शांति निकेतन, 28 जनवरी। विश्व भारती विश्वविद्यालय के पदेन कुलपति स्वपन कुमार दत्ता कल सेवानिवृत्त हो गए और किसी को भी प्रभार सौंपे बिना कार्यालय छोड़ दिया।
विश्वविद्यालय के कानून के अनुसार संस्थान के सबसे वरिष्ठ निदेशक को कार्यवाहक कुलपति का कार्यभार सौंपा जाता है। इसलिये, उस हिसाब से सबसे वरिष्ठ निदेशक सबुजकोली सेन को कार्यवाहक कुलपति होना था।attacknews.in
हालांकि, सेन ने कहा, ‘‘मुझे उनके कार्यालय से पदेन कुलपति के तौर पर काम करने के लिये अब तक कोई पत्र नहीं मिला है। यद्यपि रविवार यहां कामकाजी दिन होता है, फिर भी मैं पदेन कुलपति के तौर पर जॉइन नहीं कर सकता।’’ सेन ने कहा कि वह जानते थे कि शनिवार पदेन कुलपति के तौर पर दत्ता का आखिरी दिन था।
स्वपन कुमार दत्ता मामले पर टिप्पणी करने के लिये उपलब्ध नहीं थे। वह कल सेवानिवृत्त हो गए।
मार्च 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व भारती का कुलाधिपति नियुक्त किया गया था।attacknews.in
फरवरी 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति सुशांत दत्तगुप्ता को बर्खास्त करने को मंजूरी दे दी थी। यह पहला मौका था जब किसी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति को बर्खास्त किया गया।
तब से दत्ता पदेन कुलपति के तौर पर काम कर रहे थे।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने न तो नया कुलपति नियुक्त है और न ही दत्ता की सेवा कल तक बढ़ाई थी।attacknews.in