भोपाल 8 मई। शहरों के योजनाबद्ध रूप से विकास के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना बहुत प्रभावी और उपयोगी साबित होगी।
यह बात मंगलवार को केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी ने भोपाल में स्मार्ट सिटी परियोजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के पहले दो दिवसीय सम्मलेन के उद्घाटन के अवसर पर कही।
इस अवसर पर उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से आह्वान किया कि वे अपने शहरों को बेहतर बनाने के बारे में एक दूसरे से विचार साझा करें, जानकारियों का आदान- प्रदान करें और अनुभवों से सफलता की नई कहानी लिखें।
श्री पुरी ने कहा कि इन परियोजनाओं के संचालन और निर्देशन में इन्क्यूबेशन सेंटर तथा कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि स्मार्ट सिटी सेंटर में नासा की तर्ज पर ही शहर के यातायात सहित अन्य व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस स्मार्ट सिटी सेंटर की व्यवस्थाओं को देखते हुए युवाओं को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इन्टर्नशिप के अवसर उपलब्ध कराने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विकास और स्वच्छता का सीधा संबंध है, जिसके चलते कचरे के सही तरीके से निपटान पर ही शहरों के विकास की अवधारणा सफल होगी।
श्री पुरी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान अब एक जन आंदोलन के रूप में बदल गया है और जनता ने स्वच्छता को अपने व्यवहार और आदतों में आत्मसात कर लिया है। देश तेजी के साथ खुले में शौच से मुक्त होने की तरफ आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि सन 2022 तक सबको मकान उपलब्ध कराने के प्रयासों को मूर्त रूप देने के क्रम में दिसंबर 2018 तक 1 करोड़ आवासों का निर्माण कर लिया जाएगा।
श्री पुरी ने बताया कि फिलहाल चुनी गई 99 स्मार्ट सिटी में विकास संबंधी करीब 1300 प्रोजेक्ट चलाए जाएंगे जिनमें से 6 सौ जनभागीदारी के साथ संचालित होंगे।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पुरी ने जानकारी दी कि उद्यमिता और स्टार्ट अप, महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा, कौशल विकास एवं स्मार्ट एजुकेशन, दिव्यांगों के अनुकूल योजनाओं समेत 9 थीम्स पर एडवाइजरी कमिटी का गठन किया जा रहा है।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश एक सकारात्मक बदलाव की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कहा कि पिछड़ा और बीमारू राज्य की श्रेणी से निकलकर मध्य प्रदेश ने भी विकास के सारे मानकों पर अच्छी प्रगति की है।
श्री चौहान ने कहा कि 2022 तक न्यू इंडिया का संकल्प पूरा होगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश न्यू इंडिया में मुख्य भूमिका का निर्वहन करेगा।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव श्री वसंत प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मध्य प्रदेश में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए बहुत सारे काम हुए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सात स्मार्ट शहरों में 12 हजार 360 करोड़ से ज्यादा राशि के 39 प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में स्मार्ट सिटी सीईओज के अलावा केंद्र सरकार, व राज्य सरकार तथा नगरपालिका के प्रतिनिधियों समेत स्मार्ट सिटीज से संबंधित स्टेक होल्डर्स ने हिस्सा ले रहे हैं।attacknews.in