मॉस्को/संयुक्त राष्ट्र , 09 जनवरी । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर अमीर देशों की खिंचाई करते हुए कहा है कि वे गरीब और सर्वाधिक पिछड़े हुए देशों तक इस वैक्सीन को पहुंचाने में मदद करें।
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधनोम गेब्रिएसस ने शुक्रवार को कहा कि वैक्सीन निर्माता कंपनियां और अमीर देश वैक्सीन को लेकर द्विपक्षीय सौदे करना बंद करें और ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन बनाने और इसके समान वितरण पर जोर दें।
श्री गेब्रिएसस ने जिनेवा में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘ डब्ल्यूएचओ के वैक्सीन वितरण तंत्र ‘ काेवैक्स ‘ ने वैक्सीन की दो करोड़ खुराकों का अनुबंध किया है, लेकिन अमीर देश अतिरिक्त द्विपक्षीय सौदे करके वैक्सीन की आपूर्ति कर रहे हैं। मैं उन देशों से अपील करता हूं, जिनके पास अधिक मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हैं वे तत्काल ‘ कोवैक्स ‘ को भी वैक्सीन उपलब्ध कराएं।
अब तक 42 देशों ने टीकाकरण शुरू कर दिया है, जिनमें 36 उच्च आय और छह मध्यम आय वाले देश शामिल हैं। अमीर देशों ने शुरुआत में ही कई वैक्सीन खरीदे हैं। इससे संभावित रूप से सभी के लिए वैक्सीन की कीमत बढ़ जाएगी, जिससे सबसे गरीब और पिछड़े देशों को वैक्सीन नहीं मिल पाएगी। ‘
गुटेरेस करेंगे वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों पर विश्वास
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर न्यूयॉर्क शहर के स्वास्थ्य अधिकारियों पर विश्वास करेंगे।
श्री गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह जानकारी शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी।
उन्होंने कहा, “हमारी योजना अपने मेजबान राज्य के शहर के प्रोटोकॉल का पालन करने की है। न्यूयॉर्क, जेनेवा या वियना जैसे बड़े शहरों में काम करने वाले कर्मचारी वैक्सीन के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों पर विश्वास करेंगे।”दुजारिक ने कहा कि 71 वर्षीय श्री गुटेरेस तथा संयुक्त राष्ट्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी जब उनके आयु वर्ग के लोगों के टीके लगाए जाएंगे, तो वैक्सीन हासिल करेंगे।
उल्लेखनीय है कि न्यूयॉर्क शहर में 65 से 74 साल की उम्र के लोगों को तीसरे चरण में टीका लगाने की योजना है। उम्मीद है कि यहां पर वैक्सीनेशन की तीसरा चरण मार्च-अप्रैल में शुरू होगा।