जौनपुर , 02 मई । उत्तर प्रदेश के जौनपुर में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि के बंटवारे को लेकर सरकार ने नोटिफिकेशन कर दिया है। अब 15 जून के बाद आजमगढ़ विश्वविद्यालय अस्तित्व में आ जाएगा।
15 जून से पहले जिन महाविद्यालयों के छात्र पूविवि से जुड़े हैं, उनकी परीक्षाएं यही विवि कराएगा मगर इसके बाद से सभी प्रक्रिया आजमगढ़ विश्वविद्यालय के निर्देशन में होगी। बंटवारे के बाद अब पूविवि में तीन जिलों के कुल 529 महाविद्यालय शेष बचेंगे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बंटवारे को लेकर काफी समय से चल रही चर्चा पर सरकार ने नोटिफिकेशन कर विराम लगा दिया है। बंटवारे के बाद पूर्वांचल विश्वविद्यालय से जौनपुर, गाजीपुर और प्रयागराज का एक महाविद्यालय बचेगा। पूविवि से वर्तमान में पांच जिलों के कुल 938 महाविद्यालय संबद्ध हैं। इसमें जौनपुर के 195 और गाजीपुर के 333 हैं। प्रयागराज का एकमात्र महाविद्यालय पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध है। पूविवि के बंटवारे के संबंध में शासन स्तर से जारी नोटिफिकेशन को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई। 15 जून के बाद आजमगढ़ और मऊ के छात्र आजमगढ़ विवि में दाखिला ले सकेंगे।
पूर्वांचल विवि में ग्रीष्मावकाश 31 मई तक
इधर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. निर्मला एस.मौर्य की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में ग्रीष्मावकाश 01 मई से 31 मई 2021 तक करने का निर्णय लिया गया।
प्रो मौर्य ने रविवार को बताया कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय शासन के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की मुख्य परीक्षा और सेमेस्टर की परीक्षा का निर्णय आगे की परिस्थिति और शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार लिया जाएगा।