प्रवर्तन निदेशालय का खुलासा: केरल में आतंकी कैंप चलाने के लिए पाॅपुलर फ्रंट आफ इंडिया और PFI का छात्र समूह CFI (कैम्पस फ्रंट ऑफ़ इण्डिया) ने इकठ्ठा किया करोडों का फंड धार्मिक द्वेष बढ़ाना, देश की अखंडता को तोड़ना था मकसद attacknews.in

ED ने किया सीएफआई महासचिव रऊफ शरीफ की याचिका का विरोध

नईदिल्ली 6 जनवरी ।पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ख़िलाफ़ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जाँच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार ( 05 जनवरी 2021) को कथित तौर पर दावा किया कि इस समूह ने केरल में आतंकी कैंप चलाने के लिए भारी मात्रा में फंड इकट्ठा कर लिया था।

PMLA (धनशोधन रोकथाम कानून) कोर्ट में केंद्रीय एजेंसी ने यह दावा PFI के छात्र नेता व मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में पकड़े गए रऊफ शरीफ की जमानत याचिका का विरोध करते हुए किया।

एजेंसी ने अपने बयान में बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय जाँच एजेंसी द्वारा विशेष अदालत में दायर चार्जशीट के आधार पर अपनी जाँच शुरू की थी।

उन्होंने कहा कि एनआईए द्वारा साल 2013 में दायर आरोप पत्र के मुताबिक PFI व SDPI के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने अपने कार्यकर्ताओं को विस्फोटकों और हथियारों का इस्तेमाल सिखाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र किया और कन्नूर जिले के नारथ में एक आतंकवादी शिविर का आयोजन किया।

चार्जशीट के अनुसार, इस कैंप का आयोजन धर्मों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, उन्हें आतंकवादी गतिविधियों के लिए तैयार करने और इस तरह राष्ट्र की एकता व अखंडता को खतरे में डालने के लिए प्रतिबद्ध कृत्यों के लिए किया गया था।

प्रवर्तन निदेशालय ने कहा, ‘‘पीएफआई ने आतंकवादी शिविरों के आयोजन के लिए और उससे जुड़ी गतिविधियों व साम्प्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुँचाने के लिए पर्याप्त धन जमा कर लिया था और जाँच के दौरान पीएफआई के कई बैंक खातों और अन्य वित्तीय दस्तावेजों का विश्लेषण किया गया।”

रऊफ की जमानत याचिका का विरोध करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने रऊफ के पास पहुँची विदेशी सहायतों का जिक्र किया और उन्हें बेहद संदिग्ध बताया।

एजेंसी ने कहा कि कई दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस को हाल में की गई छापेमारी में बरामद किया गया है, जिनसे खुलासा होता है कि बहुत भारी मात्रा में फंड एकत्रित किए गए।

एजेंसी ने इस बात पर भी गौर करवाया कि चूँकि ये विदेशी फंड पीएफआई के बैंक अकॉउंट में नहीं नजर आते, इसलिए ये बात साफ है कि इन्हें हवाला या फिर अंडरग्राउंड चैनल के माध्यम से भेजा गया।

जमानत याचिका के विरोध में ईडी ने कोर्ट को बताया कि उनके द्वारा दिए गए सबूतों से साबित होता है कि पीएफआई का छात्र समूह सीएफआई (कैम्पस फ्रंट ऑफ़ इण्डिया) लगातार मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल रहा और देश भर में अपराध व गैर कानूनी गतिविधियों को करवाता रहा।

ईडी ने आरोप लगाया कि शरीफ ने हाथरस पहुँचे तीन सदस्यों में से अतीक उर रहमान को सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने और सम्प्रदायिक दंगे करवाने के लिए फंड ट्रांसफर किया। इसके अतिरिक्त, आरोपित के अकॉउंट से निकाले गए रुपयों को भी जाँच एजेंसी ने संदिग्ध कहा।

बता दें कि पिछले दिनों पीएफआई सदस्य रऊफ शरीफ़ को केरल के तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था। वह ओमान भागने की फ़िराक में था। हाथरस केस में रऊफ पर जातीय दंगे भड़काने की साजिश रचने का आरोप है।

गौरतलब है कि हाल में ईडी ने कोर्ट में हलफनामा दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि पीएफआई को वर्षों से अब तक 100 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि फंड के रूप में मिली। इतना ही नहीं इस संगठन पर शांति बिगाड़ने का भी आरोप लगा।

वहीं, पीएफआई के राष्ट्रीय सचिव ने सभी आरोपों को खारिज किया और ईडी पर आरोप मढ़ा कि उन्हें भाजपा शासित प्रदेश में उपकरण की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। 26 दिसंबर को पीएफआई ने अपने अकॉउंट में आने वाले फंड को पब्लिक डोनेशन बताया और कहा कि उनके पास हर चीज का हिसाब है।

पीएफआई सदस्यों की याचिका पर केन्द्र व राज्य सरकार से जवाब तलब

प्रयागराज,से खबर है कि, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने हाथरस रेप पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे तीन आरोपी पीएफआई सदस्यों की याचिका पर केन्द्र व प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है।

इन की याचियो को हाथरस जाते समय मथुरा पुलिस ने पिछले वर्ष पांच अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तारी से पूर्व यूएपीए की धारा 17 और 18 तथा भादंसं की धारा 153.ए , 295.ए और 124.ए तथा आई टी एक्ट की धारा 65ए, 72ए ,75 के तहत इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। इन पर आरोप है कि ये लोग हाथरस कानून व्यवस्था खराब करने तथा जातिय दंगा भड़काने के उद्देश्य से वहां जा रहे थे।

बदायूं में 50 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद दरिंदगी से हत्या,प्राइवेट पार्ट में रॉड से हमला, पसली और पैर तोड़े. फेफड़ों पर भी वजनदार चीज से हमला attacknews.in

बदायूं में महिला के साथ दरिंदगी की घटना में दो गिरफ्तार,थानाध्यक्ष निलंबित

बदायूँ/लखनऊ 06 जनवरी । उत्तर प्रदेश में बदायूं के उघैती क्षेत्र में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और दरिंदगी के साथ की गयी हत्या के इस मामले में मंदिर के महंत समेत तीन लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार और हत्या का मुकदमा दर्ज किया है,पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि उघैती क्षेत्रान्तर्गत एक 50 वर्षीय महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु के सन्दर्भ में धारा 376डी/302 भादवि के अन्तर्गत मुकदमा कायम किया गया था। इस क्रम में प्रारम्भिक जाँच में लापरवाही में दोषी पाये जाने पर तत्कालीन थाना प्रभारी को निलम्बित किया जा रहा है।

बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बुधवार को बताया कि गत रविवार को उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव में मंदिर गयी 50 वर्षीय एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजन ने मंदिर के महंत सत्य नारायण और उसके दो साथियों पर बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया है। इस आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनमें से वेद राम और जसपाल को मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने बताया कि आरोपी महंत फरार है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की चार टीम गठित की गई है।

इस बीच, सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने लखनऊ में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं की वारदात को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय अपर पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर मामले की जांच में स्पेशल टास्क फोर्स की भी मदद ली जाए, साथ ही दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर वहां के थाना प्रभारी को निलम्बित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला से बलात्कार की पुष्टि हुई है और उसके गुप्तांग में चोट तथा पैर में फ्रैक्चर पाए गए हैं।

जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर यशपाल सिंह का कहना है कि महिला की मौत सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से हुई है।

घटना को निर्भया कांड जैसा बताया जा रहा है। इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर मेडिकल विशेषज्ञों से राय ली जा रही है, उससे पहले इसे किसी भी घटना से जोड़ना गलत होगा।

इस बीच, जिलाधिकारी कुमार प्रशांत और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पीड़ित परिवार से उनके गांव जाकर मुलाकात की।

जिलाधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, “महिला आंगनवाड़ी सहायिका थी। उसके परिवार को हम हरसंभव मदद देंगे। हम परिवार की सुरक्षा पर ध्यान दे रहे हैं।’’

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा:

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में 50 वर्षीय एक महिला की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई।वारदात के बाद महिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.

रिपोर्ट में सामने आया है कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें थीं, वहीं किसी वजनदार चीज से हमला करने का भी जिक्र है. पुलिस ने बताया है कि मामले में 2 लोगों की गिरफ्तारी हो गई है. मामले का संज्ञान राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी लिया है।

यह सनसनीखेज वारदात उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव की है. यहां गांव की एक महिला 3 जनवरी की शाम पास के गांव स्थित एक मंदिर में गई थी. इसके बाद वो लौट कर नहीं आई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि रात करीब 12 बजे एक कार सवार और दो अन्य शख्स महिला को लहूलुहान हालात में छोड़कर भाग गए। महिला के प्राइवेट पार्ट से खून निकलता हुआ देखा था। बताया जा रहा है कि इससे पहले आरोपी महिला को अपनी गाड़ी से इलाज के लिए चंदौसी भी ले गए।

वारदात के 18 घंटे बाद, सोमवार दोपहर को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी किसी चीज से हमला किया गया है, जिससे गंभीर चोटें आई है. महिला की पसली और पैर तोड़ दिए गए. फेफड़ों पर भी वजनदार चीज से हमला किया गया है।

गैंगरेप को थाना प्रभारी ने कुएं में गिरना बता दिया:

परिजनों ने गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि उघैती के थाना अध्यक्ष रावेंद्र प्रताप सिंह शिकायत के बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे।

परिजनों ने गैंगरेप का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी, मगर थाना अध्यक्ष ने इसे कुएं में गिरकर मौत का हादसा बताया था, लेकिन पोस्टमॉर्टम में ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया. अब एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए लापरवाही बरतने वाले थाना अध्यक्ष को निलंबित कर दिया है।

पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें बनाई गई हैं. पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपी महंत समेत उसके एक साथी और ड्राइवर के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है, वहीं एक आरोपी फरार बताया जा रहा है।

पुलिस के मुताबिक एक पुजारी समेत तीन लोगों पर इसका आरोप लगा है. पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मामला रविवार की देर शाम का है।

सोमवार की सुबह महिला के घर से ली गई तस्वीरों में दिख रहा है कि एक खाट पर शव पड़ा है और परिवार के सदस्यों समेत अन्य ग्रामीण उसे घेऱे हुए हैं. लाश एक पीली चादर से ढकी हुई है, जो खून से लथपथ दिखाई देती है. लाश का एक पैर टूटा हुआ है जो झुका हुआ दिखाई दे रहा है।

मृतक महिला के बेटे ने स्थानीय मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “वे लोग इन्हें (महिला को) अपनी गाड़ी में लाकर यहां छोड़ गए. यहां पहुंचने तक वह मर चुकी थीं।पुजारी और अन्य लोगों ने उन्हें दरवाजे पर गिरा दिया और जल्दी से छोड़कर भाग गए।”

महिला के बेटे ने स्थानीय मीडिया से कहा, “मेरी मां रोज पूजा करने के लिए वहां जाती थी. रविवार को वो शाम पांच बजे के करीब पूजा करने गई थीं. वे लोग उन्हें रात के 11.30 बजे के करीब फेंक गए.”

बदायूं पुलिस के एक ट्वीट में कहा गया है कि मामले में गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है और दो गिरफ्तारियां की गई हैं।

बदायूं पुलिस के प्रमुख संकल्प शर्मा ने भी दो गिरफ्तारियों की पुष्टि की हैं. उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाही के लिए स्थानीय पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।

बदायूं के पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा, “प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि स्थानीय थाना प्रभारी ने मामले को संभालने में लापरवाही की है. मैंने उनके निलंबन का आदेश दिया है.”

सोमवार को आरोपी महंत का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने दावा किया है कि महिला मंदिर के पास एक कुएं में गिर गई थी।

वीडियो में उसने दावा किया, “मैंने दो लोगों को उसे कुएं से निकालने के लिए बुलाया था. हमलोगों ने मिलकर उसे कुएं से निकाला था. जब हमने उसे घर पर छोड़ा था, तब वह जिंदा थी.” हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किसने इस वीडियो को बनाया है और कहां बनाया है?

बदायूं की घटना के अभियुक्तों पर हो सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई: योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं की घटना काे गंभीरता से लेते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) को घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने एसटीएफ को इस घटना की विवेचना में सहयोग प्रदान करने के लिए निर्देशित किया है।

बदायूं घटना के हैवानों को मिले कड़ी सजा: मायावती

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक महिला के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना की निंदा करते हुये दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है।

सुश्री मायावती ने बुधवार को ट्वीट किया “ उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक महिला के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। राज्य सरकार इस घटना को गंभीरता से ले और दोषियों को सख्त सजा दिलाना भी सुनिश्चित करे ताकि ऐसी घटना की पुनरावृति न हो, बीएसपी की यह माँग।”

विपक्ष ने सरकार को घेरा

विपक्षी दलों ने इस घटना को ‘निर्भया कांड’ से जोड़ते हुए प्रदेश सरकार को घेरा है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय अपर पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है।

इस बीच, यह मुद्दा राजनीतिक रंग लेने लगा है।

प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने इस घटना पर सरकार को घेरते हुए एक ट्वीट में कहा, “यूपी के बदायूं में पूजा करने गई 50 वर्षीय आंगनवाड़ी सहायिका के साथ सामूहिक बलात्कार और फिर उसके बाद उसकी निर्मम हत्या ने संपूर्ण मानवता को शर्मसार कर दिया है।”

पार्टी ने ट्वीट में कहा, ” डूब मरें सत्ताधीश, जो महिला सुरक्षा के सिर्फ झूठे दावे करते हैं। दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिला कर न्याय किया जाए।”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस घटना की हाथरस कांड से तुलना करते हुए सरकार को घेरा और ट्वीट किया, “हाथरस में सरकारी अमले ने शुरुआत में फरियादी की नहीं सुनी। सरकार ने अफसरों को बचाया और आवाज को दबाया। बदायूं में थानेदार ने फरियादी की नहीं सुनी, घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया।महिला सुरक्षा पर यूपी सरकार की नियत में खोट है।”

वारदात की शिकार हुई महिला के बेटे ने बताया कि उसकी मां पिछले रविवार की शाम गांव के ही मंदिर में पूजा करने गई थी। रात करीब 11 बजे मंदिर का महंत दो अन्य लोगों के साथ उसके घर आया और उसकी मां का शव रख दिया।

लड़के के मुताबिक घर के लोग महंत सत्य नारायण और उसके साथ आए लोगों से कुछ पूछ पाते, उससे पहले ही वे यह कहकर चले गए कि मन्दिर से घर लौटते समय महिला रास्ते में स्थित एक सूखे कुएं में गिर गई थी। उसकी चीख-पुकार सुनकर उन्होंने उसे कुएं से बाहर निकाला और उसे घर लेकर आए हैं।

लड़के का कहना है कि पुलिस को घटना की सूचना सोमवार की सुबह दी गयी थी।

सलमान खान के भाईयों अरबाज खान और सोहेल खान तथा सोहेल के बेटे निर्वाण खान ने कोविड-19 कानून तोड़ने और विवाद के 1 माह बाद पुलिस ने दर्ज किया मामला और स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा:कानून से ऊपर कोई नहीं है attacknews.in

मुंबई, पांच जनवरी । मुंबई पुलिस द्वारा सोमवार को अभिनेता सलमान खान के अभिनेताओं भाईयों अरबाज खान और सोहेल खान तथा सोहेल के बेटे निर्वाण खान के खिलाफ कोविड-19 संस्थागत पृथक-वास नियमों के कथित उल्लंघन का मामला दर्ज करने के एक दिन बाद महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है और हर किसी को नियमों का पालन करना चाहिए।

यहां संवाददाताओं से बातचीत में टोपे ने कहा कि वर्तमान महामारी के हालात में नियमों एवं कानून का सख्ती से पालन करना ‘‘आदर्श नागरिक’’ का कर्तव्य है।

नगर निकाय के एक अधिकारी ने कहा कि तीनों लोगों को पिछले साल दिसंबर के आखिरी सप्ताह में यूएई से मुंबई लौटने के बाद दिशा-निर्देशों के तहत उपनगरीय बांद्रा में एक होटल में ठहरने के लिये कहा गया था, लेकिन वे इसके बजाय अपने घर चले गए।

एक अधिकारी ने बताया कि उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और 269 तथा महामारी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।

टोपे से पूछा गया कि क्या राज्य का स्वास्थ्य विभाग पृथक-वास नियमों के उल्लंघन पर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा या किसी कार्रवाई की सिफारिश करेगा तो उन्होंने कहा, ‘‘हम इसके खिलाफ कदम उठाऐंगे।’’

हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि किस तरह के कदम उठाए जाएंगे।

टोपे ने आगे कहा, ‘‘कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। हर व्यक्ति को सरकार द्वारा तय किए गए नियमों का पालन करना चाहिए। वर्तमान में महामारी के हालात में नियमों और कानूनों का सख्ती से पालन करना हर आदर्श नागरिक का कर्तव्य है।’’

बृहन्मुंबई महानगरपालिका की मानक संचालन प्रक्रिया के मुताबिक यूरोप और पश्चिम एशिया से आने वाले सभी लोगों के लिए सात दिनों का संस्थागत पृथक-वास अनिवार्य है। यह कदम ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए रूप को फैलने से रोकने के लिए लगाया गया है।

पीलीभीत में कुत्‍तों ने 12 वर्षीय बालिका को कुत्तों ने नोच-नोचकर मार डाला attacknews.in

पीलीभीत (उप्र) पांच जनवरी । पीलीभीत में मंगलवार की सुबह खेत में धनिये की पत्‍ती तोड़ने गई 12 वर्षीय एक लड़की को कुत्‍तों ने हमला कर मार डाला।

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने बालिका के शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पीलीभीत के कोतवाली जहानाबाद क्षेत्र के ग्राम बगवा निवासी धर्मवीर ने बताया, “आज सुबह सात-आठ बजे के बीच उसकी पुत्री नेहा (12) नहर किनारे अपने खेत में धनिया की हरी पत्‍ती तोड़ने गई थी, वहां खेतों में कुत्‍तों ने नेहा को अकेला पाकर‍ हमला कर दिया और उसे बुरी तरह नोंच डाला।”

धर्मवीर ने बताया कि कुत्‍तों के इस हमले से मौके पर ही नेहा की मौत हो गई।

पिता के अनुसार नेहा गांव के ही सरकारी स्‍कूल में पढ़ती थी।

इस संदर्भ में कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक हरीशवर्द्धन सिंह ने बताया, “कुत्‍तों के हमले में आज एक बच्‍ची की मौत हो गई है और शव का पंचानामा करके पोस्‍टमार्टम के लिए भेजा गया है।”

इस घटना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी पुलकित खरे और पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश ने विभागीय अधिकारियों को उचित कार्रवाई के लिए निर्देश दिया है।

इंदौर में कॉमेडी शो के दौरान हिंदू धार्मिक भावनाओं को आहत करने के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार कॉमेडियन मुन्नवर फारुकी की जमानत ख़ारिज attacknews.in

इंदौर, 05 जनवरी । मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित एक कॉमेडी शो के दौरान धार्मिक भावनाओं को आहत करने और प्रभावशाली व्यक्तियों के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार हास्य कलाकार मुन्नवर फारुकी और एक अन्य की जमानत अर्जी आज यहां जिले के सत्र न्यायालय ने ख़ारिज कर दी।

सत्र न्यायाधीश यतींद्र गुरु ने आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी। अदालत ने इस मामले में दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद याचिका खारिज की।

कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी, 4 अन्य को किया गया था गिरफ्तार

पुलिस ने एक स्टैंड अप कॉमेडियन और चार अन्य लोगों (एडवीन एंथनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलीन यादव) को इंदौर के स्थानीय विधायक, मालिनी सिंह गौड़ के बेटे, एकलव्य सिंह गौड़ की शिकायत के आधार पर हिरासत में लिया था ।

रिपोर्ट के अनुसार बीते शुक्रवार को फ़ारूक़ी का एक शो इंदौर के छप्पन दुकान क्षेत्र एक कैफ़े में हो रहा था. बीते शनिवार को पांचों को कोर्ट में पेश किया गया और और कोर्ट परिसर के बाहर ही पुलिस की मौजूदगी में पांचों में से एक शख़्स को मारा गया।

एकलव्य गौर ने पुलिस स्टेशन के बाहर खड़े रिपोर्टर्स को बयान देते हुए कहा था कि ,वो कई बार हिंदी देवी-देवताओं का मज़ाक उड़ा चुका है. मैंने जब मुनव्वर के शो के बारे में सुना तो मैंने टिकट ख़रीदा और शो देखने पहुंचा. जैसा कि उम्मीद थी उसने हिंदू देवी-देवता का मज़ाक उड़ाया और गृह मंत्री अमित शाह का नाम गोधरा दंगों में घसीटा.
– एकलव्य सिंह गौर

गौर और उसके साथियों ने शो को रोका और कमिडियन को तुकागंज थाने ले गया और उसके वीडियो जमा किए।

गौर और फ़ारूक़ी के स्टेज पर हो रही बात-चीत के कई वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हुए. गौर ने फ़ारूक़ी पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इल्ज़ाम लगाया और फ़ारूक़ी उन्हें समझाने की कोशिश करते रहे।

मुंबई के डब्बावालों को मुफ्त में स्कूटर देने का वादा करके धोखाधड़ी और ऋण ठगी के मामले में डब्बा वालों की संस्था का प्रवक्ता गिरफ्तार attacknews.in

मुंबई, 05 जनवरी । मुंबई पुलिस ने मुंबई के डब्बावालों के एक प्रवक्ता को 61 डब्बावालों के नाम पर कथित तौर पर मुफ्त में स्कूटर देने का वादा करके धोखाधड़ी और ऋण ठगी के मामले में मंगलवार को गिरफ्तार किया।

घाटकोपर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितिन अल्कानुरे ने कहा कि एक पुलिस टीम ने आरोपी सुभाष गंगाराम तालेकर को पुणे जिले के उनके गांव से हिरासत में लेकर मंगलवार तड़के मुंबई ले गिरफ्तार किया ।

मुंबई पुलिस ने डब्बावाला के स्वयंभू प्रवक्ता को कथित तौर पर 61 डब्बावालों को मुफ्त स्कूटर देने के नाम पर लोन धोखाधड़ी केआरोप में गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। घाटकोपर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितिन अल्कानुरे ने बताया, “एक पुलिस दल ने आरोपी सुभाष गंगाराम तालेकर को पुणे जिले स्थित उसके गांव से उठाया और मंगलवार तड़के उसे मुंबई लाया गया। उसे जल्द ही एक मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया जाएगा।”

तालेकर के अलावा, अन्य दो डब्बावाला- विठ्ठल सावंत, दशरथ केदार, और दो निजी कंपनियां साई एंटरप्राइजेज के राकेश प्रसाद और ट्विस्ट 2 व्हीलर्स के भावेश दोषी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में है।

अल्कानुरे ने कहा कि 7,00,000 रुपये की राशि की धोखाधड़ी करीब 2014 के बाद से की जा रही थी, और फरवरी 2019 में तालेकर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई।

अल्कानुरे ने कहा, “इसके बाद, मामले में जांच की गई, लेकिन कोविड-19 महामारी और तालाबंदी के दौरान बाधाएं आईं। उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया, जिसे खारिज कर दिया गया, जिसके बाद हमने कार्रवाई की।”

डब्बावालों का आधिकारिक निकाय, नूतन मुंबई टिफिन बॉक्स सप्लायर चैरिटेबल ट्रस्ट (एनएमटीबीएससीटी) के चेयरमैन उल्हास मुईक ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि आरोपी इस तरह की धोखेबाज कर डब्बावालों की अच्छी छवि को बर्बाद कर रहा है।

एनएमटीबीएससीटी ने अपने बीच से धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सार्वजनिक चेतावनी जारी की थी, जिसे पहली बार 10 अक्टूबर 2019 को उजागर किया था।

एनएमटीबीएससीटी के प्रवक्ता रितेश आंद्रे ने कहा कि 2014 में, तलेकर और उनके सहयोगियों ने अपनी टिफिन डिलीवरी सेवाओं के लिए मुफ्त स्कूटरों के वादे के साथ 61 गरीब और अनपढ़ लोगों को लालच दिया।

उन्होंने कहा, “बाद में, केवल 15 डब्बावालों को टीवीएस लूना मोपेड्स दिया गया था, 23 को बिना किसी पंजीकरण दस्तावेजों के वाहनों को सौंप दिया गया था, और बाकी को कुछ भी नहीं मिला। हालांकि उनके नाम पर ऋण लिया गया था।”

जौनपुर में अपहरण के बाद ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक ने ही कर दी 7 वर्षीय पढ़ने के लिए आए बालक छात्र की हत्या;पिता से मांगी थी 7 लाख रूपये की फिरौती attacknews.in

जौनपुर,03 जनवरी । उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र में ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक ने अपने साथी के साथ मिलकर कर बालक की हत्या कर दी,दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शाहगंज कोतवाली इलाके में पैथोलॉजी संचालक दीपचंद यादव का सात वर्षीय पुत्र अभिषेक शनिवार को प्रतिदिन की भांति सुबह करीब 10 बजे घर से कुछ ही दूरी पर ट्यूशन पढ़ने गया था।

उसी बीच ट्यूशन पढ़ाने वाला आईटीआई का छात्र शिवम कुमार श्रीवास्तव ने उसे बाइक पर बैठा लिया और अपहरण करके जमुनिया पानी टंकी पर ले गया । बच्चे के शोर-शराबा करने पर उसने अपने साथी आकाश के साथ मिलकर बालक की मफलर से गला घोंट कर हत्या कर दी । बाद में हत्यारो ने एक युवक का मोबाइल छीनकर पहले उसके पिता से बालक की रिहाई के लिए सात लाख रुपये की फिरौती की मांग की और बाद में मोबाइल बेच कर एक नया मोबाइल भी खरीद लिया, ताकि पुलिस से बच सके।

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मंदिर में देवी सीता की मूर्ति को खंडित कर की गई तोड़फोड़;प्रदेश में हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएँ थम नहीं रही,लगातार निशाना बनाया जा रहा है attacknews.in

विजयवाड़ा, 03 जनवरी । आंध्र प्रदेश में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों से तोड़ फोड़ का सिलसिला जारी है और रविवार को यहां के पंडित नेहरू बस परिसर स्थित सीताराम मंदिर में देवी सीता की मूर्ति को खंडित पायी गयी।

मंदिर के पुजारी ने देवी सीता की मूर्ति खंडित पाये जाने की पुलिस में शिकायत की है। पुलिस ने मंदिर का दौरा कर जांच शुरू कर दी है।

आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हमले की घटनाएँ थम नहीं रही है। विजयवाड़ा के सीताराम मंदिर में देवी सीता की मूर्ति खंडित पाई गई है। यह मूर्ति 40 साल पुरानी बताई जा रही है। यह मंदिर विजयवाड़ा के पंडित नेहरू बस कॉम्पलेक्स में स्थित है।

बीते कुछ दिनों के भीतर इस तरह की यह तीसरी घटना है। इससे पहले विजयनगरम जिले की एक मंदिर में विराजित भगवान राम की 400 साल पुरानी मूर्ति खंडित कर दी गई थी। इसके बाद राजमुंद्री के विघ्नेश्वर मंदिर में भगवान सुब्रमण्येश्वर स्वामी की मूर्ति क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया था।

बता दें कि रविवार (जनवरी 03, 2021) को विजयवाड़ा के सीताराम मंदिर में देवी सीता की एक मूर्ति टूटी हुई मिली थी। मंदिर के पुजारी ने देवी सीता की मूर्ति खंडित पाए जाने की पुलिस में शिकायत की। सर्कल इंस्पेक्टर सत्यानंद ने मंदिर का दौरा किया। पुलिस जाँच शुरू कर रही है।

पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर पता लगाया जा रहा है कि क्या बदमाशों ने मूर्ति को खंडित किया है। इस बीच, हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मूर्ति खंडित किए जाने के विरोध में मंदिर में धरना-प्रदर्शन किया।

बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने रेड्डी सरकार को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा, “YSRCP पार्टी और TDP नेताओं द्वारा कल के नाटक के बावजूद, मंदिरों पर हमले जारी हैं।” देवता की मूर्ति तोड़ने की पिछली घटनाओं की ओर इशारा करते हुए, देवधर ने सीएम रेड्डी से सवाल किया कि ‘यह केवल हिंदुओं के साथ ही क्यों हो रहा है?’

Enough is enough, @ysjagan ji.

Shouldn’t your silence & inaction be considered as hidden support to the miscreants ?

Are you taking Hindu sentiments for a ride ?

Ironically, all Hindu leaders of YCP too are silent. Aren’t they aware that people won’t spare them?#SpeakUpJagan pic.twitter.com/tJ8uxs60pA

— Sunil Deodhar (@Sunil_Deodhar) January 3, 2021

आंध्र प्रदेश के सीएम पर निशाना साधते हुए, बीजेपी के देवधर ने कहा, “अब बहुत हो गया। वाईएस जगनमोहन रेड्डी, क्या आपकी चुप्पी और निष्क्रियता को उपद्रवियों के लिए छिपे समर्थन के रूप में नहीं माना जाना चाहिए? क्या आप हिंदू भावनाओं को ऐसे ले रहे हैं? विडंबना यह है कि वाईसीपी के सभी हिंदू नेता भी चुप हैं। क्या उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि लोग उन्हें नहीं छोड़ेंगे।”

तेलुगु देशम पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता पट्टाभि ने मंदिर का दौरा किया। पुलिस की ओर से जानवरों द्वारा मूर्ति को खंडित किए जाने की आशंका जताए जाने पर तेदेपा नेताओं की पुलिस से बहस हो गई। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ तेदेपा नेता देवीनेनी उमामहेश्वर राव ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए मंदिरों पर हमले और देवताओं की मूर्तियों के साथ तोड़-फोड़ करवा रही है।

तेदेपा विधायक बुद्ध वेंकन्ना ने भी इस घटना की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी प्रशासन में देवताओं की मूर्तियाँ भी सुरक्षित नहीं है।

गौरतलब है कि हाल ही में आंध्र प्रदेश के राजमुंद्री के विघ्नेश्वर मंदिर में भगवान सुब्रमण्येश्वर स्वामी की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। राजमुंद्री का श्रीराम नगर ईस्ट गोदावरी जिले में पड़ता है। राजमुंद्री को आंध्र की सांस्कृतिक राजधानी भी कहते हैं, लेकिन लोगों का दावा है कि यहाँ ईसाई मिशनरियों का बोलबाला है।

इस घटना से 2 दिन पहले ही विजयनगरम जिले के नेल्लीमरला मंडल में एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर में अज्ञात उपद्रवियों ने भगवान राम की 400 साल पुरानी मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया था। मूर्ति रामतीर्थम गाँव के पास पहाड़ी की चोटी पर स्थित बोडिकोंडा कोदंडाराम मंदिर में विराजमान थी। उपद्रवी ताला तोड़ मंदिर के गर्भगृह में घुसे और और स्वामी कोदंडारामुडु का सिर काटकर अलग कर दिया। मुख्य मंदिर पहाड़ी की तलहटी में है।

बता दें कि मंदिरों पर हो रहे हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा था, “जगन रेड्डी ईसाई हो सकते हैं। लेकिन यह सोचना कि वह अपने शक्ति का इस्तेमाल हिंदुओं को धर्मांतरित करने के लिए कर सकते हैं, गलत है। अगर सत्ता में लोग धर्मांतरण का सहारा लेते हैं, तो यह विश्वासघात होता है। किसी को भी इस तरह की धार्मिक असहिष्णुता नहीं दिखानी चाहिए। अयोध्या के राम मंदिर में ‘जय श्री राम’ का नारा गूँजता है। ठीक इसी तरह, रामतीर्थम के राम मंदिर को हमेशा उत्तर आंध्र में सम्मान के साथ देखा गया है। ऐसे मंदिर में उपद्रवियों ने भगवान राम की मूर्ति के साथ बर्बरता की है, लेकिन सरकार दोषियों को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है।”

आंध्र में सभी मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के निर्देश

आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौतम सवांग ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को राज्य के सभी मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करने के निर्देश दिए है।

श्री सवांग ने राज्य के मंदिरों पर हो रहे हमलों और मूर्तियां खंडित किए जाने की घटनाओं के मद्देनजर पुलिस अधीक्षकों को सभी मंदिरों तथा पूजा स्थलों पर निरंतर गश्त, सतर्कता और निगरानी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को सभी मंदिर परिसरों में जियो टैग और सीसीटीवी लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि मंदिरों की सुरक्षा बढ़ायी जानी चाहिए।

उत्तरप्रदेश के एटा की गुदाऊ ग्राम में प्रधान बन गई पाकिस्तानी महिला बानो बेगम के खिलाफ मामला दर्ज,नागरिकता छुपाकर फर्जी तरीके से तैयार किए थे दस्तावेज attacknews.in

एटा, 02 जनवरी । उत्तर प्रदेश में एटा जिले की गुदाऊ ग्राम की कार्यवाहक महिला ग्राम प्रधान बानो बेगम के खिलाफ जलेसर थाने में मुकदमा दर्ज कराया दिया गया है।

पुलिस सूत्रों ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कल शाम तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव ध्यान पाल सिंह की तहरीर पर पाकिस्तानी महिला प्रधान के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी महिला बानो बेगम की अभी तक फिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि बानो बेगम पर पाकिस्तानी नागरिकता को छिपाकर गुदाऊ ग्राम की ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने और जीतने,फिर कार्यवाहक प्रधान चुनने के समय दुबारा पाकिस्तानी नागरिकता को छिपाने और फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कराने का आरोप है।

उत्‍तर प्रदेश के एटा जिला प्रशासन  की बड़ी लापरवाही सामने आई है हैरानी की बात यह है कि अपनी लापरवाही के चलते जिला प्रशासन ने पाकिस्तान मूल की महिला को ग्राम प्रधान  बना दिया,बताया जाता है कि महिला एक पारिवारिक शादी में हिस्सा लेने के लिए 35 साल पहले भारत आई थी और फिर वह पाकिस्तानी वापस नहीं गई,इसकी भनक जिला प्रशासन को नहीं हुई,इतना ही नहीं उस महिला ने यहीं रहकर एक युवक से शादी भी कर ली और पंचायत चुनाव भी लड़ लिया, जिसमें वह सदस्य के रूप में भी चुनी गई. उसके बाद जब उसके ग्राम पंचायत की प्रधान का निधन हो गया तो उसकी जगह उसको ग्राम प्रधान भी बना दिया गया।

इसका खुलासा तब हुआ जब एक ग्रामीण ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की,वहीं, शिकायत मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में उससे प्रधान पद से इस्तीफा भी ले लिया।

जानकारी के मुताबिक, बानो बेगम एटा में एक रिश्तेदार की शादी का हिस्सा बनने के लिए आई थी, लेकिन वो अभी तक वापस नहीं जा सकी. उसने यहीं रहते हुए अख्तर अली नाम के व्‍यक्ति से निकाह कर लिया और लंबे समय तक वीजा अवधि बढ़ाने के बाद से गांव में ही रह रही थी,इसके अलावा उसने स्थानीय निकाय चुनावों में भी भाग लिया और 2015 में अपनी ग्राम पंचायत के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई. अब मामला खुलने के बाद जिला पंचायती राज अधिकारी (DPRO) ने बानो के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया ।

जानें पूरा मामला

आपको बता दें कि एटा जिले की जलेसर तहसील के अंतर्गत ग्राम गुदाऊ से इस घटना का संबंध है। पाकिस्‍तान की रहने वाली बानो बेगम ने अपने लिए गांव में काफी सम्मान अर्जित कर लिया था, इसलिए उसे पिछले ग्रामीण निकायों के चुनावों में ग्राम पंचायत का सदस्य चुना गया. जबकि इस साल 9 जनवरी को तत्कालीन प्रधान शहनाज बेगम के निधन के बाद गुदाऊ ग्राम पंचायत के सभी सदस्यों ने मीटिंग कर बानो बेगम को आपस में जिम्मेदारी देकर ग्राम प्रधान का पदभार ग्रहण करवा दिया।हालांकि जब बानो बेगम के पाकिस्तानी मूल के बारे में बात फैली तो उसने इस महीने के पहले हफ्ते में अपना इस्तीफा सौंपकर पद छोड़ दिया।

इस मामले में डीपीआरओ ने जांच की और पाया कि उसे अभी भारत की नागरिकता लेना बाकी है. नतीजतन उन्होंने गांव के सचिव को आदेश दिया उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

सूत्रों के अनुसार, ग्राम पंचायती राज अधिकारी  आलोक प्रियदर्शी द्वारा इसी साल 10 दिसंबर को प्रधान के रूप में बानो बेगम की नियुक्ति की थी।डीपीआरओ ने स्थानीय पुलिस से इसकी पूछताछ की,वहीं, दूसरी ओर जांच के बाद पुलिस अधिकारियों ने पाया कि वह एक पाकिस्तानी नागरिक बनी हुई थी, लेकिन उसने अवैध तरीकों से अपना वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड खरीद लिया था।ग्राम पंचायती राज अधिकारी ने गुदाऊ ग्राम पंचायत के सचिव ध्यान सिंह को बानो बेगम के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।

सचिव ने उठाई थी आवाज

स्थानीय सूत्रों से पता चला कि तत्कालीन ग्राम प्रधान शहनाज बेगम के निधन के बाद ध्यान सिंह ने ही शहनाज के स्थान पर ग्राम प्रधान बनी बानो बेगम को हटाने की सिफारिश की थी. हालांकि ध्यान सिंह को भी गुदाऊ ग्राम पंचायत से स्थानांतरित किया गया।इसके अलावा सूत्रों ने दावा किया कि जांच उन सभी लोगों के खिलाफ की जा रही जिन्होंने बानो को आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और अन्य दस्तावेज खरीदने में मदद की थी. धोखाधड़ी करने में उसकी मदद करने वाले सभी लोगों के खिलाफ जांच रिपोर्ट के आधार पर बाद में कार्रवाई की जाएगी।

इंदौर में मसखरे काॅमेडियन मुनव्वर फारूकी सहित पांच गिरफ्तार; एक कॉमेडी शो में हिंदू देवी-देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर अभद्र टिप्पणियां की थी attacknews.in

भाजपा विधायक के बेटे की शिकायत पर हास्य कलाकार सहित पांच लोग गिरफ्तार

इंदौर (मध्यप्रदेश), दो जनवरी ।भारतीय जनता पार्टी की एक विधायक के बेटे की शिकायत पर एक हास्य कलाकार और चार अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

विधायक के बेटे का आरोप है कि शहर में आयोजित एक हास्य कार्यक्रम (कॉमेडी शो) में हिंदू देवी-देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर अभद्र टिप्पणियां की गईं।

अधिकारियों ने बताया कि शहर के 56 दुकान क्षेत्र के एक कैफे में शुक्रवार को आयोजित कॉमेडी शो में भाजपा की स्थानीय विधायक मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह गौड़ (36) अपने साथियों के साथ बतौर दर्शक पहुंचे थे और उन्होंने शो में की गईं कुछ टिप्पणियों के विरोध में जमकर हंगामा किया और कार्यक्रम रुकवा दिया।

तुकोगंज पुलिस थाने के प्रभारी कमलेश शर्मा ने शनिवार को बताया कि वीडियो फुटेज के साथ एकलव्य की लिखित शिकायत पर गुजरात के जूनागढ़ के रहने वाले हास्य कलाकार मुनव्वर फारुकी और चार स्थानीय लोगों के खिलाफ शुक्रवार देर रात मामला दर्ज किया गया।

उन्होंने बताया, “पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।” इस बीच, एकलव्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं और मेरे कुछ साथी बाकायदा टिकट खरीदकर कॉमेडी शो में पहुंचे जहां फारुकी को बतौर मुख्य कॉमेडियन बुलाया गया था। इस शो में अभद्र टिप्पणियां करते हुए हिंदू देवी-देवताओं का मजाक बनाया जा रहा था। कार्यक्रम में गोधरा कांड और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का अनुचित जिक्र भी किया गया था।”

उन्होंने कहा, “कॉमेडी शो में इस तरह की तमाम आपत्तिजनक बातें चल रही थीं। हमने इनका वीडियो बनाया और शो रुकवाकर श्रोताओं को कैफे से बाहर निकाला।फिर हम शो के कॉमेडियनों और आयोजकों को पकड़कर तुकोगंज पुलिस थाने ले गए।”

भाजपा विधायक के 36 वर्षीय बेटे ने यह आरोप भी लगाया कि कोरोना वायरस संक्रमण के वक्त प्रशासन की अनुमति के बिना आयोजित इस कार्यक्रम में सामाजिक दूरी बनाने की हिदायत का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जा रहा था और आयोजकों ने कैफे के छोटे-से हॉल में कम से कम 100 दर्शक बैठा रखे थे।

एकलव्य ‘हिंद रक्षक’ नामक स्थानीय संगठन के संयोजक हैं। मीडिया की कुछ खबरों में कहा गया है कि कैफे में हंगामे के दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने हास्य कलाकार की पिटाई भी की, लेकिन एकलव्य ने इस आरोप से इनकार किया है।

पुलिस के मुताबिक मामले के चार अन्य गिरफ्तार आरोपियों में एडविन एंथोनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलिन यादव शामिल हैं जो स्थानीय निवासी हैं। यह मामला भारतीय दंड विधान की धारा 295-ए (किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जान-बूझकर किए गए विद्वेषपूर्ण कार्य), धारा 269 (ऐसा लापरवाही भरा काम करना जिससे किसी जानलेवा बीमारी का संक्रमण फैलने का खतरा हो) और अन्य सम्बद्ध प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया है।

शिवसेना के बड़बोले नेता संजय राऊत की पत्नी वर्षा राऊत को पीएमसी बैंक घोटाले में शामिल होने के बाद ED ईडी ने प्रवीण राउत की संपत्ति जब्त की attacknews.in

मुंबई 01 जनवरी ।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएमसी बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में प्रवीण राउत के नाम की 72 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।

प्रवीण राउत का नाम पीएमसी बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा से जुड़ा है।

पत्नी को ईडी की नोटिस मिलने पर शिव सेना नेता संजय राउत भाजपा पर जमकर बरसे थे:

वही शिवसेना नेता एवं सांसद संजय राउत ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर गंभीर आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा।

श्री राउत ने ईडी की ओर से पत्नी को समन भेजे जाने के बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्हें मंगलवार को ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया।

भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा का एक वरिष्ठ नेता पिछले एक वर्ष से उनसे लगातार मिल रहा है।

पीएमसी बैंक घोटाला मामले में संजय राउत की पत्नी को ईडी का समन

इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक घोटाला मामले में चल रही जांच के लिए शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को समन जारी किया।

ईडी के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि श्रीमती राउत को 29 दिसंबर को केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया है। उन्हें इसी मामले की एक अन्य आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी के साथ किये गये 50 लाख रुपये के लेन-देन के संबंध में समन किया गया है। यह लेन-देन जांच के दायरे में है।

बताया गया है कि श्रीमती राउत ने एक संपत्ति की खरीद के लिए प्रवीण राउत की पत्नी से ऋण लिया था।

FIR में नाम दर्ज नहीं करने के एवज में 50 लाख रुपये की रिश्वत लेते पुलिस सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार,भ्रष्टाचार निरोधक शाखा जाल बिछाकर लगाया काम attacknews.in

अहमदाबाद, 01 जनवरी । गुजरात पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने आनंद ज़िले के विद्यानगर रोड में एक रेस्त्रा से एक पुलिसकर्मी को 50 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ़्तार कर लिया।

पुलिस ने आज बताया कि भरूच ज़िले के खंभात औद्योगिक क्षेत्र के एक गोदाम पर छापेमारी के बाद इसके मालिक का नाम प्राथमिकी में नहीं डालने के लिए यह रिश्वत ले रहे असिस्टेंट सब इन्स्पेक्टर प्रकाशसिंह राओल (46) को जाल बिछा कर कल रात पकड़ लिया गया।

उत्तरप्रदेश में माफियाओ एवं अपराधिक तत्वों की गैंगेस्टर पर कार्रवाई करके 6 अरब 68 करोड़ 05 लाख 63 हजार  रूपये से अधिक लागत मूल्य की चल/अचल सम्पत्तियां  जब्त  और 1772 नए गैंग रजिस्टर्ड attacknews.in

2020 उप्र में अपराध की कमी का दावा,मुठभेड़ में 15 इनामी ढेर

लखनऊ,31 दिसम्बर । उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य में अपराध में कमी का दावा करते हुए कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ कर बड़े पैमाने पर संगठित एवं पेशेवर अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कानूनी कार्रवाई की।

पुलिस प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण में समाज के साथ-साथ पुलिस बल के लिए भी एक बहुत बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है, लेकिन पुलिस बल द्वारा इस चुनौती पूर्ण वातावरण में कर्तव्य परायणता दिखाते हुये कार्य करते हुये जन सेवा भाव का एक अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष महत्वपूर्ण अपराधो में उल्लेखनीय कमी आयी है।

प्रवक्ता ने बताया कि इस अवधि में 50 हजार एवं उससे ऊपर के इनामी अपराधियो में ढाई लाख रूपये का 01 अपराधी, एक लाख रूपये के आठ इनामी अपराधी एवं पचास हजार रूपये के 65 अपराधियों को गिरफ्तार किये गये।

उन्होंने बताया कि इस अवधि में माफियाओ एवं अपराधिक तत्वों की गैंगेस्टर अधिनियम की धारा 14(1) के तहत 668 करोड़ 05 लाख 63 हजार (6,68,05,63,352) रूपये से अधिक लागत मूल्य की चल/अचल सम्पत्तियों के जब्तीकरण की कार्रवाई की गयी। इस दौरान कुल 1772 नए गैंग रजिस्टर्ड किए गए हैं। इसके अलावा 199 बदमाशों पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई।

प्रवक्ता ने बताया कि एसटीएफ ने अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए वर्ष 2020 में अब तक विभिन्न अभियानों के दौरान इस अवधि में मुठभेड़ में 10 दुर्दान्त इनामी अपराधी मारे गये तथा संगठित अपराध सम्बन्धित कुल 648 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया तथा 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 158 अवैध हथियार, 373 कारतूस बरामद किये गये। मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले 115 अपराधियो को गिरफ्तार कर 20,684 किलोग्राम से अधिक विभिन्न प्रकार के अवैध मादक पदार्थो की बरामदगी की गयी। अवैध शराब की तस्करी में लिप्त 65 अपराधियों को गिरफ्तार कर 10 करोड़ रूपये से अधिक कीमत की अवैध शराब बरामद की गयी।

उन्होंने बताया कि 11 वन्य जीव अपराधियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से बड़ी संख्या में प्रतिबन्धित जीव जन्तुओं को बचाया गया तथा बरामदगी की गयी। साइबर क्राइम के 41 अपराधियाें को गिरफ्तार किया गया। विभिन्न परीक्षाओं में फर्जी शिक्षक/भर्ती परीक्षा/नकल कराने/साल्वर गिरोह के सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया।

प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश पुलिस ने वर्ष 2020 में डिफेन्स एक्सपो 2020, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति का भारत भ्रमण एवं श्रीराम जन्म भूमि स्थल पर भूमि पूजन आदि महत्वपूर्ण कार्यक्रमो को निर्वाध रूप से सकुशल सम्पन्न कराया गया। महत्वपूर्ण संवेदनशील मेले/त्यौहारों को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए अभिसूचना संकलन, सुदृढ़ पुलिस व्यवस्था एवं प्रबन्धन के परिणाम स्वरूप गत वर्षो के सापेक्ष प्रमुख त्यौहारों में वर्ष 2017 में 379, वर्ष 2018 में 77, वर्ष 2019 में 28 । उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में कोई भी घटना घटित नहीं हुई है।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष सीधी भर्ती के माध्यम से 52 हजार 823 (52,823) पदों पर भर्ती की गयी जिसमें आरक्षी एवं समकक्ष पद के 49 हजार 706 (49,706) एवं उपनिरीक्षक एवं समकक्ष पद के 3 हजार 117 (3,117) पद सम्मिलित थे।

उन्होंने बताया कि शासकीय कार्य में कर्मियों के लिये प्रोन्नति का विशेष महत्व है, इससे उन्हें अच्छा कार्य करने की सत्त प्रेरणा मिलती रहती है। पुलिस महानिदेशक द्वारा विशेष रूचि लेकर अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को विभिन्न पदो पर प्रोन्नति प्रदान की गयी। इस अवधि में 32,861 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को विभिन्न पदों पर प्रोन्नति प्रदान की गयी, जिसमें मुख्यतः निरीक्षक संवर्ग के 1254, उप निरीक्षक संवर्ग के 999, मुख्य आरक्षी संवर्ग के 22,521, आरक्षी संवर्ग के 7,879, लिपिक संवर्ग के 208 पद सम्मिलित हैं।

आगरा पुलिस मुठभेड़ में पांच इनामी समेत छह बदमाश गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने बैंक लूट में शामिल वांछित 50 हजार के इनामी के अलावा 15-15 हजार के चार इनामी समेत छह बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों की नकदी और आभूषण आदि बरामद किए।

वरिष्ठ पुलिस अघीक्षक बबलू कुमार ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सदर पुलिस एवं क्राइम ब्रान्च की संयुक्त रुप से सूचना के आधार पर चेकिंग के दौरान रोहता चौराहे पर बाइक साइकिल बदमाशों को रोकने का प्रयास किया गया। खुद को घिरा देख बदमाशों ने पुलिस पर जान से मारने की नियत से फायरिंग कर दी, जिसमें एक आरक्षी घायल हो गया। पुलिस द्वारा की गयी जवाबी कार्रवाई में 50 हजार का इनामी अपराधी नरेन्द्र कुमार घायल हो गया, जिसे गिरफ्तार किया गया जबकि उसका साथी अपराधी भागने में सफल रहा,जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।

काल सेंटर के मालिक से पुलिस थाना प्रभारी ने 1 करोड़ रुपये रिश्वत मांगी और पकड़ा गया रंगे हाथ हैड कांस्टेबल पांच लाख रूपये रिश्वत लेते attacknews.in

चंडीगढ़, 29 दिसम्बर। हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने थाना गुरूग्राम जिले के खेड़की दौला थाने में तैनात हैड कांस्टेबल अमित को दिल्ली के उत्तम नगर निवासी कॉल सेंटर मालिक नवीन भूटानी से पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि श्री भूटानी ने ब्यूरो को शिकायत की थी कि उसने करनाल की एक पार्टी के साथ कुछ समय पहले बिजनैस किया था और उस पार्टी के साथ उसका पैसों के लेन-देन के सम्बंध में झगड़ा हो गया था।

इसी सम्बंध में आरोपी हैड कांस्टेबल ने उन्हें अप्पू घर गुरुग्राम में मिलने बुलाया था। वहां से कुछ पुलिस वाले उन्हें गाड़ी में बिठा कर खेड़की दौला थानाप्रभारी विशाल के पास ले गए। थानाप्रभारी ने अपने कार्यालय में उनके साथ मारपीट की और उनका लैपटाप चैक किया।

लैपटाप से उसके कारोबार के बारे में जानकर थानाप्रभारी ने उनसे एक करोड़ रुपये रिश्वत मांगी और न देने पर पूरी उम्र जेल में कटवाने की धमकी दी। डर के मारे उसने फोन पर अपने घरवालों और रिश्तेदारों से सम्पर्क कर 57 लाख रुपये का इंतज़ाम किया।

आयकर विभाग ने असम के प्रमुख ठेकेदारों के यहां मारे छापे, पकड़ा 100 करोड़ रुपये का कालाधन,अपने बही खातों में कर्जों की फर्जी प्रविष्टियां दिखायीं attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 दिसंबर ।आयकर विभाग ने असम में तीन प्रमुख ठेकेदारों के यहां हफ्ते की शुरुआत में छापे मारकर करीब 100 करोड़ रुपये का कालाधन पकड़ा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।

बयान के मुताबिक आयकर विभाग ने असम के गुवाहाटी, सिलापाथर और पाठशाला एवं दिल्ली में 14 जगहों पर 22 दिसंबर को छापा मारने की अपनी कार्रवाई शुरू की। इस दौरान 2.95 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गयी। छापा कार्रवाई के दौरान लगभग 100 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला।

बयान में कहा गया है कि नकदी के अलावा 9.79 लाख रुपये के आभूषण भी जब्त किए गए हैं। जबकि दो करोड़ रुपये के अन्य गहनों की पुष्टि की जा रही है।

ये छापे पूर्वोत्तर भारत के शीर्ष ठेकेदारों के यहां मारे गए। इनमें से एक इकाई आतिथ्य क्षेत्र में भी कारोबार करते हैं।

सीबीडीटी, आयकर विभाग के लिए नीतियां बनाने वाली शीर्ष इकाई है।

आरोप है कि इन इकाइयों ने कोलकाता की कुछ खोखा कंपनियों से प्रतिभूतियों पर प्रीमियम हासिल किया तथा अपने बही खातों में कर्जों की फर्जी प्रविष्टियां दिखायीं।