लखनऊ, 23 दिसम्बर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू संस्कृति को भारत की एकमात्र संस्कृति करार देते हुए रविवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सिर्फ ‘हम‘ ही करेंगे, दूसरा कोई नहीं कर पाएगा।
योगी ने यहां आयोजित ‘युवा कुम्भ’ को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत एक राष्ट्र है, उसकी एक ही संस्कृति है। भारत की एक सोच है। यहां पर भाषाएं, जाति, क्षेत्र, खान-पान, रंगरूप, बोली भाषा अलग-अलग हो सकती है। भारत राजनीतिक रूप से भले ही अलग-अलग रहा हो, लेकिन उसकी एक संस्कृति है, जो हिन्दू संस्कृति के रूप में जानी जाती है। इस पर हम सबको गर्व होना चाहिये।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां कुछ लोग रामजन्मभूमि के बारे में बोल रहे थे। मित्रों, यह कार्य जो भी करेगा, जब भी करेगा, यह कार्य हम ही करेंगे, कोई दूसरा नहीं कर पाएगा।’’
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘जो लोग राम और कृष्ण को मिथक मानते रहे हैं उन लोगों द्वारा जनेऊ दिखाकर और गोत्र बताकर भरमाने का प्रयास किया जा रहा है।’’
उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर युवाओं का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘हम लोग वर्तमान में चल रहे इस अभियान को बहुत नजदीक से समझने का प्रयास करें। कौन वे लोग हैं जो अपनी मातृभूमि और अपनी राष्ट्रमाता के प्रति षड्यंत्र करने में संलिप्त हैं। अगर हम आज इसे समझने का प्रयास नहीं कर रहे हैं तो हमारी इस युवा ऊर्जा के लिये, हमारी इस प्रतिभा के लिये इससे बड़ा दुखदायी अवसर और नहीं होगा।’’
योगी ने कहा, ‘‘हमारे पास इस षड्यंत्रों को समझने का अवसर है, जो इस देश में नकारात्मकता का प्रतिनिधित्व करते हुए इस देश को एक बार फिर विखण्डन की तरफ धकेलना का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। यह षड्यंत्र हर स्तर पर रचने की तैयारी होगी लेकिन उसके प्रति सावधान रहना जरूरी है।’’
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों का भी जिक्र किया । उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 69 हजार शिक्षकों और पुलिस में 50 हजार भर्तियों की कार्यवाही चल रही है जिसे 2019 के प्रारम्भिक माह में ही पूरा कर लिया जाएगा। ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के जरिये अगले पांच वर्षों में 20 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। प्रदेश में निवेश के लिये माहौल बनाकर लाखों नौजवानों को सम्मानजनक ढंग से आगे बढ़ने के लिये प्रेरित किया जा रहा है
नीतीश ने कोर्ट के निर्णय की वकालत की:
लोकसभा चुनाव से पहले राममंदिर पर तेज हुई राजनीति के बीच केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक दल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि राम मंदिर मुद्दे का फैसला अदालत के फैसले या आपसी सहमति से होगा।
श्री कुमार ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए बिहार के सीटों के बँटवारे पर हुई बैठक के बाद यहाँ संवाददाताओं के प्रश्न के उत्तर में कहा “हर पार्टी की अपनी-अपनी राय चलती रहती है। हमारा प्रारंभ से ही यह मत रहा है कि राम मंदिर के मुद्दे का हल या तो अदालत के फैसले से या आपसी सहमति से होगा।”
उन्होंने कहा कि वह वर्ष 1996 में भाजपा के साथ आये थे और 1999 में राजग में शामिल हुये थे। भले ही बाद में जदयू और भाजपा का संबंध विच्छेद हो गया था, लेकिन उनकी हमेशा से यही राय रही है कि मंदिर मुद्दे का फैसला आपसी सहमति से या अदालत के फैसले से हो।
संवाददाताओं ने श्री कुमार से जब यह पूछा कि लोकसभा चुनाव में बिहार में मुकाबला त्रिकोणीय होगा या सीधा, तो जदयू नेता ने कहा “मेरी आदत ज्यादा बोलने की नहीं, काम करने की है जबकि कुछ लोगों का काम सिर्फ बोलना है।” उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा में बिहार में राजग का प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
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