मध्यप्रदेश के सरकारी कार्यालयों में एक जून से 100 प्रतिशत होगी अधिकारियों की उपस्थिति attacknews.in

भोपाल, 30 मई । मध्यप्रदेश के सरकारी कार्यालयों में एक जून से शत प्रतिशत अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

यहाँ राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों में बताया गया है कि एक जून से अत्यावश्यक सेवाएँ देने वाले सभी कार्यालयों को छोडकर शेष कार्यलय 100 प्रतिशत अधिकारियों एवं 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ संचालित किये जायेंगे।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार अत्यावश्यक सेवाओं में कलेक्ट्रेट, पुलिस, आपदा प्रबंधन, फायर, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, जेल, राजस्व, पेयजल आपूर्ति, नगरीय प्रशासन, ग्रामीण विकास, विद्युत प्रदाय, सार्वजनिक परिवहन, कोषालय और पंजीयन सम्मिलित हैं।

इसके अतिरिक्त भी अत्यावश्यक सेवाओं का निर्धारण जिला कलेक्टर कर सकेंगे।

ये निर्देश 15 जून तक प्रभावशील रहेंगे।

कोविड-19 के प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन के निर्देश भी दिये गए हैं।

मध्यप्रदेश में जल्द अनलॉक हो सकती है परिवहन सेवा

मध्यप्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है कि प्रदेश में अंतरराज्जीय और जिलेवार परिवहन को शुरू करने के लिए प्रक्रिया जल्द शुरू की जाने वाली है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो रही है। ऐसे में कोरोना के कारण बंद पड़ी अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवा को भी अनलॉक करने पर सरकार विचार कर रही है।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा:कोरोना की विपदा के कारण अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई- लिखाई, भोजन और आर्थिक सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा, महासंकट में अनाथ हुए बच्चे यह न समझें कि उनके माँ-बाप नहीं हैं attacknews.in

भोपाल, 30 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हम कोविड के महासंकट में अनाथ हुए बच्चों को यह अहसास नहीं होनें देगें कि उनके माँ-बाप नहीं हैं। कोरोना की विपदा के कारण अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई- लिखाई, भोजन और आर्थिक सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के पात्र हितग्राही बच्चों को निवास से वर्चुअली पेंशन राशि का वितरण करते हुए कहा कि बच्चे मेहनत करें और अपने माता-पिता के सपनों को साकार करें। राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है।

इस योजना के शुभारंभ के अवसर पर उन्होंने 130 परिवारों के 173 बच्चों के खातों में प्रति बच्चा प्रतिमाह 5 हजार रूपये के मान से सिंगल क्लिक से राशि अंतरित की।

उन्होंने योजना के हितग्राही बच्चों और बच्चों के संरक्षकों से वर्चुअली संवाद भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि बच्चा नवीं से 12 वीं में निजी स्कूल में पढ़ता है, तो साल में एक मुश्त दस हजार रूपये की सहायता दी जायेगी। शासकीय अनुदान प्राप्त कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों की व्यवस्था भी की जाएगी। जो बच्चे जेइई मेन्स परीक्षा या इसी प्रकार की अन्य परीक्षा के द्वारा निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाते हैं, उन्हें 1.50 लाख रूपये तक का शुल्क शासन द्वारा प्रदान किया जायेगा।

श्री चौहान ने कहा कि इसी तरह नीट परीक्षा से प्रवेश पर शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों का पूरा शुल्क राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा। कामन लॉ एडमीशन टेस्ट के द्वारा या राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में या दिल्ली विश्वविद्यालय में 12वीं कक्षा के बाद होने वाले एडमीशन में कॉलेजों का समस्त शुल्क राज्य सरकार देगी। पढ़ाई के लिए लेपटॉप या टेबलेट की आवश्यकता होगी, तो उसकी व्यवस्था भी की जाएगी। बेटियों की शादी के समय सहायता के संबंध में भी राज्य सरकार विचार करेगी। इसके साथ ही प्रभावित बच्चों को राज्य सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जायेगा।

चेन्नई में खिलाड़ी लड़की के यौन उत्पीड़न मामले में स्पोर्ट्स अकादमी का कोच गिरफ्तार,बचने के लिए किया था आत्महत्या का प्रयास attacknews.in

चेन्नई 30 मई । तमिलनाडु के चेन्नई में पुलिस ने एक खेल अकादमी में लड़कियों को एथलेटिक्स का परीक्षण देने वाले कोच को यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया है।

पीडिता 19 वर्षीय लड़की ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद फ्लावर बाजार महिला थाने में पुलिस ने पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। कोच ने हालांकि अपने ऊपर लगे आरोपों से इंकार किया है।

गिरफ्तारी के भय से कोच पी नागार्जुन (59) ने नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया जिसके बाद उसे कल रोयापेट्टा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रविवार को उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। जहां से उसे 11 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर द्वारा ग्राहक की जमाराशि का गबन:मैनेजर ने धोखाधड़ी कर निकाले 38 लाख और अपने खाते में जमा कर लिए attacknews.in

 

हमीरपुर,30 मई । उत्तर प्रदेश के हमीरपुर शहर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सहायक प्रबंधक ने धोखाधड़ी कर ग्राहकों के 38 लाख रुपये निकाल कर अपने खाते में जमा करा लिए।

मामला प्रकाश में आने पर आरोपी सहायक प्रबंधक आमिर के खिलाफ सदर कोतवाली में गबन का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पीएनबी के सहायक प्रबंध आमिर पर आरोप है कि उसने 15 दिन के भीतर धीरे-धीरे 38 लाख रुपये अपने खाते में जमा कराने के बाद दूसरे के खाते में जमा कर निकाल लिये।

निकाला गया पैसा किसी ग्राहक का था जब इस मामले की जानकारी हुई तो जांच पड़ताल की गयी।

जांच में पाया कि संबंधित ग्राहक के खाते से पैसा निकाला गया है।

धोखेबाज सहायक प्रबंधक ने गबन के बाद बैंक आना बंद कर दिया, इस मामले की रिपोर्ट बैंक के प्रबंधक नागेंद्र सिंह ने सदर कोतवाली में दर्ज करायी है।

सहायक प्रबंधक द्वारा 38 लाख रुपये की धनराशि निकालने के बाद मामले में बैंक में सन्नाटा है।

कोई किसी से बात करने को तैयार नहीं है।

पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

उत्तर प्रदेश में इटावा जिले में तैनात दलित महिला सिपाही को ब्लैकमेल करके दरोगा का बेटा करता रहा 2 साल तक बलात्कार attacknews.in

 

इटावा , 30 मई । उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के फ्रेंड्स कालोनी में तैनात दलित महिला सिपाही के साथ दरोगा के बेटे ने ब्लैकमेल करके दुष्कर्म किया ।

एसएसपी डा.ब्रजेश कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि महिला सिपाही की शिकायत पर दरोगा मकान मालिक के बेटे के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया है।

महिला सिपाही ने पुलिस को बताया है कि आरोपी मकान मालिक के बेटे कन्हैया ने दो वर्ष पूर्व कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया था ।

आरोपी ने महिला की अश्लील तस्वीरे और वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर ली थी जिन्हें इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देकर आरोपी युवक उसके साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा और पैसों की मांग करता रहा ।

त्रिपुरा मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करने वाला  पुलिसकर्मी निलंबित attacknews.in

 

अगरतला 30 मई । त्रिपुरा में मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव को संबोधित करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करना एक पुलिसकर्मी के लिए महंगा सौदा साबित हुआ क्योंकि उसे इसी आधार पर निलंबित कर दिया गया।

पुलिस अधीक्षक (संचार) ने शनिवार को उनाकोटि जिले के कैलाशहार संचार स्टेशन के पर्यवेक्षक दीपक चक्रवर्ती को निलंबित करने का आदेश जारी किया। उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उस पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की गयी है।

आदेश में यह भी निर्देश दिया गया है कि निलंबन की अवधि के दौरान वह त्रिपुरा पुलिस संचार मुख्यालय में रहेंगे और सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति प्राप्त किए बिना उसे छुट्टी पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया में उनके द्वारा की गई टिप्पणियां बेहद आपत्तिजनक थीं और किसी भी लोक सेवक से इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है।

रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी दीपक चक्रवर्ती पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी और पोस्ट कर रहे हैं और उन्हें इस तरह की गतिविधियों से बचने के लिए पहले चेतावनी दी गई थी, क्योंकि किसी भी पुलिसकर्मी की ओर से मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई कोई भी टिप्पणी या पोस्ट अनुशासनहीनता मानी जाती है जिसका कानून व्यवस्था पर भी सीधा असर पड़ता है।

इस बीच इस पुलिसकर्मी ने कहा कि उसने मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की, लेकिन केवल कुछ मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए, जो सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन नहीं करते और ना ही यह सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश की अवमानना ​​है।

वकली देवलास समेत मऊ के पाँच गाँवों में कवि कुमार विश्‍वास ने खोले कोविड केयर केंद्र attacknews.in

 

मऊ 30 मई ।भारत में हिंदी मंचीय कविता के सबसे लोकप्रिय कवि जिन्होंने न केवल भारत अपितु विदेशों में भी अपनी कविताओं से एक अलग छाप छोड़ी है और जो कोविड के इस बुरे दौर में गाँवों को कोविड के प्रकोप से बचाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं।

ऐसे कवि कुमार विश्‍वास के विश्‍वास ट्रस्ट के तत्वावधान में चलाए जा रहे गाँव बचाओ अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के 5 गाँवों में कोविड केयर केंद्र खोले गए हैं। तथा अगले हफ्ते तक कुछ और गाँवों में भी इस प्रकार के केंद्र खोले जाने की योजना है।

रविवार को विश्वास कोविड केयर सेन्टर उद्घाटन के अवसर पर कवि कुमार विश्वास की टीम से जुड़े सदस्य और मऊ में इस अभियान के कार्डिनेटर मुहम्मदाबाद गोहना तहसील स्थित देवकली देवलास गांव के निवासी कवि एवं भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण में राजभाषा अधिकारी देवकान्त पाण्डेय ने कहाकि कि पहले चरण में अभी मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के देवकली देवलास, बरबोझी व ढोलना तथा घोसी तहसील के विश्वनाथपुर व लखीपुर गाँव में ये कोविड केयर केंद्र प्रारंभ किए गए हैं।

हनीट्रेप में फंसे कमलनाध:बहुचर्चित मामले में SIT ने पूर्व मुख्यमंत्री को नोटिस जारी कर 2 जून को बयान देने और सीडी/पेनड्राइव मुहैया कराने के लिए कहा attacknews.in

इंदौर, 30 मई । बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को नोटिस जारी कर दो जून को उसके समक्ष बयान और भौतिक साक्ष्य (सीडी/पेनड्राइव) मुहैया कराने के लिए कहा है।

एसआईटी के विवेचना सहायक (निरीक्षक) शशिकांत चौरसिया की ओर से श्री कमलनाथ को एक पेज का नोटिस जारी किया गया है, जो आज मीडिया तक पहुंचा।

नोटिस के मुताबिक श्री कमलनाथ से अपेक्षा की गयी है कि वे दो जून को दोपहर 12़ 30 बजे भोपाल के श्यामला हिल्स थाना क्षेत्र में स्थित अपने निवास पर उपस्थित होकर अधोहस्ताक्षरकर्ता (श्री चौरसिया) के समक्ष कथन और भौतिक साक्ष्य (सीडी/पेनड्राइव) एसआईटी को देने का कष्ट करें।

पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि कल भेजे गए नोटिस में बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की उस कथित पेनड्राइव का जिक्र किया गया है, जिसका जिक्र वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने हाल ही में 21 मई को आयोजित एक ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में किया था। नोटिस में इसी पेनड्राइव को जांच के लिये उपलब्ध कराये जाने और इसी पेनड्राइव के संबंध में कथन दर्ज कराये जाने की अपेक्षा की गयी है।

नोटिस के अनुसार श्री कमलनाथ द्वारा ली गयी प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया है कि हनीट्रैप प्रकरण की सीडी/पेनड्राइव उनके पास मौजूद है। इस प्रेस कांफ्रेंस का प्रसारण सोशल मीडिया पर भी किया गया था और संबंधित खबरें समाचारपत्रों में प्रकाशित हुयीं।

नोटिस के अनुसार इंदौर जिले के पलासिया थाने के अपराध क्रमांक 4़05/19 के अनुसंधान में यह सीडी पेनड्राइव अत्यंत महत्वपूर्ण साक्ष्य है। इस सीडी पेनड्राइव को प्राप्त कर इस अपराध के अनुसंधान को और अधिक प्रभावशाली तथा सुदृढ़ बनाया जा सकता है। अत्यंत महत्वपूर्ण व संवेदनशील हनीट्रैप प्रकरण के संबंध में नवीन तथ्य भी ज्ञात किए जा सकते हैं। हनीट्रैप प्रकरण का अनुसंधान मध्यप्रदेश शासन द्वारा गठित एसआईटी द्वारा किया जा रहा है।

इंदौर नगर निगम के एक तत्कालीन इंजीनियर की शिकायत पर लगभग दो वर्ष पहले यहां की पलासिया थाना पुलिस ने एक प्रकरण दर्ज किया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ महिलाओं ने उनके निजी पलों का आपत्तिजनक वीडियो बनाया है और वे उन्हें ब्लैकमेल करते हुए बड़ी धनराशि की मांग कर रही हैं।

इसकी शिकायत के बाद पुलिस ने इंदौर से कुछ महिलाओं और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कुछ हाईप्रोफाइल महिलाओं की गिरफ्तारी भोपाल से की गयी थी। ये लगभग छह आरोपी इंदौर जेल में बंद हैं।

मामले के खुलासे के बाद महिलाओं के पास से जब्त मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस में कथित तौर पर अनेक प्रभावशाली व्यक्तियों के आपत्तिजनक वीडियो मिलने की खबरें सामने आयी थीं।

तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इस मामले का खुलासा हुआ था और उसी समय मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था।

एसआईटी की ओर से इस नोटिस को बतौर विवेचना सहायक शशिकांत चौरसिया के दस्तखत से जारी किया गया है, जो इंदौर के किशनगंज थाना के प्रभारी हैं।

छतरपुर विधायक नीरज दीक्षित को अज्ञात महिला द्वारा अश्लील वीडिंयो बनाकर ब्लेकमेल करने वाला अंतरराज्यीय सरगना राजस्थान से गिरफ्तार attacknews.in

छतरपुर, 30 मई ।मध्यप्रदेश की छतरपुर पुलिस ने वीडियो कॉल के माध्यम से साइबर एक्स्टोर्शन कर विधायक नीरज दीक्षित से पैसे की मांग वाले अंतरराज्यीय सरगना को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि 22 मई को छतरपुर जिले के महाराजपुर विधायक नीरज दीक्षित ने एक मोबाइल नंबर धारक अज्ञात महिला के द्वारा अश्लील वीडिंयो बनाकर ब्लेकमेल करने के संबंध में गढीमलहरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

इसके बाद साइबर से मिली जानकारी के आधार पर गढ़ीमलहरा पुलिस एवं साइबर सेल की संयुक्त टीम को आरोपी की तलाश के लिए राजस्थान के जिला भरतपुर रवाना किया गया। जहाँ इस टीम ने नागर तहसील के सीकरी थाना क्षेत्र के नक्चा का वास निवासी आदिल (19) को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की, जिसमें आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

विधायक साइबर क्राइम के शिकार हो गए। अज्ञात महिला की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर विधायक ने पुलिस की शरण ली। उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। यह मामला महाराजपुर से कांग्रेस विधायक नीरज दीक्षित का आरोप है कि उन्हें अज्ञात महिला वीडियो कॉल कर ब्लैकमेल कर रही है।

विधायक नीरज दीक्षित ने गड़ीमलहरा थाने में एक शिकायती आवेदन दिया । उसमें उन्होंने बताया कि कई दिन से उनके मोबाइल नंबर पर किसी अज्ञात नंबर से मैसेज आ रहे थे उन्होंने सोचा कि यह मैसेज उनके विधानसभा क्षेत्र के किसी जरूरतमंद का होगा।

उन्‍होंने बताया कि इसके बाद वीडियो कॉलिंग के जरिए उन्हें परेशान किया जाने लगा।कांग्रेस विधायक का आरोप है कि एक दिन वीडियो कॉलिंग में एक महिला ने उनके सामने ही अश्लील हरकतें करना शुरू कर दीं और उसके बाद ब्लैकमेलिंग पर उतर आई।उसके बाद वो महिला बार बार फोन करने लगी

महिला की अश्लील हरकतों से परेशान होकर विधायक ने पूरे मामले में लिखित शिकायत गढ़ीमलहरा पुलिस से की।

पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर यह महिला कौन है और किस वजह से विधायक को परेशान कर रही है.

साइबर क्राइम का नया तरीका

डीएसपी शशांक जैन ने बताया ये साइबर क्राइम का नया तरीका है. कई बार अश्लील हरकतें करते हुए महिलाएं वीडियो कॉलिंग के जरिए कॉल रिकॉर्ड कर लेती हैं और उसी के माध्यम से संबंधित व्यक्ति को ब्लैकमेल करने लगती हैं. इन्हीं सब तथ्यों के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द से जल्द ब्लैकमेल करने वाली महिला का पता लगा लिया जाएगा. कहीं न कहीं इसमें पूरा एक गिरोह शामिल होगा

महिला से अंजान हैं विधायक

विधायक नीरज दीक्षित का कहना है समय रहते ही उन्‍होंने इस बात की शिकायत पुलिस में कर दी है. उन्‍हें नहीं मालूम है कि आखिर ब्लैकमेलिंग करने वाली कौन महिला है।

मदरसे में पढ़ाने वाला मौलवी नाबालिग बहनों को भगा ले गया:जौनपुर के गांव से गायब बहनों को पुलिस ने 3 दिन बाद पूर्णिया बिहार से बरामद किया attacknews.in

जौनपुर,30 मई ।उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के एक गांव से गायब नाबालिग बहनों को पुलिस ने तीन दिन बाद पूर्णिया बिहार से बरामद कर मदरसे में पढ़ाने वाले मौलवी को गिरफ्तार कर लिया ।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के सराय ख्वाजा क्षेत्र के एक गांव के मदरसे में पढ़ाने वाला मौलवी नाबालिग सगी बहनों को बहला-फुसलाकर अपने गांव पूर्णिया (बिहार) भगा ले गया था।

दूसरे दिन परिजनों की सूचना पर पुलिसक हरकत में आई और उसके फोन को सर्विलांस पर लगा दिया था।

आरोपी मौलवी की लोकेशन पूर्णिया बिहार में मिलने पर पुलिस की एक टीम को बिहार रवाना कर दिया और शनिवार देर रात मौलवी को गिरफ्तार कर दोनों बहनों को बरामद कर लिया।

सरायख्वाजा के प्रभारी निरीक्षक जगदीश कुशवाहा ने बताया कि एक नाबालिग लड़की से मौलवी बातचीत करता था।

उसने लड़की को बातचीत करने के लिए मोबाइल दिया था, जिसे उसकी मां ने तोड़ दिया था।

उसके बाद मौलवी ने लड़की को फिर एक मोबाइल दिया जिसकी जानकारी माता-पिता को नहीं थी।

इसी बीच वह उस लड़की और उसकी बहन को अपने गांव भगा ले गया।पुलिस छानबीन कर रही है।

बलरामपुर में कोरोना से ग्रसित मृत का शव परिजनों ने नदी में फेंका,वायरल वीडियो पर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा attacknews.in

बलरामपुर 30 मई । उत्तर प्रदेश मे बलरामपुर के देहात कोतवाली में राप्ती नदी में परिजनों द्वारा कोरोना से मृत शव को फेंकने के वायरल वीडियो पर अभियोग दर्ज कराया गया है ।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा.वी बी सिंह ने रविवार को बताया कि शनिवार की मध्यरात्रि राप्ती नदी में कोरोना ग्रसित शव को परिजनों द्वारा फेंका गया है ।

घटना के वायरल वीडियो को संज्ञान मे लेकर करायी गयी जांच में पता चला कि पड़ोसी जिले सिद्धार्थनगर के रहने वाले प्रेमनाथ मिश्र के कोरोना ग्रसित होने पर परिजनों ने गत 25 मई को उन्हें बलरामपुर मे स्थित कोविड हॉस्पिटल मे भर्ती कराया था वहां उपचार के दौरान शुक्रवार को उनकी मृत्यु हो गयी ।

उन्होनें बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत मृतक के संक्रमित शव को अंत्येष्टि स्थल पर उनके परिजनों को सौंप दिया ।

लेकिन परिवार वालो ने अंतिम संस्कार के बजाय चोरी छिपे बलरामपुर देहात क्षेत्र मे बह रही राप्ती नदी मे फेंक दिया ।

घटना के वायरल वीडीओ को संज्ञान मे लेकर आरोपी परिजनों के विरुद्ध देहात कोतवाली मे सीएमओ की तहरीर पर अभियोग दर्ज कराया गया है ।

दुबई में 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पूजा ने भारत को दिलाया पहला स्वर्ण, मैरीकोम, लालबुतसाही और अनुपमा को मिला रजत attacknews.in

 

दुबई, 30 मई ।भारत की पूजा रानी एशियाई चैम्पियनशिप में अपना खिताब बचाने में सफल रही हैं।

पूजा ने रविवार को दुबई में 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 75 किग्रा के फाइनल मुकाबले में उजबेकिस्तान की मावलुदा मोल्दोनोवा को एकतरफा अंदाज में 5-0 से हराते हुए भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया जबकि एमसी मैरीकोम(51 किग्रा), लालबुतसाही (64 किग्रा) और अनुपमा (+81 किग्रा) को अपने अपने वजन वर्गों के फ़ाइनल में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

साल 2019 में खिताब जीतने वाली ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं पूजा रानी ने मोल्दोनोवा को 5-0 से हराया।

बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारत ने 8 कांस्य और दो रजत के बाद पहला स्वर्ण जीता है।

भारतीय दल अब तक 15 पदक जीत चुका है। बैंकाक में 2019 में भारत ने 13 पदक (2 स्वर्ण, 4 रजत और 7 कांस्य) जीते थे और तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था।

हरियाणा के भिवानी की पूजा का एशियाई चैम्पियनशिप में यह चौथा और लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है। इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत चुकीं पूजा ने बैंकाक में 2019 में स्वर्ण जीता था जबकि उससे पहले 2015 में कांस्य और 2012 में रजत पदक जीता था।

इससे पहले, छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कोम को अपना आइडल मानने वाली भारत की निडर युवा मुक्केबाज लालबुतसाही को फाइनल में हार मिली। पहली बार एशियाई चैम्पियनशिप में खेल रहीं पुलिस में काम करने वाली और 2019 विश्व पुलिस खेलों में स्वर्ण पदक जीतन वाली लालबुतसाही का 64 किग्रा के फाइनल में सामना कजाकिस्तान की मिलाना साफरोनोवा से हुआ। वह अनुभवी साफरोनोवा से बिल्कुल नहीं डरीं और जमकर मुक्के बरसाए लेकिन वह 2-3 से यह मुकाबला हार गईं।

लालबुतसाही से पहले मैरी कोम अपने रिकार्ड छठे स्वर्ण से महरूम रह गईं थी। मैरी को 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन नाज़िम काज़ैबे ने 3-2 से हराया। मैरी ने एशियाई चैम्पियनशिप में सातवीं बार हिस्सा लेते हुए दूसरी बार रजत पदक जीता है। उनके नाम पांच स्वर्ण और दो रजत हैं।

मैरी कोम और लैशराम सरिता देवी ने एशियाई चैम्पियनशिप में पांच-पांच स्वर्ण पदक जीते हैं। इस महान मुक्केबाज ने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 संस्करणों में स्वर्ण जीता था जबकि 2008 औऱ इस साल उनके हिस्से में रजत पदक आया था।

अनुपमा को 81 किग्रा से अधिक के वजन वर्ग में कजाखस्तान की लज्जत कुंजईबायेवा से नजदीकी मुकाबले में 2-3 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

पुरुष वर्ग में मौजूदा चैम्पियन अमित पंघल, अब तक इस टूर्नामेंट में पांच पदक अपने नाम कर चुके शिवा थापा (64 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) सोमवार को अंतिम बार एक्शन में दिखेंगे। .

इस साल की खास बात यह है कि चैम्पियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जाएगा, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जाएगा।

आठ भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इन सबने देश के लिए कांस्य पदक हासिल किया है।

उल्लखनीय है कि भारत, उज्बेकिस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी राष्ट्रों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों ने इस चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन और उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने एक गुप्त समाराेह में शादी रचाई;यह शादी पहले 30 जुलाई 2022 को होने वाली थी attacknews.in

लंदन 30 मई । ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन और उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने एक गुप्त समाराेह में शादी रचा ली है।

स्थानीय मीडिया ने रविवार को अपनी रिपोर्टों में यह जानकारी दी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री की यह शादी पहले 30 जुलाई 2022 को होने वाली थी।

समाचारपत्र ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को वेस्टमिंस्टर कैथेड्रल चर्च में श्री जानसन और साइमंड्स के विवाह के मौके पर केवल 30 लोग मौजूद थे। विवाह समारोह करीब डेढ़ घंटे चला और इस दौरान चर्च को बंद कर दिया गया था।

समाचारपत्र ने चर्च के एक कर्मचारी के हवाले से लिखा, “ वे परेशान नजर आ रहे थे।”

छप्पन वर्षीय श्री जानसन का यह तीसरा और सुश्री साइमंड्स का पहला विवाह है।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘द मेल’ और ‘द सन’ की उन खबरों पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया जिनमें पूछा गया था कि प्रधानमंत्री और उनकी मंगेतर ने परिजनों और मित्रों की मौजूदगी में रोमन कैथलिक वेस्टमिंस्टर कैथेड्रल में विवाह किया है।

‘द सन’ ने अपनी खबर में कहा कि जॉनसन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय के वरिष्ठ कर्मचारियों को विवाह की योजना के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी।

इंग्लैंड में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगी पाबंदियों के तहत विवाह समारोह में अधिकतम 30 लोग ही शामिल हो सकते हैं।

जॉनसन (56) और साइमंड्स (33) ने फरवरी 2020 में अपनी सगाई की घोषणा की थी और उनका एक वर्षीय पुत्र है। बेटे का नाम विल्फ्रेड है।

विवाह की खबरें आने के बाद नेताओं ने प्रधानमंत्री को बधाई संदेश भेजे हैं।

इससे पहले पद पर रहते हुए प्रधानमंत्री लॉर्ड लिवरपूल ने 1822 में शादी की थी।

नॉर्दर्न आयरर्लैंड की मंत्री आर्लेने फोस्टर ने ट्वीट किया, ‘‘बोरिस जॉनसन और कैरी साइमंड्स को विवाह की ढेरों शुभकामनाएं।’

ब्रिटेन के खुफिया एजेंटों ने चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से कोविड-19 वायरस की उत्पत्ति करके फैलाने को संभाव्य बताया attacknews.in

लंदन 30 मई (स्पूतनिक) ब्रिटेन के खुफिया एजेंटों ने चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से कोविड-19 वायरस की उत्पत्ति को संभाव्य बताया है।

द संडे टाइम्स की रिपोर्ट में रविवार को इस आशय की जानकारी दी गयी है।

इससे पहले डेली मेल ने शनिवार को बताया कि ब्रिटेन के प्रोफेसर एंगस डाल्गलिश और नॉर्वे के वैज्ञानिक बिर्गर सोरेंसन ने एक अध्ययन किया था जिसमें दावा किया गया था कि कोविड-19 वायरस प्रयोगशाला से उत्पन्न हुआ था।

अध्ययन में कहा गया है कि चीनी वैज्ञानिकों ने वुहान प्रयोगशाला में कोविड-19 वायरस विकसित किया, जिसके बाद उन्होंने चमगादड़ से प्रसारित वायरस को प्राकृतिक दिखाने के लिए ‘जानबूझकर विनाश, डेटा को छिपाने या दूषित करने’ का प्रयास किया।

चीन ने हालांकि बार-बार इस तरह के आरोपों से इनकार किया है।

जनवरी में, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने वुहान की यात्रा की, जहां उन्होंने कोविड-19 की उत्पत्ति के सुराग के लिए प्रयोगशाला, अस्पतालों और बाजारों की जांच की, जो वायरस कोविड-19 फैलने का कारण बनता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञ मिशन ने तब एक रिपोर्ट तैयार की, जिसमें कहा गया था कि वुहान की एक प्रयोगशाला से नए कोरोना वायरस के लीक होने की संभावना बहुत कम है।

मार्च में जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि नए वायरस के सबसे अधिक संभावना एक मध्यस्थ जरिये के माध्यम से चमगादड़ों से मनुष्यों में फैलती है।

इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रियेसस ने कहा कि चीन ने वुहान शहर की यात्रा के दौरान अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के डेटा को रोक दिया था, जहां माना जाता है कि कोरोना वायरस नवंबर 2019 में प्रसारित होना शुरू हुआ था।

अमेरिका और 13 अन्य राष्ट्र ने संयुक्त रूप से डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके आने में देर हो गई और इसमें पूरा डेटा और नमूने शामिल करने में विफल रहे।

इस हफ्ते की शुरुआत में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुफिया समुदाय को नए कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करने के प्रयासों को दोगुना करने और 90 दिनों के भीतर अपने निष्कर्षों की रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।

मध्यप्रदेश शासन ने कोविड-19 संक्रमितों के उपचार की दरों का किया पुनर्निर्धारण,इन दरों को रजिस्ट्रेशन काउण्टर पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा attacknews.in

भोपाल, 30 मई । मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार की दरें पुनर्निर्धारित कर दी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार गैर आयुष्मान योजना हितग्राही श्रेणी के किसी भी स्वास्थ्य बीमा उत्पाद, किसी भी द्विपक्षीय अनुबंध, एम.ओ.यू. और निजी कार्पोरेट समूह या रोगी में शामिल न होने वाले कोविड रोगियों का उपचार नयी पुनर्निर्धारित दरों के तहत ही प्रदेश में किया जा सकेगा।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने पिछले वर्ष भी 29 फरवरी 2020 को सभी नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों के लिये कोविड-19 संक्रमित रोगियों की उपचार की दरें निर्धारित की थी।

उस समय की दरों में नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों में पूर्व में प्रचलित उपचार और जाँच दरों में 40 प्रतिशत का इजाफा कर कोविड-19 रोगियों के उपचार की दरें निर्धारित की गई थी।

इसका पुनरीक्षण के लिये मई 2021 में एक चार सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की गई।

इस समिति ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन, विधिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों और प्रदेश के अनेक निजी चिकित्सकों से नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों का पक्ष जानने के संबंध में विस्तृत चर्चा की।

समिति द्वारा 28 मई 2021 को इस संबंध में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।

प्रदेश के लोगों के हितों के मद्देनजर उच्च स्तरीय समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के परीक्षण के बाद राज्य शासन इस नतीजे पर पहुँचा कि प्रदेश में लोगों के कोविड-19 के उपचार की दरों की उच्चतम सीमा (सीलिंग) निर्धारित की जाये।

इसी के मद्देनजर सभी कानूनों, प्रावधानों, नियमों और निर्देशों से प्राप्त शक्तियों के तहत किसी भी तरह के स्वास्थ्य बीमा उत्पाद में शामिल न होने वाले रोगियों से स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों द्वारा उपचार के विरूद्ध वसूली जा रही अधिक राशि की रोकथाम के लिये नयी दरें निर्धारित कर लागू की गई।

आज जारी कोविड-19 संक्रमित रोगी के उपचार की इन पुनर्निर्धारित दरों को भी सभी नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों को अपने रजिस्ट्रेशन काउण्टर पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा।

साथ ही सार्थक पोर्टल पर भी पुनर्निर्धारित दरों को अनिवार्य रूप से प्रदर्शित किया जायेगा।

इसके साथ ही अगर किसी नर्सिंग होम और चिकित्सा संस्थान में कोविड-19 के उपचार की दरें पुनर्निर्धारित दरों से कम है, तो वे नयी दरें निर्धारित नहीं कर सकेंगे।

ऐसे सभी नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थान, जिनकी दरें पुनर्निर्धारित दरों से अधिक है, वे 10 जून 2021 के बाद उनके यहाँ दाखिल होने वाले नये कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए अपनी दरें पुनर्निर्धारित कर सकेंगे।

जबकि वर्तमान में उपचाररत रोगियों के लिये उपचार पूरा होने तक प्रचलित दरें ही लागू होगी।