वाशिंगटन, 15 दिसंबर (एपी) अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होने के बीच कोविड-19 के कारण देश में मारे गए लोगों की संख्या सोमवार को तीन लाख हो गई।
मृतकों की यह संख्या सेंट लुइस और पिट्सबर्ग की जनसंख्या के बराबर है। यह कैटरीना तूफान जितनी बड़ी त्रासदी को साढ़े पांच महीने हर रोज दोहराने के समान है।
यह मृतक संख्या वियतनाम युद्ध में मारे गए अमेरिकियों की संख्या का पांच गुणा है। यह संख्या 100 से अधिक दिनों तक हर रोज एक 9/11 हमला होने के बराबर है।
देश के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फौसी ने कहा, ‘‘यह संख्या हैरान करने वाली है– यह 1918 में स्पैनिश फ्लू के बाद 102 से अधिक साल में सबसे अधिक लोगों को प्रभावित करने वाली श्वास तंत्र संबंधी वैश्विक महामारी है।’’
अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या उस दिन तीन लाख हुई है, जब अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई। देश में लोगों को फाइजर का कोविड-19 टीका दिया जाएगा।
‘जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी’ ने स्वास्थ्य प्राधिकारियों द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों की मदद से मौतों की यह संख्या बताई गई है, जबकि ऐसा माना जा रहा है कि वास्तविक मृतक संख्या इससे भी अधिक होगी।
विश्वभर में इस वायरस से 16 लाख लोगों की जान जा चुकी है।
अमेरिका में और अस्पतालों में पहुंच रहा है कोविड टीका:
अमेरिका में कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने के क्रम में मंगलवार को देश के और अस्पताल कर्मियों को टीका देंगे। दूसरी ओर, संघीय स्वास्थ्य अधिकारी दूसरी कंपनी के टीके की समीक्षा कर रहे हैं।
फाइजर-बायोएनटेक कंपनी के टीके को अत्यंत निम्न तापमान में रखने के लिए ड्राइआइस में पैक किया जा रहा है। टीके की खेप 400 अतिरिक्त अस्पतालों और अन्य वितरण स्थलों पर पहुंचने को तैयार है।
इस बीच, अमेरिका में एक दिन पहले कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या तीन लाख के पार चली गई है।
अमेरिका में शुरुआती 30 लाख खुराकों अग्रिम मोर्चे पर सेवारत स्वास्थ्य कर्मियों एवं बुजुर्ग मरीजों के लिए आवंटित किया गया है। अधिकतर अमेरिकियों को जानलेवा संक्रमण से बचाने के लिए आने वाले महीनों में टीके की लाखों खुराकों की जरूरत होगी।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) कोविड-19 के दूसरे टीके को लेकर अपना अध्ययन प्रकाशित करने के भी तैयारी कर रहा है। मॉडर्ना ने यह टीका बनाया है और बृहस्पतिवार को एफडीए ने इस टीके को हरी झंडी दिखा दी तो इस टीके को भी टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा।
बहरहाल, पहले टीके ने डॉक्टरों, नर्सों और अस्पताल के कर्मियों में उत्साह भरा है।
फ्लाइट नर्स का काम करने वाले 43 वर्षीय जॉनी पीपल्स को मिशिगन मेडिकल केयर सेंटर में सोमवार दोपहर को टीका दिया गया। वह यह टीका लेने वाले पहले शख्स बने हैं।
उन्होंने कहा, “ इसका हिस्सा बनने पर अच्छा एहसास हो रहा है।“
मार्च के महीने से पीपल्स राज्य के आसपास से कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार मरीजों को छोटे अस्पतालों से विमान के जरिए विश्वविद्यालय के चिकित्सा केंद्र लेकर आए हैं।
फ्लोरिडा में सरकारी अधिकारियों को उम्मीद है राज्य के पांच अस्पतालों को मंगलवार तक टीके की एक लाख खुराकें मिलेंगी।
टाम्पा जनरल अस्पताल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन कौरिस ने कहा कि यह उम्मीद की 20,000 खुराकें हैं।
सोमवार को अस्पताल को टीके की 3900 शीशियां मिली थी। प्रत्येक शीशी में टीके की पांच खुराकें होती हैं।
इस टीके को दो बार लगाया जाएगा। पहली खुराक देने के तीन हफ्ते बाद दूसरा टीका लगाया जाएगा।
न्यूजर्सी में भी मंगलवार से टीकाकरण अभियान शुरू होने की उम्मीद है जहां 76000 खुराक स्वास्थ्य कर्मियों और नर्सिंग होम के कर्मियों में वितरित किया जा रहा है।
अमेरिकी अधिकारियों ने दोहराया है कि दिसंबर अंत तक दो करोड़ अमेरिकियों को टीके की पहली खुराक दे दी जाएगी और जनवरी में तीन करोड़ और लोगों को टीका लगाया जाएगा।
पिछले महीने मॉडर्ना और एनआईएच ने कहा था कि उनका टीका 95 फीसदी तक असरदार दिखता है। 30,000 लोगों पर किए अध्ययन के आधार पर यह दावा किया गया था।
टीके की दूसरी खुराक के बाद मुख्य दुष्प्रभावों में थकान, मांसपेशियों में दर्द, इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द शामिल है। कई टीकों में फ्लू जैसी प्रतिक्रिया सामान्य है और यह इस बात का संकेत होता है कि टीका रोग प्रतिरोधक प्रणाली को वायरस से लड़ने के लिए सक्रिय कर रहा है।
मॉडर्ना ने अपने अध्ययन में किसी अहम सुरक्षा समस्या का उल्लेख नहीं किया है।