वाशिंगटन 20 सितंबर (स्पूतनिक) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी ओरेकल को चीन की वीडियो शेयरिंग एप कंपनी बाइटडांस को खरीदने की मंजूरी दे दी है।
श्री ट्रंप ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि वालमार्ट भी इस समझौते में हिस्सा लेगा। वह टेक्सॉस प्रांत में नई कंपनी के निर्माण को देखेगा। अमेरिका टिकटॉक का संचालन करेगा।
उन्होंने कहा यह भी कहा कि इस समझौते में एक शिक्षा कार्यक्रम के लिए पांच अरब डालर का दान शामिल होगा।
शुक्रवार को बाइटडांस ने कोलंबिया की जिला अदालत में ट्रंप प्रशासन के टिकटॉक को अमेरिका में अवरूद्ध करने को चुनौती देते हुए एक अभियोग दर्ज कराया गया था।
ओरेकल-टिकटॉक सौदे पर विचार, राष्ट्रीय सुरक्षा पर नहीं होगा कोई समझौता: ट्रंप
इससे पहले 17 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह चीनी स्वामित्व वाले वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक के लिए अमेरिकी कंपनी ओरेकल की कथित बोली पर गौर कर रहे हैं, लेकिन वह सौदे को मंजूरी देने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
पिछले महीने ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर दस्तखत किए थे, जिसके तहत यदि दोनों चीनी कंपनियां अपना स्वामित्व किसी अमेरिकी कंपनी को देकर प्रतिबंध से बच सकती हैं।
शुरुआत में टिकटॉक के साथ बातचीत में माइक्रोसॉफ्ट शामिल था, हालांकि अब ओरेकल ने इस संबंध में बाइटडांस के साथ समझौता किया है।
इसबीच बाइटडांस ने टिकटॉक का वैश्विक मुख्यालय अमेरिका में स्थापित करने का निर्णय किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस पर रोक लगाने के आदेश से बचने के लिए कंपनी ने यह रास्ता निकाला है।
ट्रंप ने यहां व्हाइट हाइस में संवाददाताओं से कहा कि सौदे को मंजूरी देने से पहले वह यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता न हो और इस कारोबारी सौदे का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी राजकोष को मिले।
चीन के सरकारी सीजीटीएन टीवी ने बुधवार को एक रपट में कहा था कि बाइटडांस की अमेरिकी अधिकारियों के सामने पेश योजना के मुताबिक टिकटॉक अमेरिका में मुख्यालय वाली नयी कंपनी में बहुलांश हिस्सेदार बनी रहेगी। वहीं प्रौद्योगिकी कंपनी ओरेकल इसमें अल्पांश हिस्सेदार होगी।
रपट में कहा गया है कि कंपनी में वालमार्ट अन्य अल्पांश हिस्सेदार होगी। वैश्विक खुदरा कंपनी वालमार्ट ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर टिकटॉक में हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की थी।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले व्यक्तियों ने कहा कि योजना की विस्तृत रुपरेखा में बदलाव भी हो सकता है।
भारत ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा बताते हुये टिकटॉक समेत कई चीनी ऐप पर रोक लगाई है।