कोलकाता, दो अक्टूबर । कोलकाता के उत्तरी उपनगर स्थित नगर बाजार इलाके में एक बहुमंजिला इमारत के सामने मंगलवार को हुए विस्फोट में सात साल के एक बच्चे की मौत हो गई और उसकी मां सहित नौ लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
प्रदेश में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने विस्फोट के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को जिम्मेदार बताते हुए आरोप लगाया कि इस विस्फोट के जरिए भगवा पार्टी दक्षिणी दमदम नगर निकाय के अध्यक्ष और तृणमूल कांग्रेस के नेता पंचू रॉय की हत्या करना चाहती थी।
भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए विस्फोट की जांच एनआईए से कराने की मांग की है।
रॉय और तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेताओं को पूर्व नक्सलवादी बताते हुए भाजपा ने कहा कि विस्फोट तृणमूल कांग्रेस में जारी आंतरिक झगड़े का नतीजा है।
बैरकपुर कमिश्नरेट के पुलिस उपायुक्त आनंद रॉय ने बताया, दमदम थाना क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले काजीपारा इलाके में एक भवन के भूतल पर फल की दुकान में सुबह करीब नौ बजे विस्फोट हुआ। शुरूआती जांच के मुताबिक इसमें अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था।
उन्होंने बताया, विस्फोट में गंभीर रूप से घायल एक बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। कुल नौ लोग घायल हुए हैं। इनमें से दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘यह एक सॉकेट बम विस्फोट था। फॉरेंसिक टीम और सीआईडी का बम रोधी दस्ता घटनास्थल का मुआयना कर रहा है। खोजी कुत्ते भी वहां मौजूद हैं। हमने आगे की जांच शुरू कर दी है।’ सॉकेट बम इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) है।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘‘प्रारंभ में हमें लगा था कि यह एक गैस सिलिंडर विस्फोट है। लेकिन ऐसा नहीं था। हमें कुछ लोहे की छोटी-छोटी कीलें मिली है लेकिन गनपाउडर की कोई गंध नहीं है।’
वहीं, रॉय ने दावा किया कि इस हमले के पीछे उसी पार्टी का हाथ है जो पूरे बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े लोगों पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि विस्फोट में उन्हें निशाना बनाया गया था।
उन्होंने बताया, ‘‘यह सुनियोजित तरीके से किया गया विस्फोट है। उन्होंने मुझे और अन्य तृणमूल कार्यकर्ताओं को मारने की साजिश रची क्योंकि इससे लोगों में घबराहट पैदा होगी और वह इस क्षेत्र में पैठ बनाएंगे।’
यह पूछने पर कि क्या यह विस्फोट तृणमूल कांग्रेस में आपसी झगड़े का नतीजा है, रॉय ने कहा कि दक्षिण बंगाल में ऐसी स्थिति नहीं है।
तृणमूल कांग्रेस के उत्तरी 24 परगना जिले के अध्यक्ष और राज्यमंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने मौका मुआयना करने के बाद विस्फोट के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य पंचू रॉय और पार्टी के अन्य सदस्यों को नुकसान पहुंचाना था।
मलिक ने कहा, ‘‘यह विस्फोट पंचू रॉय की हत्या करने के गंभीर षड्यंत्र का उदाहरण है। यह सुनियोजित था। यह पंचू रॉय की हत्या करने का षड्यंत्र था। वे (भाजपा) राज्य में लोगों के बीच बिना मतलब परेशानियां खड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा विभाजनकारी राजनीति कर रही है। वे लोग इस्लामपुर में हुई घटना के खिलाफ बोल रहे हैं लेकिन रॉय की हत्या का प्रयास कर रहे हैं।’’
वहीं पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने मलिक के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राज्य में होने वाली किसी भी घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराना तृणमूल कांग्रेस का चलन बन गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के पार्टी कार्यालय ‘बम रखने के गोदाम’ बन गये हैं और यही कारण है कि प्रत्येक विस्फोट में सत्तारूढ़ दल का नाम सामने आता है।
घोष ने कहा, ‘‘पंचू रॉय, पुरेन्दु बसु (राज्य मंत्री), डोला सेन (तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य) पूर्व नक्सलवादी हैं। यह विस्फोट उनके आंतरिक झगड़े का नतीजा है। इसमें यह तीनों नेता शामिल हैं। हम मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग करते हैं।’’
घटना के मद्देनजर घोष ने शहर और राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया।attacknews.in