नयी दिल्ली, 13 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने यह जानकारी दी।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉकडाउन की अवधि मंगलवार को खत्म होने जा रही है और प्रधानमंत्री इसके संभावित विस्तार को लेकर बात कर सकते हैं।
पीएमओ ने ट्वीट किया, ‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2020 को सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।’
पिछले महीने प्रधानमंत्री ने 19 मार्च और 24 मार्च को राष्ट्र को संबोधित किया था।
उन्होंने 19 मार्च को कोरोना वायरस से निपटने के लिए संकल्प और संयम का आह्वान किया था और साथ ही रविवार 22 मार्च को एक दिन के ‘जनता कर्फ्यू’ की भी घोषणा की थी।
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी।
वहीं, तीन अप्रैल को मोदी ने एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए घरों की सभी लाइटें बंद करके दीया, मोमबत्ती अथवा मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर कोरोना वायरस को हराने के लिए देश की एकजुटता को प्रदर्शित करने की अपील की थी।
लाॅकडाउन: सभी की निगाहें अब मोदी के संबोधन पर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करने के दौरान लॉकडाउन की अवधि बढ़ाये जाने की देश भर में अटकलें लगायी जा रही हैं और इस बीच कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के कहर से पिछले 24 घंटे में 35 लोगों की मौत हो गयी।
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप से देश में अब तक 324 लोगों की मौत हो चुकी है और इससे संक्रमितों का आंकड़ा 9352 हो गया है। जबकि 980 मरीजों उपचार के बाद अस्पातल से छुट्टी दे दी गई है।
श्री मोदी मंगलवार की सुबह लॉकडाउन के 21वें दिन राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार श्री मोदी 14 अप्रैल को पूर्वाह्न 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस दौरान लॉकडाउन की अवधि बढ़ाये जाने की घोषणा किये जाने की संभावना है।
गौरतलब है कि श्री मोदी ने 11 अप्रैल को देश के सभी मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की थी। इसमें लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने पर करीब-करीब सहमति बन गयी थी।
महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है, जहां अब तक 1985 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 150 लोगों की इससे जान गयी हैं। दिल्ली में 1176 लोग संक्रमित हुए हैं और 24 लोगों की मौत हुई है। तमिलनाडु में 1075 लोग संक्रमित हुए हैं और 11 लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए पर्याप्त उपाय किये जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि देश में 601 अस्पतालों में एक लाख से अधिक बेड कोरोना वायरस के मरीजों के लिए तैयार किये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग तकनीक का इस्तेमाल करके प्रत्येक कोरोना वायरस के मामले की जानकारी प्राप्त करता है और पूरे एहतियाती कदम उठाता है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस का कोई भी संदिग्ध केन्द्र सरकार और संबंधित राज्य सरकार की हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकता है। उसे लक्षणों के आधार पर उचित सलाह दी गयी जायेगी और जरूरत पड़ने पर कोरोना उपचार अस्पतालों में भेजा जायेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की कोरोना पर शोध से जुड़ी विस्तृत समीक्षा के आधार पर एक कोर रणनीतिक समूह का गठन किया है। इस कार्य में सीएसआईआर की 38 लैब भी शामिल की गयी हैं। यह समूह स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के प्रयास से गठित किया गया है।
इस बीच गुजरात में कोरोना के कहर से पिछले 12 घंटों में दो लोगों की मौत हो गयी और 22 नये मामले सामने आये हैं। इसी के साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या 539 हो गयी है। अब तक वहां 26 लोगों की मौत हो गयी है और 47 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं।