उज्जैन 22 जुलाई। भगवान महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक आज समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। समिति द्वारा वर्ष 2018-19 का 44 करोड़ 21 लाख रुपये की आय एवं 56 करोड़ 99 लाख रुपय के व्यय का बजट स्वीकृत किया गया।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017-18 में 42 करोड़ 20 लाख रूपय का बजट स्वीकृत किया गया था, जिसके विरुद्ध 33 करोड़ 23 रूपये का व्यय हुआ है।
बैठक में जानकारी दी गई कि भगवान महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के पास वर्तमान में 57 करोड़ की सुरक्षित निधि बैंक में जमा है।
बैठक में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के अनुरुप भगवान महाकालेश्वर के शिवलिंग के क्षरण को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की गई।
चर्चा उपरांत निर्णय लिया गया कि पूजन सामग्री में अधिकतम हर्बल एवं ऑर्गेनिक सामग्री का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग को अबीर, गुलाल एवं अन्य सामग्री सप्लाई करने के लिए कहा जाएगा।
साथ ही भगवान महाकालेश्वर का प्रतिदिन भांग से होने वाले श्रृंगार में भांग का उपयोग अधिकतम 3 किलो करने का निर्णय लिया गया।
भगवान महाकालेश्वर के अभिषेक करने में उपयोग होने वाले दूध की गुणवत्ता की जांच भी निरंतर कराने एवं एक बार में अधिकतम आधा लीटर जल चढ़ाने के दिशा निर्देशों का पालन करवाने का निर्णय लिया गया।
अनेक कार्यों का अनुमोदन
प्रबंध समिति की बैठक में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सभी कर्मचारियों के मासिक वेतन के पूर्व में किये गए नियमित भुगतान का अनुमोदन किया गया। वर्तमान में मंदिर में 337 कर्मचारी कार्यरत हैं। वेतन समय पर देने की अनिवार्यता को देखते हुए कर्मचारियों को मासिक वेतन का भुगतान प्रतिमाह नियमित किया जाने का अनुमोदन किया गया। भुगतान उपरांत का ऑडिट परीक्षण करवाया जाएगा।
बैठक में मंदिर समिति की ओर से एक सिविल इंजीनियर एवं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर मानदेय पर रखे जाने का अनुमोदन किया गया।
बैठक में विगत वर्ष में श्री शंकराचार्यजी के आगमन पर उनको प्रदान की गई सम्मान राशि तथा वैदिक अलंकरण की राशि का अनुमोदन किया गया। इसी तरह सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री आरके तिवारी का कार्यकाल एक वर्ष बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया।
एनएचडीसी कंपनी द्वारा सीएसआर योजना के तहत प्रदान किए गए 7 करोड़ 92 लाख रुपये के कार्यों में से नवीन पांच कार्यों का अनुमोदित किया गया। इसमें 2 करोड़ 50 लाख गौशाला निर्माण के लिए, 12 लाख रुपये ई-रिक्शा के लिए, 13 लाख रुपये मोबाइल टॉयलेट, 2 करोड़ 62 लाख सभा मंडप निर्माण, 60 लाख के कैप्टिव सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा 60 लाख रुपये की लागत से एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस क्रय करने का निर्णय लिया गया।
इसी तरह वैदिक शोध संस्थान में कार्यरत शिक्षकों, व्याख्याताओं एवं संस्थान प्रधान के मानदेय वृद्धि के संबंध में प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई। उच्च श्रेणी शिक्षक को 18 हजार रुपये, व्याख्याता को 20 हजार रुपये एवं संस्था प्रभारी को 21 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय देने का अनुमोदन किया गया।
इसी तरह लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई, नि:शुल्क अन्नक्षेत्र, वैदिक छात्रावास लगने वाली खाद्य सामग्री क्रय किया जाने के लिए न्यूनतम दरें प्रस्तुत करने वाली एजेंसी को कार्य करने हेतु आदेश जारी करने का निर्णय लिया गया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में विभिन्न आयोजनों के समय लगने वाली विद्युत सज्जा के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई थी। निविदा में न्यूनतम दर प्रस्तुत करने वाली एजेंसी को भी कार्य आदेश जारी करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में चिंतामन जवासिया स्थित भूमि पर छात्रावास का संचालन करने के लिए आवश्यक सामग्री क्रय करने का निर्णय भी लिया गया। इसमें प्रमुख रूप से पलंग, चादर, वाटर कूलर, भोजन तैयार करने के लिए आवश्यक बर्तन, टाटपट्टी, इमरजेंसी लाइट आदि शामिल हैं।
बैठक में पं.सूर्यनारायण अतिथि निवास में आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए चर्चा की गई तथा निर्णय लिया गया कि अतिथि निवास में आवश्यक प्रसाधन सामग्री, टाइल्स, कूलर, वाटर कूलर, एलईडी की व्यवस्था की जाए तथा आवश्यक रिपेयरिंग के लिए 33 लाख 80 हजार रुपए की राशि का अनुमोदन किया गया।
महाकालेश्वर मंदिर परिसर में प्रवचन हाल, गेट एवं गेट का सौन्दर्यीकरण, सिक्योरिटी केबिन एवं सुरक्षा की दृष्टि से विभिन्न स्थानों पर ग्रिल लगाने के लिए 81 लाख 21 हजार रुपए की राशि की स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में मंदिर कर्मचारियों के परिजनों के देहांत होने पर उन्हें सवैतनिक अवकाश स्वीकृत करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई।
बैठक में श्री विभाष उपाध्याय, श्री प्रदीप गुरु, श्री जगदीश शुक्ला, श्री रामेश्वरदास, श्री आशीष गुरु, श्री अशोक शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, निगमायुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, प्रशासक श्री अभिषेक दुवे मौजूद थे।attacknews.in