चमोली/देहरादून 14 फरवरी। उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव के निकट पिछले सात फरवरी को ग्लेशियर टूटने की अप्रत्याशित घटना के बाद हुई त्रासदी के ठीक आठवें दिन रविवार को विभिन्न स्थानों से कुल 12 शव बरामद हुए। अभी तक त्रासदी के मध्य लापता सम्भावित कुल 204 व्यक्तियों में से 50 शव मिल चुके हैं।
राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के सेनानायक नवनीत भुल्लर ने बताया कि आज टनल (सुरंग) में पांच, रेणी गाँव मे छह और रुद्रप्रयाग में एक शव बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि आज प्राप्त कुल शवो की संख्या 12 है। बचाव अभियान के दौरान शनिवार तक 38 शव मिले थे। इनमें अभी तक 15 लोगों की पहचान हो चुकी है।
देवीय आपदा पर एक्शन प्लान तैयार : डा. लोहानी
उत्तराखंड में बन रहे बांधों एवं ग्लेशियरों के कारण आने वाली आपदा और बाढ़ को लेकर वैज्ञानिकों ने आधुनिक तकनीक के जरिए आपदाओं को कम करने तथा प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के लोगों की जान माल की हानि को कम करने के लिए कारगर एक्शन प्लान तैयार किए हैं जिसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
चमोली में आई एवलॉन्च के कारण झील के फटने से हुई तबाही पर सरकार की ओर से लिए गए आपदा प्रबंधन की कार्रवाई को वैज्ञानिकों ने सही बताया है।
उत्तराखंड सहित कई राज्यों के लोगों के 25 शवों की हुई पहचान
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से हुई त्रासदी में लापता 204 व्यक्तियों में से मिले 25 शवों की पहचान रविवार को हो गई। मृतकों में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर के लोग शामिल हैं।
मृतकों में उत्तराखंड पुलिस के दो जवान भी शामिल हैं। अभी 25 शवों की पहचान किये जाने के अलावा, अन्य लापता व्यक्तियों की तलाश की जा रही है।