वाशिंगटन, आठ अप्रैल। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका ने कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की 2.9 खुराक खरीदी हैं, जिसमें भारत की बहुत बड़ी हिस्सेदारी है। इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मलेरिया रोधी दवा की बिक्री की इजाजत देने के लिए मदद मांगी तो उनकी प्रतिक्रिया ‘‘बहुत अच्छी’’ थी।
ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले हफ्ते फोन पर बात की थी, जिस दौरान ट्रंप ने मोदी से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के अमेरिकी ऑर्डर पर रोक हटाने का अनुरोध किया था, जिसका भारत प्रमुख निर्माता है।
अमेरिकी खाद्य एवं दवा प्रशासन ने कोविड-19 के उपचार के लिए संभावित दवा के रूप में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की पहचान की है और न्यूयार्क में 1,500 से अधिक कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों पर इसका परीक्षण किया जा रहा है।
ट्रंप ने यह अनुमान लगाते हुए कि इस परीक्षण का सकारात्मक परिणाम होगा, हाइड्राक्सीक्लोरोक्वीन की 2.9 करोड़ से अधिक खुराक खरीदी हैं।
ट्रंप ने सोमवार को फॉक्स न्यूज को बताया, ‘‘मैंने करोड़ों खुराकें खरीदी हैं। 2.9 करोड़ से अधिक। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की, इनमें से ज्यादातर भारत से आई हैं। मैंने उनसे कहा कि क्या आप इसे आने देंगे? वह बहुत अच्छे हैं। वह वास्तव में बहुत अच्छे हैं।’’
ट्रंप ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘क्या आप जानते हैं कि उन्होंने इस पर रोक लगाई क्योंकि वे इसे भारत के लिए चाहते थे।’’
भारत ने मंगलवार को अमेरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात की इजाजत दे दी थी।
अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी विकराल रूप ले चुकी है और मंगलवार रात तक यहां करीब चार लाख लोग इससे संक्रमित थे और 12,850 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इससे पहले ट्रंप ने मंगलवार को चेतावनी दी थी कि अगर भारत उनके निजी अनुरोध के बावजूद मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात की अनुमति नहीं देगा तो उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई की जा सकती है।
उन्होंने कहा था, “अगर ये उनका निर्णय है, तो मुझे हैरानी होगी। उन्हें इस बारे में मुझे बताना होगा। मैंने रविवार सुबह उनसे बात की, उन्हें फोन किया, और मैंने कहा कि हम इस बात की सराहना करेंगे, यदि आप आपूर्ति होने देंगे। अगर वे इसकी इजाजत नहीं देंगे, तो कोई बात नहीं, लेकिन जाहिर तौर पर इसकी प्रतिक्रिया हो सकती है। क्यों नहीं होनी चाहिए?”
हालांकि बाद में भारत ने कुछ शर्तों के साथ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात की इजाजत दे दी।
भारत को श्रीलंका और नेपाल जैसे अपने पड़ोसी देशों सहित कई अन्य देशों से भी इस तरह के अनुरोध मिले हैं।
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन ने मिशिगन राज्य की सांसद की जान बचाई: ट्रम्प
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि मिशिगन से डेमोक्रेटिक पार्टी की एक सांसद ने कोरोना वायरस से अपनी जान बचने का श्रेय मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ को दिया है।
कोविड-19 के उपचार में ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ के इस्तेमाल के दुष्प्रभावों पर गहन बहस के बीच, ट्रम्प लगातार इस दवा को कोविड-19 के इलाज के एक विकल्प के रूप में बढ़ावा दे रहे हैं, जबकि इस घातक वायरस के लिए अभी तक कोई सार्थक उपचार सामने नहीं आया है।
यह वायरस अब तक 12,800 से अधिक अमेरिकियों की जान ले चुका है। अमेरिका में मंगलवार को केवल एक ही दिन में 2,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
मिशिगन राज्य की प्रतिनिधि कैरेन व्हिटसेट ने कहा कि वह और उनके पति हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन लेना शुरू करने के बाद ही अपने जीवन को कोरोना वायरस से बचा सके।
एक समाचार चैनल पर राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा इस दवा की बात करते देख उन्होंने अपने डॉक्टर से इसे देने के लिए कहा।
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस महिला के बारे में मुझे लगा था कि शायद वह नहीं बचेंगी। वह एक डेमोक्रेट सांसद हैं, काफी सम्मानित अफ्रीकी-अमेरिकी महिला हैं… जिस तरह से उन्होंने अपनी कहानी बताई वह बहुत सुंदर है ‘‘मैंने अपने पति से जाकर यह दवा लाने को कहा। उन्हें वह दवा मिल गई।’’ वह अब ठीक हैं। कल रात टेलीविजन पर उनका साक्षात्कार हुआ और उनहोंने मुझे धन्यवाद दिया।’’
ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में बताया ‘‘ महिला सांसद ने ट्वीट के जरिए भी मुझे धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद करना चाहती हूं । उन्होंने मेरी जिंदगी बचा ली। देखिए, मैं नहीं कहता कि हर किसी के साथ ऐसा होता है लेकिन ये एक खूबसूरत कहानी है। ऐसी बहुत सी कहानियां हैं । और मैं कहता हूं कि इसे (हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन)इस्तेमाल करके देखें।’’
लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि इस दवा की सिफारिश डाक्टर द्वारा किया जाना जरूरी है।
‘‘ डाक्टर से लिखवाना होगा। मैं कोई डॉक्टर नहीं हूं । मैं केवल इतना कह रहा हूं कि हमने इसके अच्छे परिणामों के बारे में सुना है। और कुछ लोगों ने कहा है कि चलिए पहले लैब में इसका परीक्षण कराएं । कुछ सालों तक इसका परीक्षण कराएं । नहीं ….इस देश में और पूरी दुनिया में लोग मर रहे हैं ।’’
महिला सांसद ने डेट्रायट फ्री प्रेस जर्नल को दिए एक साक्षात्कार में बताया था कि सोमवार को उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई । और ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ लेने के दो घंटे से भी कम समय में उन्हें बेहतर महसूस होना शुरू हो गया