नईदिल्ली 5 नवम्बर। एयर इंडिया एक तरफ पूरी तरह से कर्ज़ में डूबा है वहीं दूसरी तरफ़ 3 बोइंग विमानों की खरीद के लिए 53.5 करोड़ डॉलर (3.46 हजार करोड़ रुपये) के लोन की तलाश में है।इन 3 बोइंग विमानों में से 2 का इस्तेमाल वीवीआईपी लोगों के लिए किया जाएगा।
रविवार को एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
एयर इंडिया ने निविदा निकालने के 3 हफ्ते के अंदर लोन की राशि में 2 करोड़ डॉलर की कमी कर दी है। इससे पहले एयर इंडिया ने 3 विमानों की खरीद के लिए 55.5 करोड़ डॉलर के लोन की इच्छा जताई थी।attacknews
तीन B777-300 ईआर विमानों की आपूर्ति अगले साल फरवरी तक होना तय है। इनमें से दो की आपूर्ति जनवरी में ही हो जाने की उम्मीद है।
एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि आवश्यक बदलावों के बाद दो विमानों को उस बेड़े में शामिल किया जाएगा जिसका इस्तेमाल राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लाने-लेजाने में किया जाता है।
कंपनी ने हालांकि लोन की राशि कम करने के पीछे कोई ठोस वजह नहीं बताई है।
2006 में एयर इंडिया ने 68 बोइंग विमानों के लिए ऑर्डर दिया था। जिसमें से 27 ड्रीमलाइनर्स, 15 B777-300 ईआर, 8 B777-200 एलआर और 18 B737-800 थे।
सरकार द्वारा संचालित एयरलाइंस को इनमें से 65 विमानों कि डिलिवरी हो चुकी है। एयर इंडिया के पास अभी 115 विमानों का बेड़ा है। एयर इंडिया के B777-300 विमान में यात्रियों के बैठने के लिए 342 सीटें हैं।