लखनऊ 13 जून। कभी खुद को दलित की बेटी कहने वाली बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती की हाल ही में उत्तर प्रदेश में दलितों के एक विशेष समुदाय द्वारा हो रहे उत्पीड़न पर उनकी चुप्पी को लेकर राजनीति गर्म थी और जोरदार आलोचना हो रही थी लेकिन अब बसपा प्रमुख डैमेज कंट्रोल में जुट गयी हैं।
जौनपुर में पिछले मंगलवार को मामूली बात पर दलितों के दस से ज्यादा घर जला दिये गये तो बुधवार को आजमगढ़ के आयमां गांव में दलित लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की शिकायत पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने घर में घुस कर महिलाओं और लड़कियों को मारा पीटा और उनके साथ आपत्तिजनक हरकतें की ।
मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने दाेनों जगहों के मामले में फौरन कार्रवाई की और जौनपुर में अग्निकांड के मास्टर माइंड समाजवादी पार्टी के नेता जावेद समेत 35 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ गैंगेस्टर और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की । जिनके घर जले उन्हें घर बनाने के लिये दस लाख रूपये से ज्यादा की आर्थिक मदद की गयी । जौनपुर जिला प्रशासन ने भी जले घर की भरपाई के लिये उन लोगों से जुर्माना वसूलने की बात कही जा रही है ।
इसी तरह आजमगढ़ में दलित महिलाओं और लड़कियों के साथ मारपीट करने वाले मुस्लिम युवकों पर गैंगेस्टर और रासुका लगाया गया है। अस मामले में भी दस लोग गिरफ्तार किये गये हैं। पुलिस अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिये लगातार छापेमारी कर रही है ।
मायावती ने दलितों के उत्पीड़न की निंदा की, योगी के काम को सराहा
बहुूजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर,आजमगढ़ तथा अन्य जगहों पर दलितों पर एक विशेष समुदाय के लोगों की ओर से हाल में किये गये हमलों की शनिवार को निंदा की और हमलावरों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई कार्रवाई की सराहना की ।
एक समुदाय विशेष की ओर से किये गये हम हमलों पर अब तक सुश्री मायावती की चुप्पी पर राजनीतिक गलियारों में सवाल उठाये जा रहे थे कि वो मुसलमानों के वोट की खातिर कुछ नहीं बोल रही हैं लेकिन उन्होंने शनिवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किये । उन्होंने कहा कि यूपी में चाहे आजमगढ,कानपुर देहात हो या जौनपुर में दलित समाज की बहन बेटियों पर हमले और उनके उत्पीड़न का मामला हो ,इसकी जितनी निंदा की जाय कम है ।