छतरपुर विधायक नीरज दीक्षित को अज्ञात महिला द्वारा अश्लील वीडिंयो बनाकर ब्लेकमेल करने वाला अंतरराज्यीय सरगना राजस्थान से गिरफ्तार attacknews.in

छतरपुर, 30 मई ।मध्यप्रदेश की छतरपुर पुलिस ने वीडियो कॉल के माध्यम से साइबर एक्स्टोर्शन कर विधायक नीरज दीक्षित से पैसे की मांग वाले अंतरराज्यीय सरगना को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि 22 मई को छतरपुर जिले के महाराजपुर विधायक नीरज दीक्षित ने एक मोबाइल नंबर धारक अज्ञात महिला के द्वारा अश्लील वीडिंयो बनाकर ब्लेकमेल करने के संबंध में गढीमलहरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

इसके बाद साइबर से मिली जानकारी के आधार पर गढ़ीमलहरा पुलिस एवं साइबर सेल की संयुक्त टीम को आरोपी की तलाश के लिए राजस्थान के जिला भरतपुर रवाना किया गया। जहाँ इस टीम ने नागर तहसील के सीकरी थाना क्षेत्र के नक्चा का वास निवासी आदिल (19) को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की, जिसमें आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

विधायक साइबर क्राइम के शिकार हो गए। अज्ञात महिला की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर विधायक ने पुलिस की शरण ली। उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। यह मामला महाराजपुर से कांग्रेस विधायक नीरज दीक्षित का आरोप है कि उन्हें अज्ञात महिला वीडियो कॉल कर ब्लैकमेल कर रही है।

विधायक नीरज दीक्षित ने गड़ीमलहरा थाने में एक शिकायती आवेदन दिया । उसमें उन्होंने बताया कि कई दिन से उनके मोबाइल नंबर पर किसी अज्ञात नंबर से मैसेज आ रहे थे उन्होंने सोचा कि यह मैसेज उनके विधानसभा क्षेत्र के किसी जरूरतमंद का होगा।

उन्‍होंने बताया कि इसके बाद वीडियो कॉलिंग के जरिए उन्हें परेशान किया जाने लगा।कांग्रेस विधायक का आरोप है कि एक दिन वीडियो कॉलिंग में एक महिला ने उनके सामने ही अश्लील हरकतें करना शुरू कर दीं और उसके बाद ब्लैकमेलिंग पर उतर आई।उसके बाद वो महिला बार बार फोन करने लगी

महिला की अश्लील हरकतों से परेशान होकर विधायक ने पूरे मामले में लिखित शिकायत गढ़ीमलहरा पुलिस से की।

पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर यह महिला कौन है और किस वजह से विधायक को परेशान कर रही है.

साइबर क्राइम का नया तरीका

डीएसपी शशांक जैन ने बताया ये साइबर क्राइम का नया तरीका है. कई बार अश्लील हरकतें करते हुए महिलाएं वीडियो कॉलिंग के जरिए कॉल रिकॉर्ड कर लेती हैं और उसी के माध्यम से संबंधित व्यक्ति को ब्लैकमेल करने लगती हैं. इन्हीं सब तथ्यों के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द से जल्द ब्लैकमेल करने वाली महिला का पता लगा लिया जाएगा. कहीं न कहीं इसमें पूरा एक गिरोह शामिल होगा

महिला से अंजान हैं विधायक

विधायक नीरज दीक्षित का कहना है समय रहते ही उन्‍होंने इस बात की शिकायत पुलिस में कर दी है. उन्‍हें नहीं मालूम है कि आखिर ब्लैकमेलिंग करने वाली कौन महिला है।

मदरसे में पढ़ाने वाला मौलवी नाबालिग बहनों को भगा ले गया:जौनपुर के गांव से गायब बहनों को पुलिस ने 3 दिन बाद पूर्णिया बिहार से बरामद किया attacknews.in

जौनपुर,30 मई ।उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के एक गांव से गायब नाबालिग बहनों को पुलिस ने तीन दिन बाद पूर्णिया बिहार से बरामद कर मदरसे में पढ़ाने वाले मौलवी को गिरफ्तार कर लिया ।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के सराय ख्वाजा क्षेत्र के एक गांव के मदरसे में पढ़ाने वाला मौलवी नाबालिग सगी बहनों को बहला-फुसलाकर अपने गांव पूर्णिया (बिहार) भगा ले गया था।

दूसरे दिन परिजनों की सूचना पर पुलिसक हरकत में आई और उसके फोन को सर्विलांस पर लगा दिया था।

आरोपी मौलवी की लोकेशन पूर्णिया बिहार में मिलने पर पुलिस की एक टीम को बिहार रवाना कर दिया और शनिवार देर रात मौलवी को गिरफ्तार कर दोनों बहनों को बरामद कर लिया।

सरायख्वाजा के प्रभारी निरीक्षक जगदीश कुशवाहा ने बताया कि एक नाबालिग लड़की से मौलवी बातचीत करता था।

उसने लड़की को बातचीत करने के लिए मोबाइल दिया था, जिसे उसकी मां ने तोड़ दिया था।

उसके बाद मौलवी ने लड़की को फिर एक मोबाइल दिया जिसकी जानकारी माता-पिता को नहीं थी।

इसी बीच वह उस लड़की और उसकी बहन को अपने गांव भगा ले गया।पुलिस छानबीन कर रही है।

बलरामपुर में कोरोना से ग्रसित मृत का शव परिजनों ने नदी में फेंका,वायरल वीडियो पर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा attacknews.in

बलरामपुर 30 मई । उत्तर प्रदेश मे बलरामपुर के देहात कोतवाली में राप्ती नदी में परिजनों द्वारा कोरोना से मृत शव को फेंकने के वायरल वीडियो पर अभियोग दर्ज कराया गया है ।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा.वी बी सिंह ने रविवार को बताया कि शनिवार की मध्यरात्रि राप्ती नदी में कोरोना ग्रसित शव को परिजनों द्वारा फेंका गया है ।

घटना के वायरल वीडियो को संज्ञान मे लेकर करायी गयी जांच में पता चला कि पड़ोसी जिले सिद्धार्थनगर के रहने वाले प्रेमनाथ मिश्र के कोरोना ग्रसित होने पर परिजनों ने गत 25 मई को उन्हें बलरामपुर मे स्थित कोविड हॉस्पिटल मे भर्ती कराया था वहां उपचार के दौरान शुक्रवार को उनकी मृत्यु हो गयी ।

उन्होनें बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत मृतक के संक्रमित शव को अंत्येष्टि स्थल पर उनके परिजनों को सौंप दिया ।

लेकिन परिवार वालो ने अंतिम संस्कार के बजाय चोरी छिपे बलरामपुर देहात क्षेत्र मे बह रही राप्ती नदी मे फेंक दिया ।

घटना के वायरल वीडीओ को संज्ञान मे लेकर आरोपी परिजनों के विरुद्ध देहात कोतवाली मे सीएमओ की तहरीर पर अभियोग दर्ज कराया गया है ।

अलीगढ़ में जहरीली शराब ने ढाया कहर;पीकर मरने वालों की लगी कतार;अबतक 56 लोगो की मौत होने की खबर ;आबकारी अधिकारी,निरीक्षक और सिपाहियों को किया निलंबित attacknews.in

अलीगढ़ में जहरीली शराब से 25 लोगों की मौत की पुष्टि, भाजपा सांसद ने 35 के मरने का दावा किया

अलीगढ़ (उप्र), 30 मई । अलीगढ़-हरियाणा सीमा पर टप्पल ब्लॉक में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और जिले के अधिकारियों ने अब तक 25 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

इधर अपुष्ट सूत्रों के अनुसार जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 के पार पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 18 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से कई लोगों की हालत नाजुक है। हालांकि प्रशासन ने अब तक सिर्फ 25 लोगों की मौत की ही पुष्टि की है। सांसद सतीश गौतम ने पोस्टमार्टम केंद्र पहुंचकर 35 मौत होने की पुष्टि की।

अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सतीश गौतम ने रविवार को दावा किया कि उनके द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार मरने वालों की संख्या 35 को पार कर गई है।

गौतम ने कहा कि उन्होंने उन विभिन्न गांवों से एकत्र की गई सूचना के आधार पर आंकड़े एकत्र किए है, जहां कई पीड़ितों का बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार किया गया है।

आधिकारिक आंकड़ों और अनौपचारिक आंकड़ों के बीच बड़ा अंतर होने के सवाल पर सांसद ने कहा, “हम आज अधिकारियों से मिलेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।”

जहरीली शराब से मौत के मामले पहले केवल लोधा ब्लॉक में सामने आ रहे थे, लेकिन अब जिले के अन्‍य ब्लॉक में भी ऐसे मामले सामने आए हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह स्पष्ट है कि त्रासदी की खबर आने के एक दिन बाद भी कई पीड़ितों ने जानलेवा शराब पी।

इस बीच जिलाधिकारी सरकारी कर्मचारियों के दलों को अलग-अलग गांवों में भेज रहे हैं। ये दल लाउडस्पीकर के जरिये लोगों से एक सप्ताह पहले बेची गई शराब का सेवन नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं।

इस बीच, लोधा थानाध्यक्ष अभय कुमार शर्मा को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया, जिसकी आधिकारिक घोषणा शनिवार शाम की गई।

इसके पहले अपर मुख्‍य सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने शुक्रवार को बताया था कि अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, संबंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव और चंद्रप्रकाश यादव, प्रधान आबकारी सिपाही अशोक कुमार एवं आबकारी सिपाही रामराज राना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गयी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार देर रात तक नकली शराब के रैकेट के सरगना अनिल चौधरी समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने तीन अलग-अलग मामलों में 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

चौधरी के करीबी माने जाने वाले ऋषि शर्मा और विपिन यादव सहित दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए 50-50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई है।

पुलिस अनिल चौधरी और ऋषि शर्मा के “नेटवर्क” की भी जांच कर रही है जिनके कथित तौर पर मजबूत राजनीतिक संबंध हैं।

पुलिस ने शराब के पांच ठेकों को सील कर दिया है और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम शराब के ठेकों की जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नकली शराब के भंडार से और लोगों की मौत नहीं हो।

घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश पहले ही दे दिए गए हैं और पांच आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी द्वारा की जाएगी।

जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने पत्रकारों को बताया था कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लगा सकता है। जिलाधिकारी ने मरने वालों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।

उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) दीपक कुमार ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया था कि शुक्रवार सुबह लोढ़ा थाना पुलिस को सूचना मिली कि अलीगढ़-टप्पल राजमार्ग पर यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर करसिया गांव में एक ठेके से खरीदी गई देसी शराब पीने से दो ट्रक चालकों की मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि पुलिस और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के मौके पर पहुंचने तक सूचना मिली कि करसिया और आसपास के कुछ अन्य गांवों के छह अन्य लोगों ने भी शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया है। इसके बाद कई गांवों से शराब पीने से लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं। तब से मृतक संख्या लगातार बढ़ रही है।

दिल्ली की अदालत ने ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार की हिरासत अवधि चार दिनों के लिए बढ़ाई attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 मई । दिल्ली की एक अदालत ने पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और उसके सहयोगी अजय कुमार की पुलिस हिरासत शनिवार को चार दिनों के लिए बढ़ा दी।

पुलिस ने अदालत से दोनों आरोपियों की हिरासत अवधि सात और दिनों के लिए बढ़ाने की मांग की थी।

मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मयंक गोयल ने कहा,“ मैं केवल चार दिनों के लिए पुलिस हिरासत बढ़ाने को उचित समझता हूं।

” गौरतलब है कि चार मई को एक फ्लैट खाली कराने को लेकर पहलावानों के दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ जिसके बाद पहलवान सागर धनखड़ की मौत हो गई।

इस मामले में सुशील कुमार (38) मुख्य आरोपी हैं जो फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।

भोपाल में FCI के 4 अधिकारियों के घरों में मिले करोडों रूपये;CBI द्वारा रिश्वत लेते गिरफ्तारी के बाद छापामारी में 3 करोड़ नगद, लेनदेन की डायरी , नोट गिनने की मशीन जब्त,2 जून तक रिमांड पर attacknews.in

भोपाल, 29 मई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चार अधिकारियों के ठिकानों पर छापे की कार्रवाई के दौरान लगभग तीन करोड़ रुपए नगद, रुपयों के लेनदेन संबंधी दस्तावेज, नोट गिनने की मशीन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं।

सीबीआई सूत्रों के अनुसार एफसीआई के यहां पदस्थ चार अधिकारियों हरीश हिनोनिया, अरुण श्रीवास्तव, मोहन परते और किशोर मीना को कल यहां एक सिक्योरिटी एजेंसी से जुड़े लोगों से एक लाख रुपयों की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था।

बाद में इनके ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की गयी। आज दोपहर तक इनके कब्जे से लगभग तीन करोड़ रुपए नगद, 387 ग्राम सोने के गहने और 670 ग्राम चांदी के गहने मिले हैं।

सूत्रों ने बताया कि जप्त की गयी नगदी विभिन्न लिफाफों और लकड़ी की अलमारी में छिपाकर रखे गए थे। इसके अलावा जो दस्तावेज मिले हैं, उनमें अनेक लोगों के नाम, तिथि, रकम का जिक्र है।

छापे में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में डायरी भी मिली है, जिसमें रुपयों के लेनदेन से जुड़े व्यक्तियों के नाम, तिथि, रकम और अन्य चीजों का जिक्र है। एक नोट गिनने की मशीन भी मिली है।

सूत्रों ने कहा कि एक कंपनी ने शिकायत दर्ज करायी थी कि एफसीआई के भोपाल डिवीजनल ऑफिस के प्रबंधक (लेखा) लंबित देयकों के भुगतान के एवज में डेढ़ लाख रुपयों की राशि मांग रहा है।

इस पर सीबीआई ने शिकायत दर्ज कर आगे की कार्रवाई की और कल चार अधिकारियों को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया। इसके बाद इनके ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की गयी।

गिरफ्तार आरोपी दो जून तक सीबीआई की रिमांड पर

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किए गए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चार अधिकारियों को आज अदालत ने दो जून तक रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया।

सीबीआई सूत्रों के अनुसार कल गिरफ्तार हुए चार अधिकारियों हरीश हिनोनिया, अरुण श्रीवास्तव, मोहन परते और किशोर मीना को आज यहां अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें सीबीआई के अनुरोध पर रिमांड पर सौंप दिया गया।

दिल्ली की अदालत द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कालाबाजारी करने वाले रसूखदार व्यवसायी नवनीत कालरा की जमानत मंजूर attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 मई । दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को व्यवसायी नवनीत कालरा की ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कालाबाजारी मामले में जमानत मंजूर कर ली।

अदालत ने एक-एक लाख के रुपये के दो मुचलकाें, ग्राहकाें से संपर्क नहीं करने और सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करने तथा जांच में सहयोग करने की शर्तों के साथ कालरा की जमानत मंजूर की।

जमानत पर सुनवाई के दौरान अभियोजक अतुल श्रीवास्वत ने अदालत से कहा कि कालरा ने धोखाधड़ी की है और अधिक लाभ अर्जित करने लिए मौत से जूझ रहे रोगियों को अधिक दाम पर ‘जर्मनी में बने’ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बताकर बेच रहा था।

उन्होंने आरोप लगाया कि कंसंट्रेटर में हवा का प्रवाह बहुत ही कम था और वह एक मरीज के पर्याप्त हवा नहीं दे सकता था।

दिल्ली पुलिस का दावा है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चीन से मंगाए गए थे। इनकी कीमत 16 से 22 हजार के बीच थी और इन्हें 50 से 70 हजार रुपये में बेचा गया।

अलीगढ़ में जहरीली शराब का कहर 12 की मृत्यु कई बीमार;करसुआ और अंडला गांव के लोगों ने सरकारी ठेकेदार के ठेके से शराब खरीदकर पी थी attacknews.in

अलीगढ़,28 मई । उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ जिले के जवां और लोधा क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से दो ट्रक चालकों समेत 12 लोगों की मृत्यु हो गई है जबकि 11 को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। इस मामले में पुलिस ने शराब कारोबारी और ठेके के सेल्समैन को हिरासत में लिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर राष्ट्रीयु सुरक्षा कानून(रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जवां और लौधा इलाके में जहरी शराब पीने से अभी तक 12 लोगों की मृत्यु हो होने की सूचना है जबकि 11 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से कुछ की आंखों की रोशनी जाने की आशंक है।

उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर आईओसी गैस के बोटलिंग प्लांट के सामने करसुआ और अंडला गांव के कुछ लोगों ने सरकारी ठेकेदार के ठेके से गुरुवार को शराब खरीदकर पी थी।

शराब पीने के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। जिससे अब तक नौ लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जिनमें दो ट्रक ड्राइवर शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि 11 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिले के जवां इलाके के छेरत गांव में भी जहरीली शराब पीने से अब तक तीन लोगों की मृत्यु हो गई है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई है और जांच में जुटी है।

इस घटना से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ जिला आबकारी अधिकारी ने गांव का दौरान किया। इस मामले में पुलिस ठेकेदार और सेल्समैन को हिरासत में लिया है।

दिल्ली पुलिस ने डराने-धमकाने जैसे ट्विटर के बयान को झूठा करार देते हुए कहा है कि यह जाँच में बाधा डालने का प्रयास;ट्विटर खुद जांच एजेंसी और कोर्ट दोनों बनना चाहता है।attacknews.in

नयी दिल्ली 27 मई । दिल्ली पुलिस ने डराने-धमकाने जैसे ट्विटर के बयान झूठा करार देते हुए कहा है कि यह जाँच में बाधा डालने का प्रयास है।

दिल्ली पुलिस के जनसम्पर्क अधिकारी चिन्मय बिश्वाल ने आज एक बयान जारी कर कहा कि ‘टूलकिट’ मामले में चल रही जांच पर ट्विटर का बयान गलत है और यह जांच में बाधा का प्रयास है।

उन्होंने ने कहा कि पहली नजर में यह बयान न केवल मिथ्या हैं बल्कि निजी उद्यम की तरफ से कानूनी जांच को बाधित करने का भी प्रयास है। सेवा की शर्तों की आड़ में ट्विटर ने सच का निर्णय करने का खुद फैसला कर लिया। ट्विटर खुद जांच एजेंसी और कोर्ट दोनों बनना चाहता है, लेकिन इनमें से किसी के लिए भी कानूनी स्वीकृति नहीं है। जांच करने का अधिकार केवल पुलिस के पास है और फैसला अदालतें सुनाती हैं।

दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा कि ‘टूलकिट’ मामले में चल रही जांच पर ट्विटर का बयान पूरी तरह से झूठा है और यह कानूनी जांच में बाधा डालने का प्रयास है।

दिल्ली पुलिस का यह सख्त बयान ऐसे वक्त में आया है जब ट्विटर ने पुलिस द्वारा डराने-धमकाने की रणनीति के इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए कहा है कि वह भारत में अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संभावित खतरे के बारे में चिंतित है।

दिल्ली पुलिस के जन संपर्क अधिकारी चिन्मय बिस्वाल द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रथम दृष्टया, ये बयान ना केवल मिथ्या हैं बल्कि निजी उद्यम द्वारा कानूनी जांच को बाधित करने का भी प्रयास है। सेवा की शर्तों की आड़ में ट्विटर इंक ने सच का निर्णय करने का खुद फैसला कर लिया।

पुलिस के बयान के मुताबिक, ट्विटर कथित तौर पर जांच और न्यायनिर्णायक प्राधिकारी होने का प्रयास कर रहा है, जबकि उसे इसमें से कोई भी होने की वैधानिक मंजूरी नहीं है। बयान में कहा गया है कि जांच करने का अधिकार केवल पुलिस के पास है और फैसला अदालतें सुनाती हैं।

दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसने कांग्रेस नेताओं द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर ‘टूलकिट’ मामले में आरंभिक जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने कहा कि ट्विटर ने यह भी दिखाने का प्रयास किया कि भारत सरकार के इशारे पर प्राथमिकी दर्ज की गई है जोकि पूरी तरह से गलत है।

पुलिस ने आगे कहा है कि ट्विटर का बयान ऐसे समय में महज सहानुभूति बटोरने का प्रयास है जब उसने न केवल कानून का पालन करने से मना कर दिया बल्कि साक्ष्य होने के बावजूद इसे कानूनी प्राधिकार के साथ साझा करने से इनकार किया।

पुलिस के डराने-धमकाने की रणनीति से चिंतित : ट्विटर

बता दें कि ट्विटर ने भाजपा नेता के ट्वीट में ‘मैनिपुलेटिड मीडिया’ का टैग लगाने के जवाब में दिल्ली पुलिस द्वारा डराने-धमकाने की रणनीति के इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए कहा है कि वह भारत में कर्मचारियों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संभावित खतरे के बारे में चिंतित है।

साथ ही ट्विटर ने कहा कि वह देश में अपनी सेवाएं जारी रखने के लिए भारत में लागू कानूनों का पालन करने की कोशिश करेगी। माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म ने कहा कि वह आईटी नियमों के उन तत्वों में बदलाव की वकालत करने की योजना बना रहा है जो मुक्त और खुली सार्वजनिक बातचीत को रोकते हैं।

ट्विटर ने कहा कि फिलहाल हम भारत में अपने कर्मचारियों के संबंध में हालिया घटनाओं और अपने यूजर्स की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संभावित खतरे से चिंतित हैं।

ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा कि भारत और दुनिया भर में नागरिक समाज के कई लोगों के साथ ही हम पुलिस द्वारा धमकाने की रणनीति के इस्तेमाल से चिंतित हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि वह कानून के दायरे में रहकर पारदर्शिता के सिद्धांतों, हर आवाज को सशक्त बनाने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और गोपनीयता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को कथित ‘कोविड टूलकिट’ के बारे में एक शिकायत की जांच के संबंध में ट्विटर इंडिया को नोटिस भेजा था। दिल्ली के लाडो सराय और गुरुग्राम में ट्विटर के दफ्तरों पर पुलिस की दो टीमें भी पहुंची थीं। सरकार ने नए डिजिटल नियमों का बचाव करते हुए बुधवार को कहा कि वह निजता के अधिकार का सम्मान करती है और वॉट्सऐप जैसे मैसेजिंग प्लैटफॉर्म्स को नए आईटी नियमों के तहत चिन्हित मैसेज के मूल स्रोत की जानकारी देने को कहना निजता का उल्लंघन नहीं है। इसके साथ ही सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से नए नियमों को लेकर अनुपालन रिपोर्ट मांगी है।

नए नियमों की घोषणा 25 फरवरी को की गई थी। इस नए नियम के तहत ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स (जिनके देश में 50 लाख से अधिक यूजर्स हैं) को अतिरिक्त उपाय करने की जरूरत होगी। इसमें मुख्य अनुपालन अधिकारी, नोडल अधिकारी और भारत स्थित शिकायत अधिकारी की नियुक्ति आदि शामिल हैं।

हाई प्रोफाइल लोगों से लड़की की प्रोफाइल बनाकर इसके द्वारा फेसबुक पर दोस्ती करके अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए एठने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार attacknews.in

 

रामपुर, 27 मई । उत्तर प्रदेश की रामपुर पुलिस ने हाई प्रोफाइल लोगों से लड़की की प्रोफाइल बनाकर फेसबुक पर दोस्ती कर लड़की के साथ मिलकर अश्लीली वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर रुपए एठने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम के अनुसार मिलक क्षेत्र के नसीराबाद के रहने वाले सुरेश गंगवार ने पुलिस को कुछ लोगों द्वारा उनका विडीयो बनाकर व्हाट्सएप पर भेज कर धमका रहे हैं और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित करने की एवज में मोटी रकम की मांग कर रहे हैं।

यही नहीं साथ में अधिकारी बनकर भी दबाव बना रहे हैं।इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जब छानबीन की तो गिरोह का खुलासा हुआ।

पुलिस ने जाल बिछाकर ब्लैकमेल करने वाले गैंग के तीन सदस्यों को थाना मिलक के स्टेशन से आज गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य सदस्यों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है ।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में रामपुर निवासी इमरान जबकि आमिर और मुस्तकीम भरतपुर (राजस्थान) के रहने वाले हैं।

उन्होंने बताया कि इस गिरोह के सात सदस्य राजस्थान के रहने वाले हैं।

जिनके नाम जावेद, माहिर, समीउद्दीन, इमरान, आमिर, कौसर खान और सदाकत हैं।

श्री गौतम ने बताया कि आरोपी वादी से अश्लील वीडियो वायरल न करने के लिए 20000 की मांग कर रहे थे।

आरोपियों का उचित धाराओं में चालान कर उन्हें जेल भेजा जा रहा ह जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

राजस्थान में सौतेले बाप ने तीन बच्चियों के साथ कर दी बलात्कार और गंभीर लैंगिक छेड़छाड़ की घटना, पुलिस प्रकरण दर्ज attacknews.in

चित्तौड़गढ़ 27 मई । राजस्थान में चित्तौड़गढ़ स्थित सामाजिक अधिकारिता मंच के शेल्टर होम में रह रही तीन नाबालिग बच्चियों के साथ उनके ही सौतेले पिता द्वारा ज्यादती किये जाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है।

सदर थानाधिकारी दर्शनसिंह ने बताया कि बाल कल्याण समिति द्वारा इस आशय की एक रिपोर्ट डाक से मिलने के बाद यहां के आश्रय स्थल में पिछले पांच माह से रह रही तीन बच्चियों के साथ उनके ही सौतेले पिता द्वारा ज्यादती करने का मामला पाॅक्सो अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है जिसकी जांच की जा रही है, बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया है।

आरोपी पिता भीलवाड़ा जिला निवासी फरार है।

इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष एडवोकेट रमेशचंद्र दशोरा ने बताया कि पांच माह पूर्व इन बच्चियों का लालन पालन करने में असमर्थ इनकी माता जो खुद विशेष आवश्यकता के अंतर्गत है लेकर एक समाजसेवी संस्था के जरिये हमारे पास लेकर आई थी जिन्हें यहां स्थित आश्रय स्थल पर रखा हुआ था।

इसी बीच कोई पंद्रह रोज पूर्व इनका सौतेला पिता शराब के नशे में आश्रय स्थल आया और बच्चियों को अपने साथ ले जाने के लिए हंगामा करने लगा लेकिन बच्चियों ने उसके साथ जाने से इंकार कर दिया।

इसके बाद अधीक्षक ललिता उपाध्याय ने तीनों बच्चियों से काउंसलिंग की जिसमें सामने आया कि सौतेला पिता महेंद्रसिंह ने एक बच्ची के साथ कई बार ज्यादती की जबकि दोनों बच्चियों के साथ गंभीर लैंगिक छेड़छाड़ की जिसके बाद हमने पुलिस अधीक्षक को डाक के माध्यम से 11 मई को रिपोर्ट भिजवाई थी।

उन्होंने बताया कि संभवतः इन बच्चियों की मां को भी सौतेले पिता की हरकतों का पता था और इसी वजह से उसने यह बात छिपाते हुए अपने एकल नारी का हवाला दे इन बच्चियों को उन्हें सौंपा था।

दिल्ली में सरेआम हो रही गायों की हत्या;बाहरी दिल्ली में गौ हत्या के तीन अलग-अलग मामलों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है attacknews.in

नयी दिल्ली 26 मई । बाहरी दिल्ली में गौ हत्या के तीन अलग-अलग मामलों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को जामिया नगर इलाके से आसिफ (36) उसके भाई मोहनीश (24) और उनके एक अन्य रिश्तेदार नईम (20) को गिरफ्तार किया गया। आसिफ और मोहनीश पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी कथित रूप से गायों की हत्या कर उनका मांस 100 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बेचते थे, उन्हें पकड़ने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया था।

पुलिस के मुताबिक गौ हत्या का पहला मामला 16 मई को सामने आया था जब बापरोला गांव के एक खाली प्लाट में गाय की हड्डियां एवं अन्य अवशेष मिले थे।

दूसरा मामला भी उसी दिन उसी गांव से सामने आया। पुलिस के मुताबिक तीसरा मामला 20 मई का निहाल विहार का है।

इन तीनों घटनास्थलों की जांच के बाद उनके बीच आपस में तार जुड़ते नजर आये और इन्हीं लोगों की संलिप्तता का संकेत मिला।

पुलिस ने बताया कि पोस्ट मार्टम के बाद भारतीय दंड संहिता, दिल्ली कृषि पशु संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने कहा कि करीब एक सप्ताह तक 600 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करने के बाद इस अपराध में इस्तेमाल में लाये गये वाहन की पहचान की गयी।

पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘हमारी टीमों ने 1350 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और संदिग्ध वाहन के मार्ग पता लगाया। जांच से मिली जानकारी के आधार पर जांच दल जामिया नगर पहुंचा। दिल्ली और उसके आस-पास के करीब 110 संदिग्धों से पूछताछ की गयी। तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से संदिग्ध लोगों के बारे में पता चला। इसके बाद बाटला हाउस और जामिया नगर से उन्हें पकड़ लिया गया।’

खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना क्षेत्र से विस्फोटक  2000 जिलेटिन रॉड और अन्य सामग्री के साथ 3 लोगों की गिरफ्तारी  attacknews.in

 

खरगोन, 26 मई। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना क्षेत्र में 2000 जिलेटिन रॉड और अन्य सामग्री के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

बलक्वाड़ा थाना के नगर निरीक्षक वरुण तिवारी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर बेगंदी मिर्जापुर रोड पर ग्राम मिर्जापुर के पास एक पिकअप वाहन से कल 2000 जिलेटिन रॉड, आठ फ्यूज वायर तथा 300 नग आईईडी बरामद की गई।

पिकअप वाहन में बैठे शोभा लाल जाट निवासी भीलवाड़ा जिला, हाल मुकाम ठीकरी (बड़वानी) देवी सिंह उदावत निवासी जोधपुर जिला बिलाड़ा थाना राजस्थान को गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों के पास इस विस्फोटक सामग्री के वैध दस्तावेज या लाइसेंस नहीं प्राप्त हुए और तीनों सामानों को एक साथ परिवहन करना बेहद खतरनाक था।

उन्होंने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर इस सामग्री खरीदने वाले भारत निवासी रसवा थाना बलकवाड़ा को भी गिरफ्तार किया गया है।

उसके पास भी इन विस्फोटकों को खरीदने बेचने अथवा रखने का कोई दस्तावेज नहीं पाया गया।

आरोपियों ने बताया कि वह इनकी मदद से कुएं और नहर में विस्फोट कर उसे गहरा करते हैं।

तीनों को आज कसरावद स्थित न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

उत्तरप्रदेश में अपहरण करके जंगल ले जाकर नाबालिग से सामूहिक बलात्कार, तीन आरोपी गिरफ्तार, किशोरी को भेजा अस्पताल attacknews.in

सुलतानपुर,26मई । उत्तर-प्रदेश में सुलतानपुर जिले के वल्दीराय क्षेत्र में बुधवार को एक किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला प्रकाश में आया है।
इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया जबकि पीड़िता को जांच और इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल भेजा दिया ।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक बल्दीराय क्षेत्र में सुबह घर से निकली एक किशोरी को तीन युवकों ने दबोच लिया और जंगल में लेगए।

किशोरी का आरोप है कि उन्होंने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और फरार हो गए।

घटना के बाद किशोरी घर पहुंची और परिजनों को उसने आप बीती बताई।

परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी।

सूचना मिलते ही बल्दीराय इलाके के पुलिस उपाधीक्षक राजाराम चौधरी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़िता को जिला महिला अस्पताल भेजा।

उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में मामला दर्ज कर पुलिस ने तीनों आरोपी को विरधौरा गांव के मोड़ के पास गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपियों में इलियास निवासी अरवल, शिवकुमार निवासी गौरा बरामऊ और सुजीत सरोज निवासी विरधौरा शामिल हैं।

गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया।

अमरोहा में बीमा कंपनियों को चूना लगाने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार,गिरोह बीमार और शराब के लती लोगों को निशाना बनाते, इनकी हत्या तो कहीं व्यक्ति की मौत को हादसा बता कर बीमा की रकम हडप लेते attacknews.in

 

अमरोहा 25 मई ।उत्तर प्रदेश में अमरोहा के मंडी धनौरा क्षेत्र में गुप्तचर एजेंसियों ने बीमा कंपनियों को चूना लगाने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है।

इस सिलसिले में गिरोह के सरगना ने मंगलवार सुबह नाटकीय तरीके से पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर लिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुप्तचर एजेंसियों को सूचना मिली थी कि जिले में जालसाजों का एक गिरोह सक्रिय है जो बीमार और शराब के लती लोगों को निशाना बनाते हैं,और उनके परिवार के सदस्यों को अपनी तरफ से कुछ रकम अदा कर टर्म पालिसी खरीद लेते हैं।

गिरोह के सदस्य ऐसे लोगों की हत्या तो कहीं बीमाधारक व्यक्ति की स्वाभाविक मौत को हादसा बता कर बीमा की रकम हडप लेते हैं।

एजेंसियों की सूचना पर पुलिस ने भारी पुलिस बल ने सोमवार की शाम आरोपी युद्धवीर के घर में दबिश दी तो वह मकान में छिप गया।

सारी रात बीत जाने के बाद मंगलवार सुबह जब जेसीबी मशीन और पीएसी बुलवाने का एलान किया गया तो उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

पूछताछ में पता चला कि संगठित अपराध में बीमा कंपनी, सर्वेयर, जांच अधिकारी एजेंट, बैंक के अधिकारी तथा स्थानीय पुलिस की संलिप्तता रहती है।

यह मामला तब उजागर हुआ जब एक पीडित की तहरीर पर संगठित गिरोह के सक्रिय सदस्य युद्धवीर के विरुद्ध धोखाधड़ी, कूटरचना करना, धमकी देना के संबंध में मुकदमा अपराध संख्या 374 ,2020 धारा 420,468,467,471,506 आईपीसी के तहत अमरोहा जनपद के थाना मंडी धनौरा में पंजिकृत कराया है।

सूत्रों ने बताया कि बीमे की रकम पर दावा कर जालसाज मृतकों के परिवारों और अन्य लोगों से सांठगांठ कर अलग अलग बीमा कंपनियों के समक्ष करोड़ों रुपए के बजरिये दावे रकम हडप चुके हैं।

पालिसी धारक की हत्या के बाद जालसाज आरोपी इसे हादसे में मौत का रुप देकर बीमा कंपनी की रकम पर दावा ठोकते हैं।

बीमा की रकम मिलने के बाद मृतक के परिवार के सदस्यों और पुलिस प्रशासन समेत अन्य लोगों को भी हिस्सेदारी दी जाती थी।

उन्होने बताया कि संगठित गिरोह के सरगना अमुक व्यक्ति की आईडी, आधार कार्ड,, फोटो लेकर निजी क्षेत्र के एक्सेस बैंक में खाता खुलवाते हैं, उसके बाद चैक बुक पर हस्ताक्षर कराकर रख लेते हैं,उस बीमाधारक की इंश्योरेंस पॉलिसी पीएनबी, मैक्स लाईफ, महिंद्रा कोटेक, और आईसीसी आदि बीमा कंपनियों में करा दिया जाता है,मगर कहां कहां बीमा कराया गया है इससे लोग अनजान रहते हैं।

बीमा धारक की आईडी पर सिम निकालने के बाद अपने मोबाइल में डाल लेते हैं जिससे बीमा कंपनियों की सारी जानकारी आरोपी जालसाजों के पास पहुंचती रहती है।

जालसाजों के कब्जे में आईडी, सिम, हस्ताक्षरित चेकबुक, आदि जरूरी दस्तावेज रहते हैं।

गौरतलब है कि ऐसे बीमाधारक बामुश्किल एक दो साल जीते हैं और क्लेम एक दो साल में जालसाजों के पास पहुंच जाता है।

इस संबंध में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंप कर ऐसे तमाम लोगों के खाते की रकम और अकूत बेनामी संपत्ति की प्रवर्तन निदेशालय(ईडी),एसटीएफ तथा स्पेशल क्राइम ब्रांच से उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गई है।

पुलिस अधीक्षक सुनीति ने बताया कि फर्जी तरीके से बीमा हडपने तथा फर्जी आईडी से सिम एक्टिवेट करने का मामला मंडी धनौरा थाने में दर्ज है।

मामला उनके संज्ञान में आने के बाद ऐसे तमाम जालसाजों के नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।

गाजियाबाद से भी कुछ तथ्य जुटाए जा रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार मंडी धनौरा(अमरोहा) महादेव निवासी श्याम कुमार मैक्स लाईफ इंश्योरेंस कंपनी मुरादाबाद में एजेंसी एसोसिएट पद पर कार्यरत थे।

उनका आरोप है कि उनके संपर्क में आया युद्धवीर सिंह निवासी मल्हूपुरा ने उनसे कंपनी में बीमा एजेंट बनने के लिये मनुहार की थी लेकिन जब उसके शैक्षिक प्रमाण पत्र में हाईस्कूल फेल देखा तो उसे एजेंट बनाने से इंकार कर दिया था।

इस दौरान एक अन्य एजेंट जो जालसाजी, कूटरचना कर के अकूत बेनामी संपत्ति के मालिक के सानिध्य में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे खुद मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी,पीएनबी मैटलाइफ ब्रांच मेरठ का भी कूटरचित प्रपत्रों के आधार पर एजेंट बन गया,जबकि नियमानुसार एक व्यक्ति एक समय में सिर्फ एक ही कंपनी में एजेंट बन सकता है,और तब से उसने फिर पीछे मुडकर नहीं देखा।

आरोप है कि उसने एजेंट बन कर अपने वयोवृद्ध दादा लल्लू सिंह का बीमा मैक्स इंश्योरेंस कंपनी में कूटरचना से बीस साल उम्र कम दर्शाते हुए बीमा कर दिया, कुछ दिन बाद आरोपी के दादा की अचानक मृत्यु हो गई,और क्लेम के दावे का पूरा भुगतान ले लिया।

उसके बाद वयोवृद्ध नानी,मां एवं अपने पिता की उम्र कम दर्शाकर बीमा ले रखा है।

आरोपी के पिता के खिलाफ 1981 में धारा 353 के तहत मंडी धनौरा थाने में मामला दर्ज है,जो अभी तक पेंडिंग पडा हुआ है।