अयोध्या/नईदिल्ली/लखनऊ , 29 जुलाई ।मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में पांच अगस्त को 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों के लिये पूरी अयोध्या को सजाया और संवारा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिये भूमि पूजन करेंगे। भूमि पूजन से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के दौरे से पूर्व शनिवार को अयोध्या का दौरा किया। प्रस्तावित राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों की जायजा लेते हुए उन्होंने संतों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि पांच सौ वर्षों के संघर्ष के बाद यह शुभ घड़ी आयी है, इसे दीवाली की तरह मनाया जाय। सभी घरों व मंदिरों में दिये जलाये जायं। यानि की दीपावली के पूर्व ही अयोध्या में दीवाली मनायी जायेगी।
मंदिर के भूमि पूजन के समय अयोध्या में होगा दीपोत्सव
अयोध्या में पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भूमि पूजन के समय पूरे अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन होगा ।
अयोध्या के नगर आयुक्त नीरज शुक्ल ने आज कहा कि नगी निगम की ओर से चार और पांच बगस्त को 51 ,51 हजार दीये जलाये जायेंगे। नगर निगम हर घर को 21,21 दीये देगा ताकि लोग अपने घरों में दीवाली मना सकें । दीयो के साथ तेल और बाती भी दी जायेगी । दीपोत्सव से कोई भी घर अछूता नहीं रहे इसकी पूरी व्यवस्था की जायेगी ।
अयोध्या में लगने वाली राम प्रतिमा पूरी तरह स्वदेशी होगी
राम की जन्मस्थली अयोध्या में लगने वाली श्री राम की प्रतिमा पूरी तरह से स्वदेशी और सबसे ऊंची होगी ।
प्रतिमा का निर्माण उत्तर प्रदेश में ही किया जायेगा । प्रतिमा का निर्माण पदमभूषण से सम्मानित राम सुतार और उनके पुत्र अनिल सुतार कर रहे हैं । प्रतिमा की ऊंचाई 251 फिट होगी ।
अयोध्या में आसपास के जिलों में हाई अलर्ट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्धारा अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन के मद्देनजर अयोध्या समेत उसके आसपास के नौ जिलों में हाई अलर्ट कर दिया गया है तथा सभी जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है ।
उच्च पदस्थ पुलिस सूत्रों ने आज यहां कहा कि अयोध्या में आसपास के जिले अंबेडकरनगर,बहराइच,गोंडा,अमेठी,बस्ती,
बारांबकी,महराजगंज,सिद्धार्थनगर और सुल्तानपुर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भेजा गया है ।
उन्होंने कहा कि हालांकि खुफिया विभाग से कोई इनपुट नहीं है लेकिन ऐहतियात के तौर पर यह किया गया है । यह अधिकारी आज शाम से 6 अगस्त की सुबह तक सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे ।इसके अलावा राजधानी लख्रनऊ समेत अन्य जिलों को भी अलर्ट पर रखा गया है ।
अयोध्या मे मोदी और योगी का भूमि पूजन शुभ : नरेन्द्र गिरी
साधु संतो की जानीमानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा पूजन किया जाना सर्वथा शुभ है।
श्री गिरी ने बुधवार को कहा कि मोदी कर्म से संत हैं तो योगी भगवाधारी संत है। संतों के हाथ से मंदिर निर्माण के लिए पूजन किया जाना सर्वदा हितकर और शुभ ही होता है। अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर देशवासियों में श्रीराम के राज्याभिषेक जैसा माहौल उपजा हुआ है। इसके लिए केन्द्र और सूबे की सरकार की सकारात्मक नीतियां और कार्य प्रमुख है।
कुशीनगर से भी भेजी गई मिट्टी अयोध्या भूमि पूजन में
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बनने वाले भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में कुशीनगर की पवित्र मिट्टी भी शामिल होगी। जिले के आठ मंदिर व मठों की पवित्र मिट्टी अलग-अलग कलशों में रखकर अयोध्या भेजी जाएगी।
भगवान बुद्ध के निर्वाण स्थल की पवित्र मिट्टी भी इसमें शामिल होगी।विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष सीबी सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आज कुशीनगर से पवित्र मिट्टी अयोध्या के लिए भेज दी गई । पवित्र मिट्टी श्रीराम मंदिर अयोध्या के शिलान्यास में शामिल होगी।
मंदिर की भूमि पूजा के लिये चित्रकूट के भरतकूप का जल आया
अयोध्या में बनने वाले भगवान राम के मंदिर की नींव में इस्तेमाल करने के लिए देश के प्रमुख तीर्थ और मंदिरों की मिट्टी और नदियों के जल पहुंचाए जा रहे हैं और इसी कड़ी में चित्रकूट के भरतकूप से पवित्र जल का कलश श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को सौंपा गया।
चित्रकूटाधिपति मत्तगजेंद्रनाथ मंदिर के व्यवस्थापक प्रदीप तिवारी ने महंत नृत्यगोपालदास को कलश सौंपा। उनसे अनुरोध किया गया है कि राममंदिर पूजन में इस जल का भी प्रयोग किया जाए।
रामभक्त अभी अयोध्या नहीं पहुंचें, भविष्य में अवसर मिलेगा: चंपत राय
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने पांच अगस्त को भूमि पूजन के दिन बड़ी संख्या में रामभक्तों के आने की सूचना के बीच बुधवार को अपील की कि कोरोना महामारी की स्थिति में लोग अभी अयोध्या नहीं पहुंचें। भविष्य में किसी अवसर पर मंदिर निर्माण यज्ञ में सभी भक्तों को सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा।
श्री राय ने यहां एक संदेश में कहा कि 1984 में प्रारंभ हुए श्री राम जन्म भूमि मन्दिर निर्माण आन्दोलन में लाखों करोड़ों राम भक्तों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग प्राप्त हुआ हैं। उन सभी की यह स्वाभाविक इच्छा होगी कि वे इस भूमि पूजन के पवित्र ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्यक्ष उपस्थित रहें। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की भी ऐसी ही भावना थी, हमने ऐसा सोचा भी था किंतु वर्तमान कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न परिस्थिति में ऐसा करना असंभव है।
अयोध्या में भूमि पूजन के लिए लिया गया संगम से जल और मिट्टी
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन के लिए बुधवार को पतित पावनी गंगा और श्यामल यमुना के संगम से जल और मिट्टी लायी गयी।
संगम से पवित्र जल और मिट्टी को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप)के धर्माचार्य संपर्क प्रमुख शंभु, प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने अनुसूचित जनजाति के पुतई लाल के द्वारा वैदिक रीति से पूजन करवाकर एकत्रित करवाया गया। पवित्र जल और मिट्टि को अशोक सिंहल के आवास ‘महावीर भवन’ में रख कर पूजन किया गया। संगम के जल और मिट्टभ् को लेकर वासुदेव वृक्ष की परिक्रमा की गयी।
श्री रामजन्मभूमि पर टाइम कैप्सूल की बात झूठ : चंपत राय
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के पहले ज़मीन में दो हजार फुट की गहरायी में एक धातु के बक्से में ‘टाइम कैप्सूल’ गाड़ा जाएगा।
श्री राय ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गत दो दिनों से देश के विविध समाचार माध्यमों में श्री रामजन्मभूमि पर टाइम कैप्सूल रखे जाने की बात की जा रही है। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि जमीन के दो हजार फुट नीचे तांबे या अन्य धातु से बने बक्से में श्री राम जन्मभूमि का इतिहास और संघर्ष का लेखा जोखा आने वाले पीढ़ियों के लिये जतन करके रखी जाएगी।
अयोध्या में पुरातात्विक साक्ष्यों की लगेगी प्रदर्शनी
श्रीरामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिये भूमि पूजन करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पुरातात्विक साक्ष्यों की प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच अगस्त अयोध्या आयेंगे। वे श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिये भूमि पूजन करेंगे। इस दौरान पुरातात्विक साक्ष्यों की प्रदर्शनी लगायी जायेगी। भविष्य में यह प्रदर्शिनी दर्शनार्थियों के लिये भी सुलभ होगी।
अयोध्या में रामायण कालीय वृक्षों को किया जायेगा रोपण
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि परिसर में रामायणकालीन वृक्षों से भरपूर हरियाली हो इसके लिये पौध रोपण किया जायेगा।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि रामजन्मभूमि परिसर में भरपूर हरियाली हो इसके लिये रामायणकालीन वृक्षों से भरपूर पौधरोपण किया जायेगा। परिसर में बाल्मीकि रामायण से वर्णित पौधे अनिवार्य रूप से रोपे जायेंगे। वाल्मीकी रामायण के उत्तर कांड के बयालिसवें सर्ग में इन पौधों का जिक्र किया गया है। देवी सीता को प्रभु राम अशोक वनिका में विहार कराने ले गये थे। इसी प्रसंग में उपवन में लगे पौधों का वर्णन आया है।
भूमि पूजन कार्यक्रम में 200 विशेष अतिथि लेंगे हिस्सा
मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिये पांच अगस्त को होने वाले ऐतिहासिक भूमि पूजन में 200 अतिथि हिस्सा लेंगे।
विहिप के सूत्रों ने बताया कि राम जन्मभूमि पर पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चांदी की ईंट से भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। भूमि पूजन में गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम को पवित्र जल और मिट्टी उपयोग में लायी जायेगी।
विहिप पदाधिकारी संगम से लेंगे 11 लीटर जल और मिट्टी
विश्व हिन्दू परिषद(विहिप) के पदाधिकारी पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अन्त: सलिला स्वरूप में प्रवाहित सरस्वती के संगम से बुधवार को 11 लीटर जल एवं मिट्टी एकत्र करेंगे।
विहिप के प्रयागराज मीड़िया प्रभारी अश्वनि मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि अयोध्या में होने वाले श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को संगम के जल एवं मिट्टी शिला पूजन के कार्यक्रम का हिस्सा बनेगा। उन्होने बताया कि संगम से मिट्टी एवं जल 29 जुलाई को सुबह 9.30 बजे एकत्र किया जायेगा।
भूमिपूजन के दिन हरे रंग के नवरत्न जड़ित वस्त्र पहन सकते है रामलला: आर्चाय सत्येन्द्र दास
अयोध्या में होने वाले रामलला के मंदिर के भूमि पूजन के दिन रामलला को हरे या भगवा रंग के नवरत्न जडि़त वस्त्रों को पहनाया जा सकता है।
रामजन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने मंगलवार को यहां बताया कि रामलला को हर दिन अलग-अलग रंग के कपड़े पहनाये जाते हैं।
उन्होंने बताया कि पांच अगस्त को रामलला को शुभ मुहूर्त के मुताबिक हरे रंग के वस्त्र पहनाये जाते हैं लेकिन भगवान रंग के वस्त्र भी बनाये जा रहे हैं।
अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए भक्त दिल खोलकर कर रहे है दान
अयोध्या में रामजन्मभूमि परिसर में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर भक्त दिल खोलकर दान कर रहे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। भव्य मंदिर की नींव के लिए भक्तों द्वारा सोने और चांदी की ईंटों के अलावा अभी तक 22 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं।
कर्ण सिंह ने अयोध्या में राम के साथ सीताजी की मूर्ति लगाने की मांग की
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रसिद्ध विद्वान कर्ण सिंह ने कहा है कि सीताजी के बिना भगवान श्रीराम की पूजा अधूरी रह जाती है इसलिए अयोध्या में श्रीराम के साथ ही सीताजी की मूर्ति भी लगाई जानी चाहिए।
श्री सिंह ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि पांच अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास होने वाला है इसलिए उन्होंने कुछ सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में प्रमुख मूर्तियां श्रीराम और सीताजी की होनी चाहिए। अकेले श्रीराम की पूजा अधूरी रह जाती है और अयोध्या में सीताजी के साथ जितना अन्याय हुआ है क्या फिर से उनको वनवास दिया जाएगा।
राधारानी के ब्रज की रज से होगा राजा राम की नगरी में ‘भूमि पूजन’
राजा राम की नगरी अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण के लिये पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन की मिट्टी में राधारानी के ब्रज की रज भी महकेगी।
इसके लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ब्रज के विभिन्न तीर्थस्थलों से मिट्टी इकट्ठा कर रहा है। विहिप ब्रज प्रांत के संगठन मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि आगरा के बटेश्वर तीर्थ और ग्वाल बाबा मंदिर समेत ब्रज के 15 जिलों के प्राचीन मंदिरों से जल और मिट्टी अयोध्या ले जाएंगे।
अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नेपाल सीमा पर बढ़ी चौकसी
योध्या में पांच अगस्त को श्रीरामजन्म भूमि परिसर में भूमिपूजन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के बस्ती क्षेत्र में नेपाल से लगी 68 किलोमीटर लंबी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि पांच अगस्त को अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारत नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है| बस्ती पर क्षेत्र के सिद्धार्थनगर की 68 किलोमीटर लंबी सीमा पर राष्ट्र विरोधी अराजक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए एसएसबी, नागरिक पुलिस तथा अन्य सुरक्षा बलों के जवानों और गुप्तचर संस्थाओं के सदस्यों द्वारा निरंतर चौकसी बरती जा रही है। नेपाल सीमा क्षेत्र से आने वाले नागरिकों की जांच पड़ताल शुरू किया गया है।
भूमि पूजन कार्यक्रम का न्योता मिला तो होगी खुशी : मस्जिद ट्रस्ट
बाबरी मस्जिद निर्माण के लिये बुधवार को गठित इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष एवं ट्रस्टी फाइज आफताब ने कहा कि राम मंदिर के लिये पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन का निमंत्रण यदि फाउंडेशन को दिया जाता है तो यह देश में सांप्रदायिक सदभाव और आपसी भाईचारे के लिये अहम संदेश होगा।
श्री फाइज ने मेरठ में विशेष बातचीत में कहा “राम मंदिर के लिये भूमि पूजन का निमंत्रण हालांकि एक धर्म की निजी आस्था का विषय है। 500 सालों से विवादित मसले को उच्चतम न्यायालय की मदद से हल किया गया है। इस फैसले को मुस्लिम समाज ने भी खुले दिल से स्वीकार किया है। अब राम की नगरी में विशाल और भव्य मंदिर का शिलान्यास हो रहा है। इसके लिये अगर हमें निमंत्रण भेजा जाता है तो इससे देश में एक अच्छा संदेश जायेगा।”