मदुरै, 14 जनवरी । सांड़ों को लड़ाने के पारंपरिक खेल जल्लीकट्टू के दौरान यहां बृहस्पतिवार को 58 लोग घायल हो गए।
पुलिस ने यह जानकारी दी।
फसल उत्सव पोंगल के अवसर पर अवनियापुरम में आयोजित इस खेल में 529 सांड़ों को शामिल किया गया।
पुलिस ने बताया कि घायलों में खेल देखने के लिए आए दर्शक और खिलाड़ी भी शामिल हैं।
जल्लीकट्टू कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य के मंत्री सेल्लूर के राजू ने किया।
तमिलनाडु में कोरोना दिशा निर्देशों के साथ जल्लीकट्टू उत्सव शुरु
तमिलनाडु के अवनीयापुरम में कोरोना वायरस के दिशा निर्देशों के साथ गुरुवार को बैलों के खेल ‘जल्लीकट्टू’ पारंपरिक उत्साह और जोश के साथ शुरू हुआ।
सहकारिता मंत्री सेलूर के. राजू और जिला अधिकारी टी अंबालागन ने सुबह आठ बजे जल्लीकट्टु का शुभारंभ किया। यह खेल शाम 1600 बजे तक चला।
राहुल ने उठाया जलीकट्टु समारोह का लुत्फ
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को तमिलनाडु में मदुरै जिले के अवनियापुरम में आयोजित प्रसिद्ध ‘जलीकट्टु’ समारोह का लुत्फ उठाया।
श्री गांधी ने तमिलनाडु के लोगों के साथ निकटता दिखाने के लिए एक पहल के तौर पर पार्टी के ‘राहुलिन तमीज वनक्कम’ (राहुल का तमिल स्वागत) कार्यक्रम के हिस्से के रूप में ‘जलीकट्टु’ समारोह में भाग लिया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बृहस्पतिवार को तमिलनाडु के पारंपरिक खेल आयोजन ‘जल्लीकट्टू के साक्षी बने।
पोंगल के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ द्रमुक की युवा इकाई के सचिव उदयनिधि स्टालिन, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केएस अलागिरी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भी मौजूद थे।
‘जल्लीकट्टू’ तमिलनाडु के ग्रामीण इलाक़ों का एक परंपरागत खेल है जो पोंगल त्यौहार पर आयोजित किया जाता है। इसमें लोग बैलों को पकड़ने एवं उन्हें काबू करने की कोशिश करते हैं।
उदयनिधि स्टालिन आयोजन स्थल पर सुबह से ही मौजूद थे और शुरू में वह मंच पर राहुल गांधी और कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेताओं के साथ नहीं बैठे थे, हालांकि बाद में वह राहुल गांधी के साथ बैठे जिसके बाद दोनों बातचीत करते देखे गए।
इस साल अप्रैल-मई में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रमुक और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना है।
अलागिरी ने मंगलवार को कहा था कि राहुल गांधी तमिलनाडु दौरे पर ‘जल्लीकट्टू’ कार्यक्रम के साक्षी बनकर केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को नैतिक समर्थन देंगे।
उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इस दौरे पर चुनाव प्रचार के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
हाल ही में राहुल गांधी निजी दौरे पर विदेश गए थे और वह पिछले दिनों लौटे हैं। विदेश से लौटने के बाद वह यहां पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए।