मध्यप्रदेश में कोविड के विरूद्ध लड़ाई जारी रहेगी पर दूसरी गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित करना है;कोरोना नियंत्रण के बाद शिवराज सिंह चौहान का और अधिक सतर्कता बरतने का अनुरोध attacknews.in

भोपाल, 25 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काफी हद तक काबू पा लेने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार सभी नागरिकों और संबंधितों से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए और अधिक सतर्क रहने का अनुरोध कर रहे हैं, ताकि तीसरी लहर के प्रकोप को राेका जा सके।

श्री चौहान ने आज यहां मंत्रिपरिषद की बैठक के पहले मंत्रियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जनता, जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के सहयोग और कड़ी मेहनत से दूसरी लहर पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। अब हम धीरे धीरे ‘अनलॉक’ की ओर बढ़ेंगे। लेकिन अभी भी लगातार सतर्क रहना है, क्योंकि कोरोना गया नहीं है। यदि हमने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया, मॉस्क का उपयोग नहीं किया, वैक्सीन नहीं लगवाया और ‘कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर’ का पालन नहीं किया तो हम तीसरी लहर रोकने में सफल नहीं हो पाएंगे।

कोरोना नियंत्रण में है:शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड के विरूद्ध युद्ध के साथ-साथ आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तेजी से काम करना होगा।

श्री चौहान आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के मुख्य बिन्दुओं पर संबंधित अधिकारियों को मंत्रालय से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड के विरूद्ध लड़ाई जारी रहेगी पर दूसरी गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित करना है। कोरोना संक्रमण के कारण राजस्व और विकास के कार्य प्रभावित हुए हैं, परंतु उपार्जन, मनरेगा और तेंदूपत्ता तुड़ाई का काम निर्बाध रूप से जारी रहा। अगस्त 2020 में हमने व्यापक विचार-विमर्श कर आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बनाकर सभी क्षेत्रों में लक्ष्य निर्धारित किये थे। इस दिशा में हम तेजी से कार्य कर रहे थे। परंतु कोरोना की आपदा के कारण इनमें से कई कार्य धीमे पड़े या रूक गये। प्रदेश में अब कोरोना नियंत्रण में है, अत: हमें एक बार फिर तेजी से इस दिशा में कार्य आरंभ करना है।

श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर भारत के रोडमैप के चार मुख्य आधार स्तम्भ क्रमश: भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, शिक्षा और स्वास्थ्य तथा अर्थ-व्यवस्था एवं रोजगार हैं। स्वास्थ्य के अंतर्गत कोरोना की तीसरी संभावित लहर का सामना करने के उद्देश्य से डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती, ऑक्सीजन में आत्म-निर्भरता, आवश्यक अधोसंरचना विकास और उपकरणों की आपूर्ति जैसे कार्य करना है। इसके साथ ही अर्थ-व्यवस्था और रोजगार के क्षेत्र में भी तेजी से गतिविधियाँ बढ़ानी हैं। जब कोरोना का प्रकोप अधिक नहीं था उन दिनों लगभग 1900 एमएसएमई ईकाइयों का लोकार्पण किया गया था। रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए इस प्रकार की गतिविधियाँ जारी रहेंगी।

श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के अंतर्गत निर्धारित अधिकांश गतिविधियों की समय सीमा वर्ष 2023 है। कोरोना के कारण गतिविधियाँ प्रभावित हुई हैं। आत्म-निर्भर भारत के अंतर्गत आठ मिशन क्रमश: मिशन अर्थ, मिशन दक्ष, मिशन जनगण, मिशन निरामय, मिशन बौधि, मिशन निर्माण, मिशन ग्रामोदय और मिशन नगरोदय के अंतर्गत गतिविधियाँ संचालित की जाना हैं। सभी मिशनों के अंतर्गत कार्यों को गति देते हुए इनकी मानिटरिंग आत्म-निर्भर पोर्टल के माध्यम से करना तत्काल आरंभ किया जाए।

श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप में 906 गतिविधियाँ और 3 हजार 25 उप गतिविधियाँ आरंभ की गई थीं। यह प्रसन्नता का विषय है कि 796 गतिविधियाँ अब तक पूर्ण भी हो चुकी हैं। इस दिशा में हमें पुन: उत्साह से लगातर कार्य करना है।

उन्होंने कहा है कि सम-सामयिक कार्यों जैसे वर्षा काल की तैयारी,सड़कों का रख-रखाव, विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, उपार्जन, बोवनी की तैयारियों की निरंतर समीक्षा भी आवश्यक है।

निर्माण कार्य की राशि में से देनी पड़ती हैं 50 प्रतिशत रिश्वत:बड़ीसादड़ी पालिकाध्यक्ष का साला दो लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार attacknews.in

चित्तौड़गढ़ 25 मई । राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ीसादड़ी नगरपालिका अध्यक्ष के साले को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के दल ने आज दो लाख रुपये की रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया जबकि पालिकाध्यक्ष निर्मल पितलिया फरार हो गया।

ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा ने बताया कि गत 19 मई को नगर पालिका के ठेकेदार विष्णुदत्त शर्मा ने परिवाद दर्ज करवाया कि उसने नगरपालिका क्षेत्र में सड़कों का डामरीकरण कार्य किया जिसका अंतिम भुगतान तीन लाख 92 हजार 692 रुपये का भुगतान करने के बदले पालिकाध्यक्ष निर्मल पितलिया ने 50 प्रतिशत कमीशन दो लाख रुपए का चैक ले लिया है।

ब्यूरो ने मामले का तीन बार सत्यापन करवाया जिसमें रिश्वत का चैक लेने की पुष्टि हो गई और आज परिवादी की फर्म के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बड़ीसादड़ी शाखा में बकाया भुगतान की राशि नगरपालिका द्वारा ट्रांसफर होते ही ब्यूरो का दल बैंक के आसपास सक्रिय हो गया जहां पालिकाध्यक्ष ने अपने साले कुश शर्मा को परिवादी द्वारा दिये चैक को कैश करवाने के लिए भेजा जिसने चैक प्रस्तुत कर राशि ले ली।

इस दौरान ब्यूरो टीम ने उसे दो लाख की नकदी के साथ दबोच बैंक से चैक भुगतान एवं राशि का सत्यापन करवा उसे गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी के बयान के बाद ब्यूरो के दल ने पालिकाध्यक्ष पितलिया को नामजद कर उसके ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन वह फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही तीन माह पूर्व हुए चुनाव के बाद कांग्रेस का बहुमत आने पर पितलिया पार्षदों की खरीद फरोख्त के आरोपों के बीच पालिकाध्यक्ष पद पर चुने गए थे।

बाबरी मस्जिद के बदले निर्माणाधीन अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट ने धन्नीपुर में प्रस्तावित परियोजना के नक्शे की ड्राइंग अविप्रा को सौंपी attacknews.in

अयोध्या, 25 मई । अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट-इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने अयोध्या के धन्नीपुर में अपनी प्रस्तावित परियोजना के नक्शे की ड्राइंग अयोध्या विकास प्राधिकरण (अविप्रा)को सौंप दी है।
अयोध्या फैसले के तहत धन्नीपुर में उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई पांच एकड़ भूमि पर एक मस्जिद और अन्य सुविधाएं विकसित की जानी हैं।

इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के ट्रस्टी कैप्टन अफजाल अहमद खान ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट की प्रस्तावित परियोजना के बारे में चर्चा की । जिसमें 300 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, एक सामुदायिक रसोई जो रोजाना लगभग एक हजार लोगों को खिलाएगी, एक अनुसंधान केंद्र जो समर्पित है महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद मौलवी अहमदुल्ला शाह के नाम और एक मस्जिद जो एक बार में दो हजार नमाजियों को समायोजित कर सकती है शामिल है।

नरोत्तम मिश्रा बताया कि कमलनाध के खिलाफ पुलिस प्रकरण क्यों दर्ज किया गया और कहा कि, विपक्ष का विरोध सर आंखों पर, लेकिन भय और भ्रम फैलाना उचित नहीं attacknews.in

भोपाल, 25 मई । मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज विधानसभा में विपक्ष के नेता कमलनाथ पर फिर से हमला करते हुए कहा कि हम विपक्ष के विरोध का हमेशा स्वागत करते हैं, लेकिन भय और भ्रम फैलाना उचित नहीं हैं और इसलिए ही श्री कमलनाथ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

राज्य सरकार के प्रवक्ता डॉ मिश्रा ने यहां मीडिया से कहा कि विपक्ष को विरोध करने का पूरा अधिकार है और हम सदैव इसका स्वागत करेंगे। लेकिन ‘आग लगाने’ जैसे शब्दों के जरिए लोगों को भड़काने और भय पैदा करने को कैसे उचित ठहराया जा सकता है। कांग्रेस नेता इस बात का जवाब भी नहीं दे रहे हैं। इसी तरह अमरीका के अखबारों में भी छप गया है कि कोरोना वायरस चीन का है, लेकिन वे इसे ‘इंडियन कोरोना’ बताकर देश को बदनाम कर रहे हैं। इसी वजह से प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

राजस्थान के रणभूमि की खोज “बाटी” अब तो हरेक का व्यंजन है;दाल-बाटी उज्जैन-मालवा के इलाक़े की खास पसन्द है तो;पूर्वांचल का अतिविशिष्ट व्यंजन बाटी-चोखा है attacknews.in

उज्जैन/मऊ 25 मई । दाल-बाटी जितना राजस्थान में पसन्द किया जाता है, उतना ही उज्जैन-मालवा के इलाक़े में भी पसन्द किया जाता है।

मालवा के दाल-बाटी चूरमा लड्डू और हरी चटनी के साथ खाये जाते हैं। यदि मालवा में जाकर कोई व्यक्ति लड्डू और चूरमा नहीं खाया, तो उसकी मालवा-यात्रा अधूरी ही रह गयी

बाटी चोखा एक ऐसा व्यंजन जिसका नाम सुनते पूर्वांचल के लोगों में खाने की ललक जाग उठती है। इसकी लोकप्रियता व पहुंच का आलम यह है कि यदि इसे दिहाड़ी मजदूर पसंद करता है तो वहीं अमीर व सुविधा सम्पन्न व तथाकथित रईस धनाढ्य भी शौक से बनाना व खाना पसंद करते हैं।

देखा जाए तो बाटी चोखा ही एक ऐसा व्यंजन है जिसके भोज में इसे बनाते समय आयोजक से लेकर आगंतुक तक की सहभागिता शामिल रहती है।

बाटी चोखा के महत्ता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पूर्वांचल के लगभग सभी जिलों में गांव गिराव से लेकर शहरों तक बड़े भोज आयोजन के बाद बाटी चोखा का भोज देकर ही आयोजन की पूर्णता मानी जाती है। ऐसे में बाटी-चोखा व्यंजन की उत्पत्ति के सम्बंध में बात करते हैं।

जानकारी के अनुसार बाटी मूलत राजस्थान का पारम्परिक व्यंजन है। इसका इतिहास करीब 1300 वर्ष पुराना है। 8वीं सदी में राजस्थान में बप्पा रावल ने मेवाड़ के सिसोदिया राजवंश की स्थापना की।

उस समय राजपूत सरदार अपने साम्राज्यों का विस्तार कर रहे थे। इसके लिए युद्ध भी होते थे। उस दौरान ही बाटी बनने की शुरुआत हुई।

वस्तुतः युद्ध के समय सहस्रों सैनिकों के लिए भोजन का प्रबन्ध करना चुनौतीपूर्ण कार्य होता था। कई बार सैनिक भूखे-प्यासे ही रह जाते थे। ऐसे ही एक बार एक सैनिक ने सुबह रोटी के लिए आटा गूँथा, लेकिन रोटी बनने से पहले युद्ध की घड़ी आ गयी और सैनिक आटे की लोइयाँ तप्त मरुस्थल में छोड़कर रणभूमि में चले गये। शाम को जब वे लौटे तो लोइयाँ तप्त रेत में दब चुकी थीं। जब उन्हें रेत से बाहर से निकाला तो दिनभर सूर्य और रेत की तपन से वे पूरी तरह सिंक चुकी थी। थककर चूर हो चुके सैनिकों ने उसे खाकर देखा तो वह बहुत स्वादिष्ट लगी। उसे पूरी सेना ने आपस में बाँटकर खाया। बस यहीं इसका अविष्कार हुआ और नाम मिला बाटी।

उसके बाद बाटी युद्ध के दौरान खाया जानेवाला पसन्दीदा भोजन बन गया। अब रोज़ सुबह सैनिक आटे की गोलियाँ बनाकर रेत में दबाकर चले जाते और शाम को लौटकर उन्हें चटनी, अचार और रणभूमि में उपलब्ध ऊँटनी एवं बकरी के दूध से बनी दही के साथ खाते। इस भोजन से उन्हें ऊर्जा भी मिलती और समय भी बचता।

इसके बाद शनैः शनैः यह पकवान पूरे राज्य में प्रसिद्ध हो गया और यह कण्डों पर बनने लगा।

मुग़ल बादशाह अकबर के राजस्थान में आने की वजह से बाटी मुग़ल साम्राज्य तक भी पहुँच गयी।

मुग़ल ख़ानसामे बाटी को बाफकर (उबालकर) बनाने लगे और इसे नाम दिया बाफला। इसके बाद यह पकवान देशभर में प्रसिद्ध हुआ और आज भी है और कई तरीकों से बनाया जाता है।

अब बात करते हैं दाल की। दक्षिण के कुछ व्यापारी मेवाड़ में रहने आये, तो उन्होंने बाटी को दाल के साथ चूरकर खाना शुरू किया। यह जायका प्रसिद्ध हो गया और आज भी दाल-बाटी का गठजोड़ बना हुआ है।

उस दौरान पंचमेर दाल खायी जाती थी। यह पाँच तरह की दाल चना, मूँग, उड़द, तुअर और मसूर से मिलकर बनायी जाती थी। इसमें सरसो के तेल या घी में तेज मसालों का तड़का होता था।

अब चूरमा की बारी आती है। यह मीठा पकवान अनजाने में ही बन गया। दरअसल एक बार मेवाड़ के गुहिलोत कबीले के रसोइये के हाथ से छूटकर बाटियाँ गन्ने के रस में गिर गयीं। इससे बाटी नरम हो गयी और स्वादिष्ट भी। इसके बाद से इसे गन्ने के रस में डुबोकर बनाया जाना लगा। मिश्री, इलायची और ढेर सारा घी भी इसमें डलने लगा।

बाटी को चूरकर बनाने के कारण इसका नाम चूरमा पड़ा। दाल-बाटी जितना राजस्थान में पसन्द किया जाता है, उतना ही उज्जैन-मालवा के इलाक़े में भी पसन्द किया जाता है।

मालवा के दाल-बाटी चूरमा लड्डू और हरी चटनी के साथ खाये जाते हैं। यदि मालवा में जाकर कोई व्यक्ति लड्डू और चूरमा नहीं खाया, तो उसकी मालवा-यात्रा अधूरी ही रह गयी।

मालवा के दाल-बाटी और दाल-बाफले इतने प्रसिद्ध हैं की इन्हें खाने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं। दाल-बाफले के खाने के बाद व्यक्ति आनन्दमयी हो जाता है और पानी पी पीकर नींद के आगोश में चला जाता है।

बाटी चोखा का जन सुर्खियों के अनुसार इतिहास देखने पर भले इसकी उपज राजस्थान का रणक्षेत्र बना। लेकिन आज बाटी चोखा व पूर्वांचल दोनों एक दूसरे के पहचान बन चुके हैं।

स्थिति यह है की बाटी चोखा पूर्वी भारत खासकर पूर्वांचल व बिहार में एक शाही व्यंजन बन चुका है। इसकी उपलब्धता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह पूर्वांचल के प्राय सभी रेलवे स्टेशन, प्रमुख बाजार, कोर्ट कचहरी, सरकारी दफ्तर, विद्यालय महाविद्यालय इत्यादि के पास ठेला खोमचा व फुटपाथ की दुकानों पर भी नजर आने लगा है।

वही बड़े-बड़े रेस्टोरेंट्स भी बाटी चोखा के नाम से खुलने लगे हैं। खासकर लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज व गोरखपुर जैसे पूर्वांचल के बड़े महानगरों में बाटी चोखा की एक रेस्टोरेंट श्रृंखला चल पड़ी है। इसके बिना पूर्वांचल के जनसामान्य से गणमान्य तक कहीं कोई पार्टी दावत महाभोज पूर्ण नहीं हो पाती है।

खासकर पूर्वांचल में गाजीपुर, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, आज़मगढ़, मऊ, जौनपुर, वाराणसी, मिर्ज़ापुर, सोनभद्र से होते हुए बिहार तक दाल-बाटी और चोखा की परम्परा विद्यमान है। पूर्वांचल की बाटी में मसालेदार सत्तू भरा होता है, जिसे लिट्टी कहते हैं। लिट्टी को उबलते पानी में पकाकर घी में छानने की भी परम्परा है, जिसे घाठी कहते हैं। घाठी की परम्परा गोरखपुर अंचल में है।

आलम यह है कि पूर्वांचल में दाल चावल, बाटी चोखा, चटनी, अचार, देसी घी, दही, खीर एक महा व्यंजन का स्वरूप अख्तियार कर चुका है।

देश में वित्त वर्ष 2020-21 में के दौरान 81.72 अरब डॉलर का एफडीआई- विदेशी प्रत्यक्ष निवेश आया attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 मई । वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान देश में अब तक का सबसे अधिक 81.72 अरब डॉलर का विदेशी प्रत्यक्ष – एफडीआई आया है।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को यहां बताया कि यह पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 के 74.39 अरब डॉलर की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। पिछले वर्ष वित्त वर्ष 2019-20 के 49.98 अरब डालर की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 59.64 अरब डालर की इक्विटी आयी है। इसमें 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

शीर्ष निवेशक देशों में सिंगापुर’ 29 प्रतिशत एफडीआई के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद अमेरिका 23 प्रतिशत और मॉरीशस नौ प्रतिशत है।

वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर’ कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह के लगभग 44 प्रतिशत हिस्से के साथ शीर्ष क्षेत्र के रूप में उभरा है, इसके बाद निर्माण गतिविधियां 13 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र आठ प्रतिशत हैं।

वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 37 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ गुजरात शीर्ष पर है। इसके बाद महाराष्ट्र 27 प्रतिशत और कर्नाटक 13 प्रतिशत का स्थान है।

देश के प्रत्येक किन्नर को 1500 रुपये का निर्वाह भत्ता देने का फैसला किया attacknews.in

नयी दिल्ली 24 मई । केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने किन्नर समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को बुनियादी जरूरतें पूरी करने के लिए फौरी राहत के रूप में 1,500 रुपये का निर्वाह भत्ता देने का फैसला किया है।

मंत्रालय ने सोमवार को यहां बताया कि इस वित्तीय सहायता से किन्नर समुदाय को अपनी दैनिक जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी।

इन लोगों के लिए काम कर रहे गैर सरकारी संगठनों और समुदाय आधारित संगठनों (सीबीओ) से इस कदम के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कहा गया है।

मंत्रालय के अनुसार देश कोविड-19 से जूझ रहा है।

ऐसे में महामारी के चलते किन्नर समुदाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि उनकी आजीविका व्यापक स्तर पर बाधित हुई है।

देश के मौजूदा हालात में यह कमजोर समुदाय भारी संकट और खाना और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी जरूरतों की गंभीर कमी से जूझ रहा है।

कोई भी किन्नर व्यक्ति या उसकी तरफ से सीबीओ प्रपत्र में बुनियादी विवरण, आधार और बैंक खाता संख्या उपलब्ध कराने के बाद वित्तीय सहायता के लिए आवेदन कर सकता है।

यह प्रपत्र सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत आने वाली एक स्वायत्त संस्था राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संस्थान की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

टूलकिट मामले की जाँच को लेकर ट्विटर के दोनों दफ़्तर पहुँची दिल्ली पुलिस जानना चाहती है कि, ट्विटर के पास कुछ ऐसी सूचना है जो पुलिस के पास नहीं है और यह जानकारी जांच से जुड़ी है attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 मई । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम सोमवार शाम को टूलकिट विवाद मामले की जाँच को लेकर ट्विटर इंडिया के दो कार्यालयों में पहुँची।

दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि दिल्ली पुलिस नियमित प्रक्रिया के तहत ट्विटर के कार्यालय में नोटिस देने गई।

ट्विटर इंडिया के एमडी की ओर से अस्पष्ट जवाब मिलने के कारण कार्यालय के ज़िम्मेदार व्यक्ति को नोटिस देने के लिए दिल्ली पुलिस ट्विटर के कार्यालय गई।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट पर मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग लगाने को लेकर ट्विटर को नोटिस भेजा है।

श्री बिस्वाल ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि ट्विटर के पास कुछ ऐसी सूचना है जो दिल्ली पुलिस के पास नहीं है और यह जानकारी जांच से जुड़ी हुई है।

पुलिस ने ट्विटर से पूछा है कि उनके पास ऐसी कौन सी जानकारी है जिसके आधार पर श्री पात्रा के ट्वीट को मैनिपुलेटेड बता रहे हैं।

ग़ौरतलब है कि ट्विटर ने श्री पात्रा के उस ट्वीट को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया करार दिया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने मोदी सरकार को निशाना बनाने के लिए एक टूलकिट तैयार किया था।

वहीं कांग्रेस भाजपा द्वारा जारी टूलकिट के दस्तावेज को फर्जी करार देते हुए श्री पात्रा समेत कई नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट पर मेनिपुलेटेड मीडिया का टैग लगाने को लेकर ट्विटर को नोटिस भेजा ।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी आज बताया कि पुलिस ने ट्विटर से पूछा है कि उनके पास ऐसी कौन सी जानकारी है जिसके आधार पर पात्रा के ट्वीट को मेनिपुलेटेड बता रहे हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ट्विटर को नोटिस जारी किया है।

दिल्ली पुलिस ने ट्विटर से पूछा है“ लगता है आपको टूलकिट की सच्चाई के बारे में पता है तभी आपकी की तरफ से संबित पात्रा के ट्वीट को मैनिपुलेटिड मीडिया कहा गया। ”

ग़ौरतलब है कि ट्विटर ने पात्रा के उस ट्वीट को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया करार दिया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने मोदी सरकार को निशाना बनाने के लिए एक टूलकिट तैयार किया था।वहीं कांग्रेस भाजपा द्वारा जारी टूलकिट के दस्तावेज को फर्जी करार देते हुए पात्रा समेत कई नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।

रमन ने टूलकिट मामले में पुलिस को ट्विटर एक्सेस देने से किया इंकार

इधर रायपुर में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह टूलकिट मामले में अपने खिलाफ दर्ज मामले में पुलिस को ट्विटर एक्सेस देने से इंकार कर दिया है।

डा.सिंह ने राजधानी के सिविल लाइन थाने के प्रभारी को उसके द्वारा जारी नोटिस पर आज दिए लिखित जवाब में पुलिस द्वारा ट्विटर एकाउन्ट की मांगी गई एक्सेस देने से इंकार करते हुए कहा कि.. एक्सेस मांगना विधिक एवं संवैधानिक प्रावधानो का उल्लंघन हैं,उससे मेरे निजता और मौलिक अधिकारों का हनन होगा..।

देश भर में ब्लैक फंगस के 8,000 से अधिक मामले: दूषित अस्पताल की व्यवस्था भी इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड कोरोना रोगियों में वृद्धि के प्रमुख कारणों में से एक attacknews.in

पुणे 24 मई । भारत में अब तक ब्लैक फंगस के 8,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और देश में इस बीमारी का अनुमानित प्रसार वैश्विक औसत की तुलना में लगभग 70 गुना अधिक है, जबकि म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) से जुड़ी मृत्यु दर भी 50 प्रतिशत तक है।

फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर के कार्यकारी सदस्य डॉ नरेश पुरोहित ने ‘कोरोना की ओर से उत्पन्न खतरों के बीच ब्लैक फंगस’ पर एक वेबिनार को संबोधित करने के बाद यहां बताया कि दूषित अस्पताल की व्यवस्था भी इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड कोरोना रोगियों और देश में संक्रमण से उबरने वालों के बीच ब्लैक फंगस के मामलों में वृद्धि के प्रमुख कारणों में से एक हो सकती है।

वेबिनार महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, नासिक द्वारा सोमवार को आयोजित किया गया।

मध्यप्रदेश के जनसम्पर्क विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का आंदोलन समाप्त,खंडवा पीआरओ का निलंबन समाप्त करके इंदौर कार्यालय में पदस्थ किया attacknews.in

भोपाल, 24 मई । मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) बृजेंद्र शर्मा का निलंबन समाप्त किया जाकर उन्हें इंदौर स्थित संभागीय संयुक्त संचालक, जनसंपर्क कार्यालय में पदस्थ करने के साथ ही जनसंपर्क अधिकारियों का आज प्रारंभ हुआ आंदोलन देर शाम समाप्त हो गया।

मध्यप्रदेश जनसंपर्क अधिकारी संघ के पदाधिकारियों के अनुसार उन्होंने आंदाेलन समाप्ति के बारे में राज्य के जनसंपर्क आयुक्त को सूचित कर दिया है।

पदाधिकारियों ने कहा कि वे जनसंपर्क अधिकारी का निलंबन समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री और जनसंपर्क आयुक्त के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।

पदाधिकारियों ने उम्मीद जतायी है कि उनकी दूसरी मांग खंडवा कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में भी सरकार की ओर से शीघ्र कार्रवाई होगी।

इस बीच देर शाम इंदौर संभाग आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार श्री बृजेंद्र शर्मा का निलंबन समाप्त कर दिया गया है और उन्हें इंदौर के संभागीय संयुक्त संचालक, जनसंपर्क कार्यालय में पदस्थ करने के आदेश दिए गए हैं।

खंडवा में पदस्थ पीआरआे को दो दिन पहले कलेक्टर कार्यालय से जारी एक आदेश में तत्काल कार्यमुक्त कर जनसंपर्क संचालनालय भोपाल में आमद देने के लिए कहा गया है।

इसके बाद कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर श्री शर्मा को इंदौर संभाग आयुक्त ने निलंबित भी कर दिया था।

खंडवा पीआरओ मामले में विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने प्रारंभ किया आंदोलन

इससे पहले खंडवा जिला प्रशासन द्वारा वहां के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) बृजेंद्र शर्मा के तबादले और निलंबन के मामले में जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने आज से संपूर्ण प्रदेश में ‘कामबंद’ आंदोलन प्रारंभ करते हुए इस संबंध में राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपा ।

मध्यप्रदेश जनसंपर्क अधिकारी संघ के अध्यक्ष अरुण राठौर की अगुवायी में एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां जनसंपर्क आयुक्त सुदाम पी खाड़े से मुलाकात कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसमें खंडवा कलेक्टर को निलंबित करने की मांग भी की गयी है।

ज्ञापन में खंडवा कलेक्टर द्वारा पीआरओ के तबादले और इंदौर संभाग आयुक्त द्वारा श्री शर्मा के निलंबन की कार्रवाई संबंधी आदेश को तत्काल वापस लेने की मांग की गयी है। इसके अलावा खंडवा कलेक्टर को तत्काल निलंबित करने की मांग भी की गयी है।

राकेश टिकैत ने कहा:कृषि कानून जब तक वापस नहीं लिये जाते, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और जून 2024 तक आंदोलन की योजना बना ली attacknews.in

हिसार(हरियाणा)/आदमपुर (पंजाब), 24 मई । किसान नेता राकेश टिकैत ने आज कहा कि केंद्रीय कृषि कानून जब तक वापस नहीं लिये जाते, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और जून 2024 तक यानी अगले तीन साल तक के आंदोलन की योजना बना ली गई है।

श्री टिकैत यहां 16 मई को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में किसानों पर हुए लाठीचार्ज व मुकदमे दर्ज किये जाने के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन में आये थे। उन्होंने कहा कि हिसार के प्रशासन ने झूठे मुकदमे दर्ज किये और उन्हें वापस लेने के फैसले को भी नहीं माना, इसलिए हिसार को भी आज से आंदोलन का एक केंद्र बना दिया गया है।

शिअद कार्यकर्ता 26 मई को अपने घरों पर काला झंडा फहराएं: बादल

इधर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह 26 मई को अपने घरों पर काले झंडे फहराएं।

श्री बादल यहां राज्य में शिरोमणि समिति द्वारा कालरा गांव के गुरु नानक संगत अस्पताल में शुरू किए गए ऑक्सीजन सांद्रता के साथ 25 बेड की सुविधा वाले आठवें कोविड देखभाल केंद्र का उद्घाटन करने आए थे।

उन्होंने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हुए उन किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की जो पिछले छह महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शिअद अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों की सभी शिकायतों के समाधान के लिए तुरंत बात करने का अनुरोध करते हुए कहा कि लोकतंत्र में अहंकार की कोई गुंजाइश नहीं है और केवल तानाशाहों ने लोगों के प्रति अड़ियल रवैया अपनाया ।

आंध्र प्रदेश में गिरोह सरगना अब्दुल सम्मद उर्फ मुन्ना समेत 12 अपराधियों को फांसी की सजा, सात को आजीवन कारावास;राजमार्ग पर करीब 27 लॉरी ड्राइवरों और क्लीनर को मार डाला attacknews.in

ओंगोल, 24 मई ।आंध्र प्रदेश में ओंगोल की एक अदालत ने सोमवार को यहां 12 कुख्यात अपराधियों को मृत्युदंड दिया और सात अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनायी।

आठवें अतिरिक्त सत्र अदालत के न्यायाधीश एम मनोहर रेड्डी ने गिरोह के सरगना अब्दुल सम्मद उर्फ मुन्ना समेत कुख्यात गिरोह के 12 सदस्यों को तीन अपराधों में मौत की सजा सुनाई।

अभियोजन पक्ष के अनुसार 12 सदस्यीय गिरोह ने 2008 में प्रकाशम जिले में चेन्नई-कोलकाता राजमार्ग पर कई लॉरी ड्राइवरों और क्लीनर को मार डाला। वे पहले लॉरी के साथ लूटा गया सामान बेचते थे। बाद में गिरोह मद्दीपाडु गांव में लॉरियों को तोड़कर कबाड़ के रूप में बेच देता था।

मुख्य आरोपी अब्दुल सम्मद खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लॉरियों को रोकता था। गिरोह के सदस्य लॉरी के चालक और क्लीनर पर हमला करते थे, उन्हें मारते थे और पास के सुनसान इलाकों में दफना देते थे। गिरोह ने चालकों और क्लीनर की हत्या करने के बाद उनके शवों को अलग-अलग जगहों पर दफना दिया था।

पुलिस ने जांच के दौरान शवों को जमीन से बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि गिरोह ने 13 लॉरी चालकों और क्लीनर को मार डाला और गिरोह के खिलाफ 22 मामले दर्ज किए गए थे।

वर्ष 2008 में एक लॉरी मालिक वीरप्पन मुप्पू स्वामी की शिकायत मिलने पर प्रकाशम जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वी. विनयचंद ने सिलसिलेवार हत्याओं की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया और व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी की। अदालत ने तीन जघन्य अपराधों में 19 आरोपियों को मौत की सजा और आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

बदायूं में कार हुई लॉक, अंदर बैठे मासूम की दम घुटने से मौत, दो बहनों की हालत गंभीर attacknews.in

बदायूं 24 मई । उत्तर प्रदेश मेे बदायूं के कोतवाली दातागंज क्षेत्र के एक मोहल्ले में बीती देर रात खेल खेल में कार में बैठे तीन बच्चों में से एक मासूम बच्चे की दम घुटने से मौत हो गई जबकि दो बच्चियों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।

पुलिस सूत्रों के अनुसार कोतवाली दातागंज क्षेत्र के मोहल्ला परा निवासी कैसर अली की बेटी की रविवार को शादी थी जिसमें शामिल होने के लिए कस्बा अलापुर निवासी राशिद और उसका भाई साजिद अपने परिवारों के साथ कार से पहुंचे थे । देर रात विवाह समारोह चल रहा था कि राशिद की बेटियां आसिफा(03) और मंतशा(5) साजिद के बेटे पप्पू (6) के साथ कार में जाकर बैठ गए । परिजन विवाह समारोह में व्यस्त हो गए ।

कमलनाध पर FIR के बाद कांग्रेस नेताओं ने जिला मुख्यालयों में कोरोना आंकड़े छिपाने के दोषी शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ FIR के लिए पुलिस को आवेदन दिये attacknews.in

भोपाल, 24 मई । मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के दूसरे दिन आज विपक्षी दल के नेताओं ने राजधानी समेत विभिन्न जिला मुख्यालयों पर पुलिस के समक्ष आवेदन लगाकर कोरोना संबंधी वास्तविक आकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

भोपाल में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल यहां पुलिस के समक्ष पहुंचा और आवेदन पत्र प्रस्तुत किया। इसमें आरोप लगाया गया है कि राज्य में कोरोना संबंधी मृत्यु के वास्तविक आकड़े छिपाए जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने इसके लिए मुख्यमंत्री और अन्य संबंधितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा:हमें कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर अपनाते हुए इसके साथ ही ज़िंदगी शुरू करना है,जन सहयोग से कोरोना संक्रमण कुछ हद तक नियंत्रण में attacknews.in

सागर, 24 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी के सहयोग और परिश्रम से कोरोना संक्रमण अब काफ़ी हद तक नियंत्रण में आ रहा है। इस नियंत्रण को क़ायम रखने के लिए हमें प्रयासरत रहना होगा।

श्री चौहान ने आज यह बात संभागीय मुख्यालय सागर में समीक्षा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना के रहते हुए ही ज़िंदगी शुरू करना है। इस पर सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी कार्य करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण शीघ्र समाप्त होने वाला नहीं है। संक्रमण की दर लगातार कम हो रही है परंतु हमें कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर अपनाते हुए इसके साथ ही ज़िंदगी शुरू करना है। इस पर रणनीति की बनाते हुए लगातार कार्य करें।

उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण सागर ज़िले की एक विस्तृत कार्ययोजना बनाएँ, जिस पर कार्य करते हुए 31 मई तक कोरोना संक्रमण पर क़ाबू पाएँ और 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया धीरे-धीरे शुरू की जाए। सागर की 312 ग्राम पंचायतें कोरोना मुक्त हैं और यहाँ 15 दिवस से भी अधिक से कोरोना का एक भी पॉज़िटिव प्रकरण सामने नहीं आया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सागर संभाग सहित प्रदेश के सभी संभागों में 1 जून से वैक्सीनेशन का वृहद अभियान चलाया जाए जिसमें अधिक से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि संक्रमण के नियंत्रण में वैक्सीनेशन की प्रभावी भूमिका है। उन्होंने कहा कि सागर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएँ और सुदृढ़ की जाएँ।

बुंदेलखंड में जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया कराने की दृष्टि से बीएमसी के लिए रणनीति तैयार की जाए। कोविड-19 को समाप्त करने के लिए एक सप्ताह तक कोरोना कर्फ्यू में सख्ती बरती जाए। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज को अन्य बेहतरीन अस्पतालों की तर्ज़ पर अपडेट किया जाए। यहाँ 50 बैड की क्षमता वाला अलग से वार्ड तैयार किये जाने के निर्देश दिये।

श्री चौहान ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए पूरी तरह से तैयार रहते हुए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल तथा बीना के अस्थाई अस्पताल में पहले से समस्त प्रकार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि, सागर संभाग के पन्ना ज़िले में अच्छा काम किया जा रहा है। यह सभी की सजगता से ही संभव हो पाया। परंतु, अभी और सख़्ती की ज़रूरत है जिससे किसी भी परिस्थिति में अब संक्रमण और न फैले। छतरपुर ज़िले की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि, यहाँ वैक्सीनेशन तथा टेस्टिंग बढ़ाने की आवश्यकता है। इसी प्रकार निवाड़ी में संक्रमण रोकने के लिए अच्छा कार्य किया गया है, उन्होंने कहा कि, यहाँ ग्रामीण इलाकों में नियंत्रण बेहतर है, इसे शहरी क्षेत्रों में भी अपनाएँ।

श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस के उपचार के 12 हजार टैबलेट आ रहीं हैं। इस बीमारी के इलाज के लिए राज्य शासन हर स्तर पर प्रयास कर रही है। किसी भी मरीज़ को कोई दिक़्क़त नहीं आयेगी।