लखनऊ 27 दिसम्बर। राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के अन्य इलाकों में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय ने जुमे की नमाज अदा की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूरे राज्य में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गयी। इस दौरान पुलिस और केन्द्रीय बलों की टुकडियां शरारती तत्वों की हरकतों पर नजर रखे हुये थी। बवाल की आशंका के मद्देनजर अफवाह से बचने के लिये 21 जिलों में इंटरनेट सेवाओं को गुरूवार रात से बाधित कर दिया गया था जिसे चरणबद्ध तरीके से बहाल किये जाने की प्रक्रिया देर शाम से शुरू कर दी गयी।
सहारनपुर में जुमे की नमाज के दौरान संवेदनशील स्थानों और मस्जिदों के बाहर पुलिस पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था। सहारनपुर एवं देवबंद में आरएएफ और पीएसी की अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती की गयी थी। जिलाधिकारी आलोक पांडे, एसएसपी दिनेश कुमार पी, एसपी सिटी विनीत भटनागर खुद मौजूद रहे जबकि मंडल के सबसे संवेदनशील देवबंद में सुरक्षा बंदोबस्त की कमान मंडलायुक्त संजय कुमार और डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने संभाल रखी थी।
फिरोजाबाद में जुमे की नमाज के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था जिन स्थानों पर हिंसा भड़की थी वहां सुरक्षा बलों की गश्त लगातार जारी रही। क्षेत्रीय मस्जिदों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई।
गौरतलब है कि पिछले दिनो नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर राजधानी लखनऊ और संभल में पिछले गुरूवार को हिंसा भड़क उठी थी जिसके अगले रोज जुमे की नमाज के बाद फिरोजाबाद,मेरठ,कानपुर, चंदौसी, बिजनौर और वाराणसी समेत अन्य जिले आ गये थे।
पुलिस के अनुसार राज्य में हालात सामान्य है। धारा 144 लगी हुई है, लेकिन एहतियात बरती जा रही हैं ताकि दोबारा से हिंसक प्रदर्शन ना हो सके। सीएए को लेकर हुई हिंसा के बाद अब राज्य में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि जिलों में मौलानाओं, मौलवियों और मुस्लिम संगठनों से शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग की अपील की गई। लोगों को आगाह किया गया कि वो किसी के बहकावे में नहीं आयें और हिंसा से दूर रहें । पुलिस का पूरा प्रयास है कि किसी निर्दोष पर कोई कार्रवाई नहीं हो लेकिन हिंसा में शामिल लोगों को कसी भी हालत में छोड़ा नहीं जायेगा ।
सीसीटीवी फुटेज और वीडियो से हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की गई है और उनके पोस्टर भी लगाये गये हैं । लोगों को ऐसे लोगों को पहचान बताने की अपील की गई है । उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान बताने वालों की पहचान गुप्त रखी जायेगी ।
योगी ने की वाराणसी के कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यों की समीक्षा:
वारणसी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां की कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यों की समीक्षा की तथा बैठक में मौजूद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।
अधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि दो दिवसीय दौरे पर आये श्री योगी देर रात श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का दर्शन-पूजन करेंगे तथा यहां के कोरिडोर निर्माण के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर सकते हैं।
उप्र में सीएए के विरोध में क्षतिपूर्ति का निर्धारण के लिए 498 व्यक्ति चिन्हित:
उत्तर प्रदेश में नागरिक (संशोधन) कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान विभिन्न जिलों में धरना एवं प्रदर्शन के दौरान उपद्रवों में सार्वजनिक तथा निजी सम्पतियों की क्षतिपूर्ति का निर्धारण करने के लिए भेजी रिपोर्ट में 498 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है।
सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में सीएए के विरोध में धरना एवं प्रदर्शन के दौरान उपद्रवों में सार्वजनिक तथा निजी सम्पतियों का नुकसान पहुंचाने वालों को क्षतिपूर्ति का निर्धारण करने के लिए चिन्हित कर मामलों का निस्तारण करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में लखनऊ, मेरठ, सम्भल, रामपुर, फिरोजाबाद, कानपुर नगर, मुजफ्फरनगर, मऊ, तथा बुलन्दशहर के जिला मजिस्ट्रटों ने क्षतिपूर्ति के लिए लगभग 498 व्यक्तियों को चिन्हित कर अपनी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करा दी है।
सीएए विरोध: अखिलेश ने राज्यपाल से की हस्तक्षेप की मांग
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर दमनात्मक कार्रवाई का आरोप लगाते हुये राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की है।
श्री यादव ने गुरूवार को राजभवन में राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल से मुलाकात की और सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शन के खिलाफ पुलिस पर दमन एवं अत्याचार की कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होने राज्यपाल से निर्दोषों के साथ न्याय किए जाने की मांग की। सपा अध्यक्ष के साथ विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन और सचिव राजेन्द्र चौधरी भी थे।
सीएए का भारतीयों से कोई वास्ता नहीं : बालियान
मुजफ्फरनगर में केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने विपक्षी दलों पर नागरिक संशोधन कानून (सीएए) पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुये कहा कि नये कानून से मुसलमानो समेत कोई भी भारतीय प्रभावित नहीं होगा।
डा बालियान ने खास बातचीत में कहा कि सीएए का भारतीय नागरिकों से किसी भी तरह से कोई लेना-देना नहीं है। वास्तव में यह कानून भारतीयों के लिए नहीं है बल्कि तीन देशों के छह धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दिए जाने के बारे में है ।