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पाकिस्तान द्वारा हिरासत में लिए गए विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान का मामला जिनेवा संधि में दर्ज होगा , भारत ने सुरक्षित वापसी की मांग की attacknews.in

नयी दिल्ली / इस्लामाबाद , 27 फरवरी । भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान द्वारा बुधवार को हिरासत में लेने का मामला 1929 की जिनेवा संधि के तहत आएगा।

उनके विमान को गिराए जाने के बाद पाकिस्तान ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्विटर पर कहा, ‘‘ पाकिस्तानी सेना की हिरासत में सिर्फ एक पायलट है। विंग कमांडर अभिनंदन के साथ सैन्य आचरण के मुताबिक सलूक किया जा रहा है।’’

युद्ध बंदियों का सरंक्षण (पीओडब्ल्यू) करने वाले नियम विशिष्ट हैं। इन्हें पहले 1929 में जिनेवा संधि के जरिए ब्यौरे वार किया गया था और द्वितीय विश्व युद्ध से सबक सीखते हुए 1949 में तीसरी जिनेवा संधि में उनमें संशोधन किया गया था।

नियमों के मुताबिक, जंगी कैदी का संरक्षण का दर्जा अंतरराष्ट्रीय सशस्त्र संघर्षों में ही लागू होता है।

संधि के मुताबिक, युद्ध बंदी वह होते हैं जो संघर्ष के दौरान आमतौर पर किसी एक पक्ष के सशस्त्र बलों के सदस्य होते हैं जिन्हें प्रतिद्वंद्वी पक्ष अपनी हिरासत में ले लेता है।

यह कहता है कि पीओडब्ल्यू को युद्ध कार्य में सीधा हिस्सा लेने के लिए उन पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है।

इसके मुताबिक, उनकी हिरासत सज़ा के तौर पर नहीं होती है बल्कि इसका मकसद संघर्ष में उन्हें फिर से हिस्सा लेने से रोकना होता है। युद्ध खत्म होने के बाद उन्हें रिहा किया जाना चाहिए और बिना किसी देरी के वतन वापस भेजना चाहिए। हिरासत में लेने वाली शक्ति उनके खिलाफ संभावित युद्ध अपराध के लिए मुकदमा चला सकती है लेकिन हिंसा की कार्रवाई के लिए नहीं जो अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों के तहत विधिपूर्ण है।

नियम साफतौर पर कहते हैं कि जंगी कैदियों के साथ हर परिस्थिति में मानवीय तरीके से सलूक किया जाना चाहिए।

जिनेवा संधि कहती है कि वह हिंसा की किसी भी कार्रवाई के साथ-साथ डराने, अपमानित करने और सार्वजनिक नुमाइश से पूरी तरह से सरंक्षित

भारत ने सुरक्षित वापसी की मांग की :

भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब किया और दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच हवाई झड़प के बाद पाकिस्तान द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीय पायलट की तत्काल और सुरक्षित वापसी की मांग की।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया गया है कि भारतीय रक्षाकर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।

मंत्रालय ने कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय मानवता कानून और जिनेवा संधि के विपरीत किसी घायल कर्मी को ‘‘अशोभनीय रूप से दिखाए जाने पर’’ पड़ोसी देश के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।

पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास दोनों पक्षों की वायुसेनाओं के बीच भीषण झड़प के बाद विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को हिरासत में ले लिया। इस झड़प में पाकिस्तान के एक विमान को मार गिराया गया और भारतीय वायुसेना को भी अपना एक मिग 21 खोना पड़ा।

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया गया है कि वह सुनिश्चित करे कि उसकी हिरासत में भारतीय रक्षाकर्मी को कोई नुकसान न पहुंचे। भारत उसकी (अपने पायलट) तत्काल और सुरक्षित वापसी की भी उम्मीद करता है।’’

मंत्रालय ने पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को आज दोपहर बाद तलब किया और पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ की गई अकारण आक्रामकता तथा भारतीय नभक्षेत्र का उल्लंघन करने और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के प्रयासों पर कड़ी आपत्ति जताई।

आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर को भारतीय वायुसेना द्वारा तबाह किए जाने के एक दिन बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय नभक्षेत्र का उल्लंघन किया और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का असफल प्रयास किया।

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह भारत द्वारा आत्मरक्षा में 26 फरवरी को बालाकोट स्थित जैश ए मोहम्मद के शिविर पर किए गए ऐहतियातन हमले के विपरीत है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अपनी धरती से संचालित हो रहे आतंकी संगठनों और आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय दायित्व और द्विपक्षीय प्रतिबद्धता को पूरा करने की जगह पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आक्रमण किया है।’’

मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट रूप से संदेश दे दिया गया कि अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भारत के पास ठोस और निर्णायक कार्रवाई करने का अधिकार है।’’

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी पक्ष को पुलवामा हमले में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता और पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविरों तथा इसके नेतृत्व की मौजूदगी के संबंध में एक डोजियर दिया गया।’’

इसने कहा कि इस बात पर अफसोस जताया गया कि पाकिस्तान का राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व अपने नियंत्रण में आतंकी ढांचे की मौजूदगी से लगातार इनकार करता रहा है।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘संदेश दिया गया कि भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों से आतंकवाद को मिटाने के लिए तत्काल और प्रामाणिक कार्रवाई करे।

राजनीतिक दलों ने सकुशल वापसी की उम्मीद जताई:

भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तानी प्रयास को विफल करने के दौरान लापता हुए वायुसेना के एक पायलट की सुरक्षा को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने चिंता प्रकट की और उम्मीद जताई कि वह जल्द सकुशल स्वदेश लौटेंगे।

कांग्रेस समेत 21 विपक्षी दलों ने एक बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तान के दुस्साहस की निंदा की और वायुसेना के एक लापता पायलट की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।

विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार का आह्वान किया कि वह भारत की संप्रभुता व एकता की रक्षा के लिए उठाए जाने वाले हर कदम पर देश को विश्वास में ले।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘यह सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ कि वायुसेना का हमारा बहादुर पायलट लापता है। मैं आशा करता हूं कि वह जल्द सकुशल लौटेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस मुश्किल समय में हम अपने सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं।’’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वह पायलट की जल्द सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना करते हैं।

द्रमुक नेता एमके स्टालिन ने कहा कि इस पायलट की जल्द से जल्द सकुशल वापसी सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार को हर जरूरी कदम उठाना चाहिए।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान को इस पायलट के साथ उसी तरह का व्यवहार करना चाहिए जैसे वह अपने सैनिकों के साथ करता है।

अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि पायलट की सुरक्षित वापसी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी राजनीतिक गतिविधियां स्थगित करनी चाहिए।

एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पाकिसतान को जिनेवा संधि का सम्मान करते हुए भारतीय पायलट के साथ मानवीय व्यवहार करना चाहिए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ मैं भारतीय वायु सेना के पायलट की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं… समूचे देश को अपने इस बेटे पर गर्व है और सबको उनकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद है। हम सब अपने देश को सुरक्षित और मजबूत रखने के लिए एकजुट हैं।’’

गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए बुधवार को अपनी वायुसेना का इस्तेमाल किया, लेकिन उसके प्रयास को पूरी तरह विफल कर दिया गया। हालांकि इस अभियान में एक भारतीय पायलट ‘‘लापता’’ हो गया।

दूसरी तरफ, पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को हिरासत में लिया है। भारत सरकार की तरफ से इस दावे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

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