सागर। जिला अस्पताल में दवाओं के लिए जहां एक ओर मरीज दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं, वहीं दवाओं का एक बड़ा हिस्सा सोमवार को षडयंत्रपूर्वक जलाकर राख कर दिया गया। मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
जिला अस्पताल के पीछे सरकारी दवाएं फेंकी जाने और जलाने का प्रयास किए जाने का मामला सामने आने के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने जिला अस्पताल के ड्रग स्टोर प्रभारी को लेकर मौके पर पहुंचे। यहां पर डॉक्टरों ने दवाइयों की एक्सपायरी देखी तो पता चला कि ओआरएस सहित अधिकांश दवाइयों की मार्च 2015 की एक्सपायरी डेट है।डॉक्टरों का कहना है कि जिस बैच नंबर की कचरे में दवाइयां मिली हैं वह जिला अस्पताल के द्वारा नहीं खरीदी गई हैं। सभी की सूची बना ली गई है। इनका बारीकी से मिलान किया जाएगा। जिला अस्पताल प्रबंधन ने आशंका जताई है कि दवाईयां किसी अन्य अस्पताल या मेडिकल स्टोर की हो सकती हैं जो पानी लगने या नमी पड़ने और एक्सपायर होने के कारण यहां फेंक दी गई हैं।