लखनऊ/नईदिल्ली 19 मई । प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक छोड़ने पर अड़ी कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपी गयी बसों की सूची को लेकर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य मामलों में एफआईआर दर्ज करायी गयी है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार देर शाम आरटीओ अधिकारी आर पी द्विवेदी ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 182,420,467 और 468 के तहत श्री सिंह और श्री लल्लू एवं एक अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है।इस एक अन्य में कांग्रेस नेता ही शामिल हैं ।
बस मुद्दे पर कांग्रेस और योगी सरकार के बीच तेज हुयी जुबानी जंग
लाकडाउन में रोजी रोटी गंवा कर घर वापसी कर रहे प्रवासी श्रमिकों की सहानुभूति की खातिर बसों के इंतजाम को लेकर कांग्रेस और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच छिड़ी जुबानी तकरार लगातार चौथे दिन मंगलवार को भी जारी है।
पिछले शनिवार को कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रवासी श्रमिकों के लिये एक हजार बसें चलाने की अनुमति मांगी थी। सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने के बावजूद अगले दिन यानी रविवार को कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने सीमा पर बसों का बेड़ा खड़ा कर दिया। इस बीच श्रीमती वाड्रा ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधते हुये बसों के संचालन की अनुमति देने को कहा। इसके बाद कल सरकार ने यह अनुमति दे दी ।
इससे बाद आड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि बसों को राज्य की सीमा में प्रवेश की अनुमति देने की बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल को उनकी पार्टी पर आरोप लगाने के लिये मैदान पर उतार दिया है। बसों की सूची में आटो,टूव्हीलर के रजिस्ट्रेशन नम्बर दिये जाने के आरोप से भड़के कांग्रेसी नेता ने कहा कि भाजपा के लोगों द्वारा कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है ऐसे में पार्टी उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करायेगी।
उधर, डा शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रवासी श्रमिकों को बस मुहैया कराने के नाम पर बनावटी सहानुभूति दर्शा रही है जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में बसों और बाकी चीजों की कोई कमी नहीं है। प्रदेश सरकार के कार्यो की सभी जगह सराहना हो रही है। देश में सबसे ज्यादा प्रवासियों को यूपी सरकार ही लेकर आयी है। उत्तर प्रदेश समेत देश की राजनीति में हाशिये पर पहुंची कांग्रेस का काम जनता को गुमराह करना और सरकारी काम में बाधा डालना है।
दरअसल,पिछले शनिवार को कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रवासी श्रमिकों के लिये एक हजार बसें चलाने की अनुमति मांगी थी। सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने के बावजूद अगले दिन यानी रविवार को कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने सीमा पर बसों का बेड़ा खड़ा कर दिया। इस बीच श्रीमती वाड्रा ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधते हुये बसों के संचालन की अनुमति देने को कहा।
देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट के जरिये प्रतिक्रिया देते हुये इसे कांग्रेस की कुटिल राजनीति का सूचक बताया। श्री योगी ने कहा कि सरकार प्रवासी श्रमिकों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिये कटिबद्ध है और इसके लिये बसों का इंतजाम सीमावर्ती जिलों में किया जा चुका है।
कांग्रेस की बसों की सूची में आटो, टूव्हीलर के नम्बर: शर्मा
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने मंगलवार को कहा कि प्रवासी श्रमिकों को लेकर राजनीति करने पर अमादा कांग्रेस के ढपोरशंख का खुलासा हुआ है जब उसके द्वारा उपलब्ध करायी गयी एक हजार बसों की सूची में आटो,टूव्हीलर और एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन नम्बर मिले हैं।
डा शर्मा ने यहां पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा प्रवासी श्रमिकों को बस मुहैया कराने के नाम पर बनावटी सहानुभूति दर्शा रही है जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में बसों और बाकी चीजों की कोई कमी नहीं है। प्रदेश सरकार के कार्यो की सभी जगह सराहना हो रही है। देश में सबसे ज्यादा प्रवासियों को यूपी सरकार ही लेकर आयी है।
कांग्रेस को लखनऊ एक हजार बसें भेजने में नही करनी चाहिये देरी: मायावती
बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि कांगेस पार्टी के पास वास्तव में एक हजार बसें है तो उन्हें लखनऊ भेजकर श्रमिकों घर भेजने में मदद करनी चाहिये।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक अपने घरों में जाने के लिये काफी बेसबरी से इन्तजार कर रहे है। राज्यों की सरकारों को भी अपने-अपने राज्यों में श्रमिक प्रवासियों की खाने व ठहरने तथा उनके घर वापसी की व्यवस्था करनी चाहिये।
बसें तो नहीं उतरी मगर योगी के मंत्री उतर गये आरोप लगाने : तिवारी
उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के लिये बसों के संचालन में अनुमति को लेकर छिड़ी तकरार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने मंगलवार को कहा कि बसों को राज्य की सीमा में प्रवेश की अनुमति देने की बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल को उनकी पार्टी पर आरोप लगाने के लिये मैदान पर उतार दिया है।
बसों की सूची में आटो,टूव्हीलर के रजिस्ट्रेशन नम्बर दिये जाने के आरोप से भड़के कांग्रेसी नेता ने कहा कि भाजपा के लोगों द्वारा कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है ऐसे में पार्टी उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करायेगी।
श्री तिवारी ने कहा कि कांग्रेस की मंशा मजदूरों को लेकर पूरी तरह साफ है। कई राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को ट्रेनों से उनके घरों तक पहुंचाने के लिए श्रमिकों के टिकट की व्यवस्था कांग्रेस ने कराई है और करा रही है। यूपी के के बार्डर पर लाखों की संख्या में श्रमिक अपने घरों को आना चाहते हैं जिसके लिए पार्टी ने एक हजार बसों की व्यवस्था कराई है लेकिन योगी सरकार तकनीकी तौर पर उलझाकर चलाने की अनुमति नहीं दे रही है।
पूर्व सांसद ने कहा कि आपदा में यह शर्मनाक है कि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने रात में तकनीकी शर्तों के साथ पत्र लिखकर कहा कि आज सुबह 10 बजे तक वृन्दावन योजना लखनऊ के सेक्टर 15-16 में बसों को जिलाधिकारी लखनऊ को सौंपें। रात दो बजकर 10 मिनट पर श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह ने श्री अवस्थी को पत्र लिखा कि यह एक तरीके से बहुत ही अमानवीय तरीका है। आज प्रातः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दोपहर 12 बजे तक बसों को नोएडा, गाजियाबाद में सौंपे।
मजदूरों के घाव पर नमक छिडक रही है योगी सरकार : कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रवासी मजदूरों के साथ असंवेदनशीलता के साथ पेश आ रही है तथा उन्हें घर भेजने के लिए बसों का इंतजाम करने के कांग्रेस के प्रयास का सहयोग नहीं कर रही है और पीडितों के घाव पर मरहम लगाने की बजाय नमक छिड़क रही है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला तथा पार्टी नेता राजीव शुक्ला ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली होती है तो उत्तर प्रदेश सरकार हजारों बसें लोगों को रैली में लाने के लिए लगा देती है लेकिन जब राज्य के थके हारे, भूखे प्यासे और बेरोजगारी से पीडित होकर पैदल अपने घर जाने को मजबूर मजदूरों काे उनके घर पहुंचाने की बात आती है तो यही सरकार हाथ खडा कर देती है और यदि कांग्रेस इस काम में आगे आती है तो उसे भी यह काम नहीं करने दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार को गरीब मजदूरों की व्यथा नजर नहीं आ रही है और मजदूरों के साथ अन्याय हो रहा है। श्री मोदी ने चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाउन की घोषणा कर देते हैं और इसका खामियाजा देश के प्रवासी मजदूरों को भुगतना पड रहा है। करीब दो महीने से असहनीय पीडा का सामाना कर रहे ये मजदूर जब मजबूर होकर अपने घर जाने के लिए रास्ते में हैं तो उनकी सुध नहीं ली जा रही है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि योगी सरकार ने मजदूरों को बेसहरा छोड़ दिया है इसलिए कांग्रेस उनकी सेवा के लिए आगे आयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा नर सेवा ही नारायण सेवा की बात करते रहे हैं लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि उन्हें पैदल चल रहे मजदूरों, महिलाओं और बच्चों की पीड़ा, व्यथा और बेहाली उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को नजर नहीं आती है।
प्रवक्ता ने कहा कि मजदूरों की यह व्यथा असहनीय थी इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आह्वान पर प्रवासी श्रमिकों का रेल किराया वहन करने के लिए पार्टी आगे आई। पार्टी की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एवं कांग्रेस ने मजदूरों के लिए 1000 बसों का इंतजाम किया लेकिन उत्तर प्रदेश शासन ने इसके लिए इजाजत नहीं दी और कई शर्ते लगा दी जिसके कारण मजदूरों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
उप्र सरकार अपने सभी प्रवासी श्रमिकों निःशुल्क ला रही है : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी राज्य सरकार उनके प्रवासी श्रमिकों से ट्रेन का किराया न/न ले क्योंकि सरकार इन्हें यहां निःशुल्क लेकर आ रही है।
श्री योगी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक राज्य सरकार ने 16 लाख से अधिक प्रवासी कामगारों की प्रदेश में सकुशल व सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों से 8.52 लाख लोगों को लेकर 656 श्रमिक स्पेशल ट्रेन प्रदेश में आ चुकी हैं। अगले दो दिन में 258 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें और आएंगी। इस प्रकार कुल 914 ट्रेनों की व्यवस्था कर दी गयी है।
बैठक में श्री योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्वारंटीन सेन्टर/आश्रय स्थल तथा कम्युनिटी किचन में कार्यरत कर्मियों को संक्रमण से बचाव के साधन उपलब्ध कराए जाएं।
उन्होंने कहा कि जिलो में भेजे गए नोडल अधिकारी प्रवासी कामगारों की समस्याओं का समाधान करने के लिए वहीं कार्य करेंगे। उन्होंने मनरेगा कार्याें की संख्या बढ़ाकर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
उन्होंने कन्टेनमेन्ट जोन में होम डिलीवरी सुविधा को जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों, क्वारंटीन सेन्टर तथा होम क्वारंटीन वाले लोगों के घरों को सेनिटाइज किया जाए। हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के प्रत्येक घर को सेनिटाइज किया जाए।
उन्होंने लाॅकडाउन के दौरान पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि हाई-वे, एक्सप्रेस-वे पर पीआरवी 112 के माध्यम से तथा बाजारों आदि में फुट पेट्रोलिंग की जाए। ग्रामीण इलाकों में सघन पेट्रोलिंग के लिए होमगार्ड तथा पीआरडी कार्मिकों के साथ-साथ 60 वर्ष से कम आयु के भूतपूर्व सैनिकों की सेवाएं ली जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं पर भी भीड़ एकत्र न/न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा अनुमोदित टेस्टिंग लैब ही कोविड-19 के संक्रमण की जांच कर सकती है। उन्होंने निर्देश दिए कि आईसीएमआर की अनुमति के बगैर कोविड-19 की जांच करने पर टेस्टिंग लैब के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजने की व्यवस्था करे।
उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचाव के उद्देश्य से मण्डियों को बड़े व खुले स्थान पर संचालित कराया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि मण्डियों में ग्राहक तथा व्यापारी सहित सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करें। उन्होंने मण्डियों में इंफेक्शन से बचाव के लिए सेनिटाइजर आदि साधनों की व्यवस्था के निर्देश भी दिए।
गांधी परिवार का मजदूरों के साथ किया षड्यंत्र हुआ बेनकाब -डा.पूनियाँ
जयपुर,से खबर है कि राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा.सतीश पूनियाँ ने प्रियंका गांधी द्वारा मजदूरों को लेकर जाने के लिए यूपी सरकार को दी गई बसों की सूची में बसों की जगह टेक्सी और मोटरसाईकल के नम्बर देने की निंदा करते हुए कहा की कांग्रेस हमेशा की तरह मजदूरों के साथ घिनोंना मजाक कर रही है।
डा.पूनियाँ ने कहा राजस्थान के मुख्यमंत्री ये कह रहे थे की उनके पास बसों की कोई कमी नहीं है और राज्य सरकार अपने खर्च पर मजदूरों को भेज रही है। दूसरी तरफ वो गांधी परिवार को झूँठा श्रेय दिलवाने के लिए राज्य के मजदूरों को ले कर जाने के लिए प्रियंका गांधी को आगे करते है। उन्होंने कहा कि श्रीमती प्रियंका गांधी ने सूची उत्तर प्रदेश सरकार को दी है उसमें वो बसों की जगह राजस्थान नम्बर की टेक्सी और मोटरसाईकल के नम्बर भेजे है।