लखनऊ, 30 मार्च । लोकसभा चुनाव के पहले दौर में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कुछ सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को झटका दे सकती है। दरअसल, कांग्रेस ने इन सीटों पर ऐसे उम्मीदवार खड़े किये हैं जो भाजपा उम्मीदवारों के वोट काटकर समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को फायदा पहुंचा सकते हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले दौर में प्रदेश में सहारनपुर, कैराना, बिजनौर, बागपत, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होगा।
मेरठ संसदीय सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास के बेटे हरेंद्र अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया है। यहां से भाजपा ने दो बार सांसद रह चुके राजेंद्र अग्रवाल को टिकट दिया है। मेरठ सीट पर करीब ढाई लाख व्यापारी वोटर हैं। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के बीच इन वोटों के बंटने से बसपा के उम्मीदवार हाजी याकूब कुरैशी का फायदा हो सकता है।
गाजियाबाद सीट पर पूर्व सेनाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के मुकाबले कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा हैं। वह यहां अगड़ी जातियों के वोट काटकर श्री सिंह के लिये मुश्किल खड़ी कर सकती हैं। इस सीट से गठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल हैं।
गौतमबुद्धनगर सीट पर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को बसपा के सुरेंद्र सिंह नागर कड़ी टक्कर दे सकते हैं। यहां कांग्रेस ने अरविंद कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है और वह अगड़ों के वोट काट सकते हैं।
वहीं, कैराना संसदीय सीट पर कांग्रेस ने जाट नेता हरिंदर मलिक को प्रत्याशी बनाया है और वह जाट वोटों में सेंध लगाकर भाजपा के लिये परेशानी पैदा कर सकते हैं।
कांग्रेस ने मुजफ्फरनगर में रालोद अध्यक्ष अजित सिंह और बागपत में उनके बेटे जयंत चौधरी के मुकाबले कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। ऐसे में इन दोनों सीटों पर भाजपा और रालोद के बीच ही सीधी टक्कर होने की उम्मीद है।
सहारनपुर संसदीय सीट की बात करें तो यहां कांग्रेस के प्रत्याशी इमरान मसूद अल्पसंख्यकों के वोट काट सकते हैं। इस सीट पर बसपा ने भी अल्पसंख्यक उम्मीदवार उतारा है।
उप्र में सपा ने की गोरखपुर, कानपुर सीटों पर नये उम्मीदवारों घोषणा
उधार निषाद पार्टी द्वारा शुक्रवार की रात महागठबंधन छोड़ने की घोषणा का पलटवार करते हुए समाजवादी पार्टी(सपा) ने शनिवार को प्रतिष्ठित गोरखपुर लोकसभा सीट से मौजूदा संसद सदस्य प्रवीण निषाद को हटाकर पूर्व विधायक राम भुआल निषाद पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है
सपा ने शनिवार को दो और उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें दोनों निषाद समुदाय से है। सपा ने गोरखपुर संसदीय सीट से राम भुआल निषाद और कानपुर सीट से राम कुमार निषाद को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है।
श्री योगी आदित्यनाथ के 2017 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया था। उपचुनाव में सपा ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को गोरखपुर सीट से चुनाव मैदान में उतारा था और जीत दर्ज की थी।
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वह हमारी पार्टी के लिए सीटों का ऐलान करेंगे। उन्होंने अपने पोस्टरों में हमारी पार्टी का नाम और एक शब्द तक नहीं लिखवाया। उन्होंने कहा कि अब हम स्वतंत्र हैं और हमारे सामने सभी विकल्प खुले हैं। इसके बाद शुक्रवार देर शाम संजय निषाद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। जल्द ही निषाद पार्टी एनडीए का हाथ थाम सकती है।
गोरखपुर सीट से सपा प्रत्याशी राम भुआल निषाद एक हिस्ट्रीशीटर हैं और पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार और टीवी सीरियल अभिनेता काजल निषाद पर हमले के आरोपी हैं। वह हाल ही में थोड़े समय के लिए भाजपा में रहने के बाद सपा में लौट आये थे।
कानुपर लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी राम कुमार निषाद, एक नये उम्मीदवार हैं और उन्होंने अतीत में वहां से कभी चुनाव नहीं लड़ा था। 2014 के चुनावों में, व्यापारी नेता सुरेंद्र मोहन अग्रवाल सपा के उम्मीदवार थे।
इन दो के साथ ही अब सपा ने उत्तर प्रदेश में अबतक 30 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। अब केवल सात और उम्मीदवारों की घोषणा करनी शेष है। पार्टी गठबंधन तहत 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
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