श्रीनगर, 25 जुलाई । जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आज सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गये।
पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की संयुक्त टीम ने यहां पर लाल चौक के मेहमान मोहल्ला स्थित एक मकान को घेर लिया।
अनंतनाग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्ताफ खान और उनकी टीम लगातार हालात पर नजर रखे हुए है।
कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक स्वयं प्रकाश पाणि ने कहा, ‘‘बेहद भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में होने के कारण यह कठिन अभियान था। सभी आम नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाला गया और विशेष दस्ते ने अभियान पूरा किया। कोई आम नागरिक हताहत नहीं हुआ है।’’
मुठभेड़ की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों ने तड़के यह अभियान शुरू किया था। अनंतनाग शहर में 12 वर्ष के अंतराल में यह पहला अभियान था।
जैसे ही सुरक्षा बलों ने संदिग्ध मकान की ओर बढ़ना शुरू किया अंदर छुपे आतंकवादियों ने उनपर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जवाब में सुरक्षा बलों ने भी गोलियां चलाई और उसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी। उन्होंने बताया कि जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गये।
वहां से बरामद साम्रगी के आधार पर कहा जा सकता है कि दोनों आतंकवादी संगठन लश्कर-त-तैयबा से ताल्लुक रखते थे। उनमें से एक की पहचान कुलगाम निवासी बिलाल अहमद डार उर्फ बिन यामीन डार के रूप में हुई है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 26 वर्षीय बिलाल ने 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद जून 2017 में आतंकवाद का रास्ता पकड़ा। वह कई आतंकवादी हमलों में शामिल रहा है और लश्कर-ए-तैयबा के संभागीय कमांडर शकूर डार का करीबी था। डार इस महीने मारा गया।
मुठभेड़ स्थल से कुछ हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।attacknews.in