लखनऊ 21 दिसम्बर ।नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर उत्तर प्रदेश में भड़की हिंसा में अब तक अलग अलग जिलों में 15 लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि 263 पुलिसकर्मी घायल हो गये।
पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार ने शनिवार को यहां पत्रकारों को बताया कि सीएए के विरोध में हुये प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में मेरठ में सबसे अधिक चार लोगों की मृत्यु हुयी है जबकि फिरोजाबाद में तीन, कानपुर और बिजनौर में दो दो लोग हिंसा के कारण अपनी जान गंवा बैठे। इसके अलावा वाराणसी, लखनऊ,संभल और वाराणसी में एक एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी।
कानपुर में कल जहां उग्र प्रदर्शन हुआ था और इसके कारण पुलिस फायरिंग भी हुई थी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी । प्रदर्शनकारियों ने आज मानव श्रंखला बनाकर प्रदर्शन किया । प्रदर्शन करने वालों के हाथ में फूल और तख्ती थी जिस पर अमित शाह होश में आओ जैसे नारे लिखे थे । पुलिस फायरिंग में मृत दो लोगों को पोस्टमार्टम करा कर उसे परिवार वालों को सौंप दिया गया ।
राजधानी लखनऊ में पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा कि 19 दिसम्बर को लखनऊ में हुई हिंसा के सिलसिले में 218 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें छह पश्चिम बंगाल के मालदा के हैं । उन्होंने कहा कि इन लोगों को खासकर उपद्रव के लिये बंगाल से बुलाया गया था । उन्होंने कहा कि गिरफ्तार लोगों पर रासुका के तहत कार्रवाई होगी या नहीं इसका फैसला बाद में लिया जायेगा । पुलिस किसी निर्दोष को नहीं पकड़ेगी ।
इसबीच बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार से पूरे देश में हो रहे विरोध और हंगामें के कारण नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की । उन्होंने प्रदर्शन में हो रही हिंसा की भी निंदा की और कहा कि अपनी बात कहने और विरोध करने का यह तरीका नहीं हो सकता । उन्होंने अपनी पार्टी के लोगों से ऐसे किसी भी प्रदर्शन में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया ।
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य पी एल पुनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की ताकि भ्रम को खत्म किया जा सके । उन्होंने कहा कि जिस दिन बिल राज्यसभा में पारित हुआ था उसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि इसके साथ ही राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर भी लागू होगा जिससे संभवत: भ्रम की हालत पैदा हुई ।
कानपुर में फिर भड़की हिंसा, सपा विधायक हिरासत में:
नागरिक संशोधन कानून (सीएए) को लेकर उत्तर प्रदेश के कानपुर में शनिवार शाम एक बार फिर हिंसा भड़क उठी।
प्रदर्शनकारियों ने परेड चौराहा और यतीमखाना क्षेत्र में पथराव किया और कुछ वाहनों में आग लगा दी।
उपद्रवियों ने यतीमखाना चौकी पर खड़े वाहनो में आग लगा दी और कुछ दुकानों में आग लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में लाठीचार्ज किया और उपद्रवियों को खदेड़ दिया। इस बीच परेड चौराहे पर पुलिस कार्रवाई में बाधा खड़ी करने के प्रयास में पुलिस ने समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक अमिताभ वाजपेई और एक पूर्व विधायक को हिरासत में ले लिया।
शाम चार बजे के करीब यतीमखाना क्षेत्र में कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस बल पर पथराव किया और यतीमखाना चौकी में आग लगाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस की तत्परता के चलते उपद्रवी चौकी पर खड़े कुछ वाहनो में ही आग लगा सके। पुलिस ने लाठियां पटक कर भीड़ काे खदेड़ दिया।
सूत्रों ने बताया कि बाद में उपद्रवी परेड चौराहे पर पहुंच कर पथराव करने लगे। पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हे खदेड़ दिया। इस बीच सपा विधायक अमिताभ बाजपेई अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश से उलझ गये। वह एक पूर्व विधायक को हिरासत में लिये जाने का विरोध कर रहे थे। एडीजी ने पहले उन्हे समझाने का प्रयास किया और नहीं मानने पर उन्हे हिरासत में ले लिया गया। सपा विधायक को पुलिस लाइन ले जाया गया है।
बसपा विधायक और उनके भाई का शस्त्र लाइसेंस रद्द:
सहारनपुर से खबर है कि,बहुजन समाज पार्टी के विधान परिषद सदस्य महमूद अली और उनके भाई पूर्व विधायक मोहम्मद इकबाल के शस्त्र लाइसेंस शनिवार को जिला प्रशासन ने रद्द कर दिये ।
जिलाधिकारी आलोक पांडेय ने यहां कहा कि दोनों के अलावा उनकी पत्नी और इकबाल के बेटे जावेद के नाम भी लाइसेंस था जिसे रद्द किया गया है ।
रामपुर में हिंसक प्रदर्शन में एक की मौत:
रामपुर से खबर है कि,नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले तीन दिन से हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बाद शनिवार को अन्य इलाकों में शांति रही लेकिन रामपुर सुलग उठा।
पुलिस सूत्रों ने आज यहां कहा कि प्रशासन ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी ,इसके बावजूद उलेमाओं ने लोगों को प्रदर्शन के लिये घरों से निकलने का आहवान किया । उलेमाओं के आहवान के बाद हजारों की संख्या में लोग नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए। इदगाह के पास इकट्ठा होकर लोगों ने जमकर नारेबाजी की।
योगी ने आनंदीबेन से मुलाकात कर राज्य के हालतों की दी जानकारी:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करके प्रदेश के मौजूदा हालातों की जानकारी दी।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने सुबह राज्यपाल आनंदीबने पटेल से मुलाकात की और उन्हें मौजूदा हालत की जानकारी दी।
उच्च न्यायालय ने लखनऊ में हिंसा पर सरकार से मांगा जवाब:
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने पिछले गुरूवार को राजधानी लखनऊ में हुई हिंसा और संपत्ति के नुकसान मामले में राज्य सरकार से दो हफ्ते में जवाब मांगा है।
न्यायालय ने शनिवार को लखनऊ के जिलाधिकारी को उपद्रव में हुई क्षति का आकलन करने का भी निर्देश दिया है। इस मामले में सुनवाई अब दो हफ्ते बाद होगी।
लखनऊ ,गाजियाबाद और उन्नाव में इंटरनेट सेवा बहाल;
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बंद की गई इंटरनेट सेवा को राजधानी लखनऊ समेत कुछ शहरों में शनिवार को बहाल कर दिया गया।
पुलिस ने शनिवार को यहां कहा कि पिछले गुरूवार को राजधानी में कानून के विरोध में हुये हिंसक प्रदर्शन के बाद इंटरनेट सेवा दो दिन यानि आज रात बारह बजे तक बंद कर दी गई थी लेकिन हालात के सामान्य होने पर आज इसे दोपहर में ही बहाल कर दिया गया । इसके अलावा उन्नाव और गाजियाबाद में भी इंटरनेट सेवा बहाल हो गई है ।
महोबा में अराजक तत्वों द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश, हाई अलर्ट जारी:
महोबा में नागरिकता संशोधन कानून(सीएए)के विरोध की आड़ में अराजक तत्वों द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश को देखते हुये जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए हाई अलर्ट जारी किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार ने शनिवार को यहां बताया कि अराजक तत्वों ने शुक्रवार रात में नगर के पुराने और घनी आबादी वाले इलाकों में दीवारों पर आपत्तिजनक और भड़काऊ नारे लिख शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश की है। समुदाय विशेष के बाहुल्य वाले क्षेत्रों में लिखे गए इन नारों में सीएए तथा एनसीआर के विरोध के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी थी।
गोरखपुर में उपद्रवियों के फोटो जारी:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को हुई हिंसा और आगजनी करने वाले लोगों के शनिवार को पुलिस ने फोटो जारी किये ।
पुलिस ने करीब दो सौ लोगों की तस्वीर जारी की है जिनके हाथ में पत्थर हैं । कुछ ने अपनी पहचान छुपाने के लिये चेहरे ढक रखे हैं । ऐसे लोगों की गिरफ्तारी भी शुरू कर दी गई है और जगह जगह छापे मारे जा रहे हैं । गिरफ्तार लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है ।
उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं लोग: योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की जनता से अपील की है कि वे नागरिकता कानून पर उपद्रवी तत्वों द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम और बहकावे में न आए।
श्री योगी ने कहा कि लोग अफवाहों में न पड़ें और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में भी न आएं। उन्होंने जनता से शान्ति बनाये रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य में हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व उत्तर प्रदेश सरकार का है। सरकार हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान कर रही है।
उन्होंने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया है कि उन तत्वों को ढूंढ निकाला जाए, जो नागरिकता कानून पर अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं और हिंसा फैला रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार देर रात यहां जारी बयान में कहा कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचायी है, उस संपत्ति की भरपाई, वीडियो फुटेज तथा अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिन्हित किए जा रहे उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके की जाए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के बयान व समापवादी पार्टी(सपा) नेताओं के कृत्य अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण हैं। राजनीतिक रोटी सेकने के लिए नागरिकता कानून के नाम पर उनके द्वारा लगातार भ्रम पैदा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है। यह प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है। इसके बाद भी इस प्रकार का हिंसक प्रदर्शन भारत के कानून को नकारने जैसा है। जो समाज विरोधी और राष्ट्रद्रोही तत्व देश में शांति और समृद्धि नहीं चाहते, वे ही लोगों को गुमराह कर भ्रम और हिंसा फैला रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे किसी बहकावे में न आएं और शांति बनाए रखने में सरकार का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि कानून को हाथ में लेकर उपद्रव व हिंसा की छूट किसी को भी नहीं दी जा सकती।
प्रदेश में शांति बहाली की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि नागरिकता कानून पर अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह कर हिंसा फैलाने वालों को ढूंढ निकालें। उन्होंने कहा कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचाई है, उस संपत्ति की भरपाई वीडियो फुटेज व अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिह्नित उपद्रवियों की संपत्ति को जब्त कर की जाएगी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूरे प्रदेश में हिंसा एवं आगजनी की घटना में 43 पुलिस कर्मी समेत 75 लोग घायल हुए है। उपद्रवियों ने 24 से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया एवं जलाया गया है।
सीएए पर बवाल के मद्देनजर झांसी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम:
नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) पर देश भर में भड़के हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर झांसी प्रशासन बड़ी सतर्कता बरत रहा है और चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किये गये हैं।
पुलिस बल के साथ शनिवार को शहर में भ्रमण पर निकले जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने कहा कि बैरियर लगाकर संदिग्ध गड़ियो की चैकिंग की जाये तथा बैरियर इस तरह लगाये जाये जिसमें गड़िया तेज गति से आ जा न सके। चौराहों पर अनावश्यक भीड़ न लगाये और दुकानदार अपने यहां लोगों को जमा न करे। कोई भी असामान्य घटना यदि संज्ञान में आये तो तत्काल उच्चाधिकारियों को जानकारी दें। चौराहो पर पुलिस फोर्स इस तरह डिप्लायड किया जाये कि सभी पर नजर रखी जा सके। जनपद में धारा 144 का कड़ाई से अनुपालन कराया जायेगा।
आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाला हेडमास्टर निलंबित:
उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के सुमेरपुर क्षेत्र में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले प्राथमिक विद्यालय के एक प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) सतीश कुमार ने शनिवार को बताया कि हेडमास्टर आरके शुक्ला ने आज सोशल मीडिया मे आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी जिसकी जिला प्रशासन ने जांच करायी और सत्यता की पुष्टि होने पर हेडमास्टर को निलंबित कर दिया गया है। शीघ्र ही आरोप पत्र जारी कर दिया जायेगा।