ऋषि कुमार शुक्ला के सीबीआई निदेशक बनते ही एक बार फिर आईपीएस अधिकारियों में जंग छिड़ गई।
इसी बीच सीबीआई डॉयरेक्टर न बनाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर यूपी के पूर्व डीजीपी जावीद अहमद के मैसेज का स्क्रीनशॉट खूब वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि आईपीएस व्हाट्सएप ग्रुप में जावीद अहमद ने कहा है कि मुसलमान होने की वजह से उन्हे सीबीआई डॉयरेक्टर नहीं बनाया गया है।
गौरतलब है कि शनिवार को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समीति में देश की सबसे बड़ी जांच ऐजेंसी सीबीआई के प्रमुख के लिए 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला के नाम पर मुहर लगा दी गई।
वहीं आपको बता दें कि उमीदवारों की लिस्ट में शुक्ला के अलावा सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर, सीबीआई के स्पेशल डॉयरेक्टर अरविंद कुमार, आईपीएस अधिकारी जावीद अहमद, बीएसएफ के चीफ रजनी कांत मिश्रा और हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी एस एस देशवाल के नाम भी शामिल थे। लेकिन ऋषि कुमार शुक्ला ने 80 अधिकारियों को पछाड़ते हुए आखिरकार बाजी मार ली।
वहीं, शुक्ला का नाम सीबीआई प्रमुख के लिए घोषित होते ही आईपीएस अफसरों के व्हाट्सएप ग्रुप पर एक मैसेज जमकर वायरल हो रहा है।
ये मैसेज आईपीएस अधिकारी जावीद अहमद का है। जिसमें उन्होने लिखा है। ‘अल्लाह की मर्जी। बुरा तो लगता है पर ‘एम’ होना गुनाह है’।
वहीं इस मैसेज के वायरल होने के बाद कई सवाल उठने लगे हैं कि सीबीआई में लंबा अर्सा गुजार चुके जावीद ‘M’ लिखकर क्या साबित करना चाहते हैं। क्या वे खुद को असहाय दिखाना चाहते हैं।
आपको बता कि सीबीआई प्रमुख न बनाए जाने पर आईपीएस व्हाट्सएप ग्रुप पर मैसेज करने वाले जावीद अहमद सीबीआई में लंबे समय पर बड़े पद पर रहे हैं वहीं वे उत्तर प्रदेश के डीजीपी भी रह चुके हैं। वहीं आईपीएस जावीद अहमद सीबीआई में मुखिया पद के लिए न चुने जाने पर भारत देश पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाने में जुट गए है। फिलहाल उनका यह संदेश वायरल जरुर हो रहा है। हालांकि इस नियुक्ति का कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड्गे ने विरोध किया है।
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