जिनेवा/नयी दिल्ली 24 अप्रैल ।दुनिया में अपनी तरह की ऐतिहासिक पहल के तहत सभी देशों के वैज्ञानिक मिलकर एक साथ कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ का टीका ढूँढ़ेंगे और उनके इस प्रयास में निजी क्षेत्र तथा अंतर्राष्ट्रीय संस्थान एवं विभिन्न देशों की सरकारें वित्तीय मदद मुहैया करायेंगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), यूरोपीय संघ, जर्मनी सरकार और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने एक संयुक्त संवादाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की जिसे संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतरेस तथा कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में टीका विकसित करने और उसके उत्पादन तथा समान वितरण के लिए ‘एक्ट’ नाम से एक ‘टूल’ लॉन्च किया गया। इसका उद्देश्य टीके के विकास और उसके बाद उत्पादन को गति देना है।
जर्मनी की सरकार के नेतृत्व में 04 मई को एक वैश्विक कार्यक्रम में विभिन्न देश और संगठन इसमें वित्तीय मदद की घोषणा करेंगे। अभी 7.5 अरब यूरो की राशि जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।
इस ‘एक्ट टूल’ के तहत हर देश में कोविड-19 के टीके पर होने वाले अनुसंधान के आँकड़े साझा करने होंगे। एक तरह से पूरी दुनिया के वैज्ञानिक मिलकर यह टीका बनायेंगे। इससे टीका जल्दी विकसित करने में मदद मिलेगी। साथ ही इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं रह जायेगी। इस पैसे का इस्तेमाल टीके के उत्पादन के लिए भी किया जायेगा। वैज्ञानिकों द्वारा टीका खोज लेने के बाद सभी देश मिलकर इसका उत्पादन करेंगे और सभी देशों में समान वितरण किया जायेगा।