भोपाल। अश्लील टिप्पणी को लेकर विवादों में फंसे मंजर भोपाली ने अपनी ओर से सफाई पेश करते हुए कहा है कि उन्होंने 2 मार्च मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सीधे तौर पर उर्दू अकादमी की सचिव डॉ. नूसरत मेहंदी के खिलाफ शिकायत की थी, इसलिये वो इस तरह का आरोप लगा रही हैं।
उन्होंने कहा, ”मैंने अपनी शिकायत में यह आरोप लगाया था कि उर्दू अकादमी की सचिव मेहंदी अपने पद का दुरुपयोग कर रही हैं और खुद को लाभांवित करने के लिये अकादमी की नई गाइड लाइन तैयार कर रही हैं।”
मंजर भोपाली ने कहा, ”मेहंदी के अनुसार 6 मार्च को मैंने उन पर अश्लील टिप्पणी की तो उन्हें तत्काल शिकायत दर्ज करानी चाहिये थी। 18 मार्च तक वो किसका इंतजार कर रही थीं। इससे पहले भी मीडिया साथियों ने मुझसे पूछा तो मैंने यही कहा है कि मैंने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है।”
भगवाकरण की बात पर कायम हूं।
मंजर भोपाली ने कहा कि वे भगवाकरण की बात पर भी कायम हैं और उन्होंने कार्यक्रम में यह कहा था कि उर्दू अकादमी का भगवाकरण किया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला
उर्दू अकादमी की सचिव डॉ. नुसरत मेहंदी ने शुक्रवार को मंजर भोपाली पर आरोप लगाते हुए कहा कि भोपाली ने उनके खाकी अंडरगारमेंट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उर्दू भवन भगवा के रंग में रंगने लगा है और नौबत यह आ गई है कि महिला-पुरुष सब खाकी पहनने लगे हैं।
यह बात अकादमी की सचिव मेहंदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंजर भोपाली ने एक कार्यक्रम के दौरान यह टिप्पणी की थी। 6 मार्च को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान मंजर भोपाली ने मंच से सीधे तौर पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वे इसका वीडियो और ऑडियो तलाश रही हैं महिला थाने में शिकायत भी की है।
मेहंदी ने कहा कि मंजर भोपाली ने कहा कि उर्दू अकादमी का भगवाकरण हो गया है और यहां की सचिव भी खाकी अंडर गारमेंट पहनने लगी है। इस बात को लेकर मीडिया ने जब पूछा कि अब आप क्यों शिकायत कर रही हैं तो उन्होंने कहा कि इसको लेकर मैंने विभाग में शिकायत की थी, जिसके आधार पर मैंने शिकायत महिला थाने में की है। इसको लेकर सबूत जुटाए जा रहे हैं।