नईदिल्ली 2 मार्च । विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को भारत आए अभी 1 दिन भी नहीं बीता कि पाकिस्तान के झूठ की परतें खुलनी शुरू हो गई हैं। आज यहां ये खुलासा हुआ भारतीय पायलट को पाकिस्तान में बहुत मानसिक प्रताड़ना दी गई ।
सूत्रों के मुताबिक खुद विंग कमांडर अभिनंदन ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना ने हिरासत के दौरान उनका काफी मानसिक उत्पीडऩ किया।
आर्मी अस्पताल में चेकअप करा रहे अभिनंदन ने बताया है कि हिरासत के दौरान उसको छुआ तक नहीं गया लेकिन मानसिक तौर पर उसे काफी प्रताडि़त किया गया।
सूत्रों की मानें तो अभिनंदन ने ये बयान खुद दिया है और इस आपबीती ने ये साबित कर दिया कि पाक अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आ सकता।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन की घड़ी, मोजे और चश्मे तो लौटा दिया, लेकिन उनकी पिस्टल, मैप और सर्वाइवल किट को वापस नहीं किया।
हैंड ओवर सर्टिफिकेट के मुताबिक पाकिस्तान द्वारा विंग कमांडर अभिनंदन के घड़ी, मोजे और चश्मे को ही वापस किया गया है.
इसमें यह भी कहा गया कि शुक्रवार को भारतीय पायलट अभिनंदन को पाकिस्तानी रेंजर्स के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट शहजाद फैजल ने बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट संजय कुमार को सौंपा।
आज आर्मी अस्पताल में एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने मुलाकात की। यही नहीं अस्पताल में धनोआ ने विंग कमांडर के साथ अकेले में भी काफी देर तक बातचीत की थी।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया- पाकिस्तान से वापसी के बाद विंग कमांडर ने बताया कि उन्हें शारीरिक टॉर्चर तो नहीं की गई लेकिन काफी मानसिक यातनाएं दी गई।
Sources: After returning from Pakistan, Wing Commander Abhinandan Varthaman has informed that though he was not physically tortured by the Pakistanis; he went through a lot of mental harassment. pic.twitter.com/x7C3lFsrSR
— ANI (@ANI) March 2, 2019
अभिनंदन एक दिन पहले शुक्रवार की देर रात अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते दिल्ली लौटे हैं।
विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिसतान के अधिकारियों की तरफ से उस वक्त पकड़ लिया गया जब नियंत्रण रेखा के उस पार उनका मिग-21 बिसन विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस दौरान उन्होंने एक पाकिस्तान के अत्याधुनिक एफ-16 लड़ाकू विमान को भी मार गिराया। लेकिन, जब वे पैराशूट का इस्तेमाल कर नीचे उतरे तो उन्हें पता चला कि वह पाकिस्तान के नियंत्रण वाले जम्मू कश्मीर में है और उन्हें पाकिस्तान सेना के हवाले कर दिया गया।
पाकिस्तान से भारत वापस लौटने के बाद इंडियन एयर फ़ोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान सबसे सबसे पहले पालम हवाई अड्डे पर अपने परिवार से मिले।
अब अभिनंदन की शारीरिक जांच के अलावा मानसिक स्वास्थ्य का निरिक्षण करने के लिए एक मनोवैज्ञानिक द्वारा जांच कराइ जाएगी. साथ ही ये निर्धारित किया जाएगा कि पाकिस्तान में उनके शरीर में कोई चिप या ऐसी ही कोई अन्य उपकरण तो नहीं लगा दिया गया है.
वहीं, जानकारी के अनुसार दो दिन तक पाकिस्तान में कैद रहने के दौरान पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने कई अवसरों पर उन्हें प्रताड़ित करने का प्रयास किया.
पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के अधिकारी निरंतर प्रयास कर रहे थे कि अगर किसी भी अवसर पर विंग कमांडर अभिनंदन कमजोर पड़ते हैं या अपनी रिहाई की भीख मांगते हैं तो सबसे पहले उनका ऐसा एक वीडियो तैयार किया जाए. इसीलिए पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने दो से तीन बार अभिनन्दन के अलग-अलग तरीके से वीडियो बनाए, किन्तु पाकिस्तानी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए।
अपनी मजबूत इरादों और जीवटता के दम पर अभिनंदन ने एयरफोर्स या देश से सम्बंधित कोई भी राज पाकिस्तान को नहीं बताया।
पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने उन्हें उनके परिवार से लेकर हर ढंग से दबाव डालने की कोशिश की, किन्तु अभिनंदन किसी भी अवसर पर नहीं झुके. विंग कमांडर अभिनंदन के भारत वापस लौटते ही सबसे पहले उन्हें परिवार से मिलने के लिए समय दिया गया. उन्होंने अपनी माता, पिता, पत्नी और बेटे को गले लगाया.
रक्षा मंत्री ने अभिनंदन से मुलाकात की:
आज आर्मी अस्पताल में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान से मुलाकात की और उनसे कहा कि समूचे राष्ट्र को उनके साहस एवं दृढ़ता पर गर्व है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारतीय वायुसेना के एक मेडिकल संस्थान में हुई मुलाकात के दौरान, समझा जाता है कि अभिनंदन ने पाकिस्तान की गिरफ्त में करीब 60 घंटे रहने के बारे में रक्षा मंत्री को विस्तार से बताया।
अभिनंदन शुक्रवार देर शाम अटारी – वाघा सीमा होते हुए भारत पहुंचे और इसके करीब ढाई घंटे बाद रात करीब पौने 12 बजे वह वायुसेना के एक विमान से नयी दिल्ली पहुंचे। उनके भारतीय सीमा में प्रवेश करने पर यह पाया गया कि उनकी दायीं आंख के पास सूजन है।
एयर फोर्स सेंट्रल मेडिकल एस्टैबलिशमेंट (एएफसीएमई) में अभी उनकी मेडिकल जांच चल रही है।
गौरतलब है कि उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों ने 27 फरवरी को पकड़ लिया था। दरअसल, पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के साथ हुई एक झड़प के दौरान उनका मिग 21 गिर गया था। लेकिन उन्होंने अपने विमान के गिरने से पहले पाकिस्तानी वायुसेना के एफ – 16 को मार गिराया था।
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