नयी दिल्ली, नौ नवंबर ।अयोध्या मामले पर विभिन्न फाइलों से जारी महत्वपूर्ण खबरें :
सुप्रीम आदेश–
नयी दिल्ली, उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसले में एक सदी से अधिक पुराने मामले का पटाक्षेप करते हुए अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया और साथ में व्यवस्था दी कि पवित्र नगरी में मस्जिद के लिए पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन दी जाए।
मुस्लिम पुनर्विचार :
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने के संकेत दिए हैं, लेकिन कई दूसरे प्रमुख मुस्लिम नेताओं एवं संगठनों का कहना है कि इस विषय पर आगे अपील की जरूरत नहीं है।
फैसला – प्रतिक्रिया :
हिंदू पक्ष के वकीलों ने शनिवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा 2.77 एकड़ विवादित भूमि राम लला को देने के फैसले से उसमें एक बार फिर से विश्वास की पुष्टि हुई है जबकि मुस्लिम अधिवक्ताओं ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि फैसले में कई विरोधाभास थे।
अयोध्या मुख्य अंश
अयोध्या में विवादित राम-जन्मभूमि बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने अपने ऐतिहासिक फैसले में समूची 2.77 एकड़ जमीन को सर्वसम्मति से राम लला विराजमान को देने का फैसला सुनाया।
अयोध्या मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया है अब देशवासियों को राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेकर नये भारत के निर्माण में जुटना होगा।
मोदी ने संबोधन में कहा कि,अदालत ने राम मंदिर निर्माण का फैसला दिया है, अब हमें राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेना होगा
अयोध्या सुनवाई
उच्चतम न्यायालय में राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद की सुनवाई 40 दिन तक चली थी। इससे पहले 1973 में बहुचर्चित केशवानंद भारती प्रकरण में शीर्ष अदालत ने 68 दिन सुनवाई की थी।
डॉ मोहन भागवत
अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि दशकों तक चली लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद यह विधिसम्मत और ‘अंतिम निर्णय’ हुआ है और अब अतीत की बातों को भुलाकर सभी को मिलकर भव्य राममंदिर का निर्माण करना है ।
दिल्ली – सुरक्षा
राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा जारी कर कानून एवं व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
संघ मंदिर
कानपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी और वरिष्ठ प्रचारक ने कहा है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए सरकार द्वारा बनाए जाने वाले ट्रस्ट में “राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद के लोग” होंगे और अयोध्या के कारसेवक पुरम में मंदिर निर्माण के लिए तराशे गए पत्थर इस ट्रस्ट को सौंप दिए जाएंगे।
अयोध्या मंदिर विहिप
इंदौर (मध्यप्रदेश) में अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को संतुलित करार देते हुए विश्व हिन्दू परिषद के एक शीर्ष पदाधिकारी ने शनिवार को इसका स्वागत किया। इसके साथ ही उम्मीद जतायी कि संविधान पीठ के आदेश पर बनने वाला ट्रस्ट राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण राम जन्मभूमि न्यास के उस डिजाइन के मुताबिक ही करायेगा जिसके तहत पिछले तीन दशक से पत्थर तराशे जा रहे हैं।
अयोध्या स्थिति
अयोध्या में उच्चतम न्यायालय द्वारा विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण को हरी झंडी दिए जाने के बाद धार्मिक नगरी अयोध्या में सुरक्षा बंदोबस्त अत्यंत कड़े कर दिए गए और लगभग सभी रास्तों पर बाहर के वाहनों का प्रवेश बंद है।
अयोध्या जमीयत
नयी दिल्ली में देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने शनिवार को अयोध्या मामले पर आया उच्चतम न्यायालय का फैसला उसकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं है, लेकिन वह इस निर्णय को मानता है क्योंकि यह अदालत सर्वोच्च है।
भाजपा रामजन्मभूमि
नयी दिल्ली से खबर है कि भाजपा ने कहा कि,अयोध्या में राममंदिर के निर्माण का मार्ग उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रशस्त किये जाने के साथ ही दशकों पुराने रामजन्मभूमि आंदोलन का भी पटाक्षेप हो गया जिसने हिंदू जज्बात से जुड़े इस मामले को भुनाकर राष्ट्रीय राजनीति में हाशिये से शिखर तक का सफर तय किया ।
अयोध्या केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्रियों ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले की प्रशंसा की तथा कहा कि इससे देश का सामाजिक ताना-बाना और मजबूत होगा।
अयोध्या नरसिंहराव परिचय
इतिहास भले ही उन्हें देश को उदारीकरण की राह पर ले जाने वाले प्रधानमंत्री के रूप में याद रखे लेकिन पी वी नरसिंहराव को ऐसे भी नेता के रूप में जाना जायेगा जिनके कार्यकाल में बाबरी मस्जिद ढही जिससे देश में धर्मनिरपेक्षता की नींव हिल गई ।
अयोध्या पराशरण परिचय
उम्र को धता बताते हुए अयोध्या मामले में रामलला विराजमान की ओर से पैरवी करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता के. पराशरण ने शनिवार उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद राहत की सांस ली होगी जिन्होंने हाल ही में कहा था कि उनकी आखिरी ख्वाहिश है कि उनके जीते जी रामलला कानूनी तौर पर विराजमान हो जाये ।
अयोध्या न्यायमूर्ति भूषण
न्यायमूर्ति अशोक भूषण अयोध्या मामले पर सुनवाई के लिये शुरुआत में गठित पांच सदस्यीय संविधान पीठ के सदस्य नहीं थे लेकिन अपनी तकदीर की वजह से वह इस ऐतिहासिक फैसले का हिस्सा बने क्योंकि शीर्ष अदालत के दो वरिष्ठ न्यायाधीशों ने इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया, जिसके बाद उन्हें पीठ में शामिल किया गया।
अयोध्या न्यायमूर्ति नजीर
अयोध्या भूमि विवाद मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाने वाली उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ में इकलौते मुस्लिम न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर धर्म से जुड़े मामलों में याचिकाकर्ताओं की पहली पसंद हैं।
न्यायालय अयोध्या न्यायमूर्ति चन्द्रचूड
नयी दिल्ली, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बने सिर्फ साढ़े तीन साल ही हुये हैं लेकिन इस दौरान वह अयोध्या भूमि विवाद, निजता के अधिकार और समलैंगिकता को अपराध के दायरे से बाहर करने जैसे अनेक महत्वपूर्ण मामलों में फैसले सुनाने वाली पीठ का हिस्सा बन चुके हैं।