वाशिंगटन, नौ जनवरी । ट्विटर ने घोषणा की है कि उसने ‘हिंसा के और उकसावे के जोखिम’ के चलते निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट स्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। तीन दिन पहले ही ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल बिल्डंग में घुसकर हिंसा की थी जिसमें एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई।
कैलिफोर्निया से संचालित सोशल मीडिया कंपनी का यह अभूतपूर्व कदम ट्रंप के इस ट्वीट के बाद सामने आया कि वह 20 जनवरी को अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं करेंगे।
ट्विटर ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट से हाल ही में किये गये ट्वीट की गहन समीक्षा के बाद और विशेष रूप से ट्विटर पर तथा उसके बाहर की जा रही उनकी व्याख्या के संदर्भ को देखते हुए हमने आगे और हिंसा के जोखिम के मद्देनजर अकाउंट को स्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।’’
ट्विटर अकाउंट स्थायी रूप से निलंबित किये जाने के समय ट्रंप के 8.87 करोड़ फॉलोअर थे और वह 51 लोगों को फॉलो कर रहे थे।
ट्विटर ने कहा, ‘‘इस सप्ताह के भयानक घटनाक्रमों के संदर्भ में हमने बुधवार को यह स्पष्ट कर दिया था कि अगर आगे ट्विटर नियमों का और उल्लंघन किया गया तो इस तरह (स्थायी रूप से ट्विटर अकाउंट निलंबित करने) के कदम उठाए जा सकते हैं।’’
ट्विटर ने कहा कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट का ढांचा इस तरह से बनाया गया है कि लोग सीधे अपने निर्वाचित अधिकारियों और विश्व के नेताओं से जानकारियां प्राप्त करते हैं। इसे इस सिद्धांत के साथ बनाया गया है कि लोगों के पास सार्वजनिक तरीके से अपनी बात रखने का अधिकार है।
हालांकि ट्विटर पहले ही यह स्पष्ट कर चुका है कि ये अकाउंट (खाते) इस सोशल मीडिया साइट के नियमों से ऊपर नहीं हैं और ट्विटर का इस्तेमाल हिंसा भड़काने जैसी चीजों के लिए नहीं किया जा सकता है।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक बुधवार को कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए थे और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल भी हुए हैं। घटना के समय तीन नवम्बर को हुए चुनाव में जो बाइडन की जीत पर मुहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया चल रही थी।
घटना के तुरंत बाद ट्विटर ने ट्रंप का अकाउंट 12 घंटे के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। फेसबुक पहले ही ट्रंप का फेसबुक अकाउंट निलंबित कर चुका है और इंस्ट्राग्राम अकाउंट बाइडन के शपथ लेने तक के लिए बंद किया जा चुका है। इस सप्ताह की शुरुआत में यूट्यूब ने भी ट्रंप की रैलियों के कई वीडियो हटाए थे, जिनमें उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया।
शुक्रवार को ट्रंप ने दो उकसावे वाले ट्वीट किए थे। इनमें से एक ट्वीट में उन्होंने कहा था, ‘‘वैसे 7,50,00,000 महान अमेरिकी देशभक्त, जिन्होंने मेरे लिए, ‘अमेरिका फर्स्ट’ और ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ के लिए वोट किया, भविष्य में उनकी आवाज और ऊंची होगी। उनका अनादर नहीं किया जा सकता है या उनके साथ किसी भी रूप में पक्षपात नहीं हो सकता है।’’
वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा था कि वह 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे। इसके बाद ट्विटर ने अपने बयान में कहा था कि इन दो ट्वीटों को घटनाक्रमों के व्यापक नजरिए के साथ देखा जाना चाहिए।
ट्विटर ने कहा कि इस ट्वीट का संदर्भ हिंसा करने की सोच रखनेवाले लोग उत्साहवर्द्धन के तौर पर ले सकते हैं क्योंकि अगर ट्रंप वहां नहीं जा रहे हैं, तो यह ‘सुरक्षित’ निशाना हो सकता है। वहीं ‘अमेरिकी देशभक्त’ शब्द की व्याख्या कैपिटल बिल्डिंग पर हिंसक हमले करनेवालों के समर्थन के रूप में की जा रही है।
ट्विटर ने कहा कि भविष्य में सशस्त्र प्रदर्शनों की योजनाएं ट्विटर और इसके बाहर बढ़ी हैं, जिसमें ऐसी साजिश भी सामने आई है कि 17 जनवरी को कैपिटल बिल्डिंग या राज्य कैपिटल इमारतों पर दूसरा हमला हो सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप के अलावा ट्विटर ने उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन और ट्रंप समर्थक अटॉर्नी सिडनी पॉवेल के अकाउंट पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
कैपिटल बिल्डिंग पर बुधवार को हमले के बाद सोशल मीडिया कंपनियों पर घृणा अपराधों पर कार्रवाई करने का बेहद दबाव बना हुआ है और इसमें क्यूएनॉन अकाउंटों के सफाए की बात भी है।
ट्विटर ने कहा है कि उन अकाउंटों को स्थायी तौर पर निलंबित करेंगे जो सिर्फ और सिर्फ क्यूएनॉन सामग्रियों को साझा करने के लिए हैं।
क्यूएनॉन एक ऐसी सोच और विश्वास का नाम है, जिसका जन्म इंटरनेट पर हुआ है और इसमें विश्वास करने वाले लोग यह मानते हैं कि ट्रंप गुप्त तरीके से देश के दुश्मनों और शैतान की पूजा करने वाले उन लोगों से लड़ रहे हैं जो बच्चों के यौन उत्पीड़न का रैकेट चलाते हैं