रहा है तथा उनकी सेहत पर नजर रखी जा रही है। उन्हें पूरी तरह से आराम करने को कहा गया है तथा आंगतुकों को उनसे मिलने की इजाजत नहीं है।

बुलेटिन में बताया गया कि जांच तथा रक्तचाप पर कितना नियंत्रण हो पाता है उसके आधार पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने के बारे में फैसला शाम तक लिया जाएगा।

रजनीकांत को शुक्रवार को रक्तचाप में उतार-चढ़ाव आने के बाद हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वह 13 दिसंबर से यहां एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। चार क्रू सदस्यों के कोविड-19 से पीड़ित पाए जाने के बाद उन्होंने खुद को पृथक कर लिया था। हालांकि जांच में साफ हो गया कि वह संक्रमित नहीं हैं।

तेलंगाना के राज्यपाल तमिलीसाई सुंदरराजन, तेदेपा प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू और अभिनेता-नेता कमल हासन ने रजनीकांत के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

अस्पताल की ओर से शनिवार को जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि कल रात उन्हें बहुत अधिक परेशानी नहीं हुई। उनका रक्तचाप अब भी उच्च स्तर पर है लेकिन कल की तुलना में स्थिति बेहतर हुई है। उनकी जांच में अभी तक कुछ भी चिंताजनक नहीं पाया गया है। उनकी आज कुछ और जांच होने वाली है जिनकी रिपोर्ट शाम तक आ जाएगी।

बुलेटिन में कहा गया है कि चिकित्सकों का एक दल उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखे हुए है। उनके अस्थिर रक्तचाप को देखते हुए उन्हें पूरा आराम करने की सलाह दी गयी है और आगंतुकों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। उनकी जांच और रक्तचाप के नियंत्रण के आधार पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दिये जाने पर शाम तक फैसला किया जायेगा।

इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. के. पलानीस्वामी ने आज अभिनेता से फोन पर बातचीत कर उनके स्वास्थ्य में बारे में जानकारी ली।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री पलानीस्वामी ने अभिनेता से फोन पर बात की और उनका हाल-चाल लिया। मुख्यमंत्री ने रजनीकांत के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

गौरतलब है कि रजनीकांत को शुक्रवार को रक्तचाप अस्थिर होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

बाॅलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपने सच बोलने से होने वाली सजा का बखान खुद ही कर दिया attacknews.in

मुंबई, 18 दिसंबर । बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना है कि वह फिल्म इंडस्ट्री के बारे में हमेशा से सच बोलती रही हैं इसलिये ज्यादातर लोग उनके खिलाफ हैं।

कंगना रनौत राष्ट्रीय मुद्दों पर मुखरता से बात करती रही हैं। अब इन दिनों किसान आंदोलन का जमकर विरोध कर रही हैं। किसान आंदोलन का विरोध करने के कारण अलग-अलग स्तर पर उनकी आलोचना भी हो रही है, लेकिन लगता है कंगना को उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। कंगना रनौत के ट्वीट फिर सुर्खियों में हैं। इस ट्वीट के साथ कंगना ने एक पुरानी फोटो भी शेयर की है।

कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा, “मैं फिल्म इंडस्ट्री के बारे में हमेशा सच बोलती रही हूं इसलिए ज्यादातर लोग मेरे खिलाफ हैं। मैंने आरक्षण का विरोध किया, जिससे ज्यादातर हिंदू मुझसे नफरत करते हैं। मणिकर्णिका की रिलीज के दौरान मैंने करणी सेना के साथ लड़ाई की इसलिए राजपूतों ने मुझे धमकी दी। मैं इस्लामवादियों का विरोध करती हूं, इसलिए मुस्लमान मुझसे नफरत करते हैं। मैं खालिस्तानियों से लड़ी इसलिए अब ज्यादातर सिख मेरे खिलाफ हैं। मेरे चाहने वाले बताते हैं कि कोई भी राजनीतिक दल मेरे जैसे वोट काटने वाले को नहीं पसंद करता। इसका मतलब साफ है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी मुझे पसंद नहीं करती। ज्यादातर लोग सोचते हैं मैं ऐसा क्यों करती हूं…क्या करती हूं तो आपको बता दूं कि इस दुनिया से दूर मेरी दुनिया में अंतरात्मा की आवाज मेरी तारीफ करती है।”