पश्चिम बंगाल में चुनचुरा विधानसभा सीट पर भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी और तृणमूल कांग्रेस के विधायकअसित मजूमदार के बीच कड़ी टक्कर attacknews.in

कोलकाता, 22 मार्च । भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सांसद लॉकेट चटर्जी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो बार विधायक रहे असित मजूमदार (तपन) के बीच चुनचुरा विधानसभा निर्वाचन सीट पर कड़ी टक्कर है।

श्री मजूमदार दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम के उपाध्यक्ष भी हैं।

इससे पहले के दो चुनावों में तृणमूल कांगेस के उम्मीदवार ने इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता था।

चुनचुरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2016 में तृणमूल के श्री मजूमदार (तपन) ने अपने प्रतिद्वंदी ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) के डॉ. प्रणव कुमार घोष को 29,684 मतों से पराजित किया था।
श्री मजूमदार ने वर्ष 2011 में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एआईएफबी के नरेन्द्रनाथ डे को 44,592 मतों से हराया था। चुनचुना विधानसभा निर्वाचन सीट हुगली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आती है। वर्ष 2019 में इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी ने अपने प्रतिद्वंदी तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. रत्ना डे (नाग) को 73,362 मतों से पराजित किया था।

चुनचुरा विधानसभा सीट से भगवा पार्टी द्वारा नामांकित होने के बाद अभिनेता से राजनेता बनी सुश्री चटर्जी ने कहा कि बंगाल की महिलाएं ‘सोनार बांग्ला’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सपना देख रही हैं, जहां महिलाओं को उनका उचित सम्मान मिलेगा।”

सुश्री चटर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी किसी को भी बंगाल को ‘पूर्वी पाकिस्तान’ बनाने की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने कहा, “जय श्रीराम एक आम बोलचाल में कहा जाता है। ममता सरकार ने राम और सीता का अपमान किया है। बंगाल सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करती है। उन्होंने परोक्ष रूप से अल्पसंख्यकों को जिक्र करते हुए कहा कि वे 30 प्रतिशत की राजनीति करते हैं। हम बंगाल को पूर्वी पाकिस्तान नहीं बनने देंगे।”

सुश्री चटर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के चुनाव अभियान की आलोचना करते हुए कहा कि बंगाल को अपनी बेटी चाहिए। राज्य में दुष्कर्म, छेड़छाड़ और एसिड हमलों की घटनाएं और महिलाओं की तस्करी बढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में महिलाओं को सम्मान नहीं दिया जाता और अब तृणमूल नेता ‘बेटी’ के नाम पर वोट मांग रहे हैं।

सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि महामारी के दौरान केन्द्र द्वारा उपलब्ध कराये गये राशन को तृणमूल कांग्रेस ने चुराया है और जिन लोगों को यह राशन पहुंचना था, उन्हें नहीं मिला। तृणमूल ने लॉकडाउन के दौरान चावल, अम्फान के दौरान टेंट और कोविड वैक्सीन की चोरी की है।