प्रयागराज , 29 जनवरी । उत्तर प्रदेश सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से तीर्थ नगरी प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे बनाये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को कुम्भनगर में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के प्रस्ताव का मंजूरी दे दी है।
मंत्रिमंडल की बैठक बाद श्री योगी ने संवाददाताअों से कहा कि उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग को प्रयागराज से जोड़ने के लिए मंत्रिमंडल ने गंगा एक्सप्रेस-वे को सैद्धांतिक सहमति दी है। उन्होंने कहा कि छह लेन गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, फरूखाबाद, हरदोई, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ होते हुए प्रयागराज तक आयेगी।
श्री योगी ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे होगा। इसकी लम्बाई 600 किलोमीटर होगी। इसके लिये 36 हजार करोड़ रूपये खर्च होंगेे। एक्सप्रेस वे के लिए 6556 हेक्टेअर जमीन की आवश्यकता होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों की धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज में भारद्वाज पार्क के सौंदर्यीकरण की तर्ज पर भारद्वाज ऋषि के आश्रम का भी सौंदयाीर्करण करने, प्रयागराज के पास स्थित श्रृंगवेरपुर तीर्थ स्थल को विकसित करने, निषादराज का पार्क विकासित करने और उनकी मूर्ति लगाने के प्रस्तमाव पर भी मंत्रिमंडल ने सहमति दी है।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में रामायण के माध्यम से मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम को आम जनों तक पहुंचाने वाले महर्षि वाल्मिकी की प्रयागराज-चित्रकूट के बीच पहाड़ी नामक स्थान पर स्थित आश्रम पर एक भव्य प्रतिमा लगाने, रामायण पर एक शोध संस्थान खोलने और आश्रम को सौंदर्यीकरण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
योगी आदित्यनाथ की पत्रकार वार्ता :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम मिशन ‘नमामि गंगे परियोजना’ के परिश्रम के कारण गंगा की अविरलता और निर्मलता कुम्भ में देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड़ कमांड एंड कन्ट्रोल सेन्टर में पहली बार हुई कैबिनेट की बैठक खत्म करने के बाद मीडिया सेन्टर में संवाददाताओं से कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जहां विश्व को एक स्वच्छ कुम्भ का संदेश देने में हम लोग सफल हो पाए हैं, वहीं मां गंगा के प्रति पधानमंत्री की जो आस्था है, उस आस्था का परिणाम आज कुम्भ में सभी को देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि परिवर्तन के कारण ही वाराणसी में हाल ही में हुए तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन के उपरांत तीर्थराज प्रयाग में गंगा की अविरलता और निर्मलता को देखते हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने कुम्भ में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी तट पर पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई जबकि पिछले कुम्भ में संगम तट आने के बावजूद गंदगी देख उन्होंने आचमन तक नहीं किया था ।
श्री योगी ने कहा कैसे परिवर्तन होता है हम उसे देख सकते हैं। श्री जगन्नाथ जिस आस्था पूर्वक संगम तट पहुंचे थे, उन्होंने उसी आस्था से संगम स्नान भी किया। इसके अलावा तीन हजार से अधिक प्रवासी भारतीयों ने भी त्रिवेणी के संगम में आस्था के गोते लगाये थे। परिवर्तन के कारण ही तीर्थराज प्रयाग में 71 देशों के राजदूत भी आए जिन्होने कुम्भ का अद्भुद नजारा देखा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयास से कुम्भ को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता मिली। दुनिया के 70 से अधिक देशों के राजदूतों ने प्रयागराज में आकर अपने-अपने राष्ट्र ध्वज को कुम्भ में स्थापित किया है। उन्होंने कहा, “450 वर्ष के लम्बे काल खण्ड के बाद अक्षय वट का दर्शन करने का सौभाग्य श्रद्धालुओं को प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इसबार का कुम्भ अलौकिक और यूनिक इवेंट के रूप में प्रस्तुत किया गया हैै, वह सराहनीय है। प्रयागराज का कुम्भ अनेक कारणों से सर्वोत्तम है इसलिए हम प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करना चाहेंगे।
मंत्रियों और अधिकारियों ने गंगा में लगाई डुबकी:
दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुम्भ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
मुख्यमंत्री योगी मेला क्षेत्र में स्थित इंटीग्रेटेड़ कमांड एण्ड कंट्रोल सेन्टर में मंत्रिमंडल की बैठक कर मीडिया सेंटर में संवाददाताओं से मुखतिब होने के बाद अपने कैबिनेट मंत्रियों, अधिकारियों और साधु संतों के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
श्री योगी ने संगम में उतरने से पहले मां त्रिवेणी का जल आचमन किया और उसे अपने सिर पर ड़ालने के बाद संगम में गोता लगाया। उनके साथ दोनो उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह , उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी समेत कई साधु महात्मा शामिल थे।
बैठक से पहले श्री योगी, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, नंद कुमार गुप्ता ‘नंदी’समेत कई अधिकारियों और मंत्रियों ने संगम तट पर स्थित लेटे हनुमान जी और वटवृक्ष और सरस्वती कूप का दर्शन किया।
attacknews.in
Like this:
Like Loading...
Related