संयुक्त राष्ट्र/वाशिंगटन, चार मई । संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस के एक प्रवक्ता ने बताया है कि विश्व निकाय की भारत में मौजूद टीम अधिकारियों की कोविड-19 से निपटने मे मदद कर रही है। साथ में गलत सूचनाओं से निपटने में भी सहयोग दे रही है।
महासचिव के प्रवक्ता स्टेफन दुजार्रिक ने सोमवार को दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत में मौजूद संयुक्त राष्ट्र की टीम महासचिव के ‘सत्यापित’ अभियान को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है जो पिछले साल कोविड-19 महामारी के बीच विश्वस्त सूचना और जीवन रक्षक सलाह देने के लिए शुरू किया गया था।
पिछले वर्ष मई में शुरू किए गए ‘सत्यापित’ अभियान का लक्ष्य है कि सत्यापित और विज्ञान आधारित सामग्री एवं तथ्य आधारित सलाह को बढ़ावा दिया जाए और साझा किया जाए।
दुजार्रिक ने कहा कि भारत में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) राष्ट्रीय टीकाकरण रणनीति में मदद कर रहा है।
उन्होंने कहा, “ एजेंसी ने संदेशों का कई भाषाओं में अनुवाद कराया है और 16 राज्यों में समुदायों के साथ अपने कार्य को तेज किया है।”
प्रवक्ता ने कहा कि मिथ्य को दूर करने वाली मुहिम और अन्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 2.1 करोड़ लोगों तक पहुंची है और अग्रिम पंक्ति के करीब साढ़े छह लाख कर्मियों को टीकों पर अहम संदेशों को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की टीम कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए एवं टीकाकरण की अहमियत बताने के लिए ग्रामीण इलाकों में 1.7 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचने के वास्ते देशभर में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के साथ मिलकर काम कर रही है।
पिछले हफ्ते यूनिसेफ ने कहा था कि उसने भारत को अहम आपूर्ति भेजी है जिसमें तीन हजार ऑक्सीजन सांद्रक, नैदानिक परीक्षण किट, मेडिकल किट और अन्य उपकरण शामिल हैं।
यूनिसेफ पूर्वोत्तर और महाराष्ट्र के अस्पतालों के लिए 25 ऑक्सीजन संयंत्रों की खरीद और उन्हें स्थापित करने में मदद कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने एक बयान में कहा था कि यूनिसेफ और उसके साझेदार टीकाकरण को तेज करने और सभी समूहों को समान रूप से टीका मिले, इसके लिए भारत सरकार की मदद कर रहे हैं।
यूएसएड की प्रशासक ने भारत को कोविड-19 मदद की समीक्षा की, भारतीय राजदूत के साथ वार्ता की
वाशिंगटन, से खबर है कि, यूएसएड की प्रशासक सामांथा पावर ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस द्वारा शपथ दिलाए जाने के कुछ देर बाद ही भारत को दी जा रही कोविड-19 सहायता की समीक्षा की और भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ ऑनलाइन बैठक की जिसमें उन्होंने पुन:पुष्टि की कि अमेरिका जानलेवा वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत के लोगों की मदद करने के लिए अथक रूप से काम करता रहेगा।
संयुक्त राज्य अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएड) ने एक बयान में बताया कि पावर ने वैश्विक कोविड-19 महामारी से निपट रही टीमों से सीधे संवाद किया और उन्होंने अपना ध्यान विशिष्ट तौर पर भारत में महामारी के मौजूद प्रकोप पर केंद्रित किया।
यूएसएड अमेरिकी संघीय सरकार की एक स्वतंत्र एजेंसी है जिसकी प्राथमिक जिम्मेदारी असैन्य विदेशी मदद और विकास सहायता देना है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत पावर ने अमेरिका के वैश्विक राहत प्रयासों पर चर्चा करने के लिए यूएसएड के कोविड-19 कार्य बल से मुलाकात की।
कार्य बल के कार्यकारी निदेशक जेरेमी कोनडाइक और अन्य कर्मियों ने भारत को अमेरिकी मदद के बारे में जानकारी दी जिसमें छह विमानों के जरिए ऑक्सीजन सिलेंडर, एन95 मास्क, रैपिड डायनौस्टिक टेस्ट और दवाइयों की आपूर्ति शामिल है।
बैठक के दौरान, उन्होंने एक बार फिर पुष्टि की कि अमेरिका भारत में अपने साझेदारों को सहायता और मदद उपलब्ध कराने के लिए 24 घंटे काम करना जारी रखेगा।
उन्होंने हाल में जारी दिशा-निर्देशों को रेखांकित किया जो जीवन रक्षक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण हासिल करने को सरल बनाएगा।
पावर ने यूएसएड के नई दिल्ली में मौजूद मिशन से भी बात की और मिशन द्वारा भारतीयों की मदद के लिए किए जा रहे कामों तथा मिशन के कर्मियों तथा उनके परिवारों पर महामारी के प्रभाव के बारे में जानकारी ली।
यूएसएड ने बयान में बताया कि पावर ने अमेरिका में भारतीय राजदूत संधू से ऑनलाइन भेंट की। बैठक के दौरान, उन्होंने फिर से पुष्टि की कि अमेरिका भारत के लोगों का समर्थन करने के लिए अथक प्रयास करेगा और अमेरिकी लोगों की ओर से फिर से हार्दिक संवेदनाएं भेजीं।