झारखंड में पुलिस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया attacknews.in

लातेहार, 12 जून । झारखंड में लातेहार जिले के गारू थाना क्षेत्र में शनिवार को पुलिस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।

पलामू प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) राजकुमार लकड़ा ने यहां बताया कि मुठभेड़ में एक नक्सली के मारे जाने की सूचना मिली है। घटनास्थल के लिए मुख्यालय से अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है।

इसबीच, पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बताया कि नक्सलियों के विरूद्ध इलाके में छापेमारी के लिए 203 कोबरा बटालियन, 214 बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और झारखंड जगुआर के द्वारा अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान कुकू-पिरी जंगल में सुरक्षाबल के जवान आगे बढ़ रहे थे, तभी छोटू खरवार के दस्ता के सदस्यों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबल के जवानों ने गोलीबारी शुरू की। करीब एक घंटे तक रूक-रूक कर चली गोलीबारी के बाद एक नक्सली मारा गया जबकि अन्य जंगलों का लाभ उठाकर भाग गई। मौके से सुरक्षाबल के जवानों ने चार हथियार समेत कई सामान बरामद किया है।

इटावा में पति के बाहर नौकरी करने वाली पत्नी से रात में मिलने आएं युवक को परिवार वालों ने पीट-पीटकर मार डाला,जलाने ही वाले थे कि रहस्य उजागर हो गया attacknews.in

इटावा 12 जून । उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के चैबिया इलाके मे गोपालपुर अगूपुर गांव मे महिला से मिलने आये युवक को घर वालो ने बंधक बना कर पीट पीट मौत के घाट उतार दिया ।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने आज यहां कहा कि युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ।

हत्या को लेकर कई तरह की बाते कही जा रही है ।

महिला के घर वाले तो हत्या के शिकार हुए युवक को जलाने जा रहे थे लेकिन गांववालो के जग जाने के कारण ऐसा करने के बजाय शव छोड कर फरार हो गये ।

इस वारदात से इलाके मे सनसनी फैल गई है ।

हत्या की वारदात की जानकारी मिलने के बाद मौके ए वारदात पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह और सैफई के पुलिस उपाधीक्षक साधुराम पहुंच गये है जो पूरे मामले की जांव करने मे जुटे हुए है ।

मरने वाले की पहचान अनिल कुमार यादव के रूप में हुई है ।

अनिल कुमार यादव, लता नाम की महिला से मिलने के लिए आया हुआ था ।

महिला का पति नरेंद्र यादव सूरत मे किसी कारखाने मे काम करता है ।

महिला का जेठ अशोक भी भिवाडी मे काम करता है लेकिन देर रात महिला के अन्य परिजनो ने अनिल को लता के घर पर देख कर उसको पकड कर पीटना शुरू कर दिया ।

पुलिस ने लता और उसके ससुर किशन गोपाल यादव को हिरासत मे ले लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है ।

पुलिस हिरासत मे ली गई महिला लता अनिल के साथ किसी भी तरह से अनैतिक संबधो से फिलहाल साफ इंकार कर रही है ।

रात 11 बजे के आसपास की घटना बताई जा रही है।

मौत के घाट उतारे जाने के बाद सबूत नष्ट करने के इरादे से शव को जलाने की थी तैयारी लेकिन आरोपी शव का जला नही पाये ।

वारदात को अंजाम दे आरोपी घर को बंद कर फरार हो गये है ।

पहले तृणमूली बाद में भाजपायी और अब फिर बने तृणमूली मुकुल राय ने ममता बनर्जी के सामने तृणमूल कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है attacknews.in

कोलकाता, 11 जून। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष मुकुल राय ने पार्टी को अलविदा कहते हुए शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस का फिर दामन थाम लिया।

श्री राय तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे हैं। उन्होंने 2017 में तृणमूल कांग्रेस से कुछ मसलों को लेकर नाराजगी के बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। पश्चिम बंगाल में भाजपा को मजबूती प्रदान करने में उनकी अहम भूमिका रही है।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद से ही वह नाराज चल रहे थे और आज तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की मौजूदगी में अपनी पुरानी पार्टी में लौट आये। श्री राय के साथ ही उनके पुत्र एवं विधायक शुभ्रांशु राय भी तृणमूल में लौट आये।
सुश्री बनर्जी ने श्री राय की पार्टी में वापसी पर कहा, “ घर का लड़का, घर लौट आया।”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष मुकुल राय शुक्रवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में अपने पुत्र शुभ्रांशु राय के साथ पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में लौट आये।

श्री राय ने तिलजला स्थित तृणमूल कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी और सांसद एवं सुश्री बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल में वापसी की।

सुश्री बनर्जी ने इस मौके पर कहा कि उनके श्री राय के साथ कभी मतभेद नहीं रहे। उन्होंने भाजपा की सदस्यता दमनात्मक परिस्थितियों में ग्रहण की थी।

उन्होंने कहा कि श्री राय तृणमूल में वही जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे जो दायित्व वह पार्टी छोड़ने से पहले निभा रहे थे।

उन्होंने कहा कि कई अन्य लोग भी पार्टी में आयेंगे। श्री राय ने इस मौके पर कहा कि अब भाजपा में काम करना असंभव हो गया है।

अनुभवी राजनेता श्री राय ने सुश्री बनर्जी के दिशा-निर्देश में 2000 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। उन्होंने 2017 में सुश्री बनर्जी के साथ कुछ मतभेदों के कारण पार्टी छोड़ दी थी। वह भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाये गये थे। उन्होंने भाजपा के टिकट पर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ा था और 2021 में कृष्णानगर उत्तर सीट से जीत हासिल की है।

कोलकाता के ईस्टर्न मेट्रोपॉलिटन बाईपास स्थित तृणमूल भवन में इस मौके पर सुश्री बनर्जी के अलावा उनके भतीजे एवं सांसद अभिषेक बनर्जी, राज्य के कई मंत्री और पार्टी के नेता मौजूद थे।

श्री राय कई दिनों से भाजपा से अपने काे दूर रख रहे थे। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के बावजूद आठ जून को चुनाव के बाद की रणनीति बनाने संबंधी भाजपा उच्च कमान की ओर से बुलाई गयी पार्टी की बैठक में वह शामिल नहीं हुए थे।

केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों के ओवरटाइम भत्ता-सेवा शुल्क जैसे खर्चें में 20 फीसदी की कटौती के आदेश;कोरोना महामारी की कॉस्ट कटिंग से केंद्रीय कर्मचारी भी प्रभावित attacknews.in

नईदिल्ली 11 जून ।केंद्र सरकार ने अपने विभाग और मंत्रालयों को खर्च पर अंकुश लगाने के आदेश दिये हैं।

कोरोना महामारी के बीच कॉस्ट कटिंग से अब केंद्रीय कर्मचारी भी प्रभावित होंगे। ओवरटाइम भत्ता और रिवार्ड्स जैसे खर्चों में 20 फीसदी की कटौती किए जाएंगे।

वित्त मंत्रालय बीते साल में दो बार मंत्रालयों और विभागों द्वारा खर्चें में कटौती के आदेश दिए थे। लेकिन, ओवरटाइम भर्ता और रिवार्ड्स को लेकर आदेश नहीं दिया गया था।

गुरुवार को वित्त मंत्रालय की तरफ से केंद्र सरकार के सभी सचिवों, मंत्रालयों और उसके विभागों को आदेश जारी किया गया है। इसमें सभी से फिजूलखर्च को रोकने को लेकर कदम उठाने और 20% की कमी लाने को कहा गया है।

जारी आदेश में कहा गया है कि सभी विभाग, मंत्रालयों से अपील है कि वो हर तरह के गैर योजनागत खर्चों को कम करने हेतु कदम उठाएं। साथ हीं आदेश में कहा गया है कि कोरोना महामारी की रोकथाम से जुड़े खर्चों को इस दायरे से अलग रखा जाता है।

इन चीजों पर खर्च में कमी लाने को कहा गया है:

घरेलू यात्रा, विदेश यात्रा खर्च, रेंट, रॉयल्टी, ऑफिस खर्च, रिवार्ड्स, ओवरटाइम भत्ता, विज्ञापन एवं प्रचार, सेवा शुल्क, पीओएल, राशन की लागत,

यूनियन बैंक को धोखाधड़ी से 134 करोड़ का चूना लगाने वाली गुजरात की कंपनी समेत 6 लोगों के खिलाफ CBI मुकदमा दर्ज, आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी, घोटाले से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद attacknews.in

मुंबई, 11 जून । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यूनियन बैंक आफ इंडिया को कथित रूप से करीब 134.43 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के मामले में गुजरात की एक निजी कंपनी, उसके निदेशकों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है और शुक्रवार को उनके कार्यालयों तथा आवासों पर छापे मारे।

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर गुजरात में गांधीधाम स्थित मेसर्स एसोसिएट हाई प्रेशर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी तथा उसके निदेशकों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कंपनी पर अपने निदेशकों और गारंटरों के माध्यम से बैंक के धन का दुरुपयोग करने और गलत ढंग से लाभ अर्जित करने का आरोप है।

शिकायत में यह भी कहा गया है कि अन्य बैंकिंग चैनल के माध्यम से धन को डायवर्ट करना ऋण स्वीकृति आदेशों के नियमों और शर्तों का उल्लंघन है तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को कथित रूप से करीब 134.43 करोड़ रुपये (ब्याज सहित) का नुकसान हुआ।

यूनियन बैंक को धोखाधड़ी के जरिए 134 करोड़ का चूना लगाने वाली गुजरात की एक कंपनी समेत 6 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया और आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान सीबीआई को घोटाले से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं।

सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी के मुताबिक, जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें गुजरात की कंपनी एसोसिएट हाई प्रेशर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के अलावा रामचंद्र इसरानी, मोहम्मद फारुख सुलेमान, श्रीचंद सत्तारामदास, इब्राहिम सुलेमान, मनोहर लाल अगरिचा, सतीश सुंदरदास अग्रिचा समेत अज्ञात सरकारी अधिकारियों और अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।

सीबीआई के मुताबिक, इनमें से अनेक लोग कंपनी के निदेशक भी हैं. सीबीआई ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से प्राप्त शिकायत के आधार पर गांधीधाम (गुजरात) स्थित इस निजी कंपनी और अन्यों जिसमें निदेशक एवं अज्ञात लोक सेवक/अन्य शामिल है, के विरुद्ध मामला दर्ज किया।

आरोप है कि उक्त निजी कंपनी ने अपने निदेशक एवं जमानतदारों के माध्यम से बैंक धनराशि का गबन किया और अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए उक्त धनराशि को इधर से उधर उन कामों के लिए यूज़ किया, जिनके लिए लोन लिया ही नहीं गया था. यह भी आरोप है कि कंपनी का इरादा, ऋण मंजूरी आदेशों के नियम व शर्तों के उल्लंघन में अन्य बैंकिंग चैनलों के माध्यम से धनराशि को इस तरह अन्य जगहों पर भेज कर बैंक को धोखा देने का था।

कंपनी द्वारा की गई धोखाधड़ी के चलते यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को लगभग 134.43 करोड़ रुपये (प्लस इन्टरेस्ट) की कथित हानि हुई. मुकदमा दर्ज करने के बाद सीबीआई ने इस मामले में आधा दर्जन जगहों पर छापेमारी की. आरोपियों के परिसरों पर मारी की गई. छापेमारी के दौरान सीबीआई को अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं।

सीबीआई का दावा है कि इन दस्तावेजों में घोटाले से संबंधित दस्तावेज भी शामिल हैं. सीबीआई इस मामले में जल्दी कंपनी के निदेशकों को पूछताछ के लिए बुलाने जा रही है. मामले की जांच जारी है।

तेज प्रताप यादव ने जीतन राम मांझी के आवास जाकर मुलाकात के बहाने फोन पर अपने पिता लालू यादव यादव से उनकी करवा दी बात,इसी बात पर बिहार में गर्म हो गया अटकलों का बाजार attacknews.in

पटना 11 जून । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी से राष्ट्रीय जनता दल राजद (अध्यक्ष) लालू प्रसाद यादव से दूरभाष पर बात के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है ।

श्री मांझी से श्री तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को न सिर्फ उनके आवास पर जाकर मुलाकात की बल्कि फोन पर अपने पिता और पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू यादव यादव से उनकी बात भी कराई।

इस खबर के बाहर आने के बाद राजनीतिक सरगर्मी काफी बढ़ गई है और कयासबाजी शुरू हो गई है ।

हालांकि श्री मांझी ने मुलाकात और बातचीत के बारे में मीडिया को बताया कि यह बिल्‍कुल गैर राजनीतिक और विशुद्ध पारिवारिक मामला है।

इस बातचीत के कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।

हम प्रमुख ने कहा कि राजनीति में मतभेद तो होता है लेकिन मनभेद नहीं ।

भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है कि यहां पति-पत्‍नी, मां-बेटा और बिल्‍कुल के करीब के रिश्‍तों में भी लोग अलग-अलग पार्टियों में रह सकते हैं ।

राजनीति के क्षेत्र में नीचे से लेकर ऊपर तक ऐसे अनेकों उदाहरण हैं ।

उन्‍होंने कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव से उनका व्‍यक्तिगत और पारिवारिक सम्‍बन्‍ध है ।

इसके नाते ही उन्‍होंने लालू यादव-राबड़ी देवी को उनके विवाह की 48 वीं वर्षगांठ पर भी बधाई दी थी और अब श्री यादव के जन्‍मदिन पर भी उन्‍हें शुभकामनाएं दीं।

मांझी दलितों के सर्वमान्य नेता, उन पर डोरे डालने वाले सफल नहीं होंगे – सुशील

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी की राष्ट्रीय जनता दल राजद (अध्यक्ष) लालू प्रसाद यादव से फोन पर हुई बातचीत के बात कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) अटूट है और श्री मांझी पर डोरे डालने वाले सफल नहीं होंगे ।

श्री मोदी ने शुक्रवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एनडीए के वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए किसी जनप्रतिनिधि की उनसे शिष्टाचार भेंट का राजनीतिक मायने निकालने की जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा,” जीतन राम मांझी किसी एक जाति के नहीं, बल्कि बिहार में दलितों केे बड़े सर्वमान्य नेता है। उन्होंने राजद का कुशासन भी देखा है। उनसे किसी को जबरदस्ती मिलवा देने से कई फर्क नहीं पड़ता।”

प्रेम जाल में फंसाकर लूटने वाला गिरोह गिरफ्तार, बाल अपराधी भी शामिल:पायल बनकर आजम रज़ा ने इकराम को लूट लिया attacknews.in

नैनीताल, 11 जून ।उत्तराखंड के काशीपुर में लूट का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है।
पुलिस ने इस मामले में नाबालिग युवक समेत चार आरोपियों को पकड़ा है।

काशीपुर पुलिस की ओर से शुक्रवार को इस मामले का खुलासा किया गया।

पुलिस के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा, लालबाग निवासी मोहम्मद इकराम की कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर पायल नाम की लड़की से जान-पहचान हुई।

दोनों के बीच इकरार बढ़ी तो दोनों काशीपुर के आईजीएल तिराहे स्थित बाजपुर मोड़ पर मिलने का कार्यक्रम तय किया।

मोहम्मद इकराम भी तय कार्यक्रम के अनुसार आठ जून को अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल में सवार होकर पायल से मिलने पहुंच गया।

पायल भी अपने तीन साथियों के साथ तयशुदा जगह पर पहुंच गयी।

पायल कुछ दूर झाड़ियों में छिप गयी और उसके तीन दोस्तों ने इकराम के भाई के साथ मारपीट कर उनकी मोटरसाइकिल छीन ली और फिर चारों फरार हो गये।

पायल का इंतजार कर रहा इकराम भी कुछ देर बाद मौके पर पहुंचा और देखा तो मोटरसाइकिल गायब मिली।

इसके बाद उसे लुटने का अहसास हुआ।

इकराम ने प्रकरण की आईटीआई पुलिस को दी लेकिन कहा कि बदमाशों द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया गया।

पुलिस ने एक टीम का गठन कर जांच की तो असली वाकया सामने आया।

पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि आजम रजा पुत्र लियाकत मियां निवासी आलूफार्म ने शेयर चैट पर पायल बनकर इकराम से बातचीत बढ़ाई और जब बातचीत गहरी हो गयी तो उसने दोस्तों के साथ मिलकर उसे लूटने की योजना बनायी।

पायल ने उसे झांसे में लेने के लिये कहा कि वह रामनगर की रहने वाली है और काशीपुर के आईजीएल कंपनी में नौकरी करती है।

पुलिस ने घटना में शामिल आजम रजा, अर्जुन पुत्र गुड्डू निवासी खड्कपुर, देवीपुरा, आकाश पुत्र महेन्द्र सिंह को गुरुवार रात को गिरफ्तार कर लिया।

घटना में एक नाबालिग युवक भी शामिल था जिसे पुलिस ने संरक्षण में लिया गया है।

भिण्ड में होटल में ₹ 1 हजार प्रति घण्टे के किराये के कमरों से पकड़ाया “सेक्स रैकेट” में एक दर्जन से अधिक लड़के लड़कियां, रंगरेलियां मना रहे थे attacknews.in

भिण्ड 11 जून । मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर में देह व्यापार के मामले में पुलिस एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।

महिला डीएसपी पूनम थाना ने आज बताया कि शहर के एक होटल में देह व्यापार के मामले में की गई छापामार कार्रवाई में पांच कपल को अपत्तिजनक स्थिति पाया गया।

इस मामले में होटल संचालक व महिला दलाल को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

पुलिस ने एक डायरी भी जब्त की है जिसमें कई लोगों के नाम दर्ज है।

शहर के बीचोंबीच स्थित कृष्णा होटल पर पुलिस की छापामार कार्रवाई के बाद लोग दंग रह गए, जब पुलिस ने एक दर्जन लड़के लड़कियों को आपत्तिजनक अवस्था में हिरासत में लिया।

होटल में एक दर्जन से अधिक लड़के लड़कियां, रंगरेलियां मना रहे थे। इसके साथ ही पुलिस की तलाशी में तमाम आपत्तिजनक सामग्री भी होटल के कमरों से मिली है।

बताया जा रहा है कि होटल का संचालक युवक युवतियों से घंटे के हिसाब से कमरा का किराया लेता था। एक रात होटल में रुकने के 6 हजार रुपये लगते थे। साथ ही प्रति घण्टे एक हजार रुपये चार्ज लेता था। इसके बदले युगल जोड़ों को पुलिस सहित सभी सुरक्षा की गारंटी दी जाती थी।

पुलिस की पूछताछ में पकड़ी हुई एक लड़की ने बताया कि एक हजार रुपए प्रति घंटे के हिसाब से कमरा बुक किया था।

पुलिस की छापामार कार्यवाही के पीछे जिला पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह के निर्देश को बताया जा रहा है। एसपी को मुखबिर से सूचना मिली थी की शहर के बीचों-बीच अवैध कार्य किया जा रहा है।

एसपी ने डीएसपी महिला सेल पूनम थापा को कार्यवाही के निर्देश दिए और पूरे मामले का खुलासा हो सका।अब पकड़े गए लड़के लड़कियों के बयानों और होटल मेनेजर और संचालक से पूछताछ के बाद ही इस मामले कई खुलासे हो सकते हैं।

बी एस येद्दियुरप्पा ने कहा:“ जब तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मुझ पर विश्वास है तब तक मैं इस पद पर अगले दो वर्ष तक मुख्यमंत्री रहूंगा” attacknews.in

हासन,11 जून। कर्नाटक के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बी एस येद्दियुरप्पा ने शुक्रवार को अपने बारे में चल रही अटकलों को दूर करते हुए कहा कि वह अगले दो वर्षों तक राज्य के मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे और राज्य में परिवर्तन का कोई सवाल ही नहीं है।

श्री येद्दियुरप्पा ने यहां पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा“ मैं अगले दो वर्षों तक राज्य का मुख्यमंत्री रहूंगा और इस बारे में किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए।

कल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक मामलों के पार्टी प्रभारी अरूण सिंह ने भी स्पष्ट कर दिया था कि मैं अपने पद पर लगातार बना रहूंगा और इसके बाद राज्य में परिवर्तन का कोई सवाल ही नहीं उठता है।”

उन्होंने कहा“ जब तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मुझ पर विश्वास है तब तक मैं इस पद पर बना रहूंगा । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को मुझ पर भरोसा है और मैं उन्हें कतई निराश नहीं करूंगा। मैं राज्य का दाैरा करूंगा और लोगों की भलाई के लिए कार्य करूग ।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते पर्यटन मंत्री सीपी योगेश्वर और पार्टी विधायक अरविंद बेल्लाद की अगुवाई में पार्टी के कईं विधायकों ने दिल्ली का दौरा किया था और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इसके बाद श्री येद्दियुरप्पा ने कहा था कि अगर पार्टी के वरिष्ठ नेता कहेंगे ताे वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।

छह माह के बेटे को बेचने का महिला द्वारा विरोध करने पर शौहर ने तीन तलाक देकर घर से निकाला attacknews.in

मुजप्फरनगर 11ब जून ।उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के मदीना कॉलोनी निवासी महिला ने अपने शौहर पर तीन तलाक देकर घर से निकालने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत की है और कार्रवाई की माग की है ।

पुलिस ने आज यहां कहा कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की मदीना कॉलोनी निवासी महिला ने बताया कि उसका निकाह करीब दो साल पूर्व बुढ़ाना के मोहल्ला शफीपुर पट्टी निवासी युवक से हुआ था।

आरोप है कि शादी के बाद से ही शौहर द्वारा विवाहिता के साथ मारपीट की जाती रही है।

कई माह से पीडि़ता अपने शौहर व ससुराल वालों के साथ गांव नीमखेड़ी में ईंट-भट्टे पर काम कर रही थी। पीडि़ता के अनुसार गत सात जून की सुबह शौहर ने अपने छह माह के बेटे को बेचने की कोशिश की। महिला के विरोध करने पर आरोपी ने मारपीट की।

आरोप है कि इसके लिए तैयार नहीं होने पर शौहर ने अपने परिजनों के कहने में आकर विवाहिता को तीन तलाक दे दिया और घर से निकाल दिया गया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कोरोना महामारी की वजह से स्कूली व्यवस्था से बाहर हो गए बच्चों को वापस जोड़ने के लिए प्रबंध पोर्टल की शुरुआत की attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 जून । केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय स्कूल एजुकेशन एवं लिटरेसी विभाग ने कोरोना महामारी की वजह से स्कूली व्यवस्था से बाहर हो गए बच्चों को वापस जोड़ने के लिए शुक्रवार को यहाँ पर प्रबंध पोर्टल की शुरुआत की है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने इस अवसर पर कहा, “यह पहल भारत सरकार की समग्र शिक्षा नीति के तहत है। इसके अलावा राइट टू एजुकेशन एवं नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी हमने इस बात पर जोर दिया है कि स्कूली व्यवस्था से बाहर हो गए बच्चों को मुख्यधारा स्कूलों से जोड़ा जाए। प्रबंध पोर्टल के द्वारा हम ऐसे बच्चों का डाटा बेहतर तरीके से इकठ्ठा कर पाएंगे और बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ने में सफल होंगे। इसके अलावा हमनें पहली बार 2021-22 से 16 से 18 वर्ष के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए वित्तीय सहायता का प्रावधान भी किया है ताकि जो बच्चे इस उम्र में शिक्षा व्यवस्था से बाहर हो गए हैं उन्हें भी ओपन लर्निंग या डिस्टेंस लर्निंग के द्वारा अपनी शिक्षा पूरी करने का मौका मिल सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विज़न को पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और यह सुनिश्चित करने का पूरा प्रयास करेंगे कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा व्यवस्था से बाहर ना हो।”

शिक्षा विभाग ने इसके लिए राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को ऐसे बच्चों का डाटा एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं ताकि इसकी ठीक तरह निगरानी की जा सके। इसके अलावा विभाग ने ऐसे बच्चों की शिक्षा में आए अंतराल को कम करने के लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था के लिए वित्तीय सहायता का प्रावधान भी किया है। अभी तक यह वित्तीय सहायता छह से 14 वर्ष के बच्चों के लिए उपलब्ध करवाई जाती थी लेकिन 2021-22 से यह सहायता 16-18 वर्ष के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए भी उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि वो ओपन या डिस्टेंस लर्निंग के द्वारा अपनी शिक्षा जारी रख सकें।
ब्लॉक रिसोर्स सेंटर के ब्लॉक रिसोर्स समन्वयक द्वारा बच्चों के आंकड़े ब्लॉक लेवल पर अपलोड किया जाएगा और फिर उस आंकड़े को जिला मजिस्ट्रेट/जिला कलेक्टर या जिला मजिस्ट्रेट द्वारा चिह्नित अधिकारी द्वारा सत्यापित करवाने के बाद प्रबंध पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।

ईएमआई में नहीं मिलेगी राहत , लोन मोरेटोरियम आगे बढ़ाने से ‘सुप्रीम’ इंकार:कोरोना की दूसरी लहर में आर्थिक संकट से जूझ रहे और ईएमआई में राहत की उम्मीद पाले लोगों को सुप्रीम कोर्ट से झटका attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 जून । कोरोना की दूसरी लहर में आर्थिक संकट से जूझ रहे और ईएमआई में राहत की उम्मीद पाले लोगों को शुक्रवार को उस समय झटका लगा जब उच्चतम न्यायालय ने लोन मोरेटोरियम योजना को आगे बढ़ाने तथा ब्याज माफी संबंधित याचिका खारिज कर दी।

न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने संबंधित याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह नीतिगत मामला है और न्यायालय सरकार की नीतियों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती।

शीर्ष न्यायालय ने कहा कि याचिकाकर्ताओं को अपनी मांग के लिए केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पास जाना चाहिए।

याचिका में नए ऋण स्थगन, ऋण पुनर्गठन योजना के तहत समय दिये जाने और बैंकों की ओर से गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की घोषणा पर अस्थायी रोक लगाने का अनुरोध किया गया था।

याचिका में न्यायालय से यह कहते हुए तत्काल राहत दिये जाने की मांग की गयी कि वर्तमान में अत्यधिक वित्तीय संकट झेल रहे आम आदमी के लिए केंद्र और आरबीआई की ओर से पर्याप्त उपाय नहीं किये गये हैं।

याचिकाकर्ता ने अदालत से तत्काल राहत की मांग की क्योंकि केंद्र और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम आदमी की मदद के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए हैं जो वर्तमान में अत्यधिक वित्तीय तनाव में हैं।

केंद्र सरकार कोरोना टीकों के स्टाॅक और टेम्प्रेचर जैसी सूचनाओं के संवेदनशील ई-विन आंकड़ों का दुरुपयोग और उनकी गैर-कानूनी कारोबारी हरकतों को रोकने के लिये सख्त कार्रवाई को तैयार attacknews.in

नईदिल्ली 10जून । केंद्र सरकार कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम और उससे सम्बंधित आंकड़ों में पारदर्शिता लाने तथा कोविन पर उसकी उपलब्धता के लिये कटिबद्ध
केंद्र सरकार “समग्र सरकारी तंत्र” की भावना के तहत प्रभावशाली टीकाकरण अभियान चलाने के लिये इस वर्ष 16 जनवरी से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रयासों का सहयोग करती रही है।

देशभर में कोविड-19 की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये केंद्र सरकार ने तमाम कदम उठाये हैं। इस सिलसिले में आपूर्ति श्रृंखला और टीकों का भंडारण भी बहुत अहमियत रखता है।

कुछ मीडिया रिपोर्टों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के उस पत्र का हवाला दिया गया है, जो उन्होंने ई-विन इनवेंट्री (वस्तु सूची या टीकों की फेहरिस्त) और तापमान आंकड़ों के बारे में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा था।

केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे वैक्सीन के भंडार और जहां उन्हें रखा गया है, वहां के तापमान की पूरी जानकारी और मूल्यांकन ई-विन के जरिये साझा करने से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अनुमति जरूर लें।

ऐसा करने का मकसद यही है कि इन आंकड़ों का गलत इस्तेमाल कोई एजेंसी अपने कारोबारी लाभ के लिये न कर सके।

उल्लेखनीय है कि सार्वभौमिक रोग-प्रतिरक्षा कार्यक्रम (यूनीवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम – यूआईपी) के तहत कई वैक्सीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है और उन वैक्सीनों के तापमान के बारे में भी आंकड़े उपलब्ध हैं। किसी खास वैक्सीन के इस्तेमाल के रुझान के बारे में बहुत सी अहम सूचनायें होती हैं। अन्य वैक्सीनों के मद्देनजर सम्बंधित विशेष वैक्सीन से जुड़े अनुसंधान, कोल्ड-चेन उपकरणों की जानकारी के साथ-साथ बाजार में दखलंदाजी करने के लिये आंकड़ों का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।

यह बात बहुत अहम है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ई-विन इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहा है, जिसमें यूआईपी के तहत पिछले छह साल से अधिक समय से इस्तेमाल होने वाली वैक्सीनें शामिल हैं। स्टॉक, भंडारण और तापमान से जुड़े संवेदनशील आंकड़ों को स्वास्थ्य मंत्रालय की पूर्वानुमति के बिना साझा नहीं किया जा सकता।

कोविड-19 वैक्सीन के स्टॉक, खपत, बची हुई वैक्सीन का आंकड़ा कोविन प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इसे नियमित तौर पर और पारदर्शिता के साथ साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस और दैनिक प्रेस विज्ञप्ति के जरिये मीडिया तथा जनता के सामने पेश करता है।

कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में पारदर्शिता लाने के लिये केंद्र सरकार कटिबद्ध है। यही कारण है कि केंद्र सरकार ने वैक्सीन की सूचना प्रौद्योगिकी आधारित ट्रैकिंग करने का उपाय किया है। कोविन के जरिये वैक्सीन को लाभार्थियों तक पहुंचने की पूरी ट्रैकिंग की जाती है। इसका मकसद यही है कि नियमित रूप से सूचना को आम जनता के साथ साझा किया जाये।

मध्यप्रदेश में 15 जुलाई तक जेल के 49 हजार सभी बंदियों का वैक्सीनेशन कराने के सभी कलेक्टर्स को आदेश जारी attacknews.in

भोपाल, 10 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना संकट पर पूरी तरह नियंत्रण पाने के प्रयासाें के बीच राज्य की जेलों में मौजूद लगभग 49 हजार सभी बंदियों का कोरोना वैक्सीनेशन 15 जुलाई तक कराने के आदेश आज सभी कलेक्टरों को जारी किए गए।

राज्य के जेल विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी आदेश सभी 52 जिलों के कलेक्टरों को भेज दिया गया है।

इसमें कहा गया है कि राज्य की सभी जेलों में निरुद्ध बंदियों का कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य 15 जुलाई तक (45 दिनों में) शत प्रतिशत पूर्ण करना है। यह कार्य एक जून से प्रारंभ हो गया है।

आदेश के मुताबिक इसके अलावा टीके की दूसरी डोज केंद्र सरकार की ओर से नियत अवधि में लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए।

कैदियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण 15 जुलाई तक : नरोत्तम

मध्यप्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि मध्यप्रदेश की जेलों में निरुद्ध समस्त बंदियों का टीकाकरण 15 जुलाई तक सुनिश्चित किया जाएगा।

डॉ मिश्रा ने बताया कि टीकाकरण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव (जेल) डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि बंदियों के टीकाकरण का कार्य एक जून से प्रारंभ कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव जेल और अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर से जारी आदेशानुसार स्वास्थ्य और जेल विभाग द्वारा कार्य को तत्परता से किया जा रहा है।

डॉ. राजौरा ने बताया है कि अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि 45 दिवस के अंदर जेलों में निरुद्ध समस्त बंदियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। टीके का दूसरा डोज़ भारत सरकार द्वारा नियत अवधि में लगाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। मध्यप्रदेश की 131 जेलों में 49 हजार सजायाफ्ता-विचाराधीन कैदी हैं। अभी इनमें से 7 हजार 100 कैदियों का टीकाकरण हुआ है।

कुशीनगर में 71 सामुदायिक शौचालय में लटके हैं ताले,निर्माण करने के पश्चात सरकार स्वयं सहायता समूहों को हस्तांतरित करने से भूली attacknews.in

कुशीनगर 10 जून। उत्तर प्रदेश्स में कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र की 77 ग्राम पंचायतों में से 71 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण तो करा दिया गया है तथा छह निर्माणाधीन हैं, लेकिन इन सामुदायिक शौचालयों को स्वयं सहायता समूहों को हस्तांतरित नहीं किए जाने से इनका सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। इन सामुदायिक शौचालयों में एक साल से ताला लटक रहा है।

नेबुआ नौरंगिया ब्लॉक में ग्राम पंचायत व राजस्व गांव मिलाकर कुल 77 ग्राम सभाएं हैं। उनमें राज्य वित्त, चौदहवें वित्त और स्वच्छ भारत मिशन के तहत 77 गांवों में सामुदायिक शौचालय बनवाए जा रहे हैं, जिसमें 42 ग्राम पंचायतों में दो सीट वाले शौचालय और स्नानागार तीन लाख 85 हजार रुपये की लागत से तो 29 ग्राम पंचायतों में चार सीट वाले शौचालय व स्नानागार पांच लाख 71 हजार रुपये की लागत से बन रहे हैं।

71 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूर्ण हुए एक वर्ष हो गए हैं। इन पर तीन करोड़ 27 लाख 29 हजार रुपये खर्च होने के बाद भी इनमें लगभग एक वर्ष से ताले लटक रहे हैं।

इन शौचालयों की देख रेख के लिए प्रदेश सरकार के गाइडलाइंस के मुताबिक गांवों मे संचालित स्वयं सहायता समूह जो सक्रिय हों और सामाजिक कार्य कर रहे हों, उन्हें आवंटित कर देना है।

समूह को ग्राम सभा की तरफ से रखरखाव के लिए छह हजार रुपये और किट के लिए तीन हजार रुपये दिये जाने हैं।

ग्राम पंचायतों द्वारा आवेदन के बाद भी समूहों को शौचालय हस्तांतरित नहीं किया जा सका है।पिछले वर्ष 25 दिसंबर को ब्लॉक मुख्यालय पर हुए एक कार्यक्रम में पहुंचे जिलास्तरीय अधिकारी के दबाव में आनन फानन में नौ शौचालयों को सिर्फ कागजों हस्तांतरित कर दिया गया था।

एक वर्ष बीतने के बाद भी ग्राम पंचायत सचिवों और एडीओ पंचायत के रुचि न लेने से शौचालय में ताले लटक रहे हैं। एडीओ पंचायत नंदलाल सिंह का कहना है कि जो शौचालय पूर्ण हैं उन्हें समूहों को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया चल रही है। कोरोना महामारी के चलते कार्य प्रभावित था। जल्द ही सभी शौचालय हस्तांतरित करा दिया जाएंगे।