लखनउ, 10 अप्रैल। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी से नामांकन पत्र दाखिल करने के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को दावा किया कि राहुल बुरी तरह भयभीत हैं और उन्हें कांग्रेस का गढ समझे जाने वाले अमेठी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भागने पर बाध्य होना पड़ा है ।
योगी ने एक साक्षात्कार में कहा कि राहुल गांधी बुरी तरह भयभीत हैं । पीढियों से अमेठी लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व उनके परिवार के सदस्य करते आये हैं । वह भी अमेठी से सांसद रहे हैं । उन्होंने चूंकि अमेठी की जनता की भावनाओं के अनुरूप कुछ कार्य नहीं किया, इसलिए उन्हें अमेठी से भागने पर बाध्य होना पडा ।
उन्होंने कहा कि 2014 का लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राहुल गांधी के मुकाबले इस निर्वाचन क्षेत्र में कहीं अधिक बार आयीं । अमेठी की जनता की भावनाएं स्मृति ईरानी के साथ हैं ।
वायनाड :केरल: से भी चुनाव लड़ने के राहुल के फैसले पर योगी ने कहा कि उन्हें किसी भी लोकसभा सीट से चुनाव लडने का अधिकार है । ‘लेकिन वायनाड में राहुल गांधी के जुलूस के दौरान जिस तरह हर जगह मुस्लिम लीग के हरे झंडे देखे गये, इससे कांग्रेस का असली चेहरा सामने आता है । देश को विभाजित करने की दोषी मुस्लिम लीग जिस तरह कांग्रेस को गले लगा रही है, उससे अपने आप में बड़ा संदेश जाता है ।’
राहुल और उनकी बहन प्रियंका गांधी द्वारा मंदिरों के दर्शन के लिए जाने को लेकर किए गए सवाल पर योगी ने कहा कि वह इसे भाजपा की वैचारिक विजय मानते हैं । जवाहरलाल नेहरू खुद को ‘एक्सीडेंटल हिन्दू’ कहते थे और आज उनकी चौथी पीढी में स्थिति ऐसी है कि वे अपना गोत्र बता रहे हैं और अपना जनेउ दिखा रहे हैं । योगी ने कहा, ‘जिन्हें पहले हिन्दुत्व सांप्रदायिक लगता था, आज कम से कम मोदी जी की वजह से उन्होंने मंदिर जाना तो शुरू किया ।’
सपा के विजन दस्तावेज को लेकर योगी ने कहा कि यह दुभाग्यपूर्ण है कि सपा या कांग्रेस का चुनाव घोषणापत्र उनकी विफलताओं को दर्शाने वाला दस्तावेज है । ये दस्तावेज देशद्रोहियों को मजबूत करने की बात करते हैं ।
उन्होंने कहा कि सपा द्वारा कांग्रेस के घोषणापत्र का समर्थन करने का मतलब है कि ‘कांग्रेस का हाथ, देशद्रोहियों के साथ’ । यही काम सपा भी कर रही है । उनके काम करने का तरीका सबको पता है । वे नकारात्मकता की राजनीति करते आये हैं । तुष्टिकरण की राजनीति करते आये हैं, जिसकी वजह से देश के समक्ष गंभीर सुरक्षा चिन्ताएं खड़ी हो गयीं ।
उपचुनावों में भाजपा की हार के बारे में पूछे जाने पर योगी ने कहा कि आम चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होती है जबकि उपचुनावों में स्थानीय मुद्दे हावी होते हैं । ‘मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा जबर्दस्त विजय हासिल करेगी और सरकार बनाएगी ।’
सपा—बसपा—रालोद के गठबंधन पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि गठबंधन मुद्दों और मूल्यों पर होता है लेकिन यहां तो दो स्तंभ हैं, जो एक दूसरे का चेहरा देखना पसंद नहीं करते और जिन्हें एक दूसरे का नाम लेना नापसंद है ।
उन्होंने कहा कि केवल सत्ता के लिए और अपनी गलतियों को छिपाने के लिए वे मोदी को सत्ता में आने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं । ये सभी गठबंधन निहित स्वार्थ वाले, नकारात्मकता की राजनीति वाले, भ्रष्टाचार से युक्त, अलगाववाद से युक्त हैं और ये सभी खत्म हो जाएंगे ।
‘मोदी जी की सेना’ वाली टिप्पणी पर योगी ने स्पष्ट किया कि अगर वह कहते हैं कि ‘हमारी सेना’ तो उसका यह मतलब नहीं है कि वह उनकी निजी सेना है, उसका मतलब राष्ट्र की सेना से है ।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार थी तब वह आतंकियों को बिरयानी खिलाती थी । आज आतंकियों को गोली की भाषा में जवाब दिया जाता है ।
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