दुबई में 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पूजा ने भारत को दिलाया पहला स्वर्ण, मैरीकोम, लालबुतसाही और अनुपमा को मिला रजत attacknews.in

 

दुबई, 30 मई ।भारत की पूजा रानी एशियाई चैम्पियनशिप में अपना खिताब बचाने में सफल रही हैं।

पूजा ने रविवार को दुबई में 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 75 किग्रा के फाइनल मुकाबले में उजबेकिस्तान की मावलुदा मोल्दोनोवा को एकतरफा अंदाज में 5-0 से हराते हुए भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया जबकि एमसी मैरीकोम(51 किग्रा), लालबुतसाही (64 किग्रा) और अनुपमा (+81 किग्रा) को अपने अपने वजन वर्गों के फ़ाइनल में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

साल 2019 में खिताब जीतने वाली ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं पूजा रानी ने मोल्दोनोवा को 5-0 से हराया।

बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारत ने 8 कांस्य और दो रजत के बाद पहला स्वर्ण जीता है।

भारतीय दल अब तक 15 पदक जीत चुका है। बैंकाक में 2019 में भारत ने 13 पदक (2 स्वर्ण, 4 रजत और 7 कांस्य) जीते थे और तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था।

हरियाणा के भिवानी की पूजा का एशियाई चैम्पियनशिप में यह चौथा और लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है। इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत चुकीं पूजा ने बैंकाक में 2019 में स्वर्ण जीता था जबकि उससे पहले 2015 में कांस्य और 2012 में रजत पदक जीता था।

इससे पहले, छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कोम को अपना आइडल मानने वाली भारत की निडर युवा मुक्केबाज लालबुतसाही को फाइनल में हार मिली। पहली बार एशियाई चैम्पियनशिप में खेल रहीं पुलिस में काम करने वाली और 2019 विश्व पुलिस खेलों में स्वर्ण पदक जीतन वाली लालबुतसाही का 64 किग्रा के फाइनल में सामना कजाकिस्तान की मिलाना साफरोनोवा से हुआ। वह अनुभवी साफरोनोवा से बिल्कुल नहीं डरीं और जमकर मुक्के बरसाए लेकिन वह 2-3 से यह मुकाबला हार गईं।

लालबुतसाही से पहले मैरी कोम अपने रिकार्ड छठे स्वर्ण से महरूम रह गईं थी। मैरी को 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन नाज़िम काज़ैबे ने 3-2 से हराया। मैरी ने एशियाई चैम्पियनशिप में सातवीं बार हिस्सा लेते हुए दूसरी बार रजत पदक जीता है। उनके नाम पांच स्वर्ण और दो रजत हैं।

मैरी कोम और लैशराम सरिता देवी ने एशियाई चैम्पियनशिप में पांच-पांच स्वर्ण पदक जीते हैं। इस महान मुक्केबाज ने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 संस्करणों में स्वर्ण जीता था जबकि 2008 औऱ इस साल उनके हिस्से में रजत पदक आया था।

अनुपमा को 81 किग्रा से अधिक के वजन वर्ग में कजाखस्तान की लज्जत कुंजईबायेवा से नजदीकी मुकाबले में 2-3 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

पुरुष वर्ग में मौजूदा चैम्पियन अमित पंघल, अब तक इस टूर्नामेंट में पांच पदक अपने नाम कर चुके शिवा थापा (64 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) सोमवार को अंतिम बार एक्शन में दिखेंगे। .

इस साल की खास बात यह है कि चैम्पियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जाएगा, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जाएगा।

आठ भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इन सबने देश के लिए कांस्य पदक हासिल किया है।

उल्लखनीय है कि भारत, उज्बेकिस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी राष्ट्रों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों ने इस चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन और उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने एक गुप्त समाराेह में शादी रचाई;यह शादी पहले 30 जुलाई 2022 को होने वाली थी attacknews.in

लंदन 30 मई । ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन और उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने एक गुप्त समाराेह में शादी रचा ली है।

स्थानीय मीडिया ने रविवार को अपनी रिपोर्टों में यह जानकारी दी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री की यह शादी पहले 30 जुलाई 2022 को होने वाली थी।

समाचारपत्र ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को वेस्टमिंस्टर कैथेड्रल चर्च में श्री जानसन और साइमंड्स के विवाह के मौके पर केवल 30 लोग मौजूद थे। विवाह समारोह करीब डेढ़ घंटे चला और इस दौरान चर्च को बंद कर दिया गया था।

समाचारपत्र ने चर्च के एक कर्मचारी के हवाले से लिखा, “ वे परेशान नजर आ रहे थे।”

छप्पन वर्षीय श्री जानसन का यह तीसरा और सुश्री साइमंड्स का पहला विवाह है।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘द मेल’ और ‘द सन’ की उन खबरों पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया जिनमें पूछा गया था कि प्रधानमंत्री और उनकी मंगेतर ने परिजनों और मित्रों की मौजूदगी में रोमन कैथलिक वेस्टमिंस्टर कैथेड्रल में विवाह किया है।

‘द सन’ ने अपनी खबर में कहा कि जॉनसन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय के वरिष्ठ कर्मचारियों को विवाह की योजना के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी।

इंग्लैंड में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगी पाबंदियों के तहत विवाह समारोह में अधिकतम 30 लोग ही शामिल हो सकते हैं।

जॉनसन (56) और साइमंड्स (33) ने फरवरी 2020 में अपनी सगाई की घोषणा की थी और उनका एक वर्षीय पुत्र है। बेटे का नाम विल्फ्रेड है।

विवाह की खबरें आने के बाद नेताओं ने प्रधानमंत्री को बधाई संदेश भेजे हैं।

इससे पहले पद पर रहते हुए प्रधानमंत्री लॉर्ड लिवरपूल ने 1822 में शादी की थी।

नॉर्दर्न आयरर्लैंड की मंत्री आर्लेने फोस्टर ने ट्वीट किया, ‘‘बोरिस जॉनसन और कैरी साइमंड्स को विवाह की ढेरों शुभकामनाएं।’

ब्रिटेन के खुफिया एजेंटों ने चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से कोविड-19 वायरस की उत्पत्ति करके फैलाने को संभाव्य बताया attacknews.in

लंदन 30 मई (स्पूतनिक) ब्रिटेन के खुफिया एजेंटों ने चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से कोविड-19 वायरस की उत्पत्ति को संभाव्य बताया है।

द संडे टाइम्स की रिपोर्ट में रविवार को इस आशय की जानकारी दी गयी है।

इससे पहले डेली मेल ने शनिवार को बताया कि ब्रिटेन के प्रोफेसर एंगस डाल्गलिश और नॉर्वे के वैज्ञानिक बिर्गर सोरेंसन ने एक अध्ययन किया था जिसमें दावा किया गया था कि कोविड-19 वायरस प्रयोगशाला से उत्पन्न हुआ था।

अध्ययन में कहा गया है कि चीनी वैज्ञानिकों ने वुहान प्रयोगशाला में कोविड-19 वायरस विकसित किया, जिसके बाद उन्होंने चमगादड़ से प्रसारित वायरस को प्राकृतिक दिखाने के लिए ‘जानबूझकर विनाश, डेटा को छिपाने या दूषित करने’ का प्रयास किया।

चीन ने हालांकि बार-बार इस तरह के आरोपों से इनकार किया है।

जनवरी में, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने वुहान की यात्रा की, जहां उन्होंने कोविड-19 की उत्पत्ति के सुराग के लिए प्रयोगशाला, अस्पतालों और बाजारों की जांच की, जो वायरस कोविड-19 फैलने का कारण बनता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञ मिशन ने तब एक रिपोर्ट तैयार की, जिसमें कहा गया था कि वुहान की एक प्रयोगशाला से नए कोरोना वायरस के लीक होने की संभावना बहुत कम है।

मार्च में जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि नए वायरस के सबसे अधिक संभावना एक मध्यस्थ जरिये के माध्यम से चमगादड़ों से मनुष्यों में फैलती है।

इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रियेसस ने कहा कि चीन ने वुहान शहर की यात्रा के दौरान अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के डेटा को रोक दिया था, जहां माना जाता है कि कोरोना वायरस नवंबर 2019 में प्रसारित होना शुरू हुआ था।

अमेरिका और 13 अन्य राष्ट्र ने संयुक्त रूप से डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके आने में देर हो गई और इसमें पूरा डेटा और नमूने शामिल करने में विफल रहे।

इस हफ्ते की शुरुआत में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुफिया समुदाय को नए कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करने के प्रयासों को दोगुना करने और 90 दिनों के भीतर अपने निष्कर्षों की रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।

मध्यप्रदेश शासन ने कोविड-19 संक्रमितों के उपचार की दरों का किया पुनर्निर्धारण,इन दरों को रजिस्ट्रेशन काउण्टर पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा attacknews.in

भोपाल, 30 मई । मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार की दरें पुनर्निर्धारित कर दी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार गैर आयुष्मान योजना हितग्राही श्रेणी के किसी भी स्वास्थ्य बीमा उत्पाद, किसी भी द्विपक्षीय अनुबंध, एम.ओ.यू. और निजी कार्पोरेट समूह या रोगी में शामिल न होने वाले कोविड रोगियों का उपचार नयी पुनर्निर्धारित दरों के तहत ही प्रदेश में किया जा सकेगा।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने पिछले वर्ष भी 29 फरवरी 2020 को सभी नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों के लिये कोविड-19 संक्रमित रोगियों की उपचार की दरें निर्धारित की थी।

उस समय की दरों में नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों में पूर्व में प्रचलित उपचार और जाँच दरों में 40 प्रतिशत का इजाफा कर कोविड-19 रोगियों के उपचार की दरें निर्धारित की गई थी।

इसका पुनरीक्षण के लिये मई 2021 में एक चार सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की गई।

इस समिति ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन, विधिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों और प्रदेश के अनेक निजी चिकित्सकों से नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों का पक्ष जानने के संबंध में विस्तृत चर्चा की।

समिति द्वारा 28 मई 2021 को इस संबंध में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।

प्रदेश के लोगों के हितों के मद्देनजर उच्च स्तरीय समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के परीक्षण के बाद राज्य शासन इस नतीजे पर पहुँचा कि प्रदेश में लोगों के कोविड-19 के उपचार की दरों की उच्चतम सीमा (सीलिंग) निर्धारित की जाये।

इसी के मद्देनजर सभी कानूनों, प्रावधानों, नियमों और निर्देशों से प्राप्त शक्तियों के तहत किसी भी तरह के स्वास्थ्य बीमा उत्पाद में शामिल न होने वाले रोगियों से स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों द्वारा उपचार के विरूद्ध वसूली जा रही अधिक राशि की रोकथाम के लिये नयी दरें निर्धारित कर लागू की गई।

आज जारी कोविड-19 संक्रमित रोगी के उपचार की इन पुनर्निर्धारित दरों को भी सभी नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थानों को अपने रजिस्ट्रेशन काउण्टर पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा।

साथ ही सार्थक पोर्टल पर भी पुनर्निर्धारित दरों को अनिवार्य रूप से प्रदर्शित किया जायेगा।

इसके साथ ही अगर किसी नर्सिंग होम और चिकित्सा संस्थान में कोविड-19 के उपचार की दरें पुनर्निर्धारित दरों से कम है, तो वे नयी दरें निर्धारित नहीं कर सकेंगे।

ऐसे सभी नर्सिंग होम्स और चिकित्सा संस्थान, जिनकी दरें पुनर्निर्धारित दरों से अधिक है, वे 10 जून 2021 के बाद उनके यहाँ दाखिल होने वाले नये कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए अपनी दरें पुनर्निर्धारित कर सकेंगे।

जबकि वर्तमान में उपचाररत रोगियों के लिये उपचार पूरा होने तक प्रचलित दरें ही लागू होगी।

नरेंद्र मोदी सरकार की सातवीं वर्षगांठ पर कांग्रेस ने सरकार द्वारा की गई सात “बड़ी भूलों” का एक आरोप-पत्र जारी किया और आरोप लगाया कि, सरकार ने जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को छोड़ दिया attacknews.in

मोदी सरकार देश के लिए हानिकारक : कांग्रेस ने सरकार की सातवीं वर्षगांठ पर कहा

नयी दिल्ली, 30 मई । नरेंद्र मोदी सरकार की सातवीं वर्षगांठ पर कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि यह सरकार देश के लिए हानिकारक है, क्योंकि वह हर मोर्चे पर विफल हुई है और इसने लोगों के भरोसे को तोड़ा है।

कांग्रेस ने इस मौके पर सरकार की ओर से की गई सात “बड़ी भूलों” का एक आरोप-पत्र जारी किया और आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को छोड़ दिया है।

कांग्रेस ने सरकार की सात ‘बड़ी विफलताओं’ की सूची बनाई है जिसमें गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती महंगाई एवं बेरोजगारी और कोविड-19 कुप्रबंधन शामिल है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपे ट्वीट में कहा, ‘‘कोरोना से लड़ने के लिए चाहिए- सही नीयत, नीति, निश्चय। महीने में एक बार निरर्थक बात नहीं!’’

गांधी की यह टिप्पणी उस दिन आई है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” में देश को संबोधित किया।

कांग्रेस महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने कहा कि पिछले सात वर्ष एक सरकार की अभूतपूर्व बर्बादी, जिम्मेदारियों के त्याग और भारत के लोगों का परित्याग किए जाने की कहानी है, जिसे पूरा प्रेम एवं स्नेह दिया गया।

उन्होंने कहा, “यह सरकार देश के लिए हानिकारक है क्योंकि इसने भारत के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में जताए गए लोगों के भरोसे एवं सहज विश्वास के साथ छल कर रही है।”

सुरजेवाला ने कहा, “यह उस सरकार द्वारा 140 करोड़ भारतीयों के साथ किया गया सबसे बड़ा धोखा है, जिसे असंख्य वादों पर चुना गया है। सात वर्षों के बाद सबका हिसाब लेने का वक्त आ गया है। यह पूछने का वक्त आ गया है कि देश क्यों पीड़ा में है।”

कांग्रेस साढ़े चार मिनट का एक वीडियो “भारत माता की कहानी” भी लेकर आई है, जिसमें पिछले सात वर्षों में सरकार की “विफलताएं” गिनाई गई हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया: देश में कोविड-19 टीकाकरण के लिए जून के महीने में करीब 12 करोड़ खुराक उपलब्ध होंगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 30 मई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि देश में कोविड-19 टीकाकरण के लिए जून के महीने में करीब 12 करोड़ खुराक उपलब्ध होंगी।

इससे पहले मई के महीने में टीके की 7.94 करोड़ खुराक उपलब्ध थीं।

मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा कि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीके की खुराकों का आवंटन वहां होने वाली खपत, उसकी जनसंख्या और टीके की बर्बादी के आधार पर किया जाता है।

वक्तव्य के मुताबिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस बात की स्पष्ट तौर पर जानकारी दे दी गयी है कि जून 2021 में उन्हें टीके की कितनी खुराकों की आपूर्ति की जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ” भारत सरकार की ओर से जून के महीने में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मचारियों के अलावा 45 अथवा उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए टीके की 6.09 करोड़ खुराक निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।”

इसके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के अलावा निजी अस्पतालों द्वारा सीधी खरीद के लिए टीके की 5,86,10,000 खुराक उपलब्ध होंगी, अर्थात जून 2021 में राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीके की करीब 12 करोड़ (11,95,70,000) खुराक उपलब्ध होंगी।

मंत्रालय ने कहा कि टीके के आवंटन का कार्यक्रम राज्यों के साथ तय समय पर साझा किया जाएगा।

मंत्रालय ने कहा कि राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़े संबंधित अधिकारियों को टीके की आवंटित खुराकों का सही तरीके से उपयोग सुनिश्चित करने और टीके की बर्बादी को कम करने का निर्देश दें।

मंत्रालय ने कहा कि टीके की खुराकों के आवंटन के बारे में राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को पहले जानकारी इसलिए दी जा रही है ताकि वे टीके की आपूर्ति और प्रबंधन को लेकर बेहतर योजना बना सकें।

मंत्रालय के मुताबिक मई में केन्द्र की ओर से राज्यों को टीके की 4,03,49,830 खुराक उपलब्ध कराई गयीं। इसके अतिरिक्त राज्यों और निजी अस्पतालों द्वारा सीधी खरीद के लिए टीके की 3,90,55,370 खुराक उपलब्ध थीं।

इस प्रकार मई में राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लिए कुल मिलाकर टीके की 7,94,05,200 खुराक उपलब्ध थीं।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों की जरूरत के कारण उनकी प्रशिक्षण की अवधि बढ़ाने के अधिकारियों के फैसले को मनमाना नहीं माना attacknews.in

नयी दिल्ली, 30 मई । दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण उत्पन्न मौजूदा स्थितियों में अस्पतालों के ठीक से काम करने के लिए रेजिडेंट डॉक्टरों की सेवाएं अनिवार्य हैं और उनकी प्रशिक्षण की अवधि निर्धारित समय से अधिक बढ़ाने का अधिकारियों का फैसला प्रथम दृष्टया मनमाना या अनुचित नहीं हो सकता।

उच्च न्यायालय डीएनबी सुपर स्पेशिएलिटी पाठ्यक्रमों के कई चिकित्सकों की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रहा था जिसमें चार मई, 2021 की अधिसूचना को चुनौती दी गई है। इस अधिसूचना के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड (एनबीई) ने उनकी प्रशिक्षण की अवधि इसके समाप्त होने की निर्धारित तिथि से आगे बढ़ा दी थी।

चिकित्सकों की दलील है कि डीएनबी पाठ्यक्रम तीन साल का है और तीन महीने का अनिवार्य विस्तार स्वीकार्य है, जो उन्होंने पहले ही पूरा कर लिया है और दावा किया कि अधिकारियों के पास इस अवधि से ज्यादा पाठ्यक्रम को विस्तार देने का अधिकार नहीं है।

न्यायमूर्ति प्रतीक जालान ने कहा, “कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुई परिस्थितियों को देखते हुए और जैसा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के 27 अप्रैल, 2021 के परामर्श में रेजिडेंसी बढ़ाने की जरूरत का उल्लेख किया गया है- जिसे याचिका में चुनौती नहीं दी गई है- इसे देखते हुए मैं अधिवक्ता सिद्धार्थ यादव के अंतरिम आदेश के अनुरोध को स्वीकार करने में असमर्थ हूं।”

अदालत ने एनएमसी के वकील टी सिंहदेव और एनबीई के वकील कीर्तिमान सिंह की दलीलों से सहमति जताई कि रेजिडेंट डॉक्टरों की उपलब्धता अस्पतालों के सही ढंग से काम करने के लिए अनिवार्य है।

अदालत ने कहा, “मौजूदा स्थिति में, प्रतिवादियों के फैसले को प्रथम दृष्टया मनमाना या अनुचित नहीं कहा जा सकता है।”

अलीगढ़ में जहरीली शराब ने ढाया कहर;पीकर मरने वालों की लगी कतार;अबतक 56 लोगो की मौत होने की खबर ;आबकारी अधिकारी,निरीक्षक और सिपाहियों को किया निलंबित attacknews.in

अलीगढ़ में जहरीली शराब से 25 लोगों की मौत की पुष्टि, भाजपा सांसद ने 35 के मरने का दावा किया

अलीगढ़ (उप्र), 30 मई । अलीगढ़-हरियाणा सीमा पर टप्पल ब्लॉक में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और जिले के अधिकारियों ने अब तक 25 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

इधर अपुष्ट सूत्रों के अनुसार जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 के पार पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 18 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से कई लोगों की हालत नाजुक है। हालांकि प्रशासन ने अब तक सिर्फ 25 लोगों की मौत की ही पुष्टि की है। सांसद सतीश गौतम ने पोस्टमार्टम केंद्र पहुंचकर 35 मौत होने की पुष्टि की।

अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सतीश गौतम ने रविवार को दावा किया कि उनके द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार मरने वालों की संख्या 35 को पार कर गई है।

गौतम ने कहा कि उन्होंने उन विभिन्न गांवों से एकत्र की गई सूचना के आधार पर आंकड़े एकत्र किए है, जहां कई पीड़ितों का बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार किया गया है।

आधिकारिक आंकड़ों और अनौपचारिक आंकड़ों के बीच बड़ा अंतर होने के सवाल पर सांसद ने कहा, “हम आज अधिकारियों से मिलेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।”

जहरीली शराब से मौत के मामले पहले केवल लोधा ब्लॉक में सामने आ रहे थे, लेकिन अब जिले के अन्‍य ब्लॉक में भी ऐसे मामले सामने आए हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह स्पष्ट है कि त्रासदी की खबर आने के एक दिन बाद भी कई पीड़ितों ने जानलेवा शराब पी।

इस बीच जिलाधिकारी सरकारी कर्मचारियों के दलों को अलग-अलग गांवों में भेज रहे हैं। ये दल लाउडस्पीकर के जरिये लोगों से एक सप्ताह पहले बेची गई शराब का सेवन नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं।

इस बीच, लोधा थानाध्यक्ष अभय कुमार शर्मा को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया, जिसकी आधिकारिक घोषणा शनिवार शाम की गई।

इसके पहले अपर मुख्‍य सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने शुक्रवार को बताया था कि अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, संबंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव और चंद्रप्रकाश यादव, प्रधान आबकारी सिपाही अशोक कुमार एवं आबकारी सिपाही रामराज राना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गयी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार देर रात तक नकली शराब के रैकेट के सरगना अनिल चौधरी समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने तीन अलग-अलग मामलों में 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

चौधरी के करीबी माने जाने वाले ऋषि शर्मा और विपिन यादव सहित दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए 50-50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई है।

पुलिस अनिल चौधरी और ऋषि शर्मा के “नेटवर्क” की भी जांच कर रही है जिनके कथित तौर पर मजबूत राजनीतिक संबंध हैं।

पुलिस ने शराब के पांच ठेकों को सील कर दिया है और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम शराब के ठेकों की जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नकली शराब के भंडार से और लोगों की मौत नहीं हो।

घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश पहले ही दे दिए गए हैं और पांच आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी द्वारा की जाएगी।

जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने पत्रकारों को बताया था कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लगा सकता है। जिलाधिकारी ने मरने वालों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।

उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) दीपक कुमार ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया था कि शुक्रवार सुबह लोढ़ा थाना पुलिस को सूचना मिली कि अलीगढ़-टप्पल राजमार्ग पर यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर करसिया गांव में एक ठेके से खरीदी गई देसी शराब पीने से दो ट्रक चालकों की मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि पुलिस और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के मौके पर पहुंचने तक सूचना मिली कि करसिया और आसपास के कुछ अन्य गांवों के छह अन्य लोगों ने भी शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया है। इसके बाद कई गांवों से शराब पीने से लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं। तब से मृतक संख्या लगातार बढ़ रही है।

‘‘मन की बात’’: पिछले 7 सालों में भारत ने किसी के दबाव में आए बगैर अपने संकल्पों से कदम उठाया और देश के खिलाफ साजिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया attacknews.in

सरकार की वर्षगांठ पर बोले मोदी, पिछले सात वर्षों देश ने राष्ट्रीय गौरव के कई क्षणों का अनुभव किया

नयी दिल्ली, 30 मई । केंद्र सरकार की सातवीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए दावा किया कि इस दौरान देश ने कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण महसूस किए।

आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ की ताजा कड़ी में देशवासियों से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सात सालों में भारत ने किसी के दबाव में आए बगैर अपने संकल्पों से कदम उठाया और देश के खिलाफ साजिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘इन सात वर्षों में देश ‘सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास’ के मंत्र पर चला है। देश की सेवा में हर क्षण समर्पित भाव से हम सभी ने काम किया है।’’

मोदी ने कहा कि इन सात वर्षों में जो कुछ भी उपलब्धि रही है, वह देश और देशवासियों की रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण हमने इन वर्षों में साथ मिलकर अनुभव किए हैं। जब हम ये देखते हैं कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, अपने संकल्प से चलता है तो हम सबको गर्व होता है।’’

उन्होंने कहा कि अब भारत अपने खिलाफ साज़िश करने वालों को मुंहतोड़ ज़वाब देता है और इससे देश का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर समझौता नहीं करता, जब हमारी सेनाओं की ताकत बढ़ती है तो हमें लगता है कि हां, हम सही रास्ते पर हैं।’’

पिछले सात सालों में बिजली, पानी, सड़क के अलावा बैंक खाते खोलने और आवास सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें इन सात सालों में लोगों की करोड़ों खुशियों में शामिल होने का मौका मिला।

आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई गरीब मुफ्त इलाज से स्वस्थ होकर घर आता है तो उसे लगता है कि उसे नया जीवन मिला है। उसे भरोसा होता है कि देश उसके साथ है। ऐसे कितने ही परिवारों के आशीर्वचन, करोड़ों माताओं का आशीर्वाद लेकर हमारा देश मजबूती के साथ विकास की ओर अग्रसर है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन्हीं सात सालों में भारत ने डिजिटल लेनदेन में दुनिया को नई दिशा दिखाने का काम किया है और आज किसी भी जगह आसानी से चुटकियों में पैसे भेजे जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि गत सात वर्षों में ही देश के अनेकों पुराने विवाद भी पूरी शांति और सौहार्द से सुलझाए गए हैं और इनकी वजह से पूर्वोतर से लेकर कश्मीर तक शांति और विकास का एक नया भरोसा जगा है।

उन्होंने कहा, ‘‘ये सब काम जो दशकों में भी नहीं हो सके, इन सात सालों में इसीलिए संभव हुआ क्योंकि इस दौरान हमने सरकार और जनता से ज्यादा एक देश के रूप में काम किया, एक टीम के रूप में काम किया।’’

कोरोना महामारी से देश की लड़ाई का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सात सालों में देश ने जहां कई सफलताएं हासिल की वहीं उसे कई कठिन परीक्षाओं के दौर से भी गुजरना पड़ा लेकिन इन सबके बावजूद देश मजबूत होकर निकला है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह तो एक ऐसा संकट है, जिसने पूरी दुनिया को परेशान किया है। कितने ही लोगों ने अपनों को खोया है। बड़े-बड़े देश भी इसकी तबाही से बच नहीं सके हैं। इस वैश्विक-महामारी के बीच भारत, ‘सेवा और सहयोग’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है।’’

ज्ञात हो कि 23 मई 2019 में लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे। भाजपा ने 303 सीटें जीतकर जनादेश हासिल किया और नरेंद्र मोदी ने 30 मई को लगातार दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली थी।

तमिलनाडु से आतंकी संगठन ISIS में शामिल मो इकबाल के खिलाफ NIA ने दाखिल की चार्जशीट;जनवरी में डॉक्टर दंपत्ति के  खिलाफ दाखिल किया था आरोपपत्र  attacknews.in

 

नयी दिल्ली 29 मई । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस्लामिक स्टेट ऑफ सीरिया एंड इराक (आईएसआईएस) के एक सदस्य के खिलाफ चेन्नई एनआईए की विशेष अदालत में 28 मई को आरोप पत्र दाखिल किया है।

एनआईए ने शनिवार को यह जानकारी दी। उसने बताया कि आरोपी मोहम्मद इकबाल एन उर्फ ​​सेंथिल कुमार (31) तमिलनाडु के मदुरै में काजीमार स्ट्रीट का निवासी है। वह कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर का सदस्य था और उस पर कानून की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है।

आईएसआईएस में शामिल होने वाले डॉक्टर के खिलाफ एनआईए ने आरोपपत्र दाखिल किया

इससे पहले  12 जनवरी  को एनआईए ने मंगलवार को एक डॉक्टर के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया जो अपनी विचारधारा का प्रसार करने और भारत में अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह में शामिल हो गया था। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।

बेंगलुरू के रहने वाले 28 वर्षीय अब्दुर रहमान के खिलाफ आरोपपत्र यहां एनआईए की विशेष अदालत में भारतीय दंड संहिता (भादंसं) और अवैध गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दाखिल किया गया था ।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सह आरोपी जहांजैब सामी वानी एवं अन्य के साथ मिलकर प्रतिबंधित संगठन आईएसआईएस/इस्लामिक स्टेट खोरासान प्रांत (आईएसकेपी) की विचारधारा का प्रसार करने तथा भारत में विध्वंसक एवं देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रहमान को आरोपित किया गया है।’’

इससे पहले दो सितंबर को श्रीनगर के वानी एवं हिना बशीर बेग, हैदराबाद के अब्दुल्ला बासित और पुणे के सादिया अनवर शेख तथा नबील सिद्दीक खत्री के खिलाफ भादंसं एवं यूएपीए की धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया था।

अधिकारी ने बताया कि मामला वानी और उसकी पत्नी बेग की, मार्च 2020 में दिल्ली के जामिया नगर से गिरफ्तारी से जुड़ा हुआ है। सूचना मिली थी कि वे आईएसकेपी से जुड़े हुए हैं (जो आईएसआईएस का हिस्सा है) और देश में विध्वंसक तथा देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।

एनआईए ने जांच शुरू की और रहमान को अगस्त 2020 में बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया। रहमान बेंगलुरू मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का छात्र था और उसी दौरान वह कट्टरपंथी बना। एनआईए के अधिकारी ने बताया कि वह ‘अनवर अवलाकी’ सहित कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशकों के ऑनलाइन व्याख्यान सुनता था।

मिजारेम में सूअरों से जुड़ी बीमारी ‘अफ्रीकन स्वाइन फीवर’ (एएसएफ) के कारण दहशत फैली, दो महीने के भीतर हजारों सूअरों को मारा गया attacknews.in

आइजोल, 29 मई । मिजारेम में सूअरों से जुड़ी बीमारी ‘अफ्रीकन स्वाइन फीवर’ (एएसएफ) की वजह से दहशत जारी है और इस कारण दो महीने के भीतर 4,650 सूअर मारे गए हैं।

पशु पालन एवं पशु चिकित्सा विभाग में मवेशी स्वास्थ्य मामलों के संयुक्त निदेशक डॉक्टर ललहमिंगथंगा ने कहा कि राज्य को एएसएफ की वजह से 18.60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

राज्य में इस बीमारी से 21 मार्च को सूअर की पहली मौत हुई थी और तब से यह बीमारी नौ जिलों में फैल चुकी है।

अधिकारी ने कहा कि शनिवार को इस बीमारी से 40 और सूअरों की मौत हो गई जिससे इस रोग से मारे गए सूअरों की कुल संख्या 4,650 हो गई है।

30 मई : पहले हिन्दी साप्ताहिक पत्र का प्रकाशन: इसी दिन जुगलकिशोर शुक्ल ने दुनिया के पहले हिन्दी साप्ताहिक पत्र “उदन्त मार्तण्ड” का प्रकाशन कलकत्ता से शुरू किया था attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 मई । 30 मई का दिन हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा गया है। इसी दिन जुगलकिशोर शुक्ल ने दुनिया के पहले हिन्दी साप्ताहिक पत्र “उदन्त मार्तण्ड” का प्रकाशन कलकत्ता :अब कोलकाता: से शुरू किया था।

देश दुनिया के इतिहास में 30 मई की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है।

1606 : सिखों के पाँचवें गुरू अर्जन देव जी का निधन।

1826 : पहले हिंदी साप्ताहिक पत्र उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन।

1981 : बांग्लादेश के राष्ट्रपति जिया-उर-रहमान और उनके 8 सहयोगियों की हत्या, देश में आपातकाल लागू।

1987 : गोवा को राज्य का दर्जा मिला। गोवा भारत का 26 वाँ राज्य बना।

1996 : 6 वर्षीय बालक गेधुन चोकी नाइया को नया पंचेन लामा चुना गया।

1998 : पाकिस्तान ने एक और (छठा) परमाणु परीक्षण किया 1998 : अफ़ग़ानिस्तान में भीषण भूकम्प से 5000 लोगों के मरने की आशंका।

2003 : नेपाल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री लोकेन्द्र बहादुर चंद ने इस्तीफ़ा दिया।

2004 : सऊदी अरब में बंधक संकट समाप्त, परन्तु दो भारतीयों सहित 22 की हत्या।

2007 : अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस पर 107 शांति रक्षक पुरस्कृत।

2008 : अफ़ग़ानिस्तान में एक ज़िले पर तालिबान ने क़ब्ज़ा किया।

2012 : विश्वनाथन आनंद पाँचवीं बार विश्व शतरंज चैंपियन बने।

2012 : लाइबेरिया के पूर्व राष्ट्रपति चार्ल्स टेलर को सियरा लिओन के गृह युद्ध में किए गए अपराधों और मानवता के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए दोषी ठहराते हुए 50 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई गई।

2020 : कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 5,000 के करीब पहुंचा। संक्रमितों की कुल संख्या 1.73 से पार। सरकार ने दो महीने से अधिक समय से लागू लॉकडाउन को एक जून से चरणबद्ध तरीके से हटाने की प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड -19 के कारण अपने माता-पिता को खो देने वाले महामारी से प्रभावित बच्चों के लिए कई सहायता और सुविधाओं की घोषणा की attacknews.in

नयी दिल्ली 29 मई । सरकार ने कहा है कि वह कोरोना महामारी के कारण अपने माता पिता को खो देने वाले बच्चों के साथ खड़ी है और उनका भविष्य उज्जवल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड -19 के कारण अपने माता-पिता को खो देने वाले बच्चों की सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की जिसमें इन बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में चर्चा की गयी।

महामारी से प्रभावित बच्चों के लिए बैठक में कई सुविधाओं की घोषणा की गयी। इन उपायों की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और देश बच्चों की सहायता एवं सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करेगा ताकि वे मजबूत नागरिक के रूप में उभरें और उनका भविष्य उज्ज्वल हो।

प्रधानमंत्री ने कहा , “ ऐसे कठिन समय में एक समाज के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों की देखभाल करें और उनमें एक उज्ज्वल भविष्य की आशा जगाएं। कोविड-19 के कारण माता-पिता दोनों या माता-पिता में से जीवित बचे या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता को खोने वाले सभी बच्चों को ‘पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत सहायता दी जाएगी। ” बच्चों को यह सहायता पीएम केयर्स फंड के जरिये दी जायेगी।

इन घोषणाओं के तहत पीएम केयर्स 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले प्रत्येक बच्चे के लिए 10 लाख रुपये का कोष बनाने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई एक योजना के माध्यम से योगदान देगा।

यह कोष:18 वर्ष की आयु से अगले पांच वर्षों तक उच्च शिक्षा की अवधि के दौरान उनकी व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए मासिक वित्तीय सहायता या छात्रवृति देने के लिए उपयोग किया जाएगा, और 23 वर्ष की आयु पूरी करने पर, उसे व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोग के लिए एकमुश्त के रूप से कोष की राशि मिलेगी।

इसके अलावा 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए सहायता की घोषणा की गयी है। बच्चे को नजदीकी केन्द्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में डे स्कॉलर के रूप में प्रवेश दिलाया जाएगा। अगर बच्चे का दाखिला किसी निजी स्कूल में होता है तो पीएम केयर्स से आरटीई के नियमों के मुताबिक फीस दी जाएगी। पीएम केयर्स वर्दी, पाठ्य पुस्तकों और नोटबुक पर होने वाले खर्च का भी भुगतान करेगा।

सरकार 11 -18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए,बच्चे को केंद्र सरकार के किसी भी आवासीय विद्यालय जैसे कि सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय आदि में प्रवेश दिलाया जाएगा। यदि बच्चे को अभिभावक / दादा-दादी / विस्तारित परिवार की देखरेख में रखा जाना है, तो उसे निकटतम केन्द्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में डे स्कॉलर के रूप में प्रवेश दिलाया जाएगा। अगर बच्चे का दाखिला किसी निजी स्कूल में होता है तो पीएम केयर्स से आरटीई के नियमों के मुताबिक फीस दी जाएगी। पीएम केयर्स वर्दी, पाठ्य पुस्तकों और नोटबुक पर होने वाले खर्च का भी भुगतान करेगा।

मौजूदा शिक्षा ऋण के मानदंडों के अनुसार भारत में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों / उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण दिलाने में बच्चे की सहायता की जाएगी। इस ऋण पर लगने वाले ब्याज का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा।

विकल्प के रूप में ऐसे बच्चों को केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं के तहत स्नातक / व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के शिक्षण शुल्क / पाठ्यक्रम शुल्क के बराबर की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। जो बच्चे मौजूदा छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत पात्र नहीं हैं, उनके लिए पीएम केयर्स एक समकक्ष छात्रवृत्ति प्रदान करेगा।

ऐसे सभी बच्चों को आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थी के रूप में नामांकित किया जाएगा, जिसमें 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर होगा। अठारह वर्ष की आयु तक के इन बच्चों के लिए प्रीमियम की राशि का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा।

दिल्ली की अदालत ने ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार की हिरासत अवधि चार दिनों के लिए बढ़ाई attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 मई । दिल्ली की एक अदालत ने पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और उसके सहयोगी अजय कुमार की पुलिस हिरासत शनिवार को चार दिनों के लिए बढ़ा दी।

पुलिस ने अदालत से दोनों आरोपियों की हिरासत अवधि सात और दिनों के लिए बढ़ाने की मांग की थी।

मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मयंक गोयल ने कहा,“ मैं केवल चार दिनों के लिए पुलिस हिरासत बढ़ाने को उचित समझता हूं।

” गौरतलब है कि चार मई को एक फ्लैट खाली कराने को लेकर पहलावानों के दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ जिसके बाद पहलवान सागर धनखड़ की मौत हो गई।

इस मामले में सुशील कुमार (38) मुख्य आरोपी हैं जो फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।

मध्यप्रदेश में शनिवार को मिले 1640 कोरोना मरीज, 68 की मौत,अबतक संक्रमितों की संख्या 7,77,349 और मृतकों की संख्या 7,959 हुई attacknews.in

भोपाल, 29 मई । मध्यप्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,640 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 7,77,349 तक पहुंच गयी।

राज्य में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 68 और व्यक्तियों की मौत हुई है जिन्हें मिलाकर प्रदेश में अब तक इस बीमारी से 7,959 लोगों की जान जा चुकी है।

यह जानकारी मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में शनिवार को कोविड-19 के 504 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 324 एवं जबलपुर में 94 नये मामले आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,77,349 संक्रमितों में से अब तक 7,38,491 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 30,899 मरीजों का इलाज चल रहा है।

उन्होंने कहा कि शनिवार को कोविड-19 के 4,995 रोगी स्वस्थ हुए हैं।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण दर घटकर अब 2़ 5 से घटकर 2़ 1 प्रतिशत पहुंच गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में कोरोना संक्रमण के जांचे गये 75,933 सैंपल में 1,640 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

जबकि 74,293 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव मिला है और 1562 कोरोना टेस्ट रिजेक्ट हुए है।

आज पॉजीटिविटी रेट आज (संक्रमण दर) घटकर 2़ 1 प्रतिशत दर्ज की गयी।

पिछले 24 घंटों में 4995 मरीज स्वस्थ हुए हैं तथा एक्टिव मरीजों की संख्या अब 30899 हो गई है।

प्रदेश में अब तक 7,77,349 लोग संक्रमित हो चुके है।

इनमें से अब तक 7,38491 लोग ठीक होकर घर पहुंच चुके है।

इस महामारी ने अब तक प्रदेश भर में 7959 लोगों की जान ले चुका है।

आज 68 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है।

राज्य के इंदौर में 504 एवं भोपाल में 324 नए प्रकरण आए हैं।

इसके अलावा जबलपुर(94), ग्वालियर (64), सागर में 58 नये मरीज मिले है।

शेष जिलों में 1 से लेकर 38 के बीच कोरोना मरीज मिले हैं।

मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर शनिवार की स्थिति

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों को लेकर शनिवार को रात्रि में राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार स्थिति इस प्रकार है।

जिला…….संक्रमित…मृत्यु…ठीक हुए

इंदौर…….136391…1253…119110

भोपाल……112226…838….96708

ग्वालियर….50918…471…..41846

जबलपुर……46537…512…41145

उज्जैन…….17108….159….13785

रतलाम……15953…256…11968

रीवा………14806……71…..12069

सागर………14574…203….12317

खरगौन…….12942…199..11129

बैतुल………11834…158….9754

धार……….11626…120….9655

शिवपुरी……11358..63….8754

विदिशा……10998…151…10133

सतना……..11226…90….9103

नरसिंहपुर….10571…63…8903

होशंगाबाद…9838…97…8252

शहडोल…..9284…104..7925

सीहोर…….9229….49…..7837

कटनी ……8852…..79….7744

रायसेन……8395..144…6927

सीधी……..8351…58….6731

बालाधाट….8298..51…7079

अनुपपुर…..8113..62…6553

बडवानी….8101…70…7120

सिंगरौली…8083..63..6369

राजगढ……7867…110..6455

मंदसौर…..7858…69…6524

मुरैना……..7697…58….6779

झाबुआ……7523…45…6882

नीमच…….7397…84…6283

छतरपुर…..7219…73…6451

दमोह…….7117….120…5440

देवास…….6090…42…6502

पन्ना………6683…36….5851

दतिया…….6611….72…5556

टीकमगढ़….6548….93…..5772

छिदंवाडा….6369….115..5923

सिवनी…….6256…26…5410

शाजापुर……5850…49…5001

उमरिया…….5626 …53…4361

मंडला…….4901…16….4194

गुना……….4779….44…4028

हरदा……..4794….67…4021

डिण्डोरी…..4113…23…3438

खंडवा……3953…89…3645

श्योपुर…….3660…49….3007

निवाडी…….3461…34….2891

अलीराजपुर…3414…44….3192

अशोकनगर….3396….21…2970

आगर मालवा….3013…29…2502

भिंड……….2814….19….2500

बुरहानपुर…….2462….35…2182

योग……724279…6913…617396