नयी दिल्ली, 02 मई । पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल भारी जीत की ओर अग्रसर है हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव हार गयी हैं जबकि असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केरल में वाम मोर्चा सत्ता में वापसी करती हुई दिख रही हैं।
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक को करारा झटका देते हुए द्रमुक सत्ता हासिल करने की ओर अग्रसर है। केन्द्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में 22 सीटों के परिणाम आ गये हैं जिनमें एन आर कांग्रेस ने 10 सीटें जीत ली है।
पश्चिम बंगाल में 139 सीटाें के नतीजे आ चुके हैं और 153 पर विभिन्न पार्टियां बढ़त बनायी हुयी हैं। इनमें से तृणमूल ने 111 सीटों पर जीत हासिल की है और 103 सीटों पर आगे चल रही है जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर कांटे की टक्कर में भाजपा के शिवेन्दु अधिकारी से करीब 1957 मतों से चुनाव हार गयी हैं। भाजपा ने 27 सीटें जीती हैं और 49 सीटों पर बढ़त बना रखी है। राज्य में निर्दलीय के खाते में अभी तक एक सीट आई है।
तृणमूल प्रत्याशी अरूप विश्वास ने टॉलीगंज सीट जीत ली है। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार एवं केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को 50 हजार से अधिक मतों से करारी शिकस्त दी है।
केरल में 113 सीटों के नतीजे आ चुके हैं और 140 सीटाें पर विभिन्न पार्टियाों ने बढ़त बना रखी है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 49 सीटें जीती हैं और 13 सीटों पर बढ़त बना रखी है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के खाते में 14 सीटें आयी हैं और तीन पर आगे चल रही है। कांग्रेस को 15 सीटें मिली हैं तथा छह सीटों पर वह आगे चल रही है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने 13 सीटें जीती हैं और वह दो पर आगे चल रही है।
तमिलनाडु में 234 सीटों में से 19 सीटों के नतीजे आ चुके हैं और विभिन्न दल 215 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। अन्नाद्रमुक ने नौ सीटें जीती हैं और वह 61 पर आगे चल रही है जबकि द्रमुक के खाते में नौ सीटें आयी हैं तथा वह 121 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस को अभी तक एक सीट मिली है और वह 15 सीटों पर आगे चल रही है।
पुड्डुचेरी में 22 सीटों के नतीजे आ चुके हैं और सात सीटों पर विभिन्न दल बढ़त बनाये हुए हैं। इनमें आल इंडिया एन आर कांग्रेस ने 10 सीटें जीत ली है। भाजपा और द्रमुक ने तीन-तीन सीटें जीती है। भाजपा तीन तथा द्रमुक दो सीटों पर आगे चल रही है। निर्दलीय के खाते में चार सीटें गयी हैं और इसने दो पर बढ़त बना रखी है। कांग्रेस दो सीटों पर सिमट कर रह गयी है।
असम में 49 सीटाें के परिणाम घोषित किये जा चुके हैं और 77 सीटों पर विभिन्न पार्टियों की बढ़त जारी है। भाजपा ने 26 सीटें जीत ली हैं और 33 पर आगे चल रही है। राज्य में कांग्रेस के आठ उम्मीदवार जीत हासिल करने में कामयाब हो गये हैं और 23 सीटों पर उसके प्रत्याशी आगे हैं।
सुश्री बनर्जी ने आज शाम कोलकाता में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को सहयोग नहीं किया और वह इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय जायेंगी।
उन्होंने कहा कि यह जीत बंगाल की जीत है। उन्होंने नंदीग्राम सीट से अपनी पराजय स्वीकार करते हुए कहा,“ नंदीग्राम के बारे में चिंता मत करिए, मैंने नंदीग्राम के लिए आंदोलन किया था और वहां संघर्ष किया है। नंदीग्राम के लोगों ने जो जनादेश दिया है, उसे मैं स्वीकार करती हूं। तृणमूल कांग्रेस ने 221 से अधिक सीटें जीती हैं। भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम एक सादे समारोह के रूप में होगा।
चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रद्रेश में वोटों की गिनती रविवार को उस वक्त हुई , जब देश कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर संकट का सामना कर रहा है।।
मतदान के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर का अनुमान जताया गया था। दूसरी तरफ, असम में राजग की जीत तथा केरल में वाम मोर्चे के सत्ता में बने रहने का अनुमान व्यक्त किया गया था।
एग्जिट पोल में असम और केरल में कांग्रेस की हार की संभावना जताई गई थी और अब तक के रुझानों में यही स्थिति बनती दिख रही है। तमिलनाडु में द्रमुक की अगुवाई और कांग्रेस की मौजूदगी वाले गठबंधन की जीत की संभावना जताई गई थी।
कांग्रेस के लिए अच्छी खबर केवल तमिलनाडु से है जहां एग्जिट पोल में द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत का अनुमान जताया गया था।
चार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में चुनावी नतीजे यह भी दर्शा सकते हैं कि कोविड-19 महामारी से निपटने की तैयारी ने मतदाताओं पर कैसे असर डाला।
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में जबकि असम में तीन चरणों में मतदान संपन्न हुआ था। तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक ही चरण में मतदान हुए थे।