मध्य प्रदेश में कोरोना के 245 नए मामलों से संक्रमितों की संख्या 14,106 तक पहुंची, संक्रमण से 589 मरीजों की मौत,विवाह समारोह से लौटे लोग संक्रमित हुए attacknews.in
भोपाल, दो जुलाई जून।मध्य प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 245 नए मामले सामने आए। इस तरह प्रदेश में कोविड-19 से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की संख्या 14,106 तक पहुंच गयी है।
राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से आठ और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 589 हो गयी है।
मध्य प्रदेश के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से इन्दौर में चार, भोपाल में तीन और मुरैना एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’
उन्होंने बताया कि मुरैना कोरोना वायरस के नए केन्द्र के रूप में सामने आया हैं। यहां बृहस्पतिवार को 57 तथा यहां अब तक कुल 538 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 236 मौत इन्दौर में हुई हैं। उज्जैन में 71, भोपाल में 83, बुरहानपुर में 23, खंडवा में 17, खरगोन में 15, सागर में 21, जबलपुर में 14, देवास में 10, मंदसौर में नौ और नीमच में सात लोगों की मौत हुई है। बाकी मौत अन्य जिलों में हुई हैं।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 14,106 संक्रमित लोगों में से अब तक 10,815 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गए हैं और केवल 27,02 ही सक्रिय मामले हैं, जिनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड—19 के सबसे अधिक 57 नए मामले मुरैना जिले में आए हैं, जबकि इंदौर में 19, ग्वालियर में 25 एवं भोपाल में 54 नए मामले आए।
उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को 160 रोगी स्वस्थ होकर अस्पतालों से घर चले गए।
अधिकारी ने कहा कि प्रदेश के सभी 52 जिलों में अब तक कोरोना वायरस संक्रमित लोग पाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में कुल 1,053 निषिद्ध क्षेत्र हैं।
इंदौर जिले में कोरोना के 19 नये मामले, चार की मौत
मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 19 नये मामले आने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 4753 तक जा पहुंची है। हालांकि इनमें से अब तक 3576 संक्रमित रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात बुलेटिन जारी कर बताया कि कल जांचे गये 1259 सैम्पलों में 19 संक्रमित पाये गये हैं, जबकि 1491 सैम्पल जांच के लिये प्राप्त हुये हैं। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 87494 जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं, जिसमें कुल संक्रमितों की संख्या 4753 है।
उन्होंने बताया कि कल दो 65 वर्षीय पुरुष तथा एक 65 और एक 68 वर्षीय महिला समेत चार की मौत दर्ज की गयी है, जिसके बाद मृतकों की संख्या 236 तक जा पहुँची है।
उधर अब तक 3576 संक्रमितों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जिसके बाद अस्पताल में उपचारत रोगियों की संख्या 941 है। वहीं अब तक संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से 4528 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दी जा चुकी है।
हरदा में आठ कोरोना मरीज मिले
हरदा जिले में आज आठ कोरोना संक्रमित मरीज मिले है। इनमें तीन नर्स भी शामिल हैं ।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि गुरुवार को एम्स भोपाल से आठ सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। इन संक्रमित मरीज़ों में जिला अस्पताल की तीन स्टाफ नर्स शामिल है।
सिवनी जिले में मिला एक कोरोना पाॅजिटिव मरीज
सिवनी जिले में एक कोरोना पाॅजिटिव मरीजा मिला है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केसी. मेश्राम ने बताया कि कल देर रात प्राप्त आईसीएमआर जबलपुर की रिपोर्ट में जिले के छपारा ब्लॉक पायलीकला की 27 वर्षीय युवती कोरोना पॉजिटिव पायी गई हैं। यह युवती 29 जून को नागपुर से आई थी।
सीहोर जिले में दो और कोरोना पाजिटिव पाये गये
सीहोर जिले में कोरोना पाजिटिज दो और मरीज पाए गये।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया के अनुसार जिले के इछावर तहसील मुख्यालय में एक युवक कोरोना संक्रमिक पाया गया वहीं रेहटी तहसील मुख्यालय में एक युवक की जांच में कोरोना पाजिटिव के लक्षण मिला हैं। कल 12 लोगों के सेम्पल लिए गए है।
पैरा-मेडिकल स्टाफ 24 घंटे सेवाएँ देगें
वन स्टॉप सेंटर में पहुँचने वाली हिंसा प्रभावित महिला को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के मद्देनजर अब पैरा मेडिकल स्टॉफ जिसमें प्रशिक्षित नर्स, ए.एन.एम., एम.बी.बी.एस., बी.ए.एम.एस., बी.एच.एम.एस, यूनानी डॉक्टर्स को शिफ्ट के आधार पर चौबीस घंटे सेवाऍ देनी होगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार भारत सरकार द्वारा जारी गाईडलाइन अनुसार वन स्टॉप सेंटर पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सिविल सर्जन को जारी किया गया है।
सीहोर में विवाह समारोह से लौटे तीन लोगों में कोरोना संक्रमित
सीहोर जिले के आष्टा के एक परिवार के तीन लोग आज काेरोना संक्रमित पाए गए। वह हाल ही में एक वैवाहिक समारोह से लौटे थे।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले के आष्टा में कल 9 संभावितों के सैंपल लिए गए। उनमें से आज सुबह तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है, जबकि 6 लोगों की रिपोर्ट आना अभी शेष है। तीन जो पॉजिटिव पाए गए हैं, उसमें परिवार का एक मुखिया, पुत्र वधू और एक बालक शामिल है। यह सभी सारंगपुर जिला राजगढ़ विवाह समारोह में शामिल होने गए थे, जो 27 जून को आष्टा लौट आए थे।
विजयवाड़ा से आया व्यक्ति निकला कोरोना पॉजिटिव
सीधी जिले में आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा से सीधी आये एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद वर्तमान में जिले में कोरोना के 3 एक्टिव केस हो गए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल मिश्रा ने बताया कि आज प्राप्त जांच रिपोर्ट में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। यह व्यक्ति जिले के जमोड़ी तिराहा के पास का रहने वाला है। यह आन्ध्रप्रदेश के विजयवाडा में एनडीआरएफ में कार्य करता है, जो 27 जून को अपने गांव पहुंचा था। इसे कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर कोविड हेल्थ सेन्टर जीएनएम प्रशिक्षण केन्द्र में भर्ती करा दिया गया है।
सागर में मिले दस पॉजिटिव मरीज
सागर जिले में आज 10 और कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।आधिकारिक जानकारी के अनुसार दस नए मरीजों में 54 वर्षीय पुरूष गुरूगोविन्द सिंह वार्ड, 34 वर्षीय पुरूष वीर सावरकर वार्ड बीना, 45 वर्षीय पुरूष गोपालगंज, 30 वर्षीय महिला गोपालगंज, 32 वर्षीय महिला बाघराज वार्ड, 42 वर्षीय पुरूष बाघराज वार्ड, 33 वर्षीय पुरूष भगवानगंज, 25 वर्षीय महिला इंदिरा काॅलोनी, 33 वर्षीय महिला बाघराज वार्ड एवं 26 वर्षीय पुरूष रामपुरा वार्ड कटरा जिला सागर निवासी शामिल हैं।
धार में ‘कोविड 19’ से 179 संक्रमित,154 स्वस्थ,6 मौत
धार जिले में ‘कोविड 19’ के आज एक संक्रमित सामने आने के बाद यहां संक्रमितों की संख्या 179 तक जा पहुंची है, वही राहत की बात यह है कि आज 12 मरीज पूर्णतः स्वस्थ होकर घर लौटे है अब तक कुल 154 मरीज स्वस्थ हो चुके है, यहां अब तक 6 की मौत संक्रमण से दर्ज की गई हैं।इस प्रकार वर्तमान में यहां के अस्पतालों में 19 मरीजों का इलाज जारी हैं।
भिंड में 9 नए कोरोना मरीज मिले
भिंड जिले में आज 9 नए कोरोना पाॅजिटिव मिलने के बाद इससे प्रभावितों की संख्या बढ़कर 269 तक पहुंच गयी है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार शहर में ही 9 कोरोना पाॅजिटिव मिले है। अब कोरोना पाॅजिटिवों की संख्या 269 हो गई है। जिसमें 168 ठीक होकर घर चले गए तथा 101 का कोरोना सेंटर में इलाज चल रहा है।
मुरैना में मिले दो नए मरीज
मुरैना जिले में आज कर्फ्यू के असर के कारण मात्र दो कोरोना के मरीज मिलने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आर सी बांदिल ने यहां हेल्थ बुलेटिन में बताया कि आज आई 455 कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में मात्र दो नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि शेष मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। उन्होंने बताया कि आज 14 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अब 341 एक्टिव केस हैं। श्री बांदिल ने कहा कि यह मुरैना शहर में लगाये गए कर्फ्यू का असर है।
सीहोर में एक ही परिवार के पांच लोग पॉजिटिव
सीहोर जिले के आष्टा में आज एक ही परिवार से पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5 हो गयी।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया के अनुसार आष्टा का एक व्यापारी परिवार एक विवाह कार्यक्रम में राजगढ़ जिले के सारंगपुर गया था। कल परिवार के 9 लोगों के सैंपल लिए थे। आज सुबह उनमें से तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वही शाम को 2 लोगों की और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह एक ही परिवार के 5 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। अभी चार लोगों की रिपोर्ट आना शेष है।
शिवपुरी में मिले दो मरी
शिवपुरी में आज 2 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद अब यहां पॉजिटिव कुल मरीजों की संख्या 39 तक जा पहुंची है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से आज देर शाम कोरोना बुलेटिन में बताया गया है कि आज दो मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव कुल मरीजों की संख्या 39 हो गई है, जिनमें से 29 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। आज दो जो पॉजिटिव रिपोर्ट आई हैं, उनमें एक बटालियन का जवान तथा एक शहरी क्षेत्र में रहने वाली महिला बताई गयी है।
भारत द्वारा चीन के 59 प्रतिबंधित ऐप्स को गूगल प्ले, एपल ऐप स्टोर ने हटाया attacknews.in
नयी दिल्ली, दो जुलाई।सरकार ने इस सप्ताह जिन 59 ऐप्स को प्रतिबंधित किया था, उन्हें गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर ने भारत में हटा दिया है, जिससे देश में मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं की इन ऐप तक पहुंच बंद हो गई है।
भारत ने सोमवार को टिकटॉक, यूसी ब्राउज़र, शेयरइट और वीचैट सहित चीनी से संबंध रखने वाले 59 ऐप पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा कि ये ऐप देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिए पूर्वाग्रह से ग्रस्त थे।
इसके एक दिन बाद लोकप्रिय वीडियो ऐप टिकटॉक को गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर से हटा दिया गया था, जबकि अन्य 58 चीनी ऐप को अब हटाया गया है।
गूगल ने कहा कि उसने भारत में अपने प्ले स्टोर से इन ऐप को अस्थायी रूप से ब्लॉक किया है।
गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम भारत सरकार के अंतरिम आदेशों की समीक्षा कर रहे हैं। इस बीच, हमने प्रभावित डेवलपर्स को सूचित किया है और इन ऐप्स तक पहुंच को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, जो भारत में प्ले स्टोर पर अभी उपलब्ध हैं।’’
हालांकि, प्रवक्ता ने उन ऐप्स का ब्योरा नहीं दिया, जिन्हें गूगल ने ब्लॉक किया है।
सूत्रों ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई एपल प्ले स्टोर ने भी की है।
प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से जिन चीनी ऐप को हटाया गया है उनमें यूसी ब्राउजर, शेयरइट, वीचैट, कैमस्कैनर और एमआई कम्युनिटी शामिल हैं।
भारत में टिकटॉक ऐप का इस्तेमाल पूरी तरह बंद हो गया है।
सूत्रों के अनुसार जिन 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया, उनमें से कई के डेवलपर्स ने स्वेच्छा से अपने एप्लिकेशन को गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया था।
इस बीच, प्रतिबंधित ऐप बिगो लाइव ने एक बयान में कहा कि उसने भारत में गूगल प्ले और एप स्टोर से अपने ऐप को अस्थायी रूप से हटा दिया है और वह स्थानीय कानूनों का पालन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
भारतीय रेल ने अनोखा कारनामा कर दिखाया: इतिहास में पहली बार समय से पहुँची सारी ट्रेनें attacknews.in
नयी दिल्ली 02 जुलाई ।देश के इतिहास में पहली बार सारी यात्री ट्रेनें अपने अंतिम गंतव्य पर समय से पहुँची हैं।
कोरोना काल में यात्री गाड़ियों के बेहद कम दबाव के बीच भारतीय रेल ने बुधवार को यह अनोखा कारनामा कर दिखाया। बुधवार को कुल 201 यात्री गाड़ियाँ अपने गंतव्य पर पहुँची और खास बात यह रही कि सारी की सारी ट्रेनें सही समय पर पहुँचीं।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर लिखा कि रेलवे सेवाओं को अभूतपूर्व स्तर पर ले जा रहा है। उन्होंने लिखा “ट्रेनें फास्ट लेन में चल रही हैं। सेवाएं अभूतपूर्व स्तर पर पहुँच रही हैं। भारतीय रेल ने 01 जुलाई को शत-प्रतिशत समय की पाबंदी हासिल कर इतिहास रच दिया है।”
इससे पिछला रिकॉर्ड भी कोरोना काल में ही बना था। गत 23 जून को 99.54 प्रतिशत ट्रेनें समय से अपने गंतव्य पर पहुँची थीं। मात्र एक ट्रेन के पहुँचने में देरी होने से उस दिन 100 प्रतिशत का रिकॉर्ड नहीं बन सका था।
भारत की तीनों सेनाओं को हथियारों और लड़ाकू विमानों से लैस करने के लिए रक्षा खरीद परिषद ने 38,900 हजार करोड रूपये के सौदों को मंजूरी दी attacknews.in
नयी दिल्ली 02 जुलाई ।चीन के साथ तनातनी के बीच सरकार ने तीनों सेनाओं को जरूरी हथियारों और लड़ाकू विमानों से लैस करने के लिए 38 हजार रूपये से अधिक के रक्षा खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज यहां हुई रक्षा खरीद परिषद की बैठक में सशस्त्र सेनाओं के लिए कुल 38 हजार 900 करोड़ रूपये की रक्षा खरीद के सौदों को हरी झंडी दिखायी गयी। वायु सेना के लिए 21 मिग -29 विमानों की खरीद के साथ साथ मौजूदा 59 मिग-29 विमानों को उन्नत बनाने की मंजूरी भी दी गयी है। इसके अलावा 12 सुखोई 30 विमान भी खरीदे जायेंगे । मिग-29 की रूस से खरीद और विमानों को उन्नत बनाने में 7418 करोड रूपये की लागत आयेगी जबकि 30 सुखोई विमान एचएएल से खरीदे जायेंगे जिनपर 10730 करोड़ रूपये की लागत आयेगी।
38,900 करोड़ रुपये की लागत से लड़ाकू विमानों और मिसाइल सिस्टम की खरीदी होगी:
चीन के साथ सीमा पर बढ़े तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने सैन्य बलों की युद्धक क्षमता बढ़ाने के लिए 38,900 करोड़ रुपये की लागत से कुछ अग्रिम लड़ाकू विमानों, मिसाइल सिस्टम और अन्य हथियारों की खरीद को बृहस्पतिवार को मंजूरी दी। अधिकारियों ने इस बारे में बताया है ।
उन्होंने कहा कि 21 मिग-29 लड़ाकू विमान रूस से जबकि 12 एसयू-30 एमकेआई विमान हिन्दुस्तान एरोनॉटिकल्स लिमिटेड से खरीदे जाएंगे। मंत्रालय ने मौजूदा 59 मिग-29 विमानों को उन्नत बनाने के एक अलग प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है ।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक में ये फैसले लिए गए ।
अधिकारियों ने बताया कि 21 मिग-29 लड़ाकू विमानों और मिग-29 के मौजूदा बेड़े को उन्नत बनाने पर अनुमानित तौर पर 7,418 करोड़ रुपये खर्च होंगे । जबकि, हिन्दुस्तान एरोनॉटिकल्स लिमिटेड से 12 नए एसयू-30 एमकेआई विमान की खरीद पर 10,730 करोड़ रुपये की लगात आएगी।
डीएसी ने नौसेना और वायुसेना के लिए 1,000 किलोमीटर रेंज की मारक क्षमता वाले ‘लैंड अटैक क्रूज मिसाइल सिस्टम’ और अस्त्र मिसाइलों की खरीद को भी मंजूरी दी है।
अधिकारियों ने बताया कि इस रूपरेखा और विकास प्रस्तावों की लागत 20,400 करोड़ रुपये है।
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘पिनाका मिसाइल सिस्टम से भी मारक क्षमता बढ़ेगी। इसके साथ ही एक हजार किलोमीटर लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले मिसाइल सिस्टम से नौसेना और वायुसेना की मारक क्षमता में कई गुणा बढ़ोतरी होगी । ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, अस्त्र मिसाइलों को बेड़े में शामिल करने से बल की ताकत में और इजाफा होगा। इससे भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता में जबरदस्त बढोतरी होगी। ’’
पद्म पुरस्कारों-2021 के लिए नामांकन/सिफारिश की अंतिम तिथि 15 सितंबर निर्धारित पद्म अवार्ड पोर्टल पर ही ऑनलाइन जमा करना होगा attacknews.in
नईदिल्ली 2 जुलाई । गणतंत्र दिवस, 2021 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिश की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2020 है।
पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की शुरुआत 1 मई, 2020 से हो चुकी हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें केवल पद्म पुरस्कार
https://padmaawards.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से ही प्राप्त की जाएंगी।
पद्म पुरस्कारों में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल हैं। 1954 में स्थापित किए गए इन पुरस्कारों की घोषणा प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। यह पुरस्कार ‘काम में विशिष्टता’ की पहचान करने का प्रयास करता है और कला ,साहित्य ,शिक्षा ,खेल, चिकित्सा ,सामाजिक कार्य , विज्ञान, इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामलों, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है।
इन पुरस्कारों के लिए लिये व्यवसाय, स्थिति या लिंग आदि बिना किसी भेदभाव के सभी व्यक्ति पात्र हैं। सरकारी कर्मचारी, सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारी, डॉक्टर और वैज्ञानिक इन पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।
सरकार इन पद्म पुरस्कारों को “लोगों का पद्म” के रूप में तब्दील करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्व-नामांकन सहित नामांकनों/सिफारिशों को भेजें।
नामांकन/सिफारिशों में उपर्युक्त वेबसाइट पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें स्पष्ट रूप से प्रतिष्ठित व्यक्ति की असाधारण उपलब्धियां/सेवा/संबंधित क्षेत्र/अनुशासन तथा उसकी/उसके लिए अनुशंसित उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द) शामिल हों।
गृह मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, भारत रत्न और पद्म विभूषण विजेताओं, उत्कृष्टता संस्थानों से उन प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने की दिशा में पूर्ण प्रयास किया जाए, जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, दिव्यांगजनों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा में लगा हुआ हो तथा उनका नामांकन करने का अनुरोध किया गया है।
इस संबंध में और विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (www.mha.gov.in)) पर शीर्षक ‘पुरस्कार एवं पदक’ के अंतर्गत उपलब्ध हैं। इन पुरस्कारों से संबंधित नियम और क़ानून वेबसाइट
https://padmaawards.gov.in/AboutAwards.aspx केलिंक पर उपलब्ध हैं।
देश में ट्रांसजेंडरों की अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती की जाकर लड़ाकू सैनिक अधिकारी के रुप में तैनात किए जाने की तैयारी ,शीघ्र मिलने जा रही है अनुमति attacknews.in
नयी दिल्ली, दो जुलाई।ट्रांसजेंडर लोगों का केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों में लड़ाकू सैनिक के तौर पर नेतृत्व करने का सपना जल्द पूरा हो सकता है । सरकार आंतरिक सुरक्षा की विभिन्न ड्यूटी के लिए देश में तैनात किए जाने वाले इन बलों में अधिकारियों के तौर पर भर्ती के लिए उन्हें यूपीएससी की वार्षिक परीक्षा में बैठने की अनुमति देने पर विचार कर रही है।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इस बारे में बताया ।
सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल दिसंबर में ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) कानून को अधिसूचित करने के साथ जवान की भूमिका समेत सभी क्षेत्रों और सेवाओं में ट्रांसजेंडर को ‘समान अवसर’ प्रदान किया जाना जरूरी है ।
गृह मंत्रालय ने पांचों अर्द्धसैन्य या केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) से पक्ष या विपक्ष में समयबद्ध तरीके से ‘टिप्पणी’ मांगी है। ताकि, केंद्रीय लोक सेवा आयोग को अवगत कराया जा सके कि इस साल के सीएपीएफ के सहायक कमांडेंट (एसी) की परीक्षा के लिए जल्द प्रकाशित होने वाली अधिसूचना में ट्रांसजेंडर श्रेणी को शामिल किया जाए या नहीं ।
सीएपीएफ के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में सहायक कमांडेंट पद प्रवेश स्तरीय अधिकारी रैंक हैं।
घटनाक्रम से वाकिफ सीएपीएफ के वरिष्ठ कमांडर ने बताया कि बलों ने अधिकारी रैंक में ट्रांसजेंडर लोगों के समक्ष आने वाली ‘‘चुनौतियों और अवसरों’’ पर चर्चा की है।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती विश्लेषण में हमने पाया है कि सीएपीएफ के लिए यह उसी तरह का एक अहम मोड़ है जब कुछ साल पहले कांस्टेबल और अन्य रैंक के अधिकारियों के तौर पर पहली बार महिलाओं की भर्ती हुई थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ट्रांसजेंडर इन बलों की संरचना को समृद्ध करेंगे। इसके साथ ही, अगर एकीकृत बल उदाहरण पेश नहीं करेंगे तो हम कैसे उम्मीद करें कि समाज का अन्य धड़ा पुरानी धारणा को तोड़ेगा ?’’
उन्होंने कहा कि विश्लेषण किया गया है कि आरंभिक चरण में सैनिकों के बीच स्वीकार्यता का मुद्दा हो सकता है लेकिन महिलाओं ने जिस तरह कंधे से कंधा मिलाकर काम किया उसी तरह ट्रांसजेंडर भी करेंगे ।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बल ने विश्लेषण किया है कि उन्हें ट्रांसजेंडर अधिकारियों के लिए किसी भी तरह के अतिरिक्त आधारभूत संरचना तैयार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि रहने के लिए और शौचालय की जो व्यवस्था है उसका इस्तेमाल सभी तरह के लोग करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी जेंडर का व्यक्ति हो अगर उसमें अधिकारी जैसी योग्यता है तो वे सिर्फ प्रतिभा के आधार पर सीएपीएफ में शामिल हो सकते हैं । इसके साथ ही सभी उम्मीदवारों को अधिकारी के रूप में नेतृत्व करने के लिए तय चिकित्सा, मानसिक और शारीरिक मापदंडों पर भी सफल होना होगा । ’’
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘कुछ सीएपीएफ की सिफारिशें मिली हैं और विश्लेषण के बाद फैसला लिया जाएगा। किसी भी उम्मीदवार का आकलन लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगा ।’’
उन्होंने कहा कि मंजूरी मिल जाने पर यूपीएससी, सीएपीएफ की परीक्षा में पुरूष और महिलाओं की तरह ट्रांसजेंडर बॉक्स में टिक करने का विकल्प देगी।
दिग्विजय सिंह और कमलनाध द्वारा किए जा रहे चरित्र हनन से आहत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, “टाइगर अभी जिंदा है” attacknews.in
भोपाल, 02 जुलाई ।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कहा कि कुछ लोगों द्वारा पिछले दो माह से चरित्र हनन का प्रयास किया जा रहा है और ऐसे लोगों को वे कहना चाहते हैं ‘टाइगर अभी जिंदा है’।
श्री सिंधिया ने राज्य के शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद यहां मीडिया के सवालों के जवाब में यह टिप्पणी किसी का नाम लिए बगैर की। श्री सिंधिया ने कहा कि न्याय के रास्ते पर चलने के लिए यदि युद्ध करना पड़े तो वे पहली पंक्ति में खड़े हुए हैं।
श्री सिंधिया ने 24 विधानसभा सीटों पर आगामी समय में होने वाले विधानसभा उपचुनावों को लेकर कहा कि राज्य में पंद्रह माहों तक भ्रष्टों की सरकार रही और सिंहासन बनाए रखने के लिए क्या क्या नहीं किया गया। लेकिन पिछले कुछ माहों में शिवराज सिंह चौहान सरकार ने जनता के हित में कार्य प्रारंभ कर दिया है। जनता का विश्वास भी बढ़ा है। इसलिए उन्हें विश्वास है कि सभी 24 सीटों पर भाजपा जीतेगी।
श्री सिंधिया ने मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान मंत्री बनने वाले सभी नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि नयी सरकार किसान, गरीब और हर वर्ग के हित में कार्य करने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि यहां की सरकार देश में मध्यप्रदेश का झंडा बुलंद करेगी।
इसके पहले श्री सिंधिया विशेष विमान से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ यहां पहुंचे और मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। वे आज रात्रि विश्राम यहीं करेंगे और कल कुछ कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद वापस दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से किया धोखा: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर प्रदेश की जनता से धोखा करने का आरोप लगाते हुए आज पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे आगामी विधानसभा उपचुनाव में उन्हे जवाब देने बूथ लेवल पर जाए और कांग्रेस के इस धोखे को जनता को बताएं।
भाजपा की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार श्री चौहान आज यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में 30 से अधिक जिलों से आए कांग्रेस कार्यक्रर्ताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाने के बाद उन्हें संबोधित करते हुए यह बातें कही। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा मौजूद रहे। सभी कार्यकर्ताओं को भाजपा का दुपट्टा पहनाकर पार्टी में शामिल किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे, मंत्री तुलसी सिलावट, गोविन्द राजपूत सहित अन्य नेता भी उपस्थित रहे।
श्री चौहान ने भाजपा की सदस्यता लेने वाले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी ने अच्छा फैसला लिया है और वे सभी का हृदय से स्वागत करते हैं और बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि अब हम मिलजुलकर, एक टीम की तरह जनता की सेवा करेंगे। हम मिलकर मध्यप्रदेश को विकास की दृष्टि से नंबर 1 राज्य बनायेंगे। उन्होंने कांग्रेस पर कर्जमाफी सहित अन्य कई मुद्दों पर जमकर हमला किया।
श्री सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता ले रहे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी संगठन की पूंजी केवल नेता नहीं, उसके कार्यकर्ता होते है। भाजपा में शामिल होने वाले यह नेता और कार्यकर्ता कई वर्षों से जनसेवा और क्षेत्र की जनता के दुख दर्द में साथ रहे। ये अपनी सारी पूंजी आज मुख्यमंत्री श्री चौहान और प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा के हाथों में सौंप रहें है। उन्होंने कहा कि हम मिलकर भाजपा संगठन को मजबूत करेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता पिछले 90 दिनों से आरोप लगा रहे हैं, लेकिन मुंह नहीं खोला। आज वे यह बताना चाहता हैं कि जब देश और प्रदेश कोरोना से जूझ रहा था, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके मंत्रिगण, मुख्यमंत्री श्री चौहान और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित लाखों कार्यकर्ताओं के साथ दिन रात जनता की सेवा में लगे थे, तब कांग्रेस के नेता बाहर निकलकर जनता की सेवा करने के बजाए एसी कमरों में बैठकर आरोप लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि इन नेताओं को मध्यप्रदेश की चिंता नहीं है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्ता शर्मा ने कहा कि,राजमाता विजयराजे सिंधिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया में राष्ट्रवाद का जो बीजारोपण किया था, उसी के कारण श्री सिंधिया ने प्रदेश की जनता के हक में निर्णय लिया। राजमाता ने भी मध्यप्रदेश की दूरावस्था करने वाली गोविन्द नारायण सरकार को गिरा दिया था, ठीक उसी तरह श्री सिंधिया ने मध्यप्रदेश को बचाने के लिए कमलनाथ सरकार के विरूद्ध कठोर निर्णय लिया।
केंद्र सरकार ने निजी डॉक्टरों को भी दे दी कोरोना वायरस की जांच- इलाज की अनुमति, अब कोविड -19 परीक्षणों की कुल संख्या जल्द ही 1 करोड़ हो जायेगी attacknews.in
नयी दिल्ली 02 जुलाई ।कोरोना वायरस कोविड-19 के खिलाफ जंग को मजबूती देने के लिए केंद्र सरकार ने नया फैसला लेते हुए निजी चिकित्सकों को भी इसकी जांच की पर्ची लिखने की अनुमति दे दी है। अब तक सिर्फ सरकारी डॉक्टर ही कोविड-19 के जांच की पर्ची लिख सकते थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि जांच की पर्ची अब कोई भी पंजीकृत चिकित्सक लिख सकते हैं। सरकारी डॉक्टरों की पर्ची पर ही कोरोना जांच कोरोना की बाध्यता अब खत्म कर दी गयी है।
केंद्र ने कहा कि इस विषय में सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी कर दिये गये हैं कि कोरोना के लक्षण वाले किसी भी व्यक्ति को अब हर पंजीकृत डॉक्टर कोरोना जांच की पर्ची लिख सकते हैं।
कोविड -19 परीक्षणों की कुल संख्या जल्द ही 1 करोड़ हो जायेगी;
देश में कोविड -19 के लिए परीक्षण किए जा रहे लोगों की कुल संख्या जल्द ही एक करोड़ हो जायेगी।
यह भारत सरकार द्वारा सभी अड़चनों को हटाने के कारण संभव हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों ने अधिक संख्या में कोविड -19 परीक्षण करने का मार्ग प्रशस्त किया है।
अब तक, नैदानिक परीक्षण नेटवर्क के माध्यम से 90,56,173 परीक्षण किए गए हैं और इस नेटवर्क का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। अब देश में 1065 परीक्षण प्रयोगशालाएं हैं, जिनमें 768 सार्वजनिक क्षेत्र में हैं और 297 निजी प्रयोगशालाएं हैं। प्रति दिन परीक्षण करने की क्षमता भी तेजी से बढ़ रही है। कल, कोविड -19 के लिए 2,29,588 लोगों का परीक्षण किया गया।
केंद्र सरकार द्वारा घोषित एक महत्वपूर्ण निर्णय के माध्यम से, कोविड -19 परीक्षण अब किसी भी पंजीकृत चिकित्सक की सलाह (पर्चे) से किया जा सकता है और इसके लिए विशेष रूप से सरकारी चिकित्सक होना जरूरी नहीं रह गया है। केंद्र ने राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को निजी चिकित्सकों समेत सभी योग्य चिकित्सकों को जल्द से जल्द परीक्षण की सुविधा देने के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी है, ताकि आईसीएमआर दिशानिर्देशों के अनुसार परीक्षण के लिए मानदंडों को पूरा करने वाले किसी भी व्यक्ति का कोविड परीक्षण किया जा सके।
जांच- पता लगाना- उपचार (टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट) महामारी का जल्दी पता लगाने और नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण रणनीति है। केंद्र ने राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को राज्य / केन्द्र शासित प्रदेशों के सभी कोविड -19 परीक्षण प्रयोगशालाओं की पूर्ण क्षमता का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव कदम उठाने की सलाह दी है। इससे सभी प्रयोगशालाओं, विशेषकर निजी प्रयोगशालाओं की पूर्ण क्षमता का उपयोग सुनिश्चित होगा। इस प्रकार लोग अत्यधिक लाभान्वित होंगे।
एक दूरगामी कदम के माध्यम से, आईसीएमआर ने दृढ़ता से सिफारिश की है कि प्रयोगशालाओं को आईसीएमआर दिशानिर्देशों के अनुसार किसी भी व्यक्ति का परीक्षण करने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए और राज्य अधिकारियों को किसी व्यक्ति पर परीक्षण सबंधी रोक नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि प्रारंभिक परीक्षण वायरस को नियंत्रित करने में और जीवन को बचाने में मदद करेगा।
भारत सरकार ने राज्यों से आरटी – पीसीआर के साथ रैपिड एंटीजेन पॉइंट-ऑफ-केयर परीक्षणों का उपयोग करके बड़े पैमाने पर परीक्षण करने का आग्रह किया है, जो कोविड -19 के निदान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। रैपिड एंटीजन परीक्षण त्वरित, सरल व सुरक्षित है और इसे आईसीएमआर द्वारा निर्दिष्ट मानदंडों के अनुरूप नियंत्रण वाले क्षेत्रों के साथ-साथ अस्पतालों में किया जा सकता है। आईसीएमआर ने इसे वैधता दी है। ऐसे किटों से नागरिकों को अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे।
केंद्र ने राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों से कहा है कि वे परीक्षण शिविरों का आयोजन करके तथा मोबाइल वैन आदि का उपयोग करके एक अभियान के रूप में बड़े पैमाने पर परीक्षण की सुविधा प्रदान करें। ऐसे क्षेत्रों में जहाँ कोविड -19 मामलों की संख्या अधिक है, वहां परीक्षण की सुविधा घर पर ही उपलब्ध की जानी चाहिए। इससे लक्षण वाले सभी लोगों व उनके संपर्कों के नमूने लिए जा सकेंगे और रैपिड एंटीजन टेस्ट का उपयोग करके उन नमूनों का परीक्षण किया जा सकेगा।
एक दिन में कोरोना के 2.29 लाख से अधिक नमूनों की जांच
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2,29,588 नमूनों की जांच की गयी जिससे अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या बढ़कर 90,56,173 हो गयी है।
केंद्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान देश में कोविड-19 की जांच करने वाली लैब की संख्या बढ़कर 1,065 हो गयी है। इन सभी लैब में पिछले 24 घंटे में 2,29,588 नमूनों की जांच की, जिससे अब तक जांच किये गये कुल नमूनों की संख्या बढ़कर 90,56,173 हो गयी है।
काेरोना से लड़ने में चाय और हरड़ भी सहायक: आईआईटी दिल्ली
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान- दिल्ली (आईआईटी-दिल्ली) ने शोध एवं अनुसंधान कर चाय और हरड़ को भी कोरोना से लड़ने से सक्षम पाया है और लोगों को इसका नियमित सेवन करने की सलाह दी है।
आईआईटी दिल्ली ने नये शोध में यह खुलासा किया है कि चाय और हरड़ के नाम से जानी जाने वाली हरीतकी को कोरोना संक्रमण के उपचारात्मक विकल्प के रुप में लिया जा सकता है। वैकल्पिक उपचार पद्धति में औषधीय गुणों वाले पौधे महत्वूपर्ण भूमिका अदा करते हैं। इसी दिशा में कुसुम स्कूल ऑफ बाॅयोलॉजिकल साइंसेज,आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर अशोक कुमार पटेल की अगुवाई में किये गये शोध से यह पता चला कि चाय (ब्लैक और ग्रीन टी) तथा हरीतकी में वायरस रोधी गुण हैं जो कोविड-19 के उपचार में विकल्प के रुप में अपनाये जा सकते हैं।
सीएसआईओ ने बनाया स्वास्थ्यकर्मियों ने लिए चश्मा, हर्षवर्धन ने की सराहना
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन (सीएसआईआर-सीएसआईओ) के शोधकर्ताओं द्वारा कोरोना के खिलाफ जंग में मुस्तैद स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बनाये गये सुरक्षात्मक चश्मे की सराहना करते हुए कहा कि यह पुलिसकर्मियों और आम लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है।
डॉ हर्षवर्धन ने ट्वीट करके कहा कि वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद – केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन , चंडीगढ़ के शोधकर्ताओं ने सुरक्षात्मक चश्मा बनाने की तकनीक विकसित की है। उन्होंने कहा कि पलकों के भीतर आंख की पुतलियों को चिकनाई देने वाली नेत्र श्लेष्मा झिल्ली ( कंजक्टिवा) शरीर में एकमात्र आवरण रहित श्लेष्मा झिल्ली होती है। नेत्र श्लेष्मा झिल्ली बाहरी वातावरण के संपर्क में आने पर अनजाने में वायरस के प्रवेश का कारण बन सकती है।
अप्रैल 2023 में देशभर में दौड़ने लगेगी निजी ट्रेनें, निजी ट्रेनों का किराया कंपनी स्वयं तय करेगी attacknews.in
नयी दिल्ली ,02 जुलाई ।निजी ट्रेनों का परिचालन अप्रैल 2023 में शुरू होने की उम्मीद है और उसके बाद सभी यात्रियों को कंफर्म टिकट मिलने लगेगा।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने आज यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने बताया कि निजी ट्रेनों के परिचालन के लिए इस साल नवंबर तक वित्तीय बोली आमंत्रित किये जाने की उम्मीद है। अगले साल फरवरी मार्च तक वित्तीय बोली के आधार पर क्लस्टरों का आवंटन कर दिया जायेगा और उम्मीद है कि अप्रैल 2023 तक देश में निजी ट्रेन चलनी शुरू हो जाएंगी।
निजी ट्रेनों का किराया कंपनी स्वयं तय करेगी
रेलवे ने 109 मार्गों पर जिन 151 आधुनिक ट्रेनों के परिचालन के लिए निविदा जारी की है उनका किराया तय करने का अधिकार ट्रेन चलाने वाली कंपनी को होगा।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निजी कंपनी को किराया और ट्रेन के अंदर दी जाने वाली सेवाओं जैसे खानपान, बिस्तर-कंबल, वाईफाई आदि का शुल्क तय की पूरी स्वतंत्रता होगी। वह चाहे तो बैगेज के लिए अलग से भी शुल्क लगा सकती है। हालाँकि इन ट्रेनों के टिकट की बिक्री भी भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के माध्यम से ही होगी।
अप्रैल 2023 से शुरू हो सकता है निजी रेल परिचालन, प्रतिस्पर्धी होगा किराया: रेलवे बोर्ड चेयरमैन
देश में निजी रेलगाड़ियों का परिचालन अप्रैल 2023 तक शुरू हो सकता है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी. के. यादव ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुये कहा कि इन रेलमार्गों पर यात्रा किराया इन मार्गों के हवाई यात्रा किराये के अनुरूप प्रतिस्पर्धी होगा।
यादव ने आनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यात्री रेलगाड़ी परिचालन में निजी कंपनियों के उतरने से रेलगाड़ियों को तेज गति से चलाने और रेल डिब्बों की प्रौद्योगिकी में नया बदलाव आएगा।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के बेहतर होने से रेलगाड़ी के जिन कोचों को अभी हर 4,000 किलोमीटर यात्रा के बाद रखरखाव की जरूरत होती है तब यह सीमा करीब 40,000 किलोमीटर हो जाएगी। इससे उनका महीने में एक या दो बार ही रखरखाव करना होगा।
यादव की ओर से यह टिप्पणियां रेलवे के यात्री परिचालन में निजी कंपनियों को प्रवेश देने की आधिकारिक घोषणा के एक दिन बाद आयी हैं। सरकार ने 151 आधुनिक रेलगाड़ियों के माध्यम से 109 युगल रेलमार्गों पर निजी कंपनियों द्वारा यात्री रेलगाड़ी चलाने की अनुमति देने के लिए पात्रता आवेदन मांगे हैं।
भारतीय रेलवे नेटवर्क को निजी हाथों में सौंपने को लेकर आशंका से जुड़े एक सवाल के जवाब में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि निजी क्षेत्र द्वारा किया जाने वाला यात्री रेलगाड़ी परिचालन भारतीय रेलवे के कुल यात्री रेलगाड़ी परिचालन का मात्र पांच प्रतिशत होगा। भारतीय रेल अभी करीब 2,800 मेल या एक्सप्रेस रेलगाड़ियों का परिचालन करती है।
यादव ने कहा, ‘‘ट्रेनों की खरीद निजी कंपनियां करेंगी। उनके रखरखाव का जिम्मा भी उन्हीं का होगा। देश में निजी ट्रेनों का परिचालन अप्रैल 2023 तक शुरू होने की उम्मीद है। रेलगाड़ी के सभी डिब्बों की खरीद ‘मेक इन इंडिया’ नीति के तहत की जाएगी। निजी क्षेत्र की रेलगाड़ियों के यात्रा किराये की प्रतिस्पर्धा उन्हीं मार्गों पर चलने वाली बस सेवा और हवाई सेवा से होगी।’’
उन्होंने कहा कि यात्री रेलगाड़ी परिचालन मे निजी कंपनियों को लाने का एक मकसद यह भी है कि इन्हें मांग के आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा जिससे रेलगाड़ियों में ‘प्रतीक्षा सूची’ में कमी होगी।
यादव ने कहा कि कंपनियों को रेलवे की बुनियादी सुविधाओं, बिजली, स्टेशन और रेलमार्ग इत्यादि के उपयोग का शुल्क भी देना होगा। इतना ही नहीं कंपनियों को प्रतिस्पर्धी बोलियां लगाकर भारतीय रेलवे के साथ राजस्व भी साझा करना होगा।
निजी कंपनियों को समयसारिणी के हिसाब से रेलगाड़ी परिचालन में 95 प्रतिशत समयबद्धता का पालन सुनिश्चित करना होगा। उन्हें प्रति एक लाख किलोमीटर की यात्रा में एक बार से अधिक बार असफल नहीं होने के रिकार्ड के साथ चलना होगा।
यादव ने कहा, ‘‘यदि निजी कंपनियां यात्री रेलगाड़ी परिचालन से जुड़े किसी भी प्रदर्शन मानक को पूरा करने में असफल रहती हैं तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। हर रेलगाड़ी इंजन में एक बिजली मीटर भी होगा और कंपनियों को उनके द्वारा उपभोग बिजली का वास्तविक भुगतान करना होगा। यह उन्हें अपना बिजली खर्च कम रखने को प्रोत्साहित करेगा।’’
उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों को कम लागत पर बेहतर रेलगाड़ियां और प्रौद्योगिकी मिल सकेगी। भारतीय रेल बसकी 95 प्रतिशत रेलगाड़ियों का परिचालन जारी रखेगी।
शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार के बाद 33 मंत्रियों के साथ एक्शन में आयें ,शपथग्रहण के तत्काल बाद बैठक लेकर मंत्रियों को दिया टारगेट attacknews.in
भोपाल, 02 जुलाई। मध्यप्रदेश में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल विस्तार के तत्काल बाद मंत्रियों की पहली बैठक ली, जिसमें उन्होंने सभी को औपचारिक तौर पर बधाई प्रेषित करते हुए प्राथमिकताओं से अवगत कराया।
श्री चौहान ने नए मंत्रियों को बधाई दी और एक श्लोक सुनाते हुए सभी से कहा कि यहां से जो काम प्रदेश की भलाई के लिए हों, वे निर्विघ्न रूप से पूरे करने के प्रयास होना चाहिए। सभी को परिश्रम की पराकाष्ठा करना होगी। एक भी क्षण व्यर्थ न हो, क्योंकि अब जो क्षण हैं, वो जनता के हैं। सभी मंत्री कोई भी स्वागत न कराएं। कोरोना काल चल रहा है, इसलिए स्वागत न कराएं और भीड भी एकत्रित नहीं करें।
श्री चौहान ने कहा कि न तो वे चैन से बैठने वाले हैं और न ही किसी मंत्री को चैन से बैठने देंगे। सभी परिवार की तरह जिम्मेदारी से, पारदर्शिता और प्रामाणिकता के साथ कार्य करें। सभी मंत्री तनाव बिल्कुल नहीं लें और लगकर कार्य करें। बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए थोड़ा वक्त अपने लिए भी निकालें।
श्री चौहान ने कहा कि दो दिन का समय भोपाल के लिए रखें। सोमवार और मंगलवार उपयुक्त रहेगा। सोमवार को विभाग की समीक्षा करें। मंगलवार को कैबिनेट रहेगी। दिनचर्या और व्यवस्था ऐसी रहे कि काम को और कार्यकर्ताओं के लिए पर्याप्त समय रहे।
श्री चौहान ने कहा कि कार्यकर्ताओं को भी पर्याप्त समय दिया जाए। उन्होंने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम सत्ता में आए थे, तब स्थिति चिंताजनक थी, लेकिन अब स्थिति काबू में आ गयी है। इस संबंध में उन्होंने कुछ आकड़े भी दिए।इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस भी मौजूद थे।
शिवराज ने मंत्रियों से प्रदेश की जनता के लिए पूरे परिश्रम से जुट जाने किया आव्हान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज नवगठित मंत्रिपरिषद की संपन्न हुयी बैठक में मुख्यमंत्री ने समस्त मंत्रियों को अपनी ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनसे राज्य की जनता के हित में पूरे परिश्रम से जुटकर कार्य करने की अपेक्षा की।
आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने कहा कि मंत्रीगण विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों के सुझावों के अनुरूप समन्वय से कार्य करते हुए प्रदेश की जनता का कल्याण सुनिश्चित करें। कोरोना से लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था भी धीरे-धीरे ठीक होगी और मध्यप्रदेश को बदलने में समय नहीं लगेगा।
केबिनेट में शासन के निर्णयों पर प्रजेन्टेशन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में केबिनेट में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने राज्य शासन के 3 माह के निर्णयों से अवगत कराया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार केबिनेट में मंत्रिपरिषद को बताया गया कि 14 लाख 98 हजार प्रवासी श्रमिक परिवार वापस आये। इनमें से 6 लाख 8 हजार श्रमिक ट्रेन बस से वापस लाये गये। सरकार द्वारा अन्य साधनों से गृह स्थानों तक 8 लाख श्रमिकों को पहुंचाया गया। अन्य राज्यों के पांच लाख 5 हजार मजदूरों को बसें लगाकर सीमावर्ती राज्यों की सीमा तक छोड़ा गया। प्रदेश से होकर 150 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गयी।
नए मंत्रियों को शिवराज ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्री पद की शपथ लेने वाले अपने साथियों को बधाई प्रेषित की हैं।
श्री चौहान ने ट्वीट में लिखा है ‘आज मंत्री पद की शपथ लेने वाले मेरे सभी साथियों को हार्दिक बधाई। हम सब मध्यप्रदेश की प्रगति, विकास एवं जनकल्याण के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए साथ मिलकर कार्य करेंगे। मुझे विश्वास है कि प्रदेश के नवनिर्माण में आप सबका भरपूर सहयोग और योगदान मिलेगा।’
शिवराज ने किया मंत्रिमंडल का विस्तार, 28 मंत्रियों की हुयी शपथ:
इससे पहले मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 28 नए मंत्रियों को शामिल किया, जिनमें 20 कैबिनेट और आठ राज्य मंत्री शामिल हैं। लगभग दस मंत्री वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने यहां राजभवन में गरिमामय समारोह में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।
इस मौके पर श्री चौहान और श्री सिंधिया के अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और अन्य नेता एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
अब राज्य मंत्रिमंडल में कुल मंत्रियों की संख्या 33 हो गयी है, जिनमें 25 कैबिनेट और आठ राज्य मंत्री शामिल हैं। दो सौ 30 सदस्यीय विधानसभा में निर्धारित मापदंड (अधिकतम 15 प्रतिशत) के अनुरूप अधिकतम 35 मंत्री शामिल हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी समाहित हैं। इस तरह अब मंत्रिमंडल में मात्र एक सीट रिक्त है।
आज कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ लेने वाले नेताओं में सर्वश्री गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, ऐदल सिंह कंसाना, ब्रजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, श्रीमती इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, ओमप्रकाश सक्लेचा, सुश्री उषा ठाकुर, अरविंद भदौरिया, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव शामिल हैं।
इसके अलावा सर्वश्री भारत सिंह कुशवाह, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, रामकिशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज डंडोतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उमा भारती नाराज
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उपाध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल के विस्तार के ठीक पहले जातीय असंतुलन को लेकर पार्टी नेतृत्व के समक्ष ‘सैद्धांतिक असहमति’ का इजहार किया है और मांग की है कि मंत्रिमंडल की सूची को संतुलित किया जाये।
सूत्रों ने बताया कि सुश्री भारती ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को संदेश भेज कर राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में ‘सैद्धांतिक मुद्दों’ पर गहरी आपत्ति व्यक्त की है।
सूत्रों के अनुसार सुश्री भारती ने भाजपा नेतृत्व को भेजे संदेश में कहा है, “अभी मुझे मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल की जो जानकारियां मिल रहीं हैं, जिनके अनुसार प्रस्तावित मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण बिगड़ा हुआ है, जिसका मुझे दुख है। ……मंत्रिमंडल के गठन में मेरे सुझावों की पूर्णतः अनदेखी करना उन सबका अपमान है जिनसे मै जुड़ी हुई हूँ इसलिये जैसे कि मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है उसके अनुसार सूची में संशोधन कीजिये।”
इस बारे में जब सुश्री भारती से लखनऊ में संपर्क किया गया तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने ना तो इसका खंडन किया और ना पुष्टि।
सुश्री भारती अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूराे (सीबीआई) की अदालत में पेश होने के लिए लखनऊ गयीं हैं।
सिंधिया ने नए मंत्रियों को दी बधाई
पूर्व केन्द्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल हुए सभी नए मंत्रियों को बधाई दी है।
श्री सिंधिया ने ट्वीट के माध्यम से लिखा है ‘मंत्रिमंडल में शामिल हुए सभी नए मंत्रियों को बधाई। मुझे विश्वास है कि प्रदेश की तरक्की और विकास के लिए आप सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, गृह मंत्री अमित शाह जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा जी के मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य करेंगे। आप सभी को शुभकामनाएं ’।
शिवराज सिंह चौहान के चौथे कार्यकाल के पहले मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार में देर रात तक चलता रहा रूठो का मान – मनौव्वल और अंततोगत्वा 24 नये मंत्री हो गये तैयार attacknews.in
भोपाल, एक जुलाई ।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बृहस्पतिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे यहां राजभवन में एक सादे समारोह में मंत्रिमंडल के नये मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शपथ ग्रहण समाराेह के लिए राजभवन में तैयारियां पूरी कर दी गयी हैं। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर चुनिंदा और संबंधित लोगों को ही शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है।
शपथग्रहण कै अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान के अलावा भाजपा उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे।
विधानसभा में सदस्य संख्या के मान से राज्य में अधिकतम 35 मंत्री हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री हैं। इस तरह अधिकतम 29 लोगाें को मंत्री पद की शपथ दिलायी जा सकती है, लेकिन माना जा रहा है कि कम से कम दो तीन पद हमेशा की तरह रणनीतिक तौर पर रिक्त रखे जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार कम से कम 24 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलायी जा सकती है, जिनमें श्री सिंधिया समर्थक नेताओं की संख्या लगभग दस है। उनके समर्थक श्री गोविंद राजपूत और श्री तुलसी सिलावट पहले ही राज्य मंत्रिमंडल में स्थान पा चुके हैं। शेष पदों के लिए भाजपा नेताओं के बीच दिल्ली और भोपाल में कई दौर की चर्चाएं हो चुकी हैं।
इस बीच प्रदेश भाजपा की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार श्री सिंधिया कल सुबह विशेष विमान से यहां राजकीय विमानतल पहुंचेंगे और वहां से सीधे राजभवन शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए जाएंगे। श्री सिंधिया दिन में ढाई बजे प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे, जहां कुछ कांग्रेस नेता भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
इसके बाद श्री सिंधिया सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचेंगे, जहां वे उनके समर्थक 22 पूर्व विधायकों से अलग अलग चर्चा करेंगे। वे प्रत्येक पूर्व विधायक को 15 – 15 मिनट देंगे। वे रात्रि विश्राम गेस्ट हाउस में करने के बाद अगले दिन सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचेंगे। वे दिन में प्रदेश भाजपा सरकार के एक सौ दिन पूरे होने पर वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।
श्री सिंधिया इसके बाद कुछ समय और प्रदेश भाजपा कार्यालय में बिताकर राजकीय विमानतल (स्टेट हैंगर) जाएंगे और विशेष विमान से दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
इस बीच आज रात्रि तक नए मंत्रियों के नामों को लेकर चर्चाएं चलती रहीं। सबकी निगाहें इस बात पर भी टिकी हुयी हैं कि भाजपा के वरिष्ठ विधायकों में से कितने मंत्रिमंडल में स्थान पा सकते हैं। इसके अलावा माना जा रहा है कि मंत्रियों की शपथ के बाद विभागों का वितरण भी शीघ्र ही किया जाएगा।
यह चौहान के मंत्रिमंडल का पहला विस्तार होगा।चौहान ने 23 मार्च को अकेले मुख्यमंत्री की शपथ ली थी और कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच मुख्यमंत्री चौहान ने 29 दिन तक अकेले ही सरकार चलाते रहे। बाद में 21 अप्रैल को पांच सदस्यीय मंत्रिपरिषद का गठन कर सके थे, जिनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट एवं गोविन्द सिंह राजपूत शामिल हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई दिन से हो रहे मंथन पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में चौहान ने बुधवार को यहां मीडिया से कहा, ‘मंथन से अमृत ही निकलता है। विष तो शिव पी जाते हैं। आज महामहिम राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) शपथ ग्रहण करेंगी। कल (बृहस्पतिवार को) मंत्रिमंडल शपथ ले लेगा।’
मुख्यमंत्री के इस बयान के चंद घंटे बाद मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार मित्तल ने आनंदीबेन को यहां राजभवन में बुधवार शाम साढ़े चार बजे आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल पद की शपथ दिलाई।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 28 जून को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
मालूम हो कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है और टंडन की अनुपस्थिति के दौरान आनंदीबेन मध्यप्रदेश के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करेंगी।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किये जाने वालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्च माह में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए नौ पूर्व विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
हालांकि, सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने वाले मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे, मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा यहां बुधवार देर रात तक मुख्यमंत्री निवास पर पार्टी के विभिन्न विधायकों से चर्चा करते रहे ।
उन्होंने कहा कि ये नेता उन विधायकों से भी बात कर उनको मनाने में लगे रहे , जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
भाजपा नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार सुबह भोपाल पहुंचेंगे।
मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी। वे रिकॉर्ड चौथी बार प्रदेश के मुखिया बने हैं। कांग्रेस के अधिकांश बागी विधायक, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं।
देश में कोरोना संक्रमितों की 6 लाख के पार हुई, 17,822 की मौत, मरीजों के स्वस्थ होने की दर 60 प्रतिशत हुई,महाराष्ट्र में संक्रमण और मौत के नये रिकार्ड बन रहे हैं attacknews.in
देश में कोरोना नयी दिल्ली 01 जुलाई ।देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमितों की संख्या बुधवार की रात छह लाख के आंकड़ें संख्या को पार कर गयी लेकिन इसके साथ ही स्वस्थ होने वालों की दर भी निरंतर बढ़ते हुए 60 फीसदी के करीब जा पहुंची है।
देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर 59.49 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.95 प्रतिशत रही। मंगलवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 59.24 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.97 फीसदी रही। सोमवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.54 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर जबकि मृत्यु दर महज 2.98 फीसदी रही। रविवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 58.56 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 3.04 फीसदी थी। शनिवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.13 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर 3.08 प्रतिशत रही। गुरुवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 57.72 रही जबकि मृत्यु दर महज 3.12 फीसदी रही।
पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब दो फीसदी का इजाफा हुआ है।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 6,04,990 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 585493 थी। अब तक कुल 359354 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 17822 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 226748 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 1.32 लाख के पार पहुंच चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत में महामारी के मामलों या रोगियों का जल्द पता लगने, समय पर परीक्षण एवं निगरानी, मरीजों के संपर्क में आए लोगों का व्यापक रूप से पता लगाने और प्रभावकारी नैदानिक प्रबंधन या उपचार की बदौलत इस वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या को कम करने में मदद मिली है। यह कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर केंद्र सरकार द्वारा श्रेणीबद्ध, पूर्व-निर्धारित और अत्यंत सक्रिय नजरिया अपनाने का भी एक प्रमाण है।
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 217931 नमूनों की जांच की गयी जिससे अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या बढ़कर 8826585 हो गयी है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान देश में कोविड-19 की जांच करने वाली लैब की संख्या बढ़कर 1056 हो गयी है।
महाराष्ट्र में कोरोना मामले 1.80 लाख के पार, 8000 से अधिक की मौत
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति भयावह होती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान रिकाॅर्ड 5537 से अधिक नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बुधवार की रात बढ़कर 1.80 लाख के पार पहुंच गयी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस अवधि में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 180298 हो गयी है। इस दौरान 198 और लोगों की इस महामारी से मौत होने से इस जानलेवा वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 8053 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 2243 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 93154 हो गयी है।
राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 51.66 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 4.46 प्रतिशत है।
सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 79075 है जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र पूरे देश में कोरोना संक्रमण और मौत के मामले में पहले नंबर पर है।
दिल्ली में कोरोना मामले 90000 के करीब, निषिद्ध क्षेत्र घटकर 412 हुए
कोरोना का प्रकोप झेल रही राजधानी में बुधवार एक बार फिर नये मामले बढ़ने से चिंता बढ़ी जबकि निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या कम होने से राहत दिखाई दी।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज जारी आंकडों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 2442 नये मामलों से कुल संक्रमित 89802 हो गए। गत दिवस मामले 2199 थे।
राहत की बात यह है कि इस दौरान निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 28 घटकर 412 रह गई।
कोरोना से इस दौरान 61 और मरीजों की मौत से मरनेवालों की कुल संख्या 2803 हो गई।
दिल्ली में 23 जून को 3947 एक दिन के सर्वाधिक मामले आए थे।
पिछले 24 घंटों 1664 मरीज ठीक भी हुए और 59992 संक्रमित कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं। आज सक्रिय मामल़ों की संख्या 26270 से बढ़कर 27007 हो गई।
कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा 551708 पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 19956 जांच की गई। इसमें आरटीपीसीआर जांच 10043 और रैपिड एंटीजेन जांच 9913 थी। दिल्ली में दस लाख की जनसंख्या पर जांच का औसत भी बढ़कर 29037 हो गया।
दिल्ली में कुल कोरोना बेड्स 15242 हैं जिसमें से 5892 पर मरीज हैं जबकि 9350 खाली हैं। होम आइशोलेशन में 16703 मरीज हैं।
तमिलनाडु में कोरोना मामले 94000 के पार,1264 की मौत
तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप रुकने का नाम नहीं ले रहा है तथा 3882 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद मंगलवार को संक्रमितों की संख्या 94000 के पार पहुंच गयी।
राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 56.27 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 1.34 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 94049 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 63 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1264 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 2852 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसके बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 52926 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 39859 सक्रिय मामले हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे नंबर पर आ गया था लेकिन सोमवार को 86000 से अधिक मामलों के साथ ही यह दिल्ली को पीछे छोड़ दूसरे स्थान पर आ गया है।
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 13861 हुई , 572 की मौत ,10655 स्वस्थ हुए, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ” किल कोरोना ” अभियान शुरू किया attacknews.in
भोपाल, 01 जुलाई । मध्यप्रदेश में 268 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13861 तक जा पहुंची, जिसमें से अब तक 10655 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।572 मरीजों की मौत हो चुकी है ।
राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार प्रदेश भर में पिछले चौबीस घंटों के दौरान 268 नए मरीज मिलें, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 13861 तक पहुंच गयी। वहीं 260 मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर अब 10655 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश में 2625 मरीज उपचाररत हैं, जिनका विभिन्न अस्पताल में उपचार चल रहा है।
इंदौर जिले में कोरोना के 25 नये मामले, तीन की मौत
मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 25 नये मामले आने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 4734 तक जा पहुंची है। राहत की खबर है कि अब तक 3552 संक्रमित रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात बुलेटिन जारी कर बताया कि कल जांचे गये 1531 सैम्पलों में 25 संक्रमित पाये गये हैं, जबकि 1217 सैम्पल जांच के लिये प्राप्त हुये हैं। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 86235 जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं, जिसमें कुल संक्रमितों की संख्या 4734 है।
सीएमएचओ ने बताया कि कल एक 62 वर्षीय महिला तथा 27 और 78 वर्षीय दो पुरुषों समेत तीन की मौत दर्ज की गयी है, जिसके बाद मृतकों की संख्या 232 तक जा पहुँची है।
उधर अब तक 3552 संक्रमितों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जिसके बाद अस्पताल में उपचारत रोगियों की संख्या 950 है। वहीं अब तक संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से 4482 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दी जा चुकी है।
मुरैना में कोरोना के 46 नये मामले
मुरैना जिले में कोरोना के 46 नये मामले सामाने आने के बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 309 हो गई है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना संदिग्ध मरीजों की कल देररात आई जांच रिपोर्ट में 46 और नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से इनकी संख्या बढ़कर 309 हो गई है। कल ही इसके पहले मिली जांच रिपोर्ट में भी 27 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए थे। जिले में अभी तक कोरोना संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या पांच पर पहुंच गई है।
छिंदवाड़ा में चार और कोरोना पाजिटिव मिले
छिंदवाड़ा में चार और कोरोना पाजिटिव पाए गये।
एसडीएम अतुल सिंह ने बताया कि जबलपुर लैब से कल देररात जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। जिसमें जिला मुख्यालय, अमरवाड़ा, जुन्नारदेव और तामिया के कुल चार व्यक्तियों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव पाई गई है। जबलपुर लैब से कुल 183 जांच रिपोर्ट पहुंची जिसमे से 179 रिपोर्ट नेगेटिव मिली है।
मध्यप्रदेश को बनायें कोरोना मुक्त और रोगमुक्त: शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना से जंग हम सबको मिलकर लड़ना है। हमारी जीत निश्चित है। हम सभी संकल्प लें कि मध्यप्रदेश को कोरोना मुक्त और रोगमुक्त बनायें।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस से आगामी 15 दिवस तक संचालित होने वाले ‘किल कोरोना’ अभियान का भोपाल के समन्वय भवन में शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कोरोना के खात्मे के लिए किल-कोरोना अभियान में आमजन से सक्रिय सहयोग का आव्हान किया। मुख्यमंत्री ने ‘सार्थक लाइट’ एप का शुभारंभ किया। उन्होंने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रकाशित ‘द स्ट्रेटेजी डाक्यूमेंट कोविड-19 रिस्पांस टू रिकवरी सस्टनेबल साल्यूशन’ बुकलेट का भी लोकार्पण किया।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में लगभग एक हजार फीवर क्लिनिक कार्य कर रहे हैं। आज से प्रारंभ अभियान में कोविड मित्र बनाए जा रहे हैं। आमजन से आव्हान है कि कोविड मित्र बनकर अभियान में सहयोग करें। व्यापक सर्वे के माध्यम से प्रदेश का प्रत्येक परिवार कवर करते हुए रोगमुक्त मध्यप्रदेश का लक्ष्य पूरा करना है।
उन्होंने कहा कि समय पर रोग की पहचान और उपचार से यह घातक नहीं हो पाता और व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है। प्रत्येक व्यक्ति किल-कोरोना अभियान के अंतर्गत कोरोना के अलावा मलेरिया, डेंगू, डायरिया, सामान्य सर्दी-खांसी की जांच करवा कर इस जंग में विजयी होने में सहयोग प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि अनंतकाल तक लॉकडाउन कायम नहीं रखा जा सकता था। आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ करना भी बहुत आवश्यक था, लेकिन अनलॉक होने से लोग बाजारों में बहुत भीड़ न लगाएं। यह स्थिति खतरनाक हो सकती है। दिलों में दूरियाँ न हों लेकिन शरीर की दूरी रखनी पड़ेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम काढ़ा भूल गए थे। अब उसकी उपयोगिता समझ आई है। हमारे भारतीय नुस्खों ने कमाल किया है। थूकने की आदत भी खतरनाक है। स्वच्छता का ध्यान रखना होगा। सभी प्रदेशवासियों को हर व्यक्ति की जांच कराने का कार्य खुद आगे बढ़कर करना चाहिए। हम तभी इस लड़ाई को लड़ते हुए जीतेंगे और कोरोना हारेगा।
सागर में 9 नए पॉजिटिव मरीज मिले
सागर जिले में आज 9 मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जिले में इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 376 हो गयी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज मिले 9 पॉजिटिवों में 65 वर्षीय काकागंज वार्ड, 58 वर्षीय महिला चन्द्रशेखर वार्ड, 53 वर्षीय पुरुष बाघराज वार्ड, 63 वर्षीय पुरुष बाघराज वार्ड, 50 वर्षीय पुरुष रामपुरा वार्ड, 27 वर्षीय पुरुष भाग्योदय कैम्पस सागर, 40 वर्षीय महिला शास्त्री वार्ड, 42 वर्षीय महिला शास्त्री वार्ड एवं 20 वर्षीय पुरूष गुरूगोविन्द सिंह वार्ड जिला सागर निवासी शामिल हैं।
भिंड में 12 और लोग कोरोना संक्रमित
भिंड जिले में आज 12 और कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले।आधिकारिक जानकारी के अनुसार शहर में ही 12 कोरोना पाॅजिटिव मिलने के बाद अब जिले में इससे संक्रमितों की संख्या 260 हो गयी है, जिसमें 146 ठीक होकर घर चले गए तथा 114 का भिण्ड कोरोना सेंटर में इलाज चल रहा है।
मुरैना में भाजपा नेता सहित 56 नए कोरोना पॉजिटिव मिले
मुरैना जिले में आज आई कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) के नेता और उनकी पत्नी सहित 56 नए कोरोना के मरीज मिले हैं। अब जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 353 हो गयी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज आई 322 जांच रिपोर्ट में भाजपा के नेता व उनकी पत्नी सहित 56 नए कोरोना के मरीज पाए गए, जबकि 266 मरीजों की जांच निगेटिव मिली है। आज 12 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अब जिले में एक्टिव केस 353 हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे यूट्यूब, फेसबुक आदि पर अपने समाचार चैनल, बुलेेटिन बनाकर समाचार देने पर प्रतिबंध लगाया,अवैधानिक करार दिया attacknews.in
कैथल, 01 जुलाई ।हरियाणाा के कैथल के जिलाधीश सुजान सिंह ने आज सोशल मीडिया पर अपने चैनल, बुलेटिन बनाकर समाचार देने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
श्री सिंह ने जारी आदेश में कहा कि जिले में सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से समाचार चैनल व समाचार पत्र का रूप देकर खबरें प्रकाशित या प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
जारी आदेशों में कहा है कि जिले में कुछ लोग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे यू-टयूब, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, व्हाट्सएप, लिंक्डइन, ट्विटर, टेलीग्राम, पब्लिक एप व अन्य पर समाचार चैनल व समाचार पत्र की शक्ल देकर खबरें प्रकाशित व प्रसारित कर रहे हैं। इससे किसी भी प्रकार की इरादतन व गैर इरादतन दी गलत खबरों या फर्जी खबरों से समाज के बड़े हिस्से में घबराहट की स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसे में इस तरह की गतिविधियों को आगामी आदेशों तक प्रतिबंधित किया जाता है।आदेशों की उल्लंघना करना भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 505(1) आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 54 के तहत दंडनीय होगा।
उन्होंने बताया कि कुछ लोग करिंग करते हुए न्यूज चैनलों के समाचारों का प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रस्तुतिकरण कर रहे हैं। इन चैनलों का संचालन प्रदेश के सूचना एवं जन संपर्क निदेशालय या केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय से किसी भी प्रकार की अनुमति लिए बिना ही किया जा रहा है।
कोविड-19 के इस दौर में खबरें प्रकाशित व प्रसारित होने पर जनता पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में जिला में इस तरह की सभी गतिविधियों को पूर्ण से बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।