बीजिंग/वाशिंगटन 24 मई (शिन्हुआ) चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को कहा कि जो लोग विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर कीचड़ फेंकते हैं, वे केवल खुद को ही दागदार करेंगे।इससे पहले वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर एक बार फिर सोमवार को हमला बोला था और कहा था कि संयुक्त राष्ट्र का यह स्वास्थ्य निकाय चीन के हाथ की ‘कठपुतली’ है।
श्री वांग ने वार्षिक राष्ट्रीय विधायी सत्र के इतर एक संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की।
कोरोना मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग को तैयार है चीन
चीन ने कहा है कि वह कोरोना वायरस (कोविड-19) की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है लेकिन इस प्रक्रिया का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “चीन कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय के साथ सहयोग के लिए तैयार है। हमारा मानना है कि यह प्रक्रिया पेशवर, निष्पक्ष और रचनात्मक होनी चाहिए। निष्पक्ष होने से हमारा मतलब हे कि कोरोना वायरस का पता लगाने की प्रक्रिया में राजनीतिक हस्तेक्षप से बचा जाना चाहिए।”
जल्द सुलझाया जाना चाहिए हांगकांग की सुरक्षा का मुद्दा : चीन
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नये प्रस्तावित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की ओर इशारा करते हुए कहा है कि हांगकांग की सुरक्षा का मुद्दा बिना किसी देरी के जल्द से जल्द सुलझाया जाना चाहिए।
श्री वांग यी ने कहा, “ हमने हांगकांग के आंतरिक मामलों में बढ़ते हुए विदेशी हस्तक्षेप को देखा है। जिसके कारण हांगकांग की सुरक्षा और समृद्धि के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। इससे एक देश और दो प्रणाली के सिद्धांत को लागू करने में भी मुश्किल होगी। ऐसी परिस्थितियों में, हांगकांग की राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए एक कानूनी प्रणाली तैयार करना प्राथमिकता बन गया है। हमें इस मुद्दे को बिना किसी देरी के जल्द से जल्द सुलझाना होगा।”
डब्ल्यूएचओ चीन के हाथ की कठपुतली है : ट्रंप
वाशिंगटन में, 19 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर एक बार फिर सोमवार को हमला बोला और कहा था कि संयुक्त राष्ट्र का यह स्वास्थ्य निकाय चीन के हाथ की ‘कठपुतली’ है।
ट्रंप ने दावा किया कि अगर उन्होंने चीन से यात्रा पर प्रतिबंध नहीं लगाए होते तो कोरोना वायरस से देश में और लोगों की मौत हुई होती जिसका स्वास्थ्य एजेंसी ने ‘विरोध’ किया था।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, “वे (डब्ल्यूएचओ) चीन के हाथ की कठपुतली हैं। सही ढंग से कहा जाए तो वे चीन केंद्रित हैं। लेकिन वे हैं चीन के हाथ की कठपुतली ही।”
ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने बहुत खराब काम किया है। अमेरिका उन्हें हर साल 45 करोड़ डॉलर देता है। चीन उनको साल में 3.8 करोड़ डॉलर का भुगतान करता है।”
ट्रंप ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन जनवरी अंत में चीन से यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने के खिलाफ था।
उन्होंने कहा, “डब्ल्यूएचओ इसके खिलाफ था। वे मेरे प्रतिबंध लगाने के खिलाफ थे। उन्होंने कहा था कि आपको इसकी जरूरत नहीं है, ये बहुत ज्यादा है और बेहद सख्त है लेकिन वे गलत साबित हुए।”
ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एवं पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन भी इस प्रतिबंध के खिलाफ थे।
उन्होंने कहा, “सुस्त जो बाइडेन ने भी यही बात कही थी। उन्होंने कहा कि मैं विदेशी लोगों से नफरत करता हूं। ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि मैंने कहा था कि चीन से आने वाले लोग देश में प्रवेश नहीं कर सकते। आप अब बहुत जल्दी हमारे देश में प्रवेश नहीं कर सकते। और बाइडेन ने कहा कि मैं विदेशियों से नफरत करता हूं।”
ट्रंप ने कहा, “अगर मैंने प्रतिबंध नहीं लगाया होता, तो इस देश ने हजारों और लोगों को गंवा दिया होता। यह बहुत महत्त्वपूर्ण प्रतिबंध था। लोग प्रतिबंध के बारे में बात करना पसंद नहीं करते लेकिन यह बहुत महत्त्वपूर्ण था।”
राष्ट्रपति ने दावा किया कि उन्हें छोड़कर कोई नहीं चाहता था कि यह प्रतिबंध लगाया जाए।