जौनपुर पुलिस थाने में बर्बरता से हुई किशन यादव की मौत के आरोपी SHO समेत 4 पुलिस कर्मी पर FIR के बाद 300 लोगों पर बलवा आदि का दर्ज किया मामला attacknews.in

जौनपुर,14 फरवरी । उत्तर प्रदेश में जौनपुर में पुलिस अभिरक्षा में कृष्ण कुमार यादव किशन उर्फ पुजारी की मौत की घटना को लेकर शुक्रवार को रास्ता जाम व पुलिस पर पथराव के मामले में बक्शा थाने में 300 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार शनिवार देर रात लाइन बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र यादव की तहरीर पर बक्शा थाने पर यह मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमे में आरोपितों पर बलवा, रास्ता जाम कर आवागमन बाधित करने, पुलिस पर हमला आदि धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस आरोपितों को चिह्नित करने के बाद विधिक कार्रवाई करेगी।

पुलिस कस्टडी में हुई थी किशन यादव की मौत, SHO समेत 4 पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुई थी FIR

जौनपुर में पुलिस हिरासत में युवकी की मौत के मामले में मृतक युवक के भाई ने थानाध्यक्ष समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है।

जौनपुर जिले में कृष्ण कुमार यादव नाम का एक युवक लूटमार के एक मामले में पुलिस की गिरफ्त में था। लेकिन इसी दौरान उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक के भाई अजय यादव ने बक्सा के थानाध्यक्ष अजय सिंह समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया ।

इन पुलिसकर्मियों पर आईपीसी की धारा 302,394,452, 504 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।इस घटना के बाद से ही इलाके में हड़कंप मच गया ।

प्रदर्शन के बीच हुए पथराव में इंस्पेक्टर संतोष श्रीवास्तव समेत 4 पुलिसकर्मी हुए थे घायल :

जानकारी के मुताबिक जौनपुर के बक्शा थाना में लूट के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार को किशन यादव उर्फ पुजारी समेत चार युवकों को पकड़ा था।

पूछताछ के लिए सभी को बक्शा थाने लाया गया।देर रात पूछताछ के दौरान किशन की हालत खराब हो गई. पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में बक्शा सीएचसी उसे पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे परिजन आक्रोशित हो गए।

आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने इब्राहिमाबाद गांव में रास्ता जाम कर जौनपुर-रायबरेली हाईवे पर आवागमन ठप कर दिया. अधिकारियों ने कई थानों की फोर्स मौके पर लगा दी. इसी बीच आक्रोशित लोगों ने पथराव कर दिया. पथराव के दौरान लइंस्पेक्टर संतोष श्रीवास्तव समेत 4 पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए।

जौनपुर में किशन यादव मौत मामले की हो न्यायिक जांच : रामगोविंद

इधर उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने राज्य सरकार से मांग की है कि जौनपुर जिले के किशन यादव उर्फ पुजारी की पुलिस हिरासत में हुई मौत की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए और घटना में आरोपित पुलिसकर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए ।

समाजवादी पार्टी (सपा) नेता श्री चौधरी ने रविवार को जौनपुर जिले के बक्सा थाना क्षेत्र के चक मिर्जापुर गांव में स्थित किशन यादव के आवास पर 11 सदस्य जांच दल के साथ जाकर घटना की जानकारी प्राप्त की और परिजनो को न्याय की दिलासा दिलायी।

सपा नेता ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश की पुलिस इस समय जिसको चाह रही है जब चाह रही है मार दे रही है जबकि गुंडे सड़कों पर घूम रहे हैं।

उन्होंने प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था और आए दिन हो रहे जघन्य अपराधों को देखते हुए मांग किया है कि प्रदेश सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए ।

एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लीपापोती होती है मगर साक्षात लोगों ने देखा है कि किशन यादव के शरीर पर इतनी चोटें थी कि उसी से उसकी मौत हुई है ।

उन्होंने कहा कि किशन यादव के परिवार को सरकार 20 लाख रुपये मुआवजा साथ ही साथ नगर पालिका के सभासद बाला लखंदर यादव की हत्या के बाद उनके परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता और शव जला कर लौट रहे दुर्घटना में मारे गए सात लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए ।

उत्तरप्रदेश में हिस्ट्रीशीटर गुंडे की हैसियत किलेनुमा घर की पहचान को पुलिस ने पहले नेस्तनाबूत किया,बाद में काम तमाम कर डाला attacknews.in

कानपुर,04 जुलाई ।उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर के मकान को पुलिस प्रशासन ने नेस्तानाबूद कर दिया।

पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि दुस्साहिक वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश के लिये 50 से अधिक पुलिस टीमों को लगाया गया । मकान की तलाशी के दौरान पुलिस को देर रात एक तलघर मिला है। बंकरनुमा तलघर को लकड़ी के पटरे से ढका हुआ था। पुलिस ने बंकर का सिरा तलाशने के लिए मकान को ढहा दिया । जेसीबी मशीन से चाहरदिवारी को गिराने का काम किया गया है। इस दौरान परिसर के आसपास का इलाका सील कर दिया गया था और यहां पुलिस बलों के अलावा किसी को आने की इजाजत नहीं दी गई ।

उन्होने बताया कि बिकरू गांव में करीब दो बीघा जमीन पर बने आलीशान मकान के भीतर पुराना जर्जर मकान भी था। पुलिस मकान के हर एक हिस्से की बारीकी से छानबीन कर चुकी थी। परिसर के चारों ओर करीब 12 फुट ऊंची चाहरदिवारी को कंटीले तारों से लैस किया गया था।

मकान के मुख्य द्वार के अलावा तीन गेट और थे जिसमें से भारी वाहन भी आसानी से निकल सकते थे। सभी गेटों पर सीसीटीवी कैमरे लगे थे। घर में बाथटब से लेकर वाश बेसिन तक आधुनिक डिजाइन के थे। सुख सुविधाओं से भरपूर आवासीय परिसर की चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था इस कदर सख्त रहा था कि गेट पर पहुंचते ही सेवादार चौकन्ने हो जाते थे।

गौरतलब है कि बिकरू गांव में शुक्रवार और शनिवार की रात को हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके गुर्गो ने पुलिस बल पर उस समय हमला कर दिया था जब दुबे को गिरफ्तार करने तीन थानो की पुलिस पहुंची थी।

इस घटना में एक पुलिस क्षेत्राधिकारी और एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे जबकि सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये थे। पुलिस ने घटना के बाद मुठभेड़ में हिस्ट्रीशीटर के दो रिश्तेदारों को मार गिराया था।

कानपुर में हत्यारोपी विकास दुबे 48 घंटे तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहा:

उत्तर प्रदेश पुलिस के आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या का आराेपी और हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहा था ।

पुलिस महानिदेशक एच0 सी0 अवस्थी ने शनिवार को यहां कहा था कि उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ)और पुलिस की कई टिमों ने आठ पुलिस कर्मियों के हत्या का आरोपी व हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे और उसके गुर्गों की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की। शुक्रवार दोपहर में मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उसके दो साथियों को मार दिया गया था। अपराधियों पर नकेल कसने के लिए लगभग 100 टीमों का गठन किया गया था ।